हरियाणा के लीज धारकों और किरायेदारों को सरकार बड़ी राहत देने जा रही है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मुख्यमंत्री शहरी निकाय स्वामित्व योजना के तहत 20 साल पूरे कर चुके उन किरायेदारों, लीज धारकों को अपने दावे प्रस्तुत करने की छूट दे दी है। जिन्होंने अभी तक अपने दावे और आवेदन प्रस्तुत नहीं किए थे। इसके लिए अंतिम अवसर के रूप में नए आवेदनों के लिए 15 दिन के लिए पोर्टल खोला जाएगा। हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से लोगों, जनप्रतिनिधियों, विभिन्न दुकानदारों द्वारा लीज पर दी गई संपत्तियों पर मालिकाना हक पाने के लिए आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि बढ़ाने के लिए अनुरोध पत्र प्राप्त हुए थे, इसलिए सरकार द्वारा किरायेदारों-लीज धारकों द्वारा मालिकाना हक पाने के लिए दावे प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि बढ़ाने का यह निर्णय लिया गया है। हरियाणा के लीज धारकों और किरायेदारों को सरकार बड़ी राहत देने जा रही है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मुख्यमंत्री शहरी निकाय स्वामित्व योजना के तहत 20 साल पूरे कर चुके उन किरायेदारों, लीज धारकों को अपने दावे प्रस्तुत करने की छूट दे दी है। जिन्होंने अभी तक अपने दावे और आवेदन प्रस्तुत नहीं किए थे। इसके लिए अंतिम अवसर के रूप में नए आवेदनों के लिए 15 दिन के लिए पोर्टल खोला जाएगा। हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से लोगों, जनप्रतिनिधियों, विभिन्न दुकानदारों द्वारा लीज पर दी गई संपत्तियों पर मालिकाना हक पाने के लिए आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि बढ़ाने के लिए अनुरोध पत्र प्राप्त हुए थे, इसलिए सरकार द्वारा किरायेदारों-लीज धारकों द्वारा मालिकाना हक पाने के लिए दावे प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि बढ़ाने का यह निर्णय लिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में डेरामुखी की 11 दिन पहले हुई मौत?:डेरा प्रमुख के भतीजे अमर सिंह का दावा- उनके पास मेडिकल रिपोर्ट, हाईकोर्ट जाएंगे
हरियाणा में डेरामुखी की 11 दिन पहले हुई मौत?:डेरा प्रमुख के भतीजे अमर सिंह का दावा- उनके पास मेडिकल रिपोर्ट, हाईकोर्ट जाएंगे हरियाणा में डेरामुखी की मौत पर विवाद अब भी बरकरार है। सिरसा के कालांवाली के गांव जगमालवाली में डेरा प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील साहब का 1 अगस्त शुक्रवार को निधन हो गया था। इसके बाद से गद्दी को लेकर दो पक्ष आमने सामने हैं। इसमें एक पक्ष महात्मा बिरेंद्र सिंह और उनसे जुड़े लोगों का है जो लगातार वसीयत के आधार पर गद्दी पर दावा ठोक रहे हैं तो वही दूसरे पक्ष में वकील साहब के भतीजे अमर सिंह और उनसे जुड़े लोग हैं जो डेरा प्रमुख की वसीयत और मौत को संदिग्ध मान रहे हैं। अब डेरा प्रमुख के भतीजे अमर सिंह ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है जिसमें डेरा प्रमुख की मौत को संदिग्ध बताया है। अमर सिंह ने वीडियो में कहा है कि” डेरा प्रमुख वकील साहब की मौत 21 जुलाई को हो चुकी थी। मगर जानबूझकर गद्दी हथियाने के चक्कर में मौत को छिपाया गया और 1 अगस्त को मौत दिखाकर तुरंत डेरे में अंतिम संस्कार की योजना बनाई गई। अमर सिंह ने आरोप लगाया कि बिरेंद्र सिंह और उसके साथियों ने मिलकर यह किया। 21 जुलाई को मौत के बाद भी डेरे और साध संगत को गुमराह किया गया कि महाराज जी की हालत स्थिर बनी हुई है”। हाईकोर्ट जाएगा दूसरा पक्ष
इस मामले में दूसरा पक्ष में शामिल भतीजे अमर सिंह और उनसे जुड़े लोग हाई कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए कागजात जुटाए जा रहे हैं। अमर सिंह ने दावा किया है कि उनके पास सारे सबूत हैं जिनके आधार पर सिद्ध होता है कि महाराज जी की मौत 11 दिन पहले 21 जुलाई को हो गई थी, मगर महाराज जी को लेकर जाने वाले 15 से 20 लोगों ने अपने आप बंदरबाट कर सारा खेल रचा। अमर सिंह ने बताया कि उन्होंने पुलिस को लिखित शिकायत दे दी है। नए कानून के हिसाब से पुलिस 15 दिन जांच करेगी इसके बाद केस दर्ज करेगी। हमें कानून पर पूरा भरोसा है। गद्दी को लेकर 2 पक्षों में चली थी गोलियां
हरियाणा के सिरसा में डेरा जगमालवाली के प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील साहब का शुक्रवार दोपहर समाधि दी गई। डेरा प्रमुख का पार्थिव शरीर मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम जगमालवाली में दफनाया गया। डेरा प्रमुख का निधन एक दिन पहले (1 अगस्त) हुआ था। इसके बाद गद्दी को लेकर डेरे में 2 पक्ष आमने-सामने हो गए थे। इस दौरान गोलियां भी चली थीं। तनावपूर्ण माहौल के चलते डेरे में पुलिस फोर्स तैनात की गई। शुक्रवार को सूफी गायक महात्मा बिरेंद्र सिंह ने खुद को डेरा जगमालवाली का अगला प्रमुख घोषित किया। हालांकि, दूसरा पक्ष बिरेंद्र सिंह को मुखी मानने को तैयार नहीं है। बता दें कि डेरे से करीब 5 लाख संगत देशभर से जुड़ी है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल और उत्तर प्रदेश में डेरा के ज्यादा अनुयायी हैं। महात्मा बिरेंद्र सिंह के समर्थक शमशेर लहरी बोले- वसीयत असली
वहीं शुक्रवार को ही डेरे के सेवक शमशेर लहरी ने वीडियो जारी कर कहा था कि काफी लंबे समय से डेरा जगमालवाली से जुड़ा हुआ हूं। हमारे पूजनीय बाबा जी शरीर रूप से हमें छोड़कर चले गए। जैसे ही कल महाराज जी ने चोला छोड़ा, अस्पताल से छूट्टी मिली तो महात्मा बिरेंद्र सिंह जी और साथी उनके शरीर को लेकर डेरा जगमालवाली पहुंचे। वहां कुछ लोगों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस प्रशासन ने बड़ी मुश्किल से उन्हें वहां से निकाला। महाराज जी ने चोला छोड़ने से डेढ़ साल पहले अपनी वसीयत महात्मा बिरेंद्र सिंह के नाम बिना किसी दबाव और उन्हें संगत की सेवा करने का हुकुम दिया। इसकी पूरी वीडियोग्राफी करवाई गई है, जो संगत में पहुंच गई। कुछ सिक्योरिटी कारणों के कारण पुलिस प्रशासन ने महात्मा बिरेंद्र सिंह को अपनी देखरेख में रखा हुआ है। सारी संगत जो महाराज जी के हुकुम को मानते हैं, उनके मैसेज आ रहे हैं, जो महात्मा बिरेंद्र सिंह के दर्शन करने के अभिलाषी हैं। जल्द ही महात्मा बिरेंद्र सिंह संगत में आएंगे। हमें जो महाराज जी ने हुकुम दिया है, उसकी पालना करनी है। 60 साल पहले बना था बलूचिस्तानी आश्रम
डेरा की शुरुआत 1964-65 में हुई। यहां बाबा सज्जन सिंह रूहल ने संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब को अपनी कई एकड़ जमीन दान में दी और डेरा बनाने का अनुरोध किया। जिस पर संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब ने यहां मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम की स्थापना की। पहले छोटा सा आश्रम था। अब करीब 100-100 फीट का सचखंड बनाया गया है। इसकी खासियत यह है कि इसमें कोई स्तंभ नहीं बना है।
हरियाणा में 20 सीटों पर रिकाउंटिंग की मांग:कांग्रेस ने चुनाव आयोग को भेजा पत्र, ईवीएम बैटरी पर जताया संदेह
हरियाणा में 20 सीटों पर रिकाउंटिंग की मांग:कांग्रेस ने चुनाव आयोग को भेजा पत्र, ईवीएम बैटरी पर जताया संदेह हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार को कांग्रेस पचा पाने को तैयार नहीं दिख रही है। कांग्रेस ने 20 विधानसभा सीटों पर रिकाउंटिंग की मांग की है। इसमें पानीपत शहर, होडल, बल्लभगढ़ और फरीदाबाद एनआईटी सीटें शामिल हैं। इन सीटों के अलावा नारनौल, करनाल, डबवाली, रेवाड़ी, होडल (एससी), कालका, इंद्री, बड़खल, नलवा, रानिया, पटौदी (एससी), पलवल, बल्लभगढ़, बरवाला, उचाना कलां, घरौंडा, कोसली और बादशाहपुर सीटें शामिल हैं। कांग्रेस ने इन सीटों पर पुनर्मतगणना की मांग की है। कांग्रेस ने ईवीएम की बैटरी 90 फीसदी से ज्यादा चार्ज होने पर सवाल उठाते हुए छेड़छाड़ का संदेह जताया है। स्वीकार करने लायक नहीं है नतीजे: पवन खेड़ा
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि, हरियाणा चुनाव नतीजे पूरी तरह से अप्रत्याशित हैं और हम तो यहां तक कहेंगे कि ये अस्वीकार्य हैं। जिस तरह की शिकायतें लगातार आ रही हैं। हमारे उम्मीदवार के बारे में तीन जिलों हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत से लगातार शिकायतें आ रही हैं। लगातार शिकायतें आ रही हैं कि कैसे कुछ मशीनों की बैटरियां जो 99% थीं, उनमें हमें हारते हुए दिखाया गया और जिन मशीनों को छुआ नहीं गया, जिनकी बैटरियां 60-70% थीं, उनमें हमारा उम्मीदवार जीतता हुआ दिखाया गया। दिग्विजय ने उठाए सवाल
हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस लगातार ईवीएम पर सवाल उठा रही है। राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को इंदौर में ईवीएम पर सवाल उठाए और कहा कि ईवीएम की मौजूदा व्यवस्था के कारण मतदाता के रूप में उनका संवैधानिक अधिकार छिन चुका है। उन्होंने यह दावा भी किया कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तरह हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी डाक मतपत्रों की गिनती में कांग्रेस अधिकांश सीटों पर विजयी रही थी। दिग्विजय ने इंदौर में कहा, मैं एक मतदाता हूं और मेरा संवैधानिक अधिकार है कि मैं जिसे चाहूं, वोट उसी उम्मीदवार के खाते में जाए। मैं अपने हाथ से मतपत्र को मतपेटी में डालूं और इस तरह डाले गए मतों की 100 फीसद गिनती हो। यह मेरा संवैधानिक अधिकार है जो ईवीएम की मौजूदा व्यवस्था से छिन चुका है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान डाक मतपत्रों की गिनती में 230 में से 199 सीट पर कांग्रेस जीती, जबकि ईवीएम में पड़े वोट की गिनती में पार्टी केवल 66 सीट हासिल कर सकी।
हरियाणा के कई जिलों में धुंध:तापमान में गिरावट जारी; करनाल के दिन, महेंद्रगढ़ की रातें सबसे ठंडी, स्कूलों का बदला टाइम
हरियाणा के कई जिलों में धुंध:तापमान में गिरावट जारी; करनाल के दिन, महेंद्रगढ़ की रातें सबसे ठंडी, स्कूलों का बदला टाइम पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से हरियाणा में मौसम बदलने लगा है। सूबे के अधिकांश जिलों में बादल छाने के बाद घने कोहरे की चपेट में आ गए हैं। इससे विजिबिलिटी 100 मीटर ही रह गई है। दिन के अधिकतम तापमान के साथ ही रात के तापमान में भी गिरावट देखने को मिल रही है। हालांकि तापमान में यह गिरावट काफी मामूली है, लेकिन मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अब यह गिरावट जारी रहेगी। 24 घंटे के आंकड़ों के अनुसार महेंद्रगढ़ की रातें सबसे ठंडी रहीं। यहां का न्यूनतम तापमान में 15.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं करनाल में दिन का अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि तापमान में यह गिरावट काफी मामूली है, लेकिन मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अब यह गिरावट जारी रहेगी। आने वाले समय में ठिठुरन बढ़ने के आसार हैं। वहीं 15 नवंबर से 16 तक चंडीगढ़, अंबाला, पंचकूला और आसपास के क्षेत्रों में बूंदाबांदी होने के आसार बन रहे हैं। मौसम में इसलिए होगा बदलाव हरियाणा में एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, जो पहाड़ों में ऊंची चोटियों पर असर दिखाएगा। इससे कहीं-कहीं हल्की बर्फ पड़ने की संभावना बन सकती है। हरियाणा में यह पश्चिमी विक्षोभ 11 नवंबर से एक्टिव हो चुका है। इस दौरान बादल छा रहे। वहीं 15 नवंबर से एक और विक्षोभ के एक्टिव होने से हल्की बूंदाबांदी के आसार बन रहे हैं। अक्टूबर से अब तक बारिश नहीं हुई है। इसके कारण अक्टूबर में सामान्य के मुकाबले ज्यादा तापमान रहा था। नवंबर में भी ऐसी ही संभावनाएं जताई जा रही हैं। ठंड बढ़ने से बदली स्कूलों की टाइमिंग हरियाणा में शिक्षा विभाग ने आज सोमवार से स्कूलों की टाइमिंग बदल दी है। सर्दियों में सिंगल शिफ्ट में चलने वाले स्कूल अब सुबह साढ़े 9 बजे खुलेंगे। वहीं डबल शिफ्ट में संचालित होने वाले स्कूलों की टाइमिंग भी बदल दी गई है। सरकार की ओर से यह बदलाव लगातार गिरते तापमान से बढ़ती ठंड को देखते हुए लिया गया है। इस बारे में आदेश जारी कर दिया गया है। विद्यालय शिक्षा निदेशालय के निदेशक के हवाले से जारी आदेश को राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा मौलिक अधिकारियों को लागू करने के लिए भेज दिया गया है। आदेश के मुताबिक एकल शिफ्ट वाले स्कूल सर्दियों में सुबह 9:30 बजे से दोपहर 3:30 तक चलेंगे। डबल यानी दो शिफ्ट वाले स्कूल पहली शिफ्ट में 7:55 से 12:30 तक और दूसरी शिफ्ट में 12:40 से शाम 5:15 तक चलेंगे। यह आदेश 12 नवंबर से 15 फरवरी 2025 तक लागू रहेंगे।