नूंह में इनेलो पार्टी से गुड़गांव लोकसभा प्रत्याशी रहे वरिष्ठ इनेलो नेता हाजी सोहराब खान ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए मंगलवार को आयोजित जेजेपी के जिला स्तरीय कार्यक्रम पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि नूंह में आयोजित जेजेपी के कार्यक्रम में अजय चौटाला और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला आए, लेकिन 150 लोग भी नहीं पहुंचे। इससे साफ पता चलता है कि जेजेपी के पास अब कोई जनाधार नहीं रहा। विधानसभा चुनाव में जेजेपी को एक भी सीट नहीं आएगी जेजेपी के इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में दोनों बड़े नेता शामिल हुए, लेकिन उसके बावजूद कोई भीड़ नहीं आई। यह देखकर दोनों के चेहरे मुरझा गए। हाजी सोहराब ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जेजेपी को एक भी सीट नहीं मिलेगी। जेजेपी अब बहुत निचले स्तर पर आ गई है। दुष्यंत चौटाला को अपने चाचा अभय चौटाला से माफी मांगनी चाहिए और उनके पैर पकड़ने चाहिए, तभी कुछ अच्छा हो सकता है। वहीं हाजी सोहराब ने इनेलो बसपा गठबंधन पर कहा कि हरियाणा में इनेलो 53 और बसपा 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यह गठबंधन हरियाणा की भलाई के लिए हुआ है। चौधरी अभय चौटाला द्वारा शुरू की गई 4200 किलोमीटर लंबी पदयात्रा का विधानसभा चुनाव पर असर पड़ेगा। नूंह में इनेलो पार्टी से गुड़गांव लोकसभा प्रत्याशी रहे वरिष्ठ इनेलो नेता हाजी सोहराब खान ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए मंगलवार को आयोजित जेजेपी के जिला स्तरीय कार्यक्रम पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि नूंह में आयोजित जेजेपी के कार्यक्रम में अजय चौटाला और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला आए, लेकिन 150 लोग भी नहीं पहुंचे। इससे साफ पता चलता है कि जेजेपी के पास अब कोई जनाधार नहीं रहा। विधानसभा चुनाव में जेजेपी को एक भी सीट नहीं आएगी जेजेपी के इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में दोनों बड़े नेता शामिल हुए, लेकिन उसके बावजूद कोई भीड़ नहीं आई। यह देखकर दोनों के चेहरे मुरझा गए। हाजी सोहराब ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जेजेपी को एक भी सीट नहीं मिलेगी। जेजेपी अब बहुत निचले स्तर पर आ गई है। दुष्यंत चौटाला को अपने चाचा अभय चौटाला से माफी मांगनी चाहिए और उनके पैर पकड़ने चाहिए, तभी कुछ अच्छा हो सकता है। वहीं हाजी सोहराब ने इनेलो बसपा गठबंधन पर कहा कि हरियाणा में इनेलो 53 और बसपा 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यह गठबंधन हरियाणा की भलाई के लिए हुआ है। चौधरी अभय चौटाला द्वारा शुरू की गई 4200 किलोमीटर लंबी पदयात्रा का विधानसभा चुनाव पर असर पड़ेगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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जींद में 37 साल बाद आया डिप्टी स्पीकर पद:3 बार के MLA डॉ. कृष्ण मिड्ढा को मिली जिम्मेदारी; पहले कुलबीर मलिक रह चुके
जींद में 37 साल बाद आया डिप्टी स्पीकर पद:3 बार के MLA डॉ. कृष्ण मिड्ढा को मिली जिम्मेदारी; पहले कुलबीर मलिक रह चुके हरियाणा की जींद विधानसभा में डा. कृष्ण मिड्ढ़ा को विधानसभा डिप्टी स्पीकर बनाया गया है। जिले में 37 साल बाद फिर से डिप्टी स्पीकर का पद आया है। इससे पहले 1987 में तत्कालीन देवी लाल सरकार में जुलाना विधायक कुलबीर सिंह मलिक को विधानसभा का डिप्टी स्पीकर बनाया गया था। घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण को स्पीकर पद वीरवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में स्पीकर के पद पर घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण और जींद के बीजेपी विधायक डॉ. कृष्ण मिड्ढा को विधानसभा का डिप्टी स्पीकर बनाया गया। डा. कृष्ण मिड्ढा जींद जिले के ऐसे दूसरे विधायक हैं, जिन्हें विधानसभा के डिप्टी स्पीकर का पद मिला है। 1987 में चौधरी देवीलाल के नेतृत्व में लोकदल की सरकार बनी थी। तब जुलाना के लोकदल विधायक कुलबीर सिंह मलिक को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाया गया था। वर्ष 1987 से 1991 तक जींद जिले के जुलाना विधानसभा क्षेत्र से लगातार 2 बार रहे विधायक चौ. कुलबीर सिंह मलिक को डिप्टी स्पीकर का पद मिला था। वे इस पर रहने वाले जींद जिले के पहले विधायक थे। चौ. कुलबीर मलिक प्रदेश में पशुपालन विभाग के मंत्री भी रहे हैं। 15 साल बाद प्रदेश की सत्ता में भागीदारी
प्रदेश की सत्ता में भागीदारी भी जींद को 15 साल बाद नसीब हो पाई है। जींद विधानसभा क्षेत्र से आखिरी बार प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद 2007 में जींद के तत्कालीन कांग्रेस विधायक मांगेराम गुप्ता को मिला था। वह तत्कालीन भूपेंद्र हुड्डा सरकार में शिक्षा और परिवहन विभाग के कैबिनेट मंत्री रहे थे। अब 15 साल बाद जींद के भाजपा विधायक डॉ. कृष्ण मिड्ढा को विधानसभा का डिप्टी स्पीकर बनाया गया है। विधानसभा डिप्टी स्पीकर को राज्य मंत्री का दर्जा हासिल होता है। लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं डा. कृष्ण मिढ़ा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा जींद से लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं। इससे पहले उनके पिता भी दो बार विधायक थे। दरअसल साल 2009 और 2014 में डॉ. कृष्ण मिड्ढा के पिता डॉ. हरिचंद मिड्ढा जींद से इनेलो टिकट पर विधायक बने थे। जनवरी 2019 में हुए जींद उप चुनाव में खुद डॉ. कृष्ण मिड्ढा जींद से बीजेपी टिकट पर विधायक बने थे। अक्तूबर 2019 में हुए आम चुनाव में डॉ. कृष्ण मिड्ढा दूसरी बार जींद से भाजपा की टिकट पर विधानसभा में पहुंचे थे। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में डॉ. कृष्ण मिड्ढा कांग्रेस के महावीर गुप्ता को लगभग 15000 मतों के अंतर से पराजित कर तीसरी बार विधानसभा में पहुंचे।
रोहतक के जलघर में मिला शव:संदिग्ध हालात में मौत, घूमने गए लोगों ने देखा, नहीं हुई मृतक की पहचान
रोहतक के जलघर में मिला शव:संदिग्ध हालात में मौत, घूमने गए लोगों ने देखा, नहीं हुई मृतक की पहचान रोहतक के गांव खेड़ी साध स्थित पानी की डिग्गी (जलघर) में एक व्यक्ति का शव मिला है। जिसकी संदिग्ध हालात में मौत होना पाया गया है। आज सुबह जब लोग घूमने गए तो जलघर के पानी में शव मिला। वहीं इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच आरंभ कर दी है। अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। जिसके लिए पुलिस पूछताछ में जुटी है। इधर, मौत के स्पष्ट कारण भी नहीं हो पाए हैं कि वह खुद फिसलकर गिरा है या किसी अन्य कारण से। क्योंकि मृतक सभी कपड़े पहने हुए था। जिससे यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि वह फिसलकर पानी में गिर गया होगा। पुलिस के अनुसार शरीर पर चोट के निशान भी नहीं मिले, जिससे मौत होने की बात स्पष्ट हो सके। जांच में जुटी पुलिस
आईएमटी थाना के एसएचओ दिलबाग सिंह ने बताया कि गांव खेड़ी साध के जलघर में एक व्यक्ति का शव मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। इसलिए आसपास से पूछताछ के आधार पर पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। मौत के कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, ताकि मौत के कारणों का पता लग सके।
चंडीगढ़ DAV कॉलेज प्रोफेसर को सभी पदों से हटाया:प्रिंसिपल बोलीं- छुट्टी पर भेजा, जांच कमेटी से रिपोर्ट तलब; छात्रा से सेक्शुअल फेवर मांगा था
चंडीगढ़ DAV कॉलेज प्रोफेसर को सभी पदों से हटाया:प्रिंसिपल बोलीं- छुट्टी पर भेजा, जांच कमेटी से रिपोर्ट तलब; छात्रा से सेक्शुअल फेवर मांगा था चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में एक एसोसिएट प्रोफेसर पर सेक्सुअल फेवर के गंभीर आरोप लगे हैं। छात्राओं की शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन ने एसोसिएट प्रोफेसर को सभी समितियों से हटा दिया है और उसे छुट्टी पर भेज दिया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए कॉलेज की प्रिंसिपल ज्योर्तिमाया खत्री ने एक विशेष जांच कमेटी का गठन किया है, जो दोनों पक्षों से बातचीत कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। मामला तब सामने आया जब कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि एसोसिएट प्रोफेसर उन्हें देर रात अनुचित मैसेज भेजता था और यौन संबंधी एहसानों की मांग करता था। इन आरोपों के आधार पर प्रिंसिपल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी एसोसिएट प्रोफेसर को कॉलेज की सभी समितियों से हटा दिया, ताकि जांच प्रक्रिया पर कोई असर न पड़े और छात्राएं निडर होकर अपनी बात रख सकें। 23 अक्टूबर तक पक्ष रखने का मौका
प्रिंसिपल ने इस पूरे मामले में जानकारी देते हुए बताया की छात्राओं को 21 अक्टूबर तक और एसोसिएट प्रोफेसर को 23 अक्टूबर तक अपनी बात रखने का समय दिया गया है। इसके बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट पेश करेगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी। जांच कमेटी करेगी निष्पक्ष जांच
कॉलेज की प्रिंसिपल ने कहा कि जांच कमेटी दोनों पक्षों से बातचीत करेगी और पूरी जांच प्रक्रिया निष्पक्ष तरीके से की जाएगी। छात्राओं की ओर से आई शिकायतों के आधार पर यह कमेटी बनाई गई है, ताकि सही तथ्यों को सामने लाया जा सके। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कॉलेज प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा। प्रिंसिपल ने कहा, “छात्राओं की सुरक्षा और सम्मान हमारे लिए सर्वोपरि है। एसोसिएट प्रोफेसर को सभी समितियों से हटाकर निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया गया है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।” छात्राओं ने लगाए 3 आरोप 1. रात को अकेले मिलने बुलाया
दिसंबर, 2023 में आरोपी प्रोफेसर ने देर रात NSS की छात्रा से वॉट्सऐप पर पूछा कि क्या स्नैपचैट, टेलीग्राम इस्तेमाल करती हैं। आईडी बताने के बाद प्रोफेसर ने चैट शुरू कर दी। प्रोफेसर का कहना था- एनएसएस टीम को पैनल मेंबर के तौर पर लीड करना चाहती है तो अकेले में मिलो। इनकार करने पर चैट को डिलीट कर दिया गया, लेकिन हिस्ट्री में चैट सेव हो गई। ऐसे ही एक लड़की को सैक्सुअल फेवर की मांग करते हुए मैसेज किया गया। वहीं एक स्टूडेंट ने नाइट में मैसेज का जवाब नहीं दिया तो मॉर्निंग में उसके साथ मिसबिहेव करना शुरू कर दिया । 2. रात को स्नैपचैट पर भेजी रिक्वेस्ट
आरोपी प्रोफेसर एनएसएस ग्रुप से लड़कियों के नंबर निकालता और देर रात स्नैपचैट पर रिक्वेस्ट भेजता है। जवाब नहीं देने पर छात्राओं को ये कहकर एनएसएस से हटा दिया जाता कि वो अकेला प्रोग्राम ऑफिसर है। इस साल भी 13 से 19 मार्च तक एनएसएस के स्पेशल कैंप से कुछ छात्राओं को हटाया गया। 3. चैट को डिलीट कर देता है एसोसिएट प्रोफेसर
ऐसी और भी छात्राएं हैं, लेकिन डर के मारे शिकायत नहीं दी। प्रोफेसर बहुत चालाक है। वह चैट को डिलीट कर देता है। छात्राओं के बताया कि कॉलेज में चार NSS इकाइयां हैं, लेकिन जब से वह एनएसएस में शामिल हुआ है तब से उसने किसी अन्य प्रोग्रामिंग अधिकारी को शामिल नहीं किया है। वह खुद ही सारे फैसले लेता है।