फरीदकोट से निर्दलीय चुनाव जीतकर सांसद बने सरबजीत सिंह खालसा जल्द ही खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के साथ मिलकर पार्टी बनाएंगे। अमृतपाल के जेल से बाहर आने पर वह इस पार्टी की घोषणा करेंगे। यह दावा सरबजीत सिंह खालसा ने एक कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए किया। उन्होंने दावा किया कि शिरोमणि अकाली दल सरकार में मंत्री रहे कई नेता और साफ छवि वाले लोग उनके संपर्क में हैं। उन्होंने उन्हें फोन करके कहा है कि आप पार्टी बनाइए, हम आपके साथ चलने को तैयार हैं। उन्होंने लोगों से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) चुनाव के लिए तैयार रहने और अधिक से अधिक मतदान करने का आह्वान किया है। पार्टी के गठन को लेकर सरबजीत सिंह खालसा ने चार अहम बातें कहीं अमृतपाल की सलाह से चलेगी पार्टी सरबजीत सिंह खालसा ने कहा कि जब अमृतपाल सिंह जेल से बाहर आएंगे तो हम सब मिलकर पार्टी बनाएंगे। अमृतपाल सिंह की मर्जी के मुताबिक लोगों को पार्टी सदस्य बनाया जाएगा, पार्टी उनकी सलाह से चलेगी। उन्होंने अपने समर्थकों को सलाह दी कि अगर हम अभी से एक-दूसरे के लिए लड़ने लगेंगे तो यह पंथ के लिए ठीक नहीं होगा। 35 साल बाद कौम ने हमें यह मौका दिया है। ऐसे में हमें आपस में नहीं उलझना चाहिए। ऐसी स्थिति में हम अकेले पार्टी बनाने पर विचार करेंगे सरबजीत सिंह ने कहा कि या तो अमृतपाल सिंह मुझे पार्टी बनाने के लिए कहें और जब वह जेल से बाहर आएंगे तो हम साथ चलेंगे। ऐसे में वह अकेले पार्टी बनाने का फैसला कर सकते हैं या फिर अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह उनसे पार्टी बनाने के लिए कह सकते हैं। वह अकेले पार्टी नहीं बनाएंगे। साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि हमें साथ चलना होगा। जब हम पार्टी बनाएंगे तो सभी को आमंत्रित करेंगे। यह लोगों पर निर्भर करेगा कि वे आएं या नहीं। जो पहली जिम्मेदारी सौंपी थी, उसे पूरा किया सबरजीत सिंह ने कहा कि जहां तक आगे बढ़ने की बात है, तो अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने उन्हें अमृतपाल की शपथ के लिए लोकसभा स्पीकर से मिलने की पहली जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्होंने वह जिम्मेदारी पूरी की। जहां तक पार्टी की बात है, तो मुझे नहीं लगता कि अमृतपाल सिंह जेल में हैं, इसलिए मुझे अपनी पार्टी बना लेनी चाहिए। मुझे लगता है कि जब वह बाहर आएंगे, तो हमें पार्टी की घोषणा कर देनी चाहिए। 9 विधानसभा क्षेत्रों में नहीं हार सकते सबरजीत सिंह खालसा ने बताया कि जब उन्होंने चुनाव प्रचार शुरू किया, तो उनके साथ कोई नहीं था। उन्होंने और उनके साथी ने अकेले ही प्रचार किया। लेकिन उन्होंने दावा किया कि गांवों में घूमने के बाद उन्हें यकीन हो गया कि वह अपने लोकसभा क्षेत्र की 9 एमएलए सीटों पर नहीं हार सकते। क्योंकि लोग उनसे दिल से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब वह लोगों से मिले, तो उन्होंने कहा कि खालसा जी, आप किसी पार्टी से जुड़े नहीं हैं, यह अच्छी बात है। इसलिए हम आपसे जुड़े हुए हैं। फरीदकोट से निर्दलीय चुनाव जीतकर सांसद बने सरबजीत सिंह खालसा जल्द ही खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के साथ मिलकर पार्टी बनाएंगे। अमृतपाल के जेल से बाहर आने पर वह इस पार्टी की घोषणा करेंगे। यह दावा सरबजीत सिंह खालसा ने एक कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए किया। उन्होंने दावा किया कि शिरोमणि अकाली दल सरकार में मंत्री रहे कई नेता और साफ छवि वाले लोग उनके संपर्क में हैं। उन्होंने उन्हें फोन करके कहा है कि आप पार्टी बनाइए, हम आपके साथ चलने को तैयार हैं। उन्होंने लोगों से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) चुनाव के लिए तैयार रहने और अधिक से अधिक मतदान करने का आह्वान किया है। पार्टी के गठन को लेकर सरबजीत सिंह खालसा ने चार अहम बातें कहीं अमृतपाल की सलाह से चलेगी पार्टी सरबजीत सिंह खालसा ने कहा कि जब अमृतपाल सिंह जेल से बाहर आएंगे तो हम सब मिलकर पार्टी बनाएंगे। अमृतपाल सिंह की मर्जी के मुताबिक लोगों को पार्टी सदस्य बनाया जाएगा, पार्टी उनकी सलाह से चलेगी। उन्होंने अपने समर्थकों को सलाह दी कि अगर हम अभी से एक-दूसरे के लिए लड़ने लगेंगे तो यह पंथ के लिए ठीक नहीं होगा। 35 साल बाद कौम ने हमें यह मौका दिया है। ऐसे में हमें आपस में नहीं उलझना चाहिए। ऐसी स्थिति में हम अकेले पार्टी बनाने पर विचार करेंगे सरबजीत सिंह ने कहा कि या तो अमृतपाल सिंह मुझे पार्टी बनाने के लिए कहें और जब वह जेल से बाहर आएंगे तो हम साथ चलेंगे। ऐसे में वह अकेले पार्टी बनाने का फैसला कर सकते हैं या फिर अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह उनसे पार्टी बनाने के लिए कह सकते हैं। वह अकेले पार्टी नहीं बनाएंगे। साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि हमें साथ चलना होगा। जब हम पार्टी बनाएंगे तो सभी को आमंत्रित करेंगे। यह लोगों पर निर्भर करेगा कि वे आएं या नहीं। जो पहली जिम्मेदारी सौंपी थी, उसे पूरा किया सबरजीत सिंह ने कहा कि जहां तक आगे बढ़ने की बात है, तो अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने उन्हें अमृतपाल की शपथ के लिए लोकसभा स्पीकर से मिलने की पहली जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्होंने वह जिम्मेदारी पूरी की। जहां तक पार्टी की बात है, तो मुझे नहीं लगता कि अमृतपाल सिंह जेल में हैं, इसलिए मुझे अपनी पार्टी बना लेनी चाहिए। मुझे लगता है कि जब वह बाहर आएंगे, तो हमें पार्टी की घोषणा कर देनी चाहिए। 9 विधानसभा क्षेत्रों में नहीं हार सकते सबरजीत सिंह खालसा ने बताया कि जब उन्होंने चुनाव प्रचार शुरू किया, तो उनके साथ कोई नहीं था। उन्होंने और उनके साथी ने अकेले ही प्रचार किया। लेकिन उन्होंने दावा किया कि गांवों में घूमने के बाद उन्हें यकीन हो गया कि वह अपने लोकसभा क्षेत्र की 9 एमएलए सीटों पर नहीं हार सकते। क्योंकि लोग उनसे दिल से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब वह लोगों से मिले, तो उन्होंने कहा कि खालसा जी, आप किसी पार्टी से जुड़े नहीं हैं, यह अच्छी बात है। इसलिए हम आपसे जुड़े हुए हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में कूड़े में मिला सफाई कर्मी का शव:परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, दोस्तों के साथ घर से निकला था
लुधियाना में कूड़े में मिला सफाई कर्मी का शव:परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, दोस्तों के साथ घर से निकला था लुधियाना में एक सफाई कर्मी की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई। परिवार ने उसके मर्डर करने की आशंका जताई, और सीसीटीवी में कैद हुए दोषियों की पहचान कर पुलिस ने एक दोषी को पहले पकड़ लिया। लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया। जिससे मृतक के परिवार वाले भड़क गए और शुक्रवार देर शाम को पीड़ित परिवार ने थाने का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक पुलिस दोषियों को पकड़ नहीं लेगी तब तक वह मृतक का दाह संस्कार नहीं करेंगे। घूमने की बात कहकर ले गए थे दोषी मृतक का नाम सन्नी है। जो डिवीजन नंबर-3 के अधीन आते गौशाला रोड के पास रहता है। सन्नी कॉर्पोरेशन में सफाई कर्मी था। सन्नी के भाई बीरू ने बताया कि उसके भाई को उसके 2 दोस्त काकू और एक अन्य युवक था। जो उसे वीरवार सुबह 6 बजे घर से बाहर घूमने का बहाना बना साजिश के तहत ले गए थे। लेकिन सन्नी देर रात तक वापस घर नहीं लौटा। कूड़े के ढेर के पास मिला शव बीरू ने बताया कि सारा दिन सन्नी अपने दोस्तों के साथ था और रात तक जब वापस नहीं आया तो उसे फोन कर घर आने को बोला। उसने थोड़े समय में घर आने की बात कही। लेकिन रात 3 बजे के बाद उसका मोबाइल बंद आ रहा था। उसकी लोकेशन कश्मीर नगर, गौशाला रोड की ही आ रही थी। जब हमने उसे खोजने की कोशिश की तो उसका शव गौशाला रोड के पास कूड़े के ढेर के पास पड़ा मिला। दो दिन पहले मिला था वेतन बीरू ने बताया कि उसके भाई सन्नी को दो दिन पहले ही कार्पोरेशन से 11 हजार रूपए सैलरी मिली थी। दोषी साजिश के तहत उससे पैसे हड़पने के लिए घूमने का बहाना लगा। उसे घर से ले गए और उन्हें पुरा यकीन है कि उसके भाई को काकू और अन्य व्यक्तियों ने मिलकर मार दिया है। सीसीटीवी में कैद हुए दोषियों को चेहरे बीरू ने बताया कि उसके भाई सन्नी को दोषी काकू और दो युवक स्कूटी पर घर पहुंचे थे। जो उसे घूमने के बहाने ले गए थे। जिनके चेहरे सीसीटीवी में कैद हो गए, और सारी सीसीटीवी पुलिस को दी है। पुलिस को सीसीटीवी सौंपने के बाद पुलिस ने दोषी काकू को पहले पकड़ लिया। लेकिन बाद में छोड़ने के बाद मृतक के परिजन भड़क गए। परिजनों ने शुक्रवार देर शाम को थाना डिवीजन नंबर-3 के आगे धरना लगा दिया, और पुलिस खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। दोषी ना पकड़ने तक नही करेंगे संस्कार पीड़ित परिवार ने कहा कि जब तक पुलिस दोषियों को काबू नहीं कर लेती तब तक वह दाह संस्कार नहीं करेंगे। इस मामले को लेकर एसएचओ अमृतपाल शर्मा ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही अगली करवाई करेंगे। सीसीटीवी को भी कब्जे में ले लिया है। उन्होंने कहा कि अभी मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
चंडीगढ़ के नए डीसी संभालेंगे 6 विभागों का जिम्मा:एक्साइज विभाग नहीं मिला, जल्दी ही अन्य विभागों में होगा फेरबदल
चंडीगढ़ के नए डीसी संभालेंगे 6 विभागों का जिम्मा:एक्साइज विभाग नहीं मिला, जल्दी ही अन्य विभागों में होगा फेरबदल चंडीगढ़ के नए डीसी निशांत यादव के पदभार संभालने के साथ ही प्रशासन ने उन्हें 6 विभागों की जिम्मेदारी सौंपी है। हालांकि एक्साइज विभाग उन्हें नहीं दिया गया है। उन्हें डिप्टी कमिश्नर और डिस्टिक मजिस्ट्रेट के साथ ही एस्टेट अफसर, प्रेसिडेंट सैनिक वेलफेयर बोर्ड, कंट्रोलर सिविल डिफेंस, चेयरमैन वक्फ बोर्ड और लेबर डिपार्टमेंट के कमिश्नर की जिम्मेदारी दी गई। हालांकि चंडीगढ़ के पूर्व डीसी विनय प्रताप से पहले एक्साइज एंड टेक्सशेन डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी भी डिप्टी कमिश्रर के पास होती थी। लेकिन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उनसे यह जिम्मेदारी लेकर सेक्रेटरी लेवल के अधिकारियों को दी गई थी। इस बार भी नए डीसी को यह जिम्मेदारी मिली है। आदेश की कॉपी पहले गुरुग्राम के डीसी थे
निशांत कुमार यादव हरियाणा कैडर 2013 बैच के आईएएस अफसर हैं। उनकी उम्र 34 वर्ष है। वह आईआईटी पास आउट भी हैं। वहीं, उन्होंने आईआईटी-दिल्ली से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री ली है। इसके बाद सिविल सेवा की तैयारी करते हुए निशांत यादव ने 23 साल की उम्र में अपने पहले प्रयास में ही सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली थी। इससे पहले वह गुरुग्राम के डीसी थे। इससे पहले विनय प्रताप सिंह 2011 बैच के आईएएस अधिकारी थे।
कपूरथला में त्योहारों पर पटाखे चलाने के लिए समय निर्धारित:30 अक्टूबर से 1 जनवरी 2025 तक लागू रहेगा आदेश; साइलेंस जोन में प्रतिबंध
कपूरथला में त्योहारों पर पटाखे चलाने के लिए समय निर्धारित:30 अक्टूबर से 1 जनवरी 2025 तक लागू रहेगा आदेश; साइलेंस जोन में प्रतिबंध कपूरथला में दिवाली, गुरुपर्व, क्रिसमस और नए साल पर आतिशबाजी चलाने को लेकर प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की है। निर्धारित समय के बाद या उससे पहले पटाखे/आतिशबाजी जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। DC अमित कुमार पांचाल ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। दिवाली के अवसर पर रात 8 से 10 बजे तक, गुरुपर्व (श्री गुरु नानक देव जी के जन्मदिन) के अवसर पर 15 नवंबर को सुबह 4 बजे से 5 बजे तक और रात 9 बजे से 10 बजे तक आतिशबाजी चला सकते हैं। इसके अलावा क्रिसमस और नए साल के लिए 25 दिसंबर को रात 11.55 बजे से रात 12.30 बजे तक समय निर्धारित किया गया है। साइलेंस जोन में पटाखों पर प्रतिबंध इसके अलावा अस्पतालों, शैक्षणिक संस्थानों, अदालतों और पूजा स्थलों आदि जैसे साइलेंस जोन के 100 मीटर के दायरे में पटाखे चलाने की अनुमति नहीं होगी। यह आदेश 30 अक्टूबर से 1 जनवरी 2025 तक लागू रहेंगे।