हिमाचल प्रदेश घूमने आए पर्यटक अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। वे कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसा ही एक नया मामला शिमला के उपनगर ढली के पास ग्रीन वैली से सामने आया है। शिमला के एक निवासी ने एक्स पर इसका वीडियो पोस्ट किया है। इस पोस्ट के अनुसार, दो युवक CH-01AF0700 नंबर की I-20 कार में बाहर की तरफ यात्रा कर रहे हैं। जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे युवकों को सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया जा रहा है। इस वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे उन्हें न तो अपनी जान की परवाह है और न ही कानून-व्यवस्था का डर। तीखे मोड़ वाली सड़क पर इस तरह से शरीर का ऊपरी हिस्सा बाहर निकालने से सामने से बस या ट्रक जैसे बड़े वाहन के आने पर दुर्घटना हो सकती है। इतना ही नहीं, वाहन से बाहर गिरने या दरवाजा खुलने का भी डर रहता है। फिर भी युवा बेखौफ होकर वाहन की खिड़की से बाहर लटक रहे हैं। 25 जून को थार का कटा था 2500 रुपए का चालान 25 जून को चंडीगढ़ का एक युवक थार गाड़ी से लटककर स्टंट कर रहा था। हालांकि बाद में शिमला पुलिस ने उसके खिलाफ 2500 रुपए का चालान काटा। कंडाघाट पुलिस ने दो वाहनों के चालान काटे मई महीने में दो वाहनों में आए पंजाब और हरियाणा के 9 युवकों को सोलन जिले के कंडाघाट थाने में ले जाया गया। एक घंटे तक थाने में बैठाने के बाद उनका चालान काटकर वापस भेज दिया गया। लेकिन कुछ पर्यटक अभी भी कानून तोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश घूमने आए पर्यटक अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। वे कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसा ही एक नया मामला शिमला के उपनगर ढली के पास ग्रीन वैली से सामने आया है। शिमला के एक निवासी ने एक्स पर इसका वीडियो पोस्ट किया है। इस पोस्ट के अनुसार, दो युवक CH-01AF0700 नंबर की I-20 कार में बाहर की तरफ यात्रा कर रहे हैं। जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे युवकों को सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया जा रहा है। इस वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे उन्हें न तो अपनी जान की परवाह है और न ही कानून-व्यवस्था का डर। तीखे मोड़ वाली सड़क पर इस तरह से शरीर का ऊपरी हिस्सा बाहर निकालने से सामने से बस या ट्रक जैसे बड़े वाहन के आने पर दुर्घटना हो सकती है। इतना ही नहीं, वाहन से बाहर गिरने या दरवाजा खुलने का भी डर रहता है। फिर भी युवा बेखौफ होकर वाहन की खिड़की से बाहर लटक रहे हैं। 25 जून को थार का कटा था 2500 रुपए का चालान 25 जून को चंडीगढ़ का एक युवक थार गाड़ी से लटककर स्टंट कर रहा था। हालांकि बाद में शिमला पुलिस ने उसके खिलाफ 2500 रुपए का चालान काटा। कंडाघाट पुलिस ने दो वाहनों के चालान काटे मई महीने में दो वाहनों में आए पंजाब और हरियाणा के 9 युवकों को सोलन जिले के कंडाघाट थाने में ले जाया गया। एक घंटे तक थाने में बैठाने के बाद उनका चालान काटकर वापस भेज दिया गया। लेकिन कुछ पर्यटक अभी भी कानून तोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिंदुओं को जान से मारने की धमकी:सिरमौर के माजरा थाना में FIR, आरोपी गिरफ्तार, वीडियो में गंदी-गंदी गालियां देने का आरोप
हिंदुओं को जान से मारने की धमकी:सिरमौर के माजरा थाना में FIR, आरोपी गिरफ्तार, वीडियो में गंदी-गंदी गालियां देने का आरोप हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में हिंदुओं को जान से मारने की धमकी और गालियां देने वाले व्यक्ति को पुलिस ने देर शाम गिरफ्तार कर दिया है। आरोपी के खिलाफ पांवटा साहिब निवासी अनूप अग्रवाल, विवेक, नीरज बंसल, अनुराग गुप्ता, सुरेन्द्र, गिरीश कांत ने माजरा थाना एफआईआर कराई थी। इसमें हिमांशु पर आरोप लगाया गया कि उसने हिंदुओं को जान से मारने की धमकी और गालियां दी है। आरोपी ने इसका वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट किया है। इसके बाद पुलिस ने देर शाम आरोपी को गिरफ्तार किया। वीडियों में हिमांशु गंदी गंदी गालियां भी दे रहा है। शिकायत में आरोप लगाया गया कि पांवटा साहिब के पिपली गांव का हिमांशु हिंदुओं पर हमले के लिए लोगों को भड़का रहा है। इससे माहौल खराब हो रहा है।शिकायतकर्ताओं ने हिमांशु के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। आरोपी के खिलाफ वीडियो के आधार पर करेंगे कार्रवाई: DSP डीएसपी अदिति सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मामला दर्ज कर इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। वीडियो के आधार पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। शिमला मस्जिद विवाद से बिगड़ा माहौल बता दें कि शिमला मस्जिद विवाद के बाद प्रदेश में माहौल खराब बना हुआ है। मस्जिद मामले में हिंदू संगठन सड़कों पर उतर कर और व्यापारी दुकानें बंद करके आक्रोष जाहिर कर रहे हैं। अब तक अधिकांश जगह रोष व प्रदर्शन मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हुए हैं। इसे लेकर लोग तरह तरह की राय दे रहे हैं।
हिमाचल के 5 जिलों में बारिश की चेतावनी:कल से कमजोर पड़ेगा मानसून, इस सीजन में सामान्य से 22% कम बरसे बादल
हिमाचल के 5 जिलों में बारिश की चेतावनी:कल से कमजोर पड़ेगा मानसून, इस सीजन में सामान्य से 22% कम बरसे बादल हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बीती शाम और रात में भारी बारिश हुई। इससे 150 से ज्यादा सड़कें फिर से यातायात के लिए बंद हो गई है। मौसम विभाग ने आज भी 5 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और सिरमौर जिला को दी गई है। अन्य जिलों में आज मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। बीते एक सप्ताह के दौरान यानी 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच सामान्य से 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। इस अवधि में खासकर सिरमौर और शिमला जिला में 100 प्रतिशत से भी ज्यादा बारिश हुई है। सिरमौर में बीते सप्ताह में 128.5 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इस अवधि में 61.8 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। वहीं शिमला में भी 65.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि 27 अगस्त से 3 सितंबर के बीच 32.3 मिलीमीटर बारिश होती है। कल से कमजोर पड़ेगा मानसून मौसम विभाग की माने तो कल से मानसून धीमा पड़ जाएगा। इससे आगामी 9 सितंबर तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में मौसम साफ हो जाएगा। प्रदेश में इस मानसून सीजन में सामान्य से 22 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 जून से 3 सितंबर तक 630.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 491.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। शिमला को छोड़कर कोई भी ऐसा जिला नहीं जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में इस मानसून सीजन में अब तक 591.1 मिलीमीटर बादल बरस गए है, जबकि सामान्य बारिश 532.6 मिलीमीटर होती है, जो कि सामान्य से 11 प्रतिशत अधिक है। बारिश के बाद 50 सड़कें बंद प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान हुई बारिश से 150 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई है। अकेले शिमला जोन में सबसे ज्यादा 105 सड़कें अवरुद्ध पड़ी है।इससे सेब की ढुलाई पर बुरा असर पड़ा है।
संजौली मस्जिद गिराने के फैसले को हाईकोर्ट में देंगे चुनौती:हाशमी बोले-मुस्लिमों की इबादतगाह को नुकसान पहुंचाने का प्रयास, आयुक्त ने दिए तोड़ने के आदेश
संजौली मस्जिद गिराने के फैसले को हाईकोर्ट में देंगे चुनौती:हाशमी बोले-मुस्लिमों की इबादतगाह को नुकसान पहुंचाने का प्रयास, आयुक्त ने दिए तोड़ने के आदेश हिमाचल की राजधानी शिमला के संजौली में मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने के नगर निगम (MC) आयुक्त के आदेशों को हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी है। ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन ने इस फैसले के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है। ऑल हिमाचल मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन के प्रवक्ता लियाकत अली हाशमी ने बताया कि संजौली मस्जिद वक्फ बोर्ड की जमीन पर 125 साल से पहले की बनी है। इसकी जमीन का कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा, कुछ दिन पहले जब मस्जिद में नमाज पढ़ने वालों की संख्या बढ़ी तो नमाजियों की तादात को देखते हुए इबादत के लिए अतिरिक्त मंजिल बनाई गई। उन्होंने कहा, मस्जिद अवैध नहीं है, लेकिन कुछ लोगों ने 2 गुटों की आपसी लड़ाई को सांप्रदायिक रंग दिया। फिर MC आयुक्त ने हिंदू संगठनों के दबाव में फाइल को खोला और संबंधित पार्टी को कोर्ट में न बुलाकर ऐसे आदमी को बुलाया, जिसने दहशत में आकर मस्जिद को गिराने की पेशकश कर डाली, ऐसी पेशकश करने वाला व्यक्ति इसके लिए अधिकृत नहीं था। हाशमी ने बताया, MC आयुक्त ने इसी एप्लिकेशन को आधार पर बनाकर फैसला सुनाया। इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी जाएगी। उन्होंने कहा, कि आयुक्त ने यह नहीं देखा कि कौन पार्टी है। एक दो लोगों की राय के आधार पर फैसला सुनाया गया है। उन्होंने कहा, मुस्लिमों की इबादत गाह को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। MC आयुक्त ने मस्जिद कमेटी की अंडरटेकिंग पर सुनाया फैसला दरअसल, MC आयुक्त ने बीते 5 अक्टूबर को मस्जिद के ऊपर तीन मंजिल तोड़ने के आदेश सुनाए। आदेशों में कहा गया- अवैध रूप से बनाई गईं 3 मंजिलें मस्जिद कमेटी दो महीने के भीतर अपने खर्चे से गिराएगी। संजौली की मस्जिद कमेटी ने बीते 12 सितंबर को एक एप्लिकेशन MC आयुक्त को दी थी, जिसमें ऊपर की 3 मंजिलें गिराने की पेशकश की गई थी। इसी अंडरटेकिंग के आधार पर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री ने फाइनल ऑर्डर से पहले अंतरिम आदेश जारी किए। आजादी से पहले थी 2 मंजिला मस्जिद संजौली में आजादी से पहले सिर्फ 2 मंजिला मस्जिद थी। साल 2010 में यहां अवैध निर्माण शुरू किया गया। 2010 में ही नगर निगम ने अवैध निर्माण रोकने का नोटिस दिया। साल 2020 तक अवैध निर्माण रोकने के लिए 35 नोटिस दिए गए। तब तक मस्जिद दो मंजिल से 5 मंजिल बना दी गई। निगम आयुक्त कोर्ट में सुनवाई भी चलती रही और निर्माण भी जारी रहा। मस्जिद का नक्शा पास नहीं मामले ने कैसे पकड़ा तूल? दरअसल, बीते 31 अगस्त को शिमला के मल्याणा क्षेत्र में एक व्यक्ति के साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मारपीट की थी। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपी गिरफ्तार किए। आरोप लगा कि मारपीट करने वाले मस्जिद में जा छिपे। इसके बाद हिंदू संगठनों ने संजौली मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन किया और अवैध बताकर मस्जिद को गिराने पर अड़ गए। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और विरोध पूरे प्रदेश में होने लगा। इसी मामले में हिंदू संगठनों ने पहले 2 बार संजौली और एक बार विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। 11 सितंबर को संजौली-ढली में उग्र प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इससे हिंदू संगठन भड़क गए। इसके बाद प्रदेशभर में प्रदर्शन किए गए। व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर रोष जाहिर किया। 11 सितंबर को में मस्जिद विवाद को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। बीते 5 अक्टूबर को निगम आयुक्त ने तोड़ने के आदेश दिए।