हरियाणा के यमुनानगर शनिवार को गांव खुनडेवाला स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। फायर ब्रिगेड की पांच से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंची और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग के कारण केमिकल से भरे 3 ट्रक पूरी तरह से जल गए। आग लगने के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। केमिकल फैक्ट्री यमुनानगर से करीब 12 किलोमीटर दूर है। मौके पर मौजूद जितेंद्र सिंह और सोनी सिंह ने बताया कि यह आग लगी नहीं बल्कि इसके पीछे कोई साजिश है। जब से गांव खुनडेवाला में ये केमिकल फैक्ट्री लगी है, तभी से ग्रामीण इसको लेकर परेशान हैं। फैक्ट्री में ली आग साथ लगते खेत में भी पहुंची। खेत में खड़ी फसल को आग से नुकसान हुआ है। केमिकल फैक्ट्री में आग की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड अधिकारी राधे गोपाल शर्मा ने बताया कि पांच गाड़ियों को बुलाकर आग पर काबू पा लिया। जान का कोई नुकसान नहीं हुआ है। केमिकल के ट्रक जल कर ढ़ांचा भर रह गए हैं। सदर थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे। आग के कारण केमिकल से भरे तीन ट्रक जल कर खाक हो गए हैं। फैक्ट्री में रखे केमिकल से भरे हुए ड्रम भी जल गए हैं। आग की सूचना के बाद भी फैक्ट्री मालिक मौके पर नहीं पहुंचा था। हादसे को लेकर पुलिस छानबीन कर रही है। फिलहाल आग अगने के कारणों को कोई खुलासा नहीं हो पाया है। आग से फैक्ट्री में भारी नुकसान हुआ है। हरियाणा के यमुनानगर शनिवार को गांव खुनडेवाला स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। फायर ब्रिगेड की पांच से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंची और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग के कारण केमिकल से भरे 3 ट्रक पूरी तरह से जल गए। आग लगने के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। केमिकल फैक्ट्री यमुनानगर से करीब 12 किलोमीटर दूर है। मौके पर मौजूद जितेंद्र सिंह और सोनी सिंह ने बताया कि यह आग लगी नहीं बल्कि इसके पीछे कोई साजिश है। जब से गांव खुनडेवाला में ये केमिकल फैक्ट्री लगी है, तभी से ग्रामीण इसको लेकर परेशान हैं। फैक्ट्री में ली आग साथ लगते खेत में भी पहुंची। खेत में खड़ी फसल को आग से नुकसान हुआ है। केमिकल फैक्ट्री में आग की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड अधिकारी राधे गोपाल शर्मा ने बताया कि पांच गाड़ियों को बुलाकर आग पर काबू पा लिया। जान का कोई नुकसान नहीं हुआ है। केमिकल के ट्रक जल कर ढ़ांचा भर रह गए हैं। सदर थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे। आग के कारण केमिकल से भरे तीन ट्रक जल कर खाक हो गए हैं। फैक्ट्री में रखे केमिकल से भरे हुए ड्रम भी जल गए हैं। आग की सूचना के बाद भी फैक्ट्री मालिक मौके पर नहीं पहुंचा था। हादसे को लेकर पुलिस छानबीन कर रही है। फिलहाल आग अगने के कारणों को कोई खुलासा नहीं हो पाया है। आग से फैक्ट्री में भारी नुकसान हुआ है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा की HCS भर्ती पर विवाद:सिलेक्ट हुए ‘लाईन वार’ अभ्यर्थियों पर सवाल; सुरजेवाला बोले- अधिकारियों की संख्या, सूची, एड्रेस नहीं बता रही सरकार हरियाणा की HCS भर्ती को लेकर राज्यसभा सांसद व कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने HCS भर्ती में ‘लाईन वार’ अभ्यर्थियों की भर्ती ने खड़े किए सवालिया निशान लगाए हैं। बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि इस भर्ती में SC-BC युवाओं को जानबूझकर वंचित किया गया है। इसके साथ ही हरियाणा से बाहर के लोगों की भर्ती छिपाने के लिए भाजपा सरकार षडयंत्रकारी तरीके से चयनित HCS अधिकारियों की ‘संख्या’, ‘सूची’ व ‘पता’ नहीं बता रही है। उन्होंने कहा है कि हरियाणा सरकार ने 2023 HCS भर्ती में 121 पदों पर नियुक्ति का विज्ञापन दिया। 87,000 अभ्यर्थियों ने अप्लाई किया। 1,706 अभ्यर्थियों ने HCS मेन एग्ज़ाम पास किया। 275 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया। 14 जून 2024 को 275 अभ्यर्थियों के अंक जारी कर दिए गए, परंतु आज तक 3 सवालों के जवाब नहीं मिल पाए। उन्होंने इन सवालों के जवाब मांगे हैं। यहां पढ़िए क्या हैं सुरजेवाला के सवाल… सीरीज वाइज नंबर पर उठाए सवाल HCS मेन एग्ज़ाम में एक सीरीज़ में बैठे, यानी एक कमरे में आगे-पीछे बैठे व साथ-साथ इंटरव्यू हुए अनेकों अभ्यर्थियों की सलेक्शन हो गई। 275 इंटरव्यू में बैठे अभ्यर्थियों में से 345 अंक (जनरल कैटेगरी) पाने वाले अभ्यर्थी की HCS में सलेक्शन हुई है। सुरजेवाला ने 2311, 2313, 2314, 2317, 2318, 2322, 2325, 2329, 2330, 2332, 2333, 2335, 2338, 2342 इसके अलावा 2301, 2302, 2304 चयनित रोल नंबरों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसके पीछे NEET एग्जाम का हवाला दिया है। इस एग्जाम में 8 टॉपर एक दूसरे के आगे-पीछे बैठे पाए गए हैं। SC आरक्षित 31 पदों में से 9 पद खाली क्यों छोड़ दिए? सुरजेवाला ने 15 जून, 2024 को SC-BC के अभ्यर्थियों को लेकर हमने निम्नलिखित गंभीर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा है कि SC आरक्षित 31 पदों में से 9 पद खाली क्यों छोड़ दिए।2022 HCS भर्ती में भी SC आरक्षित 20 पदों में से 14 पद खाली क्यों छोड़ दिए गए थे? BC (A) के 19 आरक्षित पदों में 19 ही लोग बुलाकर 19 ही सलेक्ट कैसे कर लिए? 3 गुना BC (A) के बच्चों को क्यों नहीं बुलाया गया। 2022 HCS भर्ती में भी इसी प्रकार 10 BC (A) के पदों में से 7 खाली क्यों रह गए थे। BC (B) श्रेणी में 7 आरक्षित पदों पर 8 बच्चों को इंटरव्यू के लिए बुलाकर उन्हीं में से 7 को भर्ती क्यों किया गया? पदों के अनुपात में 3 गुना बच्चों को इंटरव्यू के लिए क्यों नहीं बुलाया गया? 2022 HCS भर्ती में BC (B) के 5 पदों में से 4 पद खाली क्यों छोड़ दिए गए? हरियाणा के बाहर के युवाओं को दे रही सरकार भर्ती जहां SC, BC (A), BC (B) के पद ही नहीं भरे जा रहे, या तीन गुना कैंडिडेट इंटरव्यू के लिए बुलाए ही नहीं जा रहे, वहां जनरल कैटेगरी में हरियाणा से बाहर के चहेतों की भर्ती अब आम बात बन गई है। इसी वजह से भाजपा सरकार न तो सलेक्टेड HCS कैंडिडेट्स की संख्या बता रही, न ही उनकी सूची दे रही और न ही सलेक्टेड कैंडिडेट्स का पता बता रही क्योंकि लीपा-पोती से हर बाहर के कैंडिडेट की भर्ती हुई होगी, इसलिए सलेक्टेड HCS अधिकारियों की ‘संख्या’, ‘सूची’ और ‘पता’ नहीं बताया जा रहा।
हरियाणा BJP के पंजाबी वैक्यूम पर कांग्रेस की नजर:खट्टर दिल्ली चले गए, विज घर बैठे; इनके 32% वोट बैंक को साधने की तैयारी
हरियाणा BJP के पंजाबी वैक्यूम पर कांग्रेस की नजर:खट्टर दिल्ली चले गए, विज घर बैठे; इनके 32% वोट बैंक को साधने की तैयारी हरियाणा में सितंबर-अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के साथ कांग्रेस भी तैयारी में जुटी हुई है। 10 सालों से सत्ता में बैठी BJP को हराने के लिए कांग्रेस ने अब पार्टी के पंजाबी वैक्यूम पर नजर गड़ा दी है। भाजपा के 2 बड़े पंजाबी चेहरे पार्टी से दूर हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली में मोदी कैबिनेट में पहुंच गए हैं। वहीं, दूसरे बड़े पंजाबी चेहरे पूर्व गृहमंत्री अनिल विज घर बैठे हुए हैं। वह सिर्फ अपनी विधानसभा अंबाला कैंट में ही सक्रिय दिख रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस सूबे में चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए पंजाबी वोट बैंक को रिझाने में जुट गई है। कांग्रेस की ओर से इसके लिए राष्ट्रीय पंजाबी महासभा (RPM) को जिम्मेदारी दी गई है। जानिए, क्यों BJP से दूर हुए पंजाबी नेता… पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर : हरियाणा में भाजपा में पंजाबी समुदाय का यह बड़ा चेहरा थे। 2014 में पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद वह सूबे में BJP की सरकार में लगातार दो टर्म के मुख्यमंत्री रहे। 2024 में लोकसभा चुनाव जीतकर अब दिल्ली में केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी देख रहे हैं। अनिल विज : हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री भाजपा के बड़े नेताओं में शामिल हैं। यह भी पंजाबी समुदाय से आते हैं। खट्टर को हटाने के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने नायब सैनी को CM बना दिया था, जिसके बाद से वह लगातार नाराज हैं। लोकसभा चुनाव में भी वह अपनी विधानसभा अंबाला कैंट में ही सक्रिय रहे। संदीप सिंह : पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी प्लेयर संदीप सिंह हरियाणा में भाजपा से जुड़े हैं। खट्टर के कार्यकाल में पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद ही उन्हें खेल मंत्री बना दिया गया। हालांकि, इस दौरान उन पर जूनियर महिला कोच ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगा दिए, जिसके बाद अब वह भाजपा से अलग-थलग पड़े हुए हैं। पंजाबियों का सूबे में 34 से 40% वोट
हरियाणा की करीब ढाई करोड़ आबादी में पंजाबी समुदाय 34 से 40 फीसदी तक है। इसके साथ ही 25 से 26 विधानसभा ऐसी हैं, जहां पंजाबी बिरादरी की पकड़ है। इन इलाकों में पंजाबी बिरादरी के उम्मीदवार जीतते रहे हैं। 1991 में चौधरी भजनलाल के शासन काल में हरियाणा सरकार में 17 मंत्री अकेले पंजाबी समुदाय के थे, लेकिन आज के राजनीतिक दौर में उनका हिस्सा बहुत कम है। जबकि, चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा, इस समुदाय की भूमिका निर्णायक होती है। भाजपा से पहले यह समुदाय कांग्रेस के साथ था, लेकिन अनदेखी के कारण यह पंजाबी समुदाय कांग्रेस से टूट कर दूसरे दलों में बिखर गया है। अब कांग्रेस ने इसे साधने के लिए विशेष रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। अभी की सियासत में पंजाबियों का क्या योगदान
हरियाणा की सियासत में पंजाबियों का बड़ा योगदान रहा है। हालांकि, इसके बाद भी किसी भी पार्टी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी पंजाबियों को नहीं दी गई। चौधरी भजनलाल के कार्यकाल को छोड़ दें तो 2014 से लेकर 2024 तक भाजपा ने सरकार में पंजाबियों को ठीक नेतृत्व दिया। मनोहर लाल खट्टर को CM बनाया। उन्हीं की कैबिनेट में अनिल विज को गृह मंत्री और संदीप सिंह को खेल मंत्री की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन इसके बाद अब सूबे की सियासत में कोई भी पंजाबी समुदाय का बड़ा नेता न ही सरकार में और न ही विपक्ष में एक्टिव है। एक्टिव हुए कांग्रेस से जुड़े पंजाबी नेता
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस से जुड़े पंजाबी नेताओं ने पार्टी में और टिकट के मामले में समुदाय को पर्याप्त प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए खुद को संगठित करना शुरू कर दिया है। इस उद्देश्य से समुदाय के नेता अगस्त में करनाल में एक पंजाबी सम्मेलन आयोजित करेंगे। इसमें राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मेहता सम्मेलन के राज्य समन्वयक होंगे। इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भी शामिल होंगे। टिकट के लिए पैरवी करेगा RPM
RPM ने पंजाबी समुदाय के संभावित उम्मीदवारों से कहा है कि वे टिकट के लिए कांग्रेस में आवेदन करें। इसके साथ ही वह अपने आवेदन की एक प्रति RPM को भेजें, जिससे नेताओं की उम्मीदवारी का समर्थन किया जा सके। आम चुनाव में कांग्रेस ने पंजाबी समुदाय को 2 टिकट दिए थे। विधानसभा चुनाव में इस समुदाय से जुड़े नेताओं को उम्मीद है कि पार्टी उन्हें पर्याप्त प्रतिनिधित्व देगी।
हरियाणा में शार्प शूटर का घर ध्वस्त:लॉरेंस बिश्नोई गैंग का अक्षय पलड़ा तिहाड़ में है बंद; पंचायती जमीन पर किया था कब्जा
हरियाणा में शार्प शूटर का घर ध्वस्त:लॉरेंस बिश्नोई गैंग का अक्षय पलड़ा तिहाड़ में है बंद; पंचायती जमीन पर किया था कब्जा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तर्ज पर हरियाणा सरकार भी गैंगस्टरों के घरों पर पीला पंजा चलाने का अभियान चला रही है। इसी क्रम में बुधवार को प्रशासन हरियाणा के सोनीपत में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर अक्षय पलड़ा के घर पहुंचा। जहां प्रशासन ने कब्जे वाली जमीन पर बने उसके मकान को ढहा दिया। पीला पंजा चलाने की कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। यह मकान अक्षय ने जबरदस्ती कब्जा करके बनाया था। वहीं पुलिस ने बताया कि गैंगस्टर हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद है। बीडीपीओ मुरथल ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर मौके पर मौजूद रहे। कुछ ही मिनटों में मकान धराशायी हरियाणा के टॉप गैंगस्टर और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शार्प शूटर अक्षय पलड़ा का मकान गांव की पंचायत की जमीन पर बना हुआ था। इसे अवैध करार देते हुए पंचायत विभाग के आदेशानुसार जिला प्रशासन पुलिस बल के साथ गांव पलड़ा में मकान गिराने पहुंचा। कई साल पहले बने इस मकान को प्रशासन की जेसीबी ने चंद मिनटों में जमींदोज कर दिया। प्रशासन ने अब जमीन खाली करवा ली है।