यूपी में नदियां उफान पर हैं। दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर शाहजहांपुर में करीब 2 से 3 फीट पानी भर गया। हाईवे के एक हिस्से को बंद कर दिया गया है। पहाड़ों में हो रही बारिश से नेपाल-यूपी बॉर्डर के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज के करीब 800 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इन जिलों में करीब 20 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है। शाहजहांपुर में बाढ़ से हालत बिगड़ने लगे हैं। लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। हरदोई में बाढ़ में दूल्हा एक किलोमीटर तक पैदल चला। बलरामपुर में प्राइमरी स्कूल में 3 फीट पानी भर गया। इसमें बच्चे नहाते हुए दिखाई दिए। आगे कैसा रहेगा मौसम: अगले 4 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी है। जुलाई में मानसून ब्रेक जैसी कंडीशन नहीं बन रही, लेकिन अगस्त में मानसून ब्रेक हो सकता है। यानी जुलाई की तुलना में अगस्त में बारिश कम होगी। यूपी में नदियां उफान पर हैं। दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर शाहजहांपुर में करीब 2 से 3 फीट पानी भर गया। हाईवे के एक हिस्से को बंद कर दिया गया है। पहाड़ों में हो रही बारिश से नेपाल-यूपी बॉर्डर के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज के करीब 800 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इन जिलों में करीब 20 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है। शाहजहांपुर में बाढ़ से हालत बिगड़ने लगे हैं। लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। हरदोई में बाढ़ में दूल्हा एक किलोमीटर तक पैदल चला। बलरामपुर में प्राइमरी स्कूल में 3 फीट पानी भर गया। इसमें बच्चे नहाते हुए दिखाई दिए। आगे कैसा रहेगा मौसम: अगले 4 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी है। जुलाई में मानसून ब्रेक जैसी कंडीशन नहीं बन रही, लेकिन अगस्त में मानसून ब्रेक हो सकता है। यानी जुलाई की तुलना में अगस्त में बारिश कम होगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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SAD कोर कमेटी की मीटिंग कल:4 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव व SGPC चुनाव की बनेगी स्ट्रेटजी, चंडीगढ़ में जुटेंगे नेता
SAD कोर कमेटी की मीटिंग कल:4 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव व SGPC चुनाव की बनेगी स्ट्रेटजी, चंडीगढ़ में जुटेंगे नेता पंजाब में चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के चुनावों को लेकर शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने 22 अक्टूबर को काेर कमेटी की मीटिंग बुला ली है। मीटिंग चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में दोपहर 12 बजे होगी। मीटिंग कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ की अगुवाई में होगी। मीटिंग में राजनीतिक मुद्दों के अलावा मंडियाें में धान की खरीद को लेकर किसानों को आ रही दिक्कतों पर भी चर्चा होगी। अकाली दल के लिए भी यह चुनाव काफी अहम चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव SAD के लिए भी अहम हैं। क्योंकि इन चार सीटों में ही गिद्दड़बाहा सीट शामिल है, जो कि पार्टी का गढ़ रहा है। इस सीट के बनने के बाद से अधिकतर समय पर यहां पार्टी ने चुनाव जीता है। प्रकाश सिंह बादल इस सीट सीट से कई बार जीते हैं। वहीं, डिंपी ढिल्लों के आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद से सुखबीर सिंह बादल भी लगातार इस सीट पर एक्टिव है। हरसिमरत कौर बादल खुद हलका संभाल रही है। वहीं, हीरा सिह गाबड़िया को बरनाला शहरी और इकबाल सिंह झूंदा बरनाला ग्रामीण के प्रचार प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। SAD के संसदीय बोर्ड ने लिया है फीडबैक गिदड़बाहा सीट बादलों की पुरानी सीट है। इसमें केवल कांग्रेस 5 बार जीती है। इसके अलावा यहां से अकाली दल जीता है। वहीं, इस हलके की कमान अब खुद बादल परिवार संभाल रहा है। इससे पहले SAD के संसदीय बोर्ड ने गिद्दड़बाहा सीट को छोड़कर सभी सीटों का दौरा किया है। साथ ही सारे हलकों की स्थिति को लेकर फीडबैक लिया है। वहीं, जहां तक अकाली दल के संभावित उम्मीदवारों की बात की जाए तो डेरा बाबा नानक से सुच्चा सिंह लंगाह पर दांव खेल सकती है। क्योंंकि उनकी अकाली दल में वापसी हो गई है। गिद्दड़बाहा को लेकर सुखबीर बादल का नाम भी चल रहा है। बरनाला में कुलवंत सिंह कांता उम्मीद बनाए जा सकते हैं। वह गत 2022 में 25 हजार वोट हासिल करने में कामयाब रहे थे। हालांकि होशियारपुर में भी कई लोग दौड़ में है। इन चारों विधानसभा हलकों में चुनाव इसलिए हो रहे हैं, क्योंकि यहां के विधायक सांसद बन गए है। साथ ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद यह पद खाली माने जा रहे है।
Himachal: ‘बिकने के बाद हुए BJP के गुलाम’, बागी विधायकों पर एक बार फिर बरसे CM सुक्खू
Himachal: ‘बिकने के बाद हुए BJP के गुलाम’, बागी विधायकों पर एक बार फिर बरसे CM सुक्खू <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh Assembly By Election 2024:</strong> हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व निर्दलीय विधायकों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने तीनों निर्दलीय विधायकों को खरीद लिया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नालागढ़ में कांग्रेस प्रत्याशी हरदीप सिंह बावा की नामांकन रैली को संबोधित करते हुए तीनों पूर्व निर्दलीय विधायकों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि तीनों पूर्व निर्दलीय विधायक बीजेपी के गुलाम हो चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा, “ईमान बेचने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दिया. खुद को बीजेपी की राजनीतिक मंडी में बेचा न होता, तो निर्दलीय विधायक पद से इस्तीफा क्यों देते. उन्होंने पैसा लिया है, इसलिए बीजेपी के सामने घुटने टेकने को पूर्व निर्दलीय विधायक मजबूर हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’तीनों सीटें जीतकर कांग्रेस पार करेगी 40 का आंकड़ा'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर फिर आकर झूठ बोलेंगे, लेकिन प्रदेश में उनकी सरकार बनने वाली नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा, ”कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़कर 38 हो चुकी है. उपचुनाव की तीनों सीटें जीतकर कांग्रेस 40 का आंकड़ा पार करेगी. बीजेपी का झूठ और फरेब चलने वाला नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस ने बिकने वाले को नहीं, ईमानदार हरदीप बाबा को टिकट दिया है.” उन्होंने कहा कि बीजेपी उम्मीदवार केएल ठाकुर कभी जनता के सच्चे हितैषी नहीं हो सकते. जनता की भावनाओं का सौदा करने वाला सच्चा सेवक नहीं हो सकता.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने जनता की आवाज बनकर विधानसभा पहुंचने वाले निर्दलीय विधायकों के खूब काम किये. अब उन्होंने खुद को बेच दिया है. उनके इस्तीफा देने के बाद हमने सोचा कि तीन महीने में अक्ल आ जायेगी. लेकिन उन्होंने इस्तीफा वापस लेने के बजाय धरना दे दिया, हाईकोर्ट गए. उनकी बीजेपी के साथ डील हुई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्यमंत्री सुक्खू ने </strong><strong>केएल ठाकुर पर भी साधा निशाना</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कहा कि नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर अपने क्रशर का स्टे लेने के लिए हाईकोर्ट की दौड़ लगा रहे हैं. लेकिन, जनता की समस्याओं का समाधान कराने के लिए कभी शिमला की दौड़ नहीं लगाई. केएल ठाकुर निजी काम के लिए आते थे. नालागढ़ में विकास कार्य मैंने खुद किए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिकने के बाद पूर्व विधायक एक महीना अपने विधानसभा क्षेत्र नालागढ़ में नहीं आए. अब किस मुंह से दोबारा वोट मांग रहे हैं. जनता ने उन्हें विधायक चुनकर भेजा था. 14 महीने में उनको इस्तीफा देने की जरूरत क्यों पड़ी. निर्दलीय होते हुए भी बीजेपी के साथ जा सकते थे, लेकिन जो पैसा उन्होंने अपना ईमान बेचकर लिया था. इसके दबाव में ही विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”‘मित्रों के बाद अब पति-पत्नी की गवर्मेंट बनी सुक्खू सरकार’,राजीव बिंदल का CM सुक्खू पर निशाना ” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-pradesh-dr-rajeev-bindal-target-cm-sukhvinder-singh-sukhu-ann-2718567″ target=”_self”><strong>’मित्रों के बाद अब पति-पत्नी की गवर्मेंट बनी सुक्खू सरकार’,राजीव बिंदल का CM सुक्खू पर निशाना</strong> </a></p>
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शिमला में रुका मस्जिद गिराने का काम:बजट की कमी आ रही आड़े; 10 से 15 लाख रुपए खर्च का अनुमान
शिमला में रुका मस्जिद गिराने का काम:बजट की कमी आ रही आड़े; 10 से 15 लाख रुपए खर्च का अनुमान शिमला के संजौली में बीते कल अवैध मस्जिद को गिराने का काम शुरू कर दिया गया था, मगर अवैध हिस्से को हटाने का काम नहीं किया गया। दोपहर एक बजे तक काम पर कोई मजदूर नहीं देखा गया। संजौली मस्जिद कमेटी का मानना है कि इतने बड़े स्ट्रक्चर को हटाने के लिए 10 से 15 लाख रुपए की जरूरत है। अब पैसों की कमी आड़े आ रही है। मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने कहा कि वह प्रदेश में भाईचारे को बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में जब माहौल बिगड़ा तो उन्होंने स्वयं मस्जिद के अवैध हिस्से को हटाने की पेशकश की। उन्होंने कहा कि हम मस्जिद के अवैध हिस्से को तय समय में तोड़ने की तैयार है। मगर पैसों की कमी आड़े आ रही है। उन्होंने कहा, बनाने के लिए सभी ने पैसा दिया, लेकिन तोड़ने के लिए कोई नहीं दे रहा। लतीफ ने कहा कि मजदूरों को तोड़ने का काम दे दिया गया है, लेकिन वह त्योहारी सीजन की वजह से काम पर नहीं आए। मजदूरों ने दीवाली के बाद काम में तेजी लाने की बात की है। हाईकोर्ट ने 8 सप्ताह में केस निपटाने के आदेश दिए वहीं, हिमाचल हाईकोर्ट ने स्थानीय निवासियों की याचिका पर 8 सप्ताह के भीतर केस को पूरी तरह डिसाइड करने के आदेश दिए है। वहीं, नगर निगम कमिश्नर कोर्ट में 21 दिसंबर को इस केस की सुनवाई होनी है। संजौली मस्जिद कमेटी ने बीते 11 सितंबर को शिमला में हिंदू संगठनों के उग्र प्रदर्शन के अगले दिन निगम आयुक्त को लिखित में खुद मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ने की पेशकश की। इसके बाद विवाद कुछ शांत हुआ। बीते 5 अक्टूबर को निगम आयुक्त ने मस्जिद की तीन मंजिले हटाने के आदेश दिए, जबकि नीचे की 2 मंजिल को लेकर अभी कोर्ट में सुनवाई होनी है। निगम आयुक्त के आदेशानुसार, बीते कल मस्जिद के अवैध हिस्से को हटाने का काम शुरू किया गया। 46 बार हो चुकी सुनवाई निगम कोर्ट में संजौली मस्जिद का केस 2010 से चल रहा है। इस मामले में 46 बार सुनवाई हो चुकी है और नगर निगम शिमला ने 35 बार अवैध निर्माण रोकने व तोड़ने के नोटिस जारी किए। हालांकि कभी कार्रवाई नहीं हो पाई। शिमला शहर के विधायक का किया धन्यवाद मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने स्थानीय विधायक हरीश जनारथा का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि जनारथा ने इस मामले में पहले दिन से राजनीतिक परिपक्वता का परिचय दिया है। हिमाचल प्रदेश व शिमला जिस भाईचारे व शांति के माहौल के लिए जाना जाता है। यह आगे भी बना रहेगा।