हरियाणा के कैथल में ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक युवक फतेहाबाद जिले का निवासी था और वह शहर के एक पेट्रोल पंप पर सेल्समैन की नौकरी करता था। पुलिस ने मृतक के कागजों से जानकारी प्राप्त कर उसकी मौत की सूचना उसके परिजनों को दे दी है। कैथल के जीआरपी चौकी इंचार्ज नरेश कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक युवक का शव करनाल रोड फाटक के पर रेलवे लाइन पर पड़ा है। जब वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव की तलाशी ली गई तो उसके पास से एक आधार कार्ड, एक एटीएम कार्ड और एक मोबाइल फोन मिला। मृतक युवक का नाम यशपाल है और उसकी आयु भी करीब 38 साल की है। जानकारी मिली है कि जब वह रेलवे लाइन पार कर रहा था तो उसी समय वह ट्रेन की चपेट में आ गया जिससे उसकी मौत हो गई। चौंकी इंचार्ज ने बताया कि वह फतेहाबाद जिले के झांडली गांव का रहने वाला था। युवक के शव के पोस्टमार्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल में भेजा गया है। रेलवे की ओर से आगामी कार्रवाई भी लगातार की जा रही है। हरियाणा के कैथल में ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक युवक फतेहाबाद जिले का निवासी था और वह शहर के एक पेट्रोल पंप पर सेल्समैन की नौकरी करता था। पुलिस ने मृतक के कागजों से जानकारी प्राप्त कर उसकी मौत की सूचना उसके परिजनों को दे दी है। कैथल के जीआरपी चौकी इंचार्ज नरेश कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक युवक का शव करनाल रोड फाटक के पर रेलवे लाइन पर पड़ा है। जब वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव की तलाशी ली गई तो उसके पास से एक आधार कार्ड, एक एटीएम कार्ड और एक मोबाइल फोन मिला। मृतक युवक का नाम यशपाल है और उसकी आयु भी करीब 38 साल की है। जानकारी मिली है कि जब वह रेलवे लाइन पार कर रहा था तो उसी समय वह ट्रेन की चपेट में आ गया जिससे उसकी मौत हो गई। चौंकी इंचार्ज ने बताया कि वह फतेहाबाद जिले के झांडली गांव का रहने वाला था। युवक के शव के पोस्टमार्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल में भेजा गया है। रेलवे की ओर से आगामी कार्रवाई भी लगातार की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पंचकूला में 10वीं के छात्र ने किया सुसाइड:ट्यूशन न जाने पर मां ने डांटा था; कमरे में फंदे पर लटका मिला
पंचकूला में 10वीं के छात्र ने किया सुसाइड:ट्यूशन न जाने पर मां ने डांटा था; कमरे में फंदे पर लटका मिला हरियाणा के पंचकूला के सेक्टर 20 में दसवीं कक्षा के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। उसकी मां ने उसे ट्यूशन न जाने पर डांटा था। उसने कमरे में जाकर पंखे से फंदा लगा लिया। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू की और शव को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के अनुसार दसवीं कक्षा में पढ़ने वाला 15 साल का नाबालिग सेक्टर 10 में ट्यूशन पढ़ता था। कल शाम उसकी टीचर का फोन आया था कि वो ट्यूशन नहीं आया। इस बात पर उसकी मां ने बेटे को डांट दिया। इसके बाद छात्र अपने कमरे में चला गया। इसके बाद कमरे की कुंडी बंद कर ली। छात्र ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र के आत्महत्या करने की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिजनों से मामले की जानकारी ली। पंचकूला सेक्टर 20 थाना के एसएचओ बाचू सिंह ने कहा कि छात्र की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस जांच कर रही है।
महाराष्ट्र चुनाव में रणदीप सुरजेवाला बने स्टार प्रचारक:40 की लिस्ट में हरियाणा से हुड्डा परिवार का नाम नहीं; कुमारी शैलजा ने हस्ताक्षर किए
महाराष्ट्र चुनाव में रणदीप सुरजेवाला बने स्टार प्रचारक:40 की लिस्ट में हरियाणा से हुड्डा परिवार का नाम नहीं; कुमारी शैलजा ने हस्ताक्षर किए कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और राज्य की नांदेड़ लोकसभा सीट पर उप-चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। इसमें हरियाणा की राजनीति में सक्रिय वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला को जगह मिली है। वह महाराष्ट्र में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए चुनावी रैलियां और रोड शो करेंगे, और लोगों से वोट देने की अपील करेंगे। हैरानी की बात यह है कि 40 स्टार प्रचारकों की इस लिस्ट में हरियाणा के हुड्डा परिवार का नाम नहीं है। कांग्रेस ने न तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इसमें जगह दी है, और न ही उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा को प्रचारक बनाया है। लिस्ट में एक खास बात यह भी है कि स्टार प्रचारकों के सभी नामों पर सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने हस्ताक्षर किए हैं। पार्टी की ओर से जारी सूची… गुटबाजी के चलते हाल में हरियाणा हारी है कांग्रेस
कुमारी सैलजा हरियाणा के सिरसा से कांग्रेस की सांसद हैं और इस समय उन्हें जनरल सेक्रेटरी भी नियुक्त किया गया है। हाल ही में संपन्न हुए हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को आश्चर्यजनक हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद से ही कांग्रेस हाईकमान कुुमारी सैलजा के नजदीक और हुड्डा परिवार से दूर नजर आ रही है। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने पूर्व CM भूपेंद्र हु्ड्डा के नेतृत्व में ही लड़ा था। टिकट के बंटवारे से लेकर स्टार कैंपेनरों की रैलियों तक में हुड्डा की ज्यादा चली। इसी बीच कुमारी सैलजा कहीं फ्रंट पर नहीं दिखीं। इसे कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में हार का एक बड़ा कारण भी माना है। इस गुटबाजी के कारण संगठन कमजोर हुआ। सैलजा और हुड्डा के बीच नाराजगी की 3 वजहें 1. सैलजा ने CM कुर्सी का दावा ठोका
चुनाव की घोषणा के बाद सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने सीएम कुर्सी पर दावा ठोक दिया। सैलजा ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति का सीएम होना चाहिए। चूंकि इस वक्त भूपेंद्र हुड्डा सीएम कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार हैं। इस वजह से हुड्डा समर्थक इससे नाराज हो गए। 2. टिकट बंटवारे में हुड्डा की चली
कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर सैलजा ने समर्थकों को टिकट दिलाने की पूरी कोशिश की। हालांकि इसमें हुड्डा की चली। 90 टिकटों में से सबसे ज्यादा 72 हुड्डा के ही समर्थकों को मिल गई। इसकी वजह से सैलजा नाराज हो गई। 3. जातिसूचक शब्द से ज्यादा नाराज हुईं, प्रचार छोड़ा
इसके बाद एक सीट पर सैलजा मंच से पहले घोषणा करने के बावजूद अपने समर्थक को टिकट नहीं दिला सकी। यहां से हुड्डा समर्थक को टिकट मिल गया। इसके बाद इसी सीट के उम्मीदवार से जुड़े समर्थक ने सैलजा के प्रति जातिसूचक शब्द कहे। इससे सैलजा इस कदर नाराज हुईं कि उन्होंने चुनाव प्रचार छोड़ दिया। वह नाराज होकर घर बैठ गईं। गुटबाजी खत्म करने के लिए हाथ मिलवाए
हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत के लिए राहुल गांधी प्रचार के साथ-साथ कांग्रेसी नेताओं की गुटबाजी दूर करने की कोशिश भी कर रहे थे। उन्होंने अंबाला के नारायणगढ़ से ‘हरियाणा विजय संकल्प यात्रा’ शुरू की थी। इस मौके पर जनसभा में भीड़ के अभिवादन के दौरान राहुल ने पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा के हाथ भी मिलवाए। 12 सितंबर को टिकटों का ऐलान होने के बाद सैलजा ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी, क्योंकि हाईकमान ने उनके समर्थक उम्मीदवारों को कम टिकट दिए थे। जबकि, भूपेंद्र हुड्डा के समर्थकों को सबसे ज्यादा टिकट दिए गए। सैलजा ने 25 सितंबर तक प्रदेशभर में कहीं कोई प्रोग्राम नहीं किया। 26 सितंबर को खुद राहुल गांधी उन्हें दिल्ली से लेकर करनाल की रैली में पहुंचे थे। इसके बाद भी सैलजा और हुड्डा की नजदीकियां नहीं बढ़ीं। नतीजा यह हुआ कि हरियाणा में कांग्रेस की हवा होते हुए भी पार्टी चुनाव हार गई। इसके बाद सैलजा ने संगठन में एकता न होने को ही हार का कारण बताया। वहीं, हुड्डा ने EVM पर हार का ठीकरा फोड़ दिया। हालांकि, रिव्यू मीटिंग में राहुल गांधी ने कहा कि कुछ नेताओं के अपने हित पार्टी से बड़े रहे, इसलिए हार मिली। इसके बाद से सैलजा तो लगातार कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच एक्टिव रहीं, लेकिन हुड्डा कहीं दिखे नहीं। अब उन्हें स्टार प्रचारकों में से भी बाहर कर दिया है, जबकि सैलजा के ही समर्थन में रहे रणदीप सुरजेवाला को लिस्ट में जगह मिली है।
हरियाणा में महिला कर्मचारियों को दिवाली तोहफा:400 से 750 रुपए तक बढ़ा मानदेय; अगस्त महीने से होगा लागू
हरियाणा में महिला कर्मचारियों को दिवाली तोहफा:400 से 750 रुपए तक बढ़ा मानदेय; अगस्त महीने से होगा लागू हरियाणा में आंगनबाड़ी वर्करों और हेल्परों को सरकार ने दिवाली का तोहफा दिया है। इनके मासिक मानदेय में 400 रुपए से लेकर 750 रुपए तक की बढ़ोतरी की गई है। वित्त मंत्रालय द्वारा स्वीकृति देने के बाद विभाग ने सोमवार को इसका लेटर जारी किया। अब 10 वर्ष का अनुभव रखने वाली आंगनबाड़ी वर्कर को 14 हजार 750 रुपए, 10 वर्ष से कम अनुभव पर 13250 रुपए और हेल्पर को 7900 रुपए मानदेय मिलेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग हरियाणा की ओर से सोमवार को सभी जिला अधिकारियों को लेटर जारी किया गया। लेटर में कहा गया है कि इनको बढ़े हुए वेतनमान का लाभ अगस्त 2024 से मिलेगा। इसके साथ ही हरियाणा आंगनबाड़ी वर्करों और हेल्परों को सबसे ज्यादा मानदेय देने वाला राज्य बन गया है। मानदेय बढ़ाने को लेकर जारी लेटर… पहले वर्करों को इतना मिलता था मानदेय
अभी तक 10 साल से अधिक अनुभव वाली आंगनबाड़ी वर्करों का मानदेय 14 हजार रुपए था। अब इनको 750 रुपए बढ़ा कर 14750 रुपए दिए जाएंगे। 10 साल तक के अनुभव वाली आंगनबाड़ी वर्करों और मिनी-आंगनबाड़ी वर्करों को अभी 12 हजार 500 रुपए मिल रहे थे। अब इनको हर महीने 13250 रुपए मिलेंगे। हेल्परों को 7500 की जगह 7900 रुपए मिलेंगे। 9 अगस्त को CM ने किया था ऐलान
जानकारी अनुसार प्रदेश की 23 हजार 486 आंगनबाड़ी वर्कर्स, 489 मिनी आंगनबाड़ी वर्कर्स और 21 हजार 732 हेल्परों को इसका लाभ होगा। विभाग के निदेशक की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि कार्यवाहक CM नायब सैनी की ओर से 9 अगस्त को आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों का वेतन बढ़ाने का ऐलान किया गया था। इसे मंजूरी के लिए हरियाणा वित्त विभाग को भेजा गया था। अब वहां से इसकी परमिशन मिल गई है। वेतन बढ़ोतरी का लाभ 16 अगस्त 2024 से मिलेगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 10 दिन की ले सकती हैं छुट्टी
करीब 2 महीने पहले पानीपत में नायब सैनी ने मानदेय बढ़ाने की घोषणा के साथ आंगनबाड़ी को साल में 300 दिन खोलने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि अगर कोई भी आंगनवाड़ी वर्कर बीच में छुट्टी लेना चाहे तो वह रोटेशन के आधार पर 10 दिन की छुट्टी ले सकती है। कार्यवाहक CM ने कहा था कि आंगनबाड़ियों के रखरखाव के लिए साल में 3000 रुपए भी दिए जाएंगे। जिसमें से एक-एक हजार रुपए के दो कूपन होंगे ताकि बच्चों के लिए सामान खरीदा जा सके और 1000 उनके खाते में आएंगे। राज्य में प्रदर्शन कर चुकीं आंगनबाड़ी वर्कर
हरियाणा में अपनी मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर कर चुकीं हैं। उनकी मांगों में हर वर्ष सितंबर में मंहगाई भत्ता देने की मांग प्रमुख है। इसके अलावा उनकी मांग है कि वर्ष 2202-2023 का भत्ता जल्दी लागू करवाया जाए। हेल्परों के प्रमोशन को 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया जाए। हेल्परों के लिए गर्मी-सर्दी की छुट्टियां लागू की जाएं। सुरक्षा भी प्रदान की जाए। खाली पड़े पदों पर हेल्पर व वर्करों की भर्ती की जाए। मैन्यू के हिसाब से हर महीने राशन भेजा जाए व ईंधन का बकाया दिया जाए। रुका हुआ वेतन, भवनों का किराया, नेट पैक, स्टेशनरी, आदि डेली नीड की वस्तुएं दी जाएं। रिटायरमेंट पर 5 लाख की राशि दी जाए। पेंशन की भी मांग वर्कर कर रही हैं।