<p><strong>Gorakhpur Flood Today News:</strong> पूर्वी यूपी में बाढ़ का कहर जारी है. नदियों में आ रहे खतरनाक उतार-चढ़ाव से बाढ़ प्रभावित गांवों में लोगों का जनजीवन अस्‍त-व्‍यस्‍त हो गया है. पूर्वी यूपी में जहां घाघरा नदी घटने के बाद फिर बढ़ने लगी है. हालांकि अभी घाघरा खतरे के निशान से नीचे है. वहीं रोहिन के बाद राप्‍ती नदी भी लगातार बढ़त के बाद बीते 24 घंटे में घटना शुरू कर दी है. गुर्रा भी बीते 24 घंटे में बढ़त के बाद घटी है. राप्‍ती खतरे के निशान से ऊपर, तो वहीं घाघरा, रोहिन, कुआनो और गुर्रा नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है. गोरखपुर में 55 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.</p>
<p>पूर्वी यूपी की नदियों का उफान मैदानी इलाकों के साथ नेपाल के पहाड़ पर हो रही बारिश के थमने की वजह से घटना शुरू हो गया है. राप्‍ती अभी खतरे के न‍िशान 74.98 से 81 सेमी ऊपर 75.790 पर बह रही है. हालांकि बीते 24 घंटे में राप्‍ती का जलस्‍तर 17 सेंटीमीटर नीचे आया है. घाघरा अयोध्‍या पुल पर खतरे के निशान 92.73 से 53 सेंटीमीटर नीचे 92.200 पर बह रही है. हालांकि खतरे के बात ये है कि घाघरा अयोध्‍या पुल पर खतरे के निशान से 33 सेंटीमीटर ऊपर बढ़ी है. लेकिन तुर्तीपार में घाघरा खतरे के निशान 64.01 से 65 सेंटीमीटर नीचे 63.360 पर बह रही है. बीते 24 घंटे में घाघरा तुर्तीपार में 15 सेंटीमीटर घटी है.</p>
<p><strong>ये नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं</strong></p>
<p>गोरखपुर में बहने वाली रोहिन नदी त्रिमुहानी घाट पर खतरे के निशान 82.44 से 2.37 मीटर नीचे 80.070 पर बह रही है. रोहिन बीते 24 घंटे में 71 सेंटीमीटर घटी है. कुआनो खतरे के निशान 78.65 से 84 सेंटीमीटर नीचे 77.810 पर बह रही है. कुआनो 24 घंटे से स्थिर है. वहीं गुर्रा नदी पिण्‍डरा में खतरे के निशान 70.50 से महज 0.06 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. गुर्रा नदी बीते 24 घंटे में महज 0.01 सेंटीमीटर नीचे बह रही है.</p>
<p><strong>बाढ़ से 55 गांव प्रभावित </strong></p>
<p>गोरखपुर में 55 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित गांव में 99 नाव लगाई गई है. 69,770 दैनिक और 73,535 क्रमिक जनसंख्‍या प्रभावित है. वहीं 2426.582 हेक्टेयर क्षेत्रफल भी बाढ़ से प्रभावित है. गोरखपुर में सर्वाधिक सदर तहसील में 22 गांव प्रभावित हैं. लोगों की सुविधा के लिए 72 नाव लगाई गई है. सहजनवां में 7 गांव प्रभावित है. वहां 8 नाव लगाई गई है. कैम्पियरगंज में 8 गांव प्रभावित हैं. वहां 7 नाव लगाई गई है. खजनी में 8 गांव प्रभावित हैं. वहां 4 नाव लगाई गई है. चौरीचौरा में 3 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. वहां एक नाव लगाई गई है.</p>
<p><strong>बांसगांव में सात गांव प्रभावित </strong></p>
<p>बांसगांव में 7 गांव प्रभावित हैं. वहां राहत के लिए 7 नाव लगाई गई है. तहसीलों के माध्‍यम से 24 घंटे में 1080 किट खाद्यान किट उपलब्‍ध कराई है. अब तक कुल 5,634 खाद्यान किट वितरित किया गया है. बीते 24 घंटे में 5100 लंच पैकेट और कुल 13,540 किट वितरित हुए हैं. 64 मेडिकल टीमों ने 2,545 लोगों का इलाज किया है. 28,085 क्‍लोरिन टैबलेट बांटी गई है. 6,227 ओरआरएस किट बांटी गई है. अब तक 2,900 पशुओं का इलाज किया जा चुका है. 100 स्‍नेक वैनम लगाए जा चुके हैं. </p>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”गोरखपुर के इस गांव में राप्ती नदी ने मचाई तबाही, नाव से स्कूल जा रहे बच्चे” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/students-arrived-school-by-boat-due-to-flood-in-gorakhpur-village-baharampur-ann-2740453″ target=”_self”>गोरखपुर के इस गांव में राप्ती नदी ने मचाई तबाही, नाव से स्कूल जा रहे बच्चे</a></strong></p> <p><strong>Gorakhpur Flood Today News:</strong> पूर्वी यूपी में बाढ़ का कहर जारी है. नदियों में आ रहे खतरनाक उतार-चढ़ाव से बाढ़ प्रभावित गांवों में लोगों का जनजीवन अस्‍त-व्‍यस्‍त हो गया है. पूर्वी यूपी में जहां घाघरा नदी घटने के बाद फिर बढ़ने लगी है. हालांकि अभी घाघरा खतरे के निशान से नीचे है. वहीं रोहिन के बाद राप्‍ती नदी भी लगातार बढ़त के बाद बीते 24 घंटे में घटना शुरू कर दी है. गुर्रा भी बीते 24 घंटे में बढ़त के बाद घटी है. राप्‍ती खतरे के निशान से ऊपर, तो वहीं घाघरा, रोहिन, कुआनो और गुर्रा नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है. गोरखपुर में 55 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.</p>
<p>पूर्वी यूपी की नदियों का उफान मैदानी इलाकों के साथ नेपाल के पहाड़ पर हो रही बारिश के थमने की वजह से घटना शुरू हो गया है. राप्‍ती अभी खतरे के न‍िशान 74.98 से 81 सेमी ऊपर 75.790 पर बह रही है. हालांकि बीते 24 घंटे में राप्‍ती का जलस्‍तर 17 सेंटीमीटर नीचे आया है. घाघरा अयोध्‍या पुल पर खतरे के निशान 92.73 से 53 सेंटीमीटर नीचे 92.200 पर बह रही है. हालांकि खतरे के बात ये है कि घाघरा अयोध्‍या पुल पर खतरे के निशान से 33 सेंटीमीटर ऊपर बढ़ी है. लेकिन तुर्तीपार में घाघरा खतरे के निशान 64.01 से 65 सेंटीमीटर नीचे 63.360 पर बह रही है. बीते 24 घंटे में घाघरा तुर्तीपार में 15 सेंटीमीटर घटी है.</p>
<p><strong>ये नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं</strong></p>
<p>गोरखपुर में बहने वाली रोहिन नदी त्रिमुहानी घाट पर खतरे के निशान 82.44 से 2.37 मीटर नीचे 80.070 पर बह रही है. रोहिन बीते 24 घंटे में 71 सेंटीमीटर घटी है. कुआनो खतरे के निशान 78.65 से 84 सेंटीमीटर नीचे 77.810 पर बह रही है. कुआनो 24 घंटे से स्थिर है. वहीं गुर्रा नदी पिण्‍डरा में खतरे के निशान 70.50 से महज 0.06 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. गुर्रा नदी बीते 24 घंटे में महज 0.01 सेंटीमीटर नीचे बह रही है.</p>
<p><strong>बाढ़ से 55 गांव प्रभावित </strong></p>
<p>गोरखपुर में 55 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित गांव में 99 नाव लगाई गई है. 69,770 दैनिक और 73,535 क्रमिक जनसंख्‍या प्रभावित है. वहीं 2426.582 हेक्टेयर क्षेत्रफल भी बाढ़ से प्रभावित है. गोरखपुर में सर्वाधिक सदर तहसील में 22 गांव प्रभावित हैं. लोगों की सुविधा के लिए 72 नाव लगाई गई है. सहजनवां में 7 गांव प्रभावित है. वहां 8 नाव लगाई गई है. कैम्पियरगंज में 8 गांव प्रभावित हैं. वहां 7 नाव लगाई गई है. खजनी में 8 गांव प्रभावित हैं. वहां 4 नाव लगाई गई है. चौरीचौरा में 3 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. वहां एक नाव लगाई गई है.</p>
<p><strong>बांसगांव में सात गांव प्रभावित </strong></p>
<p>बांसगांव में 7 गांव प्रभावित हैं. वहां राहत के लिए 7 नाव लगाई गई है. तहसीलों के माध्‍यम से 24 घंटे में 1080 किट खाद्यान किट उपलब्‍ध कराई है. अब तक कुल 5,634 खाद्यान किट वितरित किया गया है. बीते 24 घंटे में 5100 लंच पैकेट और कुल 13,540 किट वितरित हुए हैं. 64 मेडिकल टीमों ने 2,545 लोगों का इलाज किया है. 28,085 क्‍लोरिन टैबलेट बांटी गई है. 6,227 ओरआरएस किट बांटी गई है. अब तक 2,900 पशुओं का इलाज किया जा चुका है. 100 स्‍नेक वैनम लगाए जा चुके हैं. </p>
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