<p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh Diarrhea Latest News:</strong> छत्तीसगढ़ में बारिश के मौसम में मौसमी बीमारी ने लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है. खासकर डायरिया से बड़ी संख्या में लोग पीड़ित हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 10 हजार से ज्यादा लोग डायरिया से पीड़ित हैं. बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में डायरिया से पीड़ितों की संख्या 1,300 के पार पहुंच गई है, जबकि राजधानी रायपुर में एक हजार लोग डायरिया से पीड़ित हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं डायरिया से अब तक अलग-अलग जिलों में पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं. वहीं इसके रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग कुछ खास इंतजाम करते दिखाई नहीं दे रहा है और न ही इससे बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस वजह से शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में डायरिया की चपेट में आ रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, डायरिया फैलने के दो प्रमुख कारण हैं, जिसमें वायरल इनफेक्शन और बैक्टीरियल इनफेक्शन शामिल है. डॉक्टरों के मुताबिक सबसे ज्यादा वायरल इंफेक्शन से लोग पीड़ित हैं. बरसात के मौसम में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में गंदा पानी पीकर और बासी खाना खाकर उन्हें अलग-अलग बीमारी हो रही है. बीजापुर जिले में ही बीते सप्ताह भर में मलेरिया से दो बच्चियों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा बच्चे मलेरिया से पीड़ित हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजापुर में सबसे ज्यादा केस</strong><br />वहीं अब 1,300 से ज्यादा लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में पांच साल से लेकर 15 साल के बच्चों में बार-बार दस्त की शिकायत हो रही है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डायरिया से निपटने के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्र और अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाई होने की बात कह रहे हैं. इधर डायरिया के प्रकोप से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों को अलर्ट जारी करने की बात कही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का कहना है कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम और इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग को दिशा निर्देश दिए गए हैं. साथ ही सरकारी अस्पतालों और ग्रामीण क्षेत्र के उप स्वास्थ्य केंद्रों में जरूरी दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है. इसके अलावा जहां-जहां डायरिया के मरीज मिल रहे हैं वहां स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पीड़ितों का इलाज जारी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्वास्थ्य मंत्री ने किया ये दावा</strong><br />स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डायरिया के इलाज के लिए सारी व्यवस्था कर दी गई है. इसके अलावा बासी खाना और गंदे पानी से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने के दिशा निर्देश भी दिए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि छत्तीसगढ़ में अभी तक एक भी व्यक्ति की डायरिया से मौत नहीं हुई है. जो पांच लोगों की मौत हुई है वह अलग-अलग बीमारियों से पीड़ित थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कहां कितने केस?</strong><br />इधर आंकड़ों की बात की जाए तो छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा बीजापुर जिले में 1,300 से अधिक लोग डायरिया के चपेट में है. इसके बाद दूसरे नंबर पर रायपुर में 1000 से ज्यादा लोग डायरिया से पीड़ित हैं. वहीं कांकेर जिले में 919, बलौदा बाजार जिले में 742, दुर्ग जिले में 678, दंतेवाड़ा में 637, धमतरी जिले में 630, बस्तर जिले में 618 केस है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा बालोद जिले में 483, रायगढ़ जिले में 385, सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में 471, जांजगीर चांपा में 445, गरियाबंद जिले में 384 और अन्य जिलों में भी 200 से ज्यादा मरीज डायरिया से पीड़ित हैं. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग इन पीड़ित लोगों के इलाज के लिए संभव प्रयास करने का दावा कर रहा है.</p>
<div id=”article-hstick-inner” class=”abp-story-detail ” style=”text-align: justify;”>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”बीजापुर में सुरक्षाबल के जवानों को मिली बड़ी सफलता, एक ईनामी समेत 5 नक्सली गिरफ्तार” href=”https://www.abplive.com/states/chhattisgarh/bijapur-news-five-naxalites-including-rewardee-naxalite-arrested-in-chhattisgarh-ann-2736863″ target=”_self”>बीजापुर में सुरक्षाबल के जवानों को मिली बड़ी सफलता, एक ईनामी समेत 5 नक्सली गिरफ्तार</a></strong></p>
</div> <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh Diarrhea Latest News:</strong> छत्तीसगढ़ में बारिश के मौसम में मौसमी बीमारी ने लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है. खासकर डायरिया से बड़ी संख्या में लोग पीड़ित हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 10 हजार से ज्यादा लोग डायरिया से पीड़ित हैं. बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में डायरिया से पीड़ितों की संख्या 1,300 के पार पहुंच गई है, जबकि राजधानी रायपुर में एक हजार लोग डायरिया से पीड़ित हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं डायरिया से अब तक अलग-अलग जिलों में पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं. वहीं इसके रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग कुछ खास इंतजाम करते दिखाई नहीं दे रहा है और न ही इससे बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस वजह से शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में डायरिया की चपेट में आ रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, डायरिया फैलने के दो प्रमुख कारण हैं, जिसमें वायरल इनफेक्शन और बैक्टीरियल इनफेक्शन शामिल है. डॉक्टरों के मुताबिक सबसे ज्यादा वायरल इंफेक्शन से लोग पीड़ित हैं. बरसात के मौसम में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में गंदा पानी पीकर और बासी खाना खाकर उन्हें अलग-अलग बीमारी हो रही है. बीजापुर जिले में ही बीते सप्ताह भर में मलेरिया से दो बच्चियों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा बच्चे मलेरिया से पीड़ित हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजापुर में सबसे ज्यादा केस</strong><br />वहीं अब 1,300 से ज्यादा लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में पांच साल से लेकर 15 साल के बच्चों में बार-बार दस्त की शिकायत हो रही है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डायरिया से निपटने के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्र और अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाई होने की बात कह रहे हैं. इधर डायरिया के प्रकोप से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों को अलर्ट जारी करने की बात कही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का कहना है कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम और इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग को दिशा निर्देश दिए गए हैं. साथ ही सरकारी अस्पतालों और ग्रामीण क्षेत्र के उप स्वास्थ्य केंद्रों में जरूरी दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है. इसके अलावा जहां-जहां डायरिया के मरीज मिल रहे हैं वहां स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पीड़ितों का इलाज जारी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्वास्थ्य मंत्री ने किया ये दावा</strong><br />स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डायरिया के इलाज के लिए सारी व्यवस्था कर दी गई है. इसके अलावा बासी खाना और गंदे पानी से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने के दिशा निर्देश भी दिए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि छत्तीसगढ़ में अभी तक एक भी व्यक्ति की डायरिया से मौत नहीं हुई है. जो पांच लोगों की मौत हुई है वह अलग-अलग बीमारियों से पीड़ित थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कहां कितने केस?</strong><br />इधर आंकड़ों की बात की जाए तो छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा बीजापुर जिले में 1,300 से अधिक लोग डायरिया के चपेट में है. इसके बाद दूसरे नंबर पर रायपुर में 1000 से ज्यादा लोग डायरिया से पीड़ित हैं. वहीं कांकेर जिले में 919, बलौदा बाजार जिले में 742, दुर्ग जिले में 678, दंतेवाड़ा में 637, धमतरी जिले में 630, बस्तर जिले में 618 केस है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा बालोद जिले में 483, रायगढ़ जिले में 385, सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में 471, जांजगीर चांपा में 445, गरियाबंद जिले में 384 और अन्य जिलों में भी 200 से ज्यादा मरीज डायरिया से पीड़ित हैं. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग इन पीड़ित लोगों के इलाज के लिए संभव प्रयास करने का दावा कर रहा है.</p>
<div id=”article-hstick-inner” class=”abp-story-detail ” style=”text-align: justify;”>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”बीजापुर में सुरक्षाबल के जवानों को मिली बड़ी सफलता, एक ईनामी समेत 5 नक्सली गिरफ्तार” href=”https://www.abplive.com/states/chhattisgarh/bijapur-news-five-naxalites-including-rewardee-naxalite-arrested-in-chhattisgarh-ann-2736863″ target=”_self”>बीजापुर में सुरक्षाबल के जवानों को मिली बड़ी सफलता, एक ईनामी समेत 5 नक्सली गिरफ्तार</a></strong></p>
</div> छत्तीसगढ़ Muharram: मस्जिदों-घरों व इमाम चौकों पर हुई फातिहा ख्वानी, कर्बला के शहीदों की याद में नम हुईं आंखे