खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की सांसद शपथ आज:आर्मी प्लेन में असम से दिल्ली लाया जाएगा; शपथग्रहण के बाद तुरंत डिब्रूगढ़ जेल वापसी

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की सांसद शपथ आज:आर्मी प्लेन में असम से दिल्ली लाया जाएगा; शपथग्रहण के बाद तुरंत डिब्रूगढ़ जेल वापसी

पंजाब के खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव जीतने वाला खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह आज संसद में शपथ लेगा। इसके लिए अमृतपाल को 4 दिन की पैरोल मिली है, लेकिन पुलिस प्रशासन उसे मात्र शपथ लेने के लिए ही असम की डिब्रूगढ़ जेल से बाहर लाएगा। पैरोल की शर्तों में परिवार से दिल्ली में मुलाकात की मंजूरी दी गई है, लेकिन उन्हें अभी तक कार्यक्रम के बारे में सूचना नहीं दी गई। हालांकि परिवार दिल्ली पहुंच चुका है। अमृतपाल सिंह शपथ लेने के लिए 1 साल 2 महीने 12 दिन के बाद डिब्रूगढ जेल से बाहर आ रहा है और एक दिन बाहर रहने के बाद उसे वापस भेज दिया जाएगा। दरअसल, अमृतपाल सिंह को दी गई पैरोल में 4 दिन का जिक्र किया गया है। इसमें 10 शर्तें भी लगाई गई हैं। सुरक्षा से लेकर उसे लाने, ठहरने व वापस लेकर जाने की जिम्मेदारी अमृतसर रूरल के SSP सतिंदर सिंह को सौंपी गई है। पैरोल को लेकर ये 10 शर्तें… स्पीकर के कमरे में शपथ लेगा
जानकारी के मुताबिक, संसद का सत्र खत्म हो चुका है। ऐसे में अमृतपाल स्पीकर के कमरे में शपथ लेगा। खडूर साहिब सीट से चुनाव जीता था
अमृतसर से करीब 40 किलोमीटर दूर जल्लुपुर खेड़ा गांव के रहने वाला अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख है। कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को हराकर वह खडूर साहिब सीट से सांसद बना। 23 फरवरी 2023 को अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में हजारों लोगों की भीड़ अमृतसर के अजनाला थाने में घुस गई थी। इसके बाद उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ। 18 मार्च को अमृतपाल घर से फरार हो गया। पुलिस जांच एजेंसियों के साथ मिलकर एक महीने तक उसकी तलाश करती रही। 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने मोगा से अमृतपाल को गिरफ्तार किया था। तब से अमृतपाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। खालिस्तानी विचारधारा का समर्थन करने के कारण उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया है। अमृतपाल को चुनाव प्रचार के लिए जेल से बाहर आने की इजाजत नहीं मिली, इसके बावजूद उसे 4 लाख से ज्यादा वोट मिले। पंजाब के खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव जीतने वाला खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह आज संसद में शपथ लेगा। इसके लिए अमृतपाल को 4 दिन की पैरोल मिली है, लेकिन पुलिस प्रशासन उसे मात्र शपथ लेने के लिए ही असम की डिब्रूगढ़ जेल से बाहर लाएगा। पैरोल की शर्तों में परिवार से दिल्ली में मुलाकात की मंजूरी दी गई है, लेकिन उन्हें अभी तक कार्यक्रम के बारे में सूचना नहीं दी गई। हालांकि परिवार दिल्ली पहुंच चुका है। अमृतपाल सिंह शपथ लेने के लिए 1 साल 2 महीने 12 दिन के बाद डिब्रूगढ जेल से बाहर आ रहा है और एक दिन बाहर रहने के बाद उसे वापस भेज दिया जाएगा। दरअसल, अमृतपाल सिंह को दी गई पैरोल में 4 दिन का जिक्र किया गया है। इसमें 10 शर्तें भी लगाई गई हैं। सुरक्षा से लेकर उसे लाने, ठहरने व वापस लेकर जाने की जिम्मेदारी अमृतसर रूरल के SSP सतिंदर सिंह को सौंपी गई है। पैरोल को लेकर ये 10 शर्तें… स्पीकर के कमरे में शपथ लेगा
जानकारी के मुताबिक, संसद का सत्र खत्म हो चुका है। ऐसे में अमृतपाल स्पीकर के कमरे में शपथ लेगा। खडूर साहिब सीट से चुनाव जीता था
अमृतसर से करीब 40 किलोमीटर दूर जल्लुपुर खेड़ा गांव के रहने वाला अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख है। कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को हराकर वह खडूर साहिब सीट से सांसद बना। 23 फरवरी 2023 को अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में हजारों लोगों की भीड़ अमृतसर के अजनाला थाने में घुस गई थी। इसके बाद उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ। 18 मार्च को अमृतपाल घर से फरार हो गया। पुलिस जांच एजेंसियों के साथ मिलकर एक महीने तक उसकी तलाश करती रही। 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने मोगा से अमृतपाल को गिरफ्तार किया था। तब से अमृतपाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। खालिस्तानी विचारधारा का समर्थन करने के कारण उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया है। अमृतपाल को चुनाव प्रचार के लिए जेल से बाहर आने की इजाजत नहीं मिली, इसके बावजूद उसे 4 लाख से ज्यादा वोट मिले।   पंजाब | दैनिक भास्कर