फाजिल्का जिले के अबोहर की मैटरो कालोनी में आज सुबह जमीन को लेकर 2 भाइयों विवाद हो गया। यह झगड़ा इतना बढा कि दोनों में खूनी टकराव हो गया। जिसमें बड़े भाई ने छोटे भाई पर नुकीली वस्तु से प्रहार कर घायल कर दिया। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। दोनों भाइयों में हुआ विवाद जानकारी के अनुसार मृतक पंकज आयु करीब 35 साल के पिता धर्मपाल ने बताया कि वह सुबह बजार आए हुए थे। जबकि उसके दोनों बेटे पंकज व सुरेंद्र घर पर थे। उन्हें सूचना मिली कि दोनों भाइयों में लड़ाई हो गई है। जिसमें छोटा बेटा पंकज गंभीर रूप से लहूलुहान हो गया है। वे उसे तुंरत सिविल अस्पताल लाए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि मृतक की करीब एक साल पहले ही शादी हुई थी और उसकी पत्नी 7 माह की गर्भवती है। जांच में जुटी पुलिस घटाना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची सिटी टू की पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में भेज दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल मे जुट गई है। सामने आया है कि दोनों भाइयों में जमीन को लेकर झगड़ा हुआ। फाजिल्का जिले के अबोहर की मैटरो कालोनी में आज सुबह जमीन को लेकर 2 भाइयों विवाद हो गया। यह झगड़ा इतना बढा कि दोनों में खूनी टकराव हो गया। जिसमें बड़े भाई ने छोटे भाई पर नुकीली वस्तु से प्रहार कर घायल कर दिया। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। दोनों भाइयों में हुआ विवाद जानकारी के अनुसार मृतक पंकज आयु करीब 35 साल के पिता धर्मपाल ने बताया कि वह सुबह बजार आए हुए थे। जबकि उसके दोनों बेटे पंकज व सुरेंद्र घर पर थे। उन्हें सूचना मिली कि दोनों भाइयों में लड़ाई हो गई है। जिसमें छोटा बेटा पंकज गंभीर रूप से लहूलुहान हो गया है। वे उसे तुंरत सिविल अस्पताल लाए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि मृतक की करीब एक साल पहले ही शादी हुई थी और उसकी पत्नी 7 माह की गर्भवती है। जांच में जुटी पुलिस घटाना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची सिटी टू की पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में भेज दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल मे जुट गई है। सामने आया है कि दोनों भाइयों में जमीन को लेकर झगड़ा हुआ। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में PRTC के कंडक्टरों पर आदेश का विरोध:बोले- ड्राइवर-कंडक्टर का आपसी तालमेल ज़रुरी, कहा- विभाग का ये तुगलकी फरमान
लुधियाना में PRTC के कंडक्टरों पर आदेश का विरोध:बोले- ड्राइवर-कंडक्टर का आपसी तालमेल ज़रुरी, कहा- विभाग का ये तुगलकी फरमान पंजाब में PRTC द्वारा बस ड्राइवरों के लिए आदेश जारी किया गया है कि अब PRTC की किसी भी बस में यात्रा के दौरान ड्राइवर और कंडक्टर इकट्ठे नहीं बैठ सकते। कंडक्टर को यदि बैठना है, तो वह बस की सबसे पिछली सीट पर बैठेंगे। PRTC के इस बयान के बाद लुधियाना बस स्टैंड पर PRTC के ड्राइवर और कंडक्टरों ने जमकर विरोध किया। कंडक्टर अजय कुमार बोला… कंडक्टर अजय कुमार ने कहा कि बस में तो कंडक्टर के बैठने के लिए पहले ही कोई सीट नहीं होती। बस में 100 से अधिक सवारियां पहले ही बैठी होती। रात के समय जरुर सवारियां कम होने पर बैठने के लिए सीट मिल जाती है। अजय ने कहा कि बस जब पास करनी होती है तो कई बार बस के एक साइड से ड्राइवर को कुछ दिखाई नहीं देता। कंडक्टर जब पिछली गाड़ियों को हाथ देकर रोकेगा तभी बस पास हो पाएगी। PRTC मैनेजमेंट से बात की जाएगी। टिकट काटते समय ही इतना समय नहीं मिलता के बस में बैठ सके। बस यदि 52 सीटों की है तो 52 से अधिक सवारियों को लोड करने के लिए बाध्य किया जाता है। PRTC ने यह तुगलकी फरमान जारी किया है। ड्राइवर और कंडक्टर का तालमेल जरूरी- परमिन्द्र सिंह ड्राइवर परमिन्द्र सिंह ने कहा बात सही है कि ड्राइवर के साथ कंडक्टर नहीं बैठना चाहिए। लेकिन PRTC को एक हेल्पर देना चाहिए ताकि कंडक्टर बस की पिछली सीट पर बैठे। करीब 70 किलोमीटर बस चलाने के बाद ड्राइवर पानी या कुछ खाने के लिए मांगता है तो कंडक्टर ही लाकर देता है। कानून के मुताबिक 52 सीटों से अधिक सवारियां नहीं बैठा सकते, लेकिन फिर भी 100 से अधिक सवारियां लोड की जाती है। कई बार बस हादसा होने के भी खतरा रहता है। कंडक्टर का आगे रहने काफी जरूरी रहता है। क्योंकि कई बार सवारियां बस पर लटरकने लगती है। कंडक्टर और ड्राइवर की तालमेल होने से ही गाड़ी चलती है।
पंजाब में धान खरीद पर बोले केंद्रीय मंत्री बिट्टू:बयानों से न घबराएं, दाना-दाना खरीदेगी एजेंसियां; 44 हजार करोड़ जारी किए, और भी करेंगे
पंजाब में धान खरीद पर बोले केंद्रीय मंत्री बिट्टू:बयानों से न घबराएं, दाना-दाना खरीदेगी एजेंसियां; 44 हजार करोड़ जारी किए, और भी करेंगे पंजाब में की मंडियों से जब तक धान की पूरी खरीद नहीं हो जाती है, तब तक केंद्रीय एजेंसियों द्वारा खरीद जारी रखेगी जाएगी। यह जानकारी केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने सोशल मीडिया पर दी है। उन्होंने कहा कि अब तक केंद्र सरकार ने 44 हजार करोड़ रुपए जारी किए गए है। वहीं, जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त राशि जारी की जाएगी। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर यह जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है कि कुछ नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयानों से घबराने की जरूरत नहीं है। जब तक खरीद नहीं होती, मंडियां बंद नहीं होगी केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि – केंद्रीय एजेंसियां मंडियों में तब तक खरीद जारी रखेंगी, जब तक कि एक-एक दाना नहीं खरीदा जाता है। केंद्र सरकार ने पंजाब में खरीद के लिए पहले ही 44,000 करोड़ रुपए आवंटित कर दिए हैं और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त धनराशि देने के लिए तैयार है। जब तक एजेंसियों द्वारा सारा अनाज नहीं खरीदा जाता, तब तक कोई भी मंडी बंद नहीं होगी। मैं पंजाब के किसानों को भरोसा दिलाता हूं कि केंद्र सरकार एक-एक दाना खरीदेगी और कुछ नेताओं के भ्रामक बयानों से घबराने की जरूरत नहीं है। KMM ने सरकार को 10 तक दिया अल्टीमेट इससे पहले कल पंजाब के किसानों ने चंडीगढ़ स्थित अनाज भवन में पंजाब सरकार के अधिकारियों से मीटिंग की थी। साथ ही मांग की थी कि मंडियों को बंद नहीं किया जाए। साथ ही जो कट लगाया जा रहा है, उसकी भरपाई की जानी चाहिए। दूसरी तरफ किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से दस नवंबर तक धान का उठान नहीं हुआ, तो वह 11 को संघर्ष का ऐलान करेंगे।
होशियारपुर के वकीलों ने की हड़ताल:कोर्ट में नहीं हो सका कोई कामकाज, एडवोकेट पर केस दर्ज किए जाने का विरोध
होशियारपुर के वकीलों ने की हड़ताल:कोर्ट में नहीं हो सका कोई कामकाज, एडवोकेट पर केस दर्ज किए जाने का विरोध पंजाब के होशियारपुर में दसूआ थाना पुलिस द्वारा एक वकील के खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में होशियारपुर बार एसोसिएशन के आह्वान पर सभी अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। इस दौरान वकीलों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। मामले को लेकर जिला बार एसोसिएशन की एक बैठक बुलाई गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए बार एसोसिएशन के प्रधान रणजीत कुमार ने कहा कि तरनजीत सिंह कंग एडवोकेट का पक्ष सुने बगैर दसूआ पुलिस द्वारा जो मुकदम्मा दर्ज किया गया है वो सरासर गलत और दुर्भाग्यपूर्ण है जिसकी बार एसोसिएशन सामूहिक रूप से निंदा करती है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस केस को जल्द से जल्द वापस लिया जाए। इस अवसर पर श्रीमती रजनी नंदा महासचिव, नवजोत मान उपाध्यक्ष, निपुण पराशर सचिव, रोमन सभरवाल कोषाध्यक्ष, अंजू बाला, मनोज शर्मा, मुनीश रहलान, विशाल शर्मा, गुरिंदर हीर, सुरिंदर सिंह, जिन्नत भाटिया, आकाशदीप भट्टी, दिनेश वाली, राकेश कुमार, राजविंदर कौर, मोनिका, श्रुति सैनी, जसविंदर सिंह, कैलाश, विक्रम मनोज वर्मा, मनोज नागपाल आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।