पंजाब के बठिंडा जिले में अज्ञात लुटेरों द्वारा दिनदहाड़े पिस्तौल की नोक पर पेट्रोल पंप को लूटने के प्रयास करने का मामला सामने आया है। मामला कस्बा भुच्चो मंडी से तुंगवाली रोड पर गांव के किनारे एक पेट्रोल पंप का है। जहां बाइक सवार 3 लुटेरे बाइक में पेट्रोल डलवाने के लिए आए थे। उसके बाद लुटेरों ने सेल्समैन से लूट का प्रयास किया। लेकिन सेल्समैन ने भागकर अपनी जान बचाई ली। शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है। सेल्समैन से किया लूट का प्रयास जानकारी देते हुए पंप के मैनेजर कुलदीप कुमार ने बताया कि एक काले रंग की स्प्लेंडर बाइक पर 3 युवक आए। जिनका मुंह बंधा हुआ था। वह पेट्रोल डलवाने के लिए रुके और वह पेट्रोल डलवाने लगे पैसे देने के बाद पेट्रोल कर्मी को पिस्तौल दिखा कर जान से मारने की धमकी दी पैसे छिनने की कोशिश की। परंतु पेट्रोल कर्मी मौके से भाग गया। पंप पर पेट्रोल लेने आ रही अन्य गाड़ियों को देखकर लुटेरे मौका देखकर वहां से भाग निकले। मामले की जांच में जुटी पुलिस कुलदीप कुमार ने कहा कि उनके साथ पहले भी तीन बार लूट हो चुकी है। पंप के मालिक सतीश कुमार ने कहा कि वे जान-माल का नुकसान होने से बच गए। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पुलिस को दी गई है। भुचो चौकी प्रभारी अजयपाल सिंह ने बताया कि पुलिस आरोपियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। फिलहाल पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश में जुटी है। पंजाब के बठिंडा जिले में अज्ञात लुटेरों द्वारा दिनदहाड़े पिस्तौल की नोक पर पेट्रोल पंप को लूटने के प्रयास करने का मामला सामने आया है। मामला कस्बा भुच्चो मंडी से तुंगवाली रोड पर गांव के किनारे एक पेट्रोल पंप का है। जहां बाइक सवार 3 लुटेरे बाइक में पेट्रोल डलवाने के लिए आए थे। उसके बाद लुटेरों ने सेल्समैन से लूट का प्रयास किया। लेकिन सेल्समैन ने भागकर अपनी जान बचाई ली। शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है। सेल्समैन से किया लूट का प्रयास जानकारी देते हुए पंप के मैनेजर कुलदीप कुमार ने बताया कि एक काले रंग की स्प्लेंडर बाइक पर 3 युवक आए। जिनका मुंह बंधा हुआ था। वह पेट्रोल डलवाने के लिए रुके और वह पेट्रोल डलवाने लगे पैसे देने के बाद पेट्रोल कर्मी को पिस्तौल दिखा कर जान से मारने की धमकी दी पैसे छिनने की कोशिश की। परंतु पेट्रोल कर्मी मौके से भाग गया। पंप पर पेट्रोल लेने आ रही अन्य गाड़ियों को देखकर लुटेरे मौका देखकर वहां से भाग निकले। मामले की जांच में जुटी पुलिस कुलदीप कुमार ने कहा कि उनके साथ पहले भी तीन बार लूट हो चुकी है। पंप के मालिक सतीश कुमार ने कहा कि वे जान-माल का नुकसान होने से बच गए। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पुलिस को दी गई है। भुचो चौकी प्रभारी अजयपाल सिंह ने बताया कि पुलिस आरोपियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। फिलहाल पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश में जुटी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
मोगा में किसानों का टोल प्लाजा पर प्रदर्शन:अनिश्चितकाल के लिए किया फ्री, किसान नेता बोले- जारी रहेगा रोष प्रदर्शन
मोगा में किसानों का टोल प्लाजा पर प्रदर्शन:अनिश्चितकाल के लिए किया फ्री, किसान नेता बोले- जारी रहेगा रोष प्रदर्शन मोगा में भारती किसान यूनियन तोतेवाला से जुडे़ किसानों ने रविवार को जालंधर रोड पर बने टोल प्लाजा पर डेरा डाल दिया तथा अनिश्चितकाल के लिए टोल फ्री कर दिया। आरोप है कि टोल प्लाजा के कर्मचारियों द्वारा वाहन चालकों से अधिक पैसे वसूले जा रहे थे। इस दौरान किसानों ने टोल प्लाजा पर प्रदर्शन भी किया। जानकारी देते हुए भारती किसान यूनियन तोतेवाला के सीनियर नेता सुख गिल ने बताया कि, मोगा-जालंधर रोड पर धर्मकोट के पास बने टोल प्लाजा पर वाहन चालकों से ज्यादा पैसे वसूले जा रहे थे। कहा जा रहा था कि, 1 जून से 2 प्रतिशत रेट बढ़ा दिए गए। जिसे किसानों ने हाइवे अथॉरिटी को मांग पत्र भी दिया था। कहा गया था कि यदि रेट बढ़ाए गए तो किसान संघर्ष करेंगे। किसान नेता ने बताया किसानों कि मांग को अनदेखा करते हुए टोल रेट बढ़ा दिए गए, जिसको लेकर रविवार को टोल प्लाजा पर धरना दिय गया और टोल को फ्री कर दिया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक ज्यादा पैसा वसूलना बंद नहीं होगा, तब तक उनका रोष प्रदर्शन जारी रहेगा।
जयपुर सेंट्रल जेल में हुआ लॉरेंस का दूसरा इंटरव्यू:SIT जांच में हुए खुलासे, राजस्थान सरकार बनी प्रतिवादी, 5 को सुनवाई
जयपुर सेंट्रल जेल में हुआ लॉरेंस का दूसरा इंटरव्यू:SIT जांच में हुए खुलासे, राजस्थान सरकार बनी प्रतिवादी, 5 को सुनवाई पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। गैंगस्टर का पहला इंटरव्यू पंजाब के सीआईए खरड़ में पुलिस कस्टडी में हुआ था। जबकि, दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ है। इस मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने यह जानकारी अपनी रिपोर्ट में दी है। वहीं, अब इस मामले में हाईकोर्ट के जस्टिस अनुपिंदर सिंह ग्रेवाल व जस्टिस लपिता बैनर्जी की खंडपीठ ने राजस्थान सरकार के गृह एवं न्याय विभाग को प्रतिवादी बनाया है। हाईकोर्ट ने राजस्थान सरकार के एडवोकेट जनरल (एजी) को वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए हैं। मामले पर अगली सुनवाई पांच सितंबर को होगी। रिपोर्ट में SIT ने यह जानकारी दी पंजाब मानव अधिकार आयोग के हेड स्पेशल डीजीपी प्रबोध कुमार ने बतौर एसआईटी प्रमुख रिपोर्ट में कहा है कि पहला इंटरव्यू 3 व 4 सितंबर 2022 को हुआ है। लॉरेंस उस समय खरड़ सीआईए में रखा गया था। दूसरा इंटरव्यू के समय वह लॉरेंस की सेंट्रल जेल में था। हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान कहा था कि इस मामले में दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने आठ महीने बाद दी रिपोर्ट में कहा था कि यह संभव नहीं है कि लॉरेंस का इंटरव्यू पंजाब की जेल या पुलिस हिरासत में किया गया। खंडपीठ ने कहा कि यह कोर्ट की आंखों में धूल झोंकने अथवा अदालत की कार्रवाही को गुमराह करने का प्रयास है। जो गंभीर मामला है। सही समय आने पर इसे निपटा जाएगा। हाईकोर्ट ने पिछले फैसले में कहा था कि लॉरेंस के इंटरव्यू का टेलीकास्ट होने के बाद संभव है कि अपराध का ग्राफ बढ़ा है। ऐसे में डीजीपी बताएं कि मार्च 2023 से लेकर दिसंबर 2023 तक नौ माह में फिरौती, अपहरण और गवाहों को प्रभाव में लेने के कितने आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। वकील बोले- पंजाब पुलिस में काली भेड़ें इस बारे में इंटरव्यू के खिलाफ पिटीशन दायर करने वाले वकील गौरव ने कहा था सुनवाई में साफ हो गया गया कि पंजाब पुलिस में काली भेड़े हैं। जिन्होंने यह इंटरव्यू करवाया था। यह किसी आम आदमी का यह काम नहीं है। हालांकि इसे शुरू से ही दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि अदालत ने तय किया है कि जो भी इस मामले शामिल होंगे, उन पर सीधे कार्रवाई होगी। वहीं, इस मामले में जो भी सुपरवाइजर होंगे, उन पर भी कार्रवाई होगी। इस मामले में डीजीपी एफिडेविट फाइल करेंगे। इस मामले की अगली सुनवाई पांच नौ को तय की गई। फिलहाल गुजरात जेल में बंद है लॉरेंस गैंगस्टर लॉरेंस इस समय गुजरात की जेल में नशा तस्करी से जुडे़ केस में बंद है। उसे अहमदाबाद के साबरमती में हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है। हाल ही में उसके पाकिस्तानी डॉन से ईद की बधाई को लेकर वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई थी। आतंकी गैंग की तरह लॉरेंस का स्लीपर सेल आतंकियों की तर्ज पर लॉरेंस गैंग ने अपना ‘स्लीपर सेल’ तैयार कर लिया है। स्लीपर सेल से जुड़े गुर्गे आम लोगों की तरह हमारे बीच में रहते हैं। ये पेशेवर अपराधी नहीं हैं, लेकिन आका (लॉरेंस) का इशारा मिलते ही टारगेट किलिंग करने से भी नहीं चूकते। लॉरेंस गैंग ने ब्रेन वॉश कर स्लीपर सेल में कई नाबालिगों को भी शामिल कर रखा है। ये नाबालिग हथियार सप्लाई, टारगेट किलिंग से लेकर हवाला के जरिए पैसा ठिकाने लगाने का काम कर रहे हैं। इस तथ्य का खुलासा लॉरेंस गैंग के गुर्गों द्वारा राजस्थान में अंजाम दी गई विभिन्न वारदात से जुड़ी जांच और अदालत में दाखिल चार्जशीट में हुआ है। पहली बार बाकायदा ‘स्लीपर सेल’ शब्द का इस्तेमाल किया गया। स्लीपर सेल से जुड़े गुर्गे पुलिस और जांच एजेंसियों से बचने के लिए बॉक्स कॉल के जरिए संपर्क में रहते हैं। बॉक्स कॉल करने के लिए मोबाइल से सिग्नल ऐप कॉल करने के बाद स्पीकर ऑन- हैंड्स फ्री कर बात की जाती है। बॉक्स कॉल करने से कॉल इंटरसेप्ट नहीं की जा सकती है, और ना ही कॉल लोकेट हो पाती है। सलमान खान के पीछे पड़ा गैंगस्टर लॉरेंस लॉरेंस इस वक्त सलमान खान के पीछे पड़ा है। सलमान पर आरोप है कि 1998 में फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान राजस्थान के जंगलों में काले हिरण का शिकार किया था। सलमान के अलावा सैफ अली खान, सोनाली बेंद्रे, तब्बू और नीलम कोठारी पर भी आरोप लगे थे। बिश्नोई समाज ने तब सलमान के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी। सलमान को इसके लिए जोधपुर कोर्ट ने पांच साल की सजा भी सुनाई थी, हालांकि बाद में उन्हें इस मामले में बेल मिल गई। इसी के चलते गैंगस्टर लॉरेंस सलमान खान को मारना चाहता है। वह कोर्ट में पेशी के दौरान इसकी धमकी तक दे चुका है। सलमान खान पर हमले की प्लानिंग में लॉरेंस के कई गुर्गों को दिल्ली और मुंबई पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। मगर फिर भी लॉरेंस अपने गैंगस्टर के गुर्गों को सलमान खाने के पीछे लगाए हुए हैं। कुछ दिन पहले ही मुंबई में सलमान खान के घर पर फायरिंग की जा चुकी है।
मायके वालों ने पति के दोस्त की हत्या की:अमृतसर में बेटी को नहीं भेजा ससुराल; पति लेने आया तो हमला कर दिया
मायके वालों ने पति के दोस्त की हत्या की:अमृतसर में बेटी को नहीं भेजा ससुराल; पति लेने आया तो हमला कर दिया अमृतसर के देहाती इलाके में एक लकड़ी को उसके ससुराल वापस भेजने की बजाए मायके वालों ने ससुरालियों पर हमला कर दिया। जिससे लड़के के दोस्त की मौत हो गई। पुलिस ने दो दर्जन लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है। भिंडीसैदा निवासी सुखदेव सिंह ने बताया कि तीन साल पहले वजीर सिंह की बेटी जश्नप्रीत कौर के साथ उसका प्रेम विवाह हुआ था। आरोपी वजीर सिंह और उसके मायके वाले इस शादी से खुश नहीं थे। उसकी पत्नी ने बेटी को जन्म दिया था। बेटी होने के बाद परिवार ने जश्नप्रीत कौर के साथ मेल मिलाप शुरू कर दिया। कुछ दिन पहले जश्नप्रीत कौर को उसके पिता वजीर सिंह ने घर बुलाया था। जैसे ही जश्नप्रीत कौर बेटी के साथ पिता के घर पहुंची तो आरोपियों ने उसे बंधक बना लिया और वापस नहीं आने दिया। यहां तक कि पत्नी को उसके साथ बातचीत नहीं करने देते थे। 25 अगस्त को पत्नी ने किसी तरह फोन पर बात कर उसे सूचना दी और बताया कि उसके परिवार वाले उसे वापस नहीं भेज रहे। इसके बाद वह अपनी तीन बहनों राजविंदर कौर, सुमनप्रीत कौर और शिंदर कौर, दोस्त राजबीर सिंह उर्फ राजू सहित सात आठ लोग जश्नप्रीत कौर को लेने गए थे। जब वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ ससुराल पहुंचा तो वहां आरोपी पहले से हथियारों के साथ लैस थे। आरोपियों ने उनकी कोई बात न सुनी और सीधा हमला कर दिया। इतना ही नहीं, आरोपी वजीर सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर राजबीर सिंह पर दातर और किरचों से मारकर लहूलुहान कर दिया। घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जहां राजबीर की मौत हो गई। सब इंस्पेक्टर सतनाम सिंह ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीमें पड़ताल कर रही हैं।