गुरदासपुर के कस्बा दीनानगर के तारागढ़ रोड पर स्थित शंकर कालोनी में शुक्रवार की रात तीन अज्ञात संदिग्ध लोगों की मूवमेंट सामने आई है। गली में लगे सीसीटीवी कैमरों में उनकी मूवमेंट की फुटेज रिकार्ड हुई है। खास बात ये है कि तीनों ने कोई पेंट या निक्कर नहीं पहनी थी और अंडरवियर में नजर आए। उनके पैरों में कोई चप्पल भी नहीं थी। जानकारी के अनुसार, शंकर कालोनी में दिखाई दिए तीनों संदिग्धों ने अपने मुंह कपड़े से ढके थे। अपनी पीठ और कंधों पर बैग लटकाए हुए थे। तीनों रात करीब डेढ बजे गली में एक तरफ जाते हुए दिखाई दे रहे हैं और 20 मिनट बाद वापस लौटते दिखे हैं। इनका कद छह फीट के आसपास दिखाई दे रहा है और बड़े इत्मीनान से गली में घूमते दिख रहे हैं। हालांकि रात के समय कालोनी में किसी प्रकार की चोरी की वारदात को करने की कोई कोशिश नहीं की गई है। जिस कारण इन संदिग्धों की मूवमेंट को लेकर कई प्रकार के सवाल पैदा हो रहे हैं। शंकर कालोनी में रहने वाले राहुल ठाकुर ने बताया कि सुबह उसे अपने घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक करने का फोन पर नोटिफिकेशन आया। जिसके बाद जब रात की रिकार्डिग को चेक किया तो उसमें तीन संदिग्धों की मूवमेंट नोटिस की गई। इसके बाद पड़ोस में रहने वाले विशाल के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग चेक करने पर उसमें भी इनकी मूवमेंट दिखाई दी। उन्होंने बताया कि उनके घर के आगे से निकलने के 20 मिंट बाद तीनों संदिग्ध वापस लौटते दिखाई दे रहे हैं। डीएसपी सुखविंदर पाल सिंह ने बताया कि आरंभिक रूप में सीसीटीवी फुटेज देखने पर तीनों संदिग्ध चोर प्रतीत हो रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस मामले की सभी एंगल से पूरी तहकीकात करवाएगी। गुरदासपुर के कस्बा दीनानगर के तारागढ़ रोड पर स्थित शंकर कालोनी में शुक्रवार की रात तीन अज्ञात संदिग्ध लोगों की मूवमेंट सामने आई है। गली में लगे सीसीटीवी कैमरों में उनकी मूवमेंट की फुटेज रिकार्ड हुई है। खास बात ये है कि तीनों ने कोई पेंट या निक्कर नहीं पहनी थी और अंडरवियर में नजर आए। उनके पैरों में कोई चप्पल भी नहीं थी। जानकारी के अनुसार, शंकर कालोनी में दिखाई दिए तीनों संदिग्धों ने अपने मुंह कपड़े से ढके थे। अपनी पीठ और कंधों पर बैग लटकाए हुए थे। तीनों रात करीब डेढ बजे गली में एक तरफ जाते हुए दिखाई दे रहे हैं और 20 मिनट बाद वापस लौटते दिखे हैं। इनका कद छह फीट के आसपास दिखाई दे रहा है और बड़े इत्मीनान से गली में घूमते दिख रहे हैं। हालांकि रात के समय कालोनी में किसी प्रकार की चोरी की वारदात को करने की कोई कोशिश नहीं की गई है। जिस कारण इन संदिग्धों की मूवमेंट को लेकर कई प्रकार के सवाल पैदा हो रहे हैं। शंकर कालोनी में रहने वाले राहुल ठाकुर ने बताया कि सुबह उसे अपने घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक करने का फोन पर नोटिफिकेशन आया। जिसके बाद जब रात की रिकार्डिग को चेक किया तो उसमें तीन संदिग्धों की मूवमेंट नोटिस की गई। इसके बाद पड़ोस में रहने वाले विशाल के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग चेक करने पर उसमें भी इनकी मूवमेंट दिखाई दी। उन्होंने बताया कि उनके घर के आगे से निकलने के 20 मिंट बाद तीनों संदिग्ध वापस लौटते दिखाई दे रहे हैं। डीएसपी सुखविंदर पाल सिंह ने बताया कि आरंभिक रूप में सीसीटीवी फुटेज देखने पर तीनों संदिग्ध चोर प्रतीत हो रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस मामले की सभी एंगल से पूरी तहकीकात करवाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में गैस लिक होने से लगी आग:कमरों में मची भगदड़,बच्ची सहित 7 लोग झुलसे,वेहड़े में भरी जाती अवैध सिलेंडरों में गैस लुधियाना में बीती गैस लिक होने से एक वेहड़े में भगदड़ मच गई। आग इतनी फैल गई कि 4 कमरों को उसने चपेट में ले लिया। हादसे में 7 लोगों के झुलसने का सामाचार मिला है। झुलसे लोगों में एक 7 वर्षीय बच्ची भी है। जिस जगह हादसा हुआ है वहां गैरकानूनी तरीके से बड़े सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में गैस भरी जाती है। गैस भरने के दौरान ही हादसा हुआ है। आग फैलने से मची भगदड़ जानकारी मुताबिक ग्यासपुरा के इलाका सम्राट कॉलोनी की गली नंबर 3 में आग फैलने से भगदड़ मच गई। अचानक वेहड़े से लोगों की चीख पुकार आने लगी। पूरा मोहल्ला इक्ट्ठा हो गया। लोगों ने कड़ी मशक्कत के साथ आग पर कंट्रोल किया। आग लगने से कमरों में रहते लोग झुलस गए। गंभीर रूप से एक 7 वर्षीय बच्ची और उसकी मां झुलसी है। घायल बच्ची की पहचान शिवानी और उसकी मां फूलमती (35) के रूप में हुई है। मां-बेटी को बचाने गए 5 लोग झुलसे आग की चपेट में आई मां-बेटी को बचाने गए 5 अन्य लोग भी आग की चपेट में आ गए। घायलों को शहर के अलग अलग अस्पताल में भर्ती करवाया गया। लोगों ने पुलिस चौकी ग्यासपुरा की सूचित कर दिया। फूलमति के पति दरोगा प्रसाद ने बताया कि वह सम्राट कालोनी में एक वेहड़े में रहते है। वेहड़े की देखरेख करने वाला व्यक्ति उसके कमरे के साथ वाले कमरे में बड़े सिलेंडरों में से छोटे सिलेंडर भरता है। देर रात उसकी पत्नी खाना बना रही थी। तभी उसके पड़ोस में उक्त व्यक्ति सिलेंडर भर रहा था। जिसमे से गैस लीक होने लगी और अचानक से आग लग गई। जिसकी चपेट में आने से उसकी पत्नी, बेटी व छोटा भाई कृपा शंकर बुरी तरह से झुलस गए। फूलमति की हालत गंभीर देख उसे तुरंत डाक्टरों ने रेफर कर दिया है।
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यूनियन बजट 2024 आज:बॉर्डर को स्पेशल पैकेज, इंडस्ट्री को धारा 43B(H) से छूट व किसानों को फसल विविधीकरण में चाहिए मदद संसद में आज यूनियन बजट 2024 को पेश किया जा रहा है। बजट से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संकेते दे दिए हैं कि उनका फोकस सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को बढ़ावा देने के लिए नए प्रयासों की घोषणा करेंगे। जिसके बाद पंजाब की इंडस्ट्री को हल्की आस जगी है। अनुमान है कि इस बजट में बॉर्डर इंडस्ट्री को प्रफुल्लित करने के लिए भी योजना होगी। पंजाब के इंड्रस्टलिस्ट इस साल इनकम टैक्स में एक संशोधन [धारा 43B(H)] को रद्द करने की मांग मर रही है। इसे लेकर पूरे लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार के दौरान भी काफी हंगामा हुआ था। चुनाव प्रचार के दौरान मई में निर्मला सीतारमण ने लुधियाना का दौरा किया था, तब भी पंजाब इंस्ट्रलिस्ट ने यह मांग रखी थी और वित्तमंत्री ने सत्ता में वापस आने पर इसे हल करने का आश्वासन दिया था। इस संशोधन के अनुसार कंपनियों को इनकम टैक्स कटौती का दावा करने के लिए 45 दिनों के भीतर MSME विक्रेताओं को भुगतान करना होगा। यदि भुगतान समय सीमा के भीतर नहीं किया जाता है, तो कंपनी उन खर्चों को अपनी कर योग्य आय से काटने का अधिकार खो देती है। फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में विस्तार की मांग पंजाब की फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री भी स्पेशल पैकेज की आस लगा कर बैठे हैं। फूड प्रेसेसिंग इंडस्ट्री केंद्र से ऑयल सीड एक्सटेंशन प्रोग्राम में सहयोग की आस कर रही हैं। इस योजना विस्तार कार्यक्रम से निजी कंपनियों को रिसर्च और अन्य क्षेत्रों में सहयोग का प्रोत्साहन मिलेगा। यह सहयोगात्मक दृष्टिकोण सरकारी प्रयासों का पूरक होगा और देश में तिलहन उत्पादन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन से भी वित्तीय सहायता की उम्मीद पंजाब की इंडस्ट्री कर रही है। भूजल प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए योजना इसके साथ ही पंजाब भूजल जैसे प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए नई योजना का इंतजार भी कर रहा है। जिस तरह पंजाब में पानी की स्तर नीचे जा रहा है और इस साल 43% तक कम बारिश पंजाब में हुई है, ऐसी योजनाएं ही आने वाले समय की मुश्किलों को दूर कर सकती हैं।
पंजाब में AAP का 13-0 मिशन फेल:सभी लोकसभा सीटों पर लड़ी, 3 ही जीत पाई; 4 मंत्री हारे, फेल्योर की 6 वजहें
पंजाब में AAP का 13-0 मिशन फेल:सभी लोकसभा सीटों पर लड़ी, 3 ही जीत पाई; 4 मंत्री हारे, फेल्योर की 6 वजहें लोकसभा चुनाव में राज्य की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त मिली है। 13-0 का मिशन लेकर सभी सीटों पर 5 मंत्री और 3 विधायकों समेत उतरी पार्टी केवल 3 सीटें ही जीत सकी। जबकि, पार्टी के 4 मंत्रियों को करारी शिकस्त मिली है। जीतने वालों में मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर प्रमुख हैं। उन्होंने संगरूर लोकसभा से जीत दर्ज की है। वहीं, होशियारपुर से राज कुमार चब्बेवाल चुनाव जीतने में कामयाब रहे। वह चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर AAP में शामिल हुए थे। इसके साथ आनंदपुर साहिब लोकसभा से मालविंदर सिंह कंग चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। AAP के चुनाव में पिछड़ने की वजहें… मंत्रियों और विधायकों को नहीं मिला फ्री हैंड
2022 में जब राज्य के लोगों ने AAP को चुना, तो दावा किया गया था कि सरकार चंडीगढ़ से नहीं, बल्कि गांवों से चलेगी। इस वजह से लोगों ने AAP को चुना, लेकिन ढाई साल ऐसा नहीं हो पाया। किसी भी मंत्री और विधायक को फ्री हैंड नहीं दिया गया। लोगों के काम नहीं हो रहे थे। इस वजह से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा है। दलबदलुओं को लोगों ने नकारा
AAP के पास लोकसभा चुनाव में उतरने के लिए मजबूत चेहरे नहीं थे। ऐसे में पार्टी की तरफ से दलबदलुओं पर दांव खेला गया। विशेषकर फतेहगढ़ साहिब में कांग्रेस के पूर्व विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी और जालंधर में पवन कुमार टीनू को चुनावी मैदान में उतारा गया, लेकिन दोनों को ही हार का मुंह देखना पड़ा। टीनू तो जालंधर में तीसरे नंबर पर रहे हैं। राज्य सभा में भेजे गैर पंजाबी
जब AAP की सरकार बनी तो इनके नेताओं ने पंजाब के हक की आवाज उठाई, लेकिन जब राज्य सभा मेंबर बनाने की बात आई तो उसमें पंजाब से बाहर के लोगों को चुना गया। विरोधी दलों ने इस मुद्दे को भी चुनाव में जोर-शोर से उठाया। उनकी दलील थी कि सरकार दिल्ली से चल रही है। यह पंजाब के पक्ष में नहीं है। इस मुद्दे को भी चुनाव में खूब उठाया गया। एक हजार की गारंटी का असर
सरकार की तरफ से चुनाव के समय गारंटी दी गई थी कि एक हजार रुपए हर महिला को हर महीने दिए जाएंगे, लेकिन अभी तक सरकार यह वादा पूरा नहीं पाई है। चुनाव में विरोधी दलों की सभी पार्टियां इस मुद्दे को प्रमुखता से उठा रही थी। आखिर में CM भगवंत मान को कहना पड़ा कि वह चुनाव के तुरंत बाद महिलाओं को एक हजार की जगह 11 सौ रुपए की गांरटी को पूरा करेंगे। इससे गांव से लेकर शहरों तक पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा। जबकि, पंजाब में 2.14 लाख वोटरों में से 1.4 लाख वोटर सीधे महिला थीं। अमृतपाल व बेअदबी मामला
अमृतपाल मामले में केस दर्ज करने से लोग थोड़ा नाराज हुए थे, लेकिन जब अमृतपाल सिंह को पंजाब से बाहर डिब्रूगढ़ की जेल भेजा गया तो लोग ज्यादा नाराज हो गए। इस वजह से पंथक लोग पार्टी से अलग हो गए। इसी तरह बेअदबी मामले में भी तक कुछ नहीं हुआ है। जबकि, सरकार बनने से पहले AAP ने कई बड़े वादे किए थे। कानून व्यवस्था व लोकल इश्यू भी हावी
पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था और स्थानीय मुद्दों का असर भी इस चुनाव में दिखा है। सीमावर्ती क्षेत्रों और जिलों में नशा व बड़े शहरों में लोगों को फिरौती, रंगदारी की कॉल्स आ रही थीं। मामला विधानसभा में भी उठा था। कई विधायकों से लोग काफी नाराज थे। इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा है।