रोहतक में एक बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर से साइबर ठगी का मामला सामने आया है। जिसके पास सीमेंट व ईंट खरीदने के लिए कॉल आई। कॉल करने वाले ने सीमेंट व ईंट खरीदने के लिए ऑनलाइन भुगतान करने का झांसा दिया और फेक मैसेज भेजे, ताकि उन्हें झांसे में ले सके। इसके बाद चेक करने के लिए 50 हजार रुपए खुद के खाते में डलवा लिए। ठगी का पता लगने के बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। रोहतक के गांव खेड़ी महम निवासी विजेंद्र ने महम पुलिस थाने में ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि वह बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर का काम करता है। 7 जून को उसके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई। फोन करने वाले ने सीमेंट व ईंटों का ऑर्डर दिया। सामने वाले ने खुद को डॉक्टर शर्मा बताया। उसने सीमेंट व ईंटों को लेकर बातचीत की और उसका भुगतान फोन पे के माध्यम से ऑनलाइन करने की बात कही। इसके बाद उनके फोन पे अकाउंट पर 20 हजार रुपए व 10 हजार रुपए का मैसेज भेजा। 50 हजार ठगे
पीड़ित ने बताया कि उस समय उनकी दुकान पर एक लड़का महेश बैठा था। उसने कहा कि मैसेज फोन पर आ गया, लेकिन पैसे नहीं आए हैं। उसने एक यूपीआई आईडी फोन पे अकाउंट पर शेयर की और बोला कि इस आईडी पर भुगतान करके देख लें, कंफर्म हो जाएगी। महेश ने गलती से 50 हजार रुपए इस अकाउंट पर डाल दिए। इसके बाद देखा कि उनके अकाउंट से पैसे कट गए, पैसे उनके अकाउंट में वापस नहीं आए। जिसके बाद महेश ने मामले की सूचना विजेंद्र को दी। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी। रोहतक में एक बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर से साइबर ठगी का मामला सामने आया है। जिसके पास सीमेंट व ईंट खरीदने के लिए कॉल आई। कॉल करने वाले ने सीमेंट व ईंट खरीदने के लिए ऑनलाइन भुगतान करने का झांसा दिया और फेक मैसेज भेजे, ताकि उन्हें झांसे में ले सके। इसके बाद चेक करने के लिए 50 हजार रुपए खुद के खाते में डलवा लिए। ठगी का पता लगने के बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। रोहतक के गांव खेड़ी महम निवासी विजेंद्र ने महम पुलिस थाने में ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि वह बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर का काम करता है। 7 जून को उसके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई। फोन करने वाले ने सीमेंट व ईंटों का ऑर्डर दिया। सामने वाले ने खुद को डॉक्टर शर्मा बताया। उसने सीमेंट व ईंटों को लेकर बातचीत की और उसका भुगतान फोन पे के माध्यम से ऑनलाइन करने की बात कही। इसके बाद उनके फोन पे अकाउंट पर 20 हजार रुपए व 10 हजार रुपए का मैसेज भेजा। 50 हजार ठगे
पीड़ित ने बताया कि उस समय उनकी दुकान पर एक लड़का महेश बैठा था। उसने कहा कि मैसेज फोन पर आ गया, लेकिन पैसे नहीं आए हैं। उसने एक यूपीआई आईडी फोन पे अकाउंट पर शेयर की और बोला कि इस आईडी पर भुगतान करके देख लें, कंफर्म हो जाएगी। महेश ने गलती से 50 हजार रुपए इस अकाउंट पर डाल दिए। इसके बाद देखा कि उनके अकाउंट से पैसे कट गए, पैसे उनके अकाउंट में वापस नहीं आए। जिसके बाद महेश ने मामले की सूचना विजेंद्र को दी। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर