लखनऊ की मशहूर सेवक राम की पूड़ी-कद्दू की सब्जी:शुद्ध देसी घी से तैयार होती है; 144 साल पुरानी दुकान पर आते हैं सेलिब्रिटी और नेता

लखनऊ की मशहूर सेवक राम की पूड़ी-कद्दू की सब्जी:शुद्ध देसी घी से तैयार होती है; 144 साल पुरानी दुकान पर आते हैं सेलिब्रिटी और नेता

लखनऊ के मसालों की चर्चा आपने अक्सर सुनी हाेगी। बड़े से बड़े शेफ भी यहां के मसालों की तारीफ करते नहीं थकते। यहां के मसालों का स्वाद ही ऐसा है। अवधी मसालों से बनने वाले बिरियानी-कबाब देशभर में मशहूर है। लेकिन यहां के मसालों से बनने वाली पूड़ी और कद्दू की सब्जी भी काफी मशहूर है। इस जायके का स्वाद सैकड़ों साल से लखनऊ वासियों की जुबान पर है। आज की जायका सीरीज में आपको ले चलते हैं लखनऊ के चौक सर्राफा बाजार के सेवक राम मिष्ठान भंडार। यहां शुद्ध घी में बनी पूड़ी और कद्दू की सब्जी पिछले 144 साल से परोसी जा रही है। बाजार के व्यापारी से लेकर शहर के बाकी लोग सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने तक यहां की पूड़ी-सब्जी खाते हैं। 1880 में हुई थी दुकान की शुरुआत
दुकान के ओनर विकास कुमार गुप्ता ने बताया- दुकान की शुरुआत परबाबा टीकाराम ने 1880 में की थी। हमारे यहां आज भी हर चीज शुद्ध देसी घी से ही बनाई जाती है। किसी भी आइटम में लहसुन-प्याज का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। गर्मी के दिनों में कच्चे आम की खीर और सर्दियों के दिन में काले गाजर का हलवा काफी मशहूर है। इसके अलावा सीजन के हिसाब से भी हम कई वैराइटी के खाने-पीने की चीज तैयार करते हैं। जैसे- गर्मी के दिनों में परवल और लौकी के लड्डू। सर्दी में जौजी सोहन हलवा, सोहन हलवा और दूधिया मिलता है। मॉर्निंग ब्रेकफास्ट काफी फेमस
विकास कुमार ने बताया कि सबसे ज्यादा मशहूर हमारा मॉर्निंग ब्रेकफास्ट है। जो हर सीजन में मिलता है। शुद्ध देसी घी में पूड़ी-खस्ता और जलेबी बनाते हैं। दुकान सुबह 5 बजे खुल जाती है। हमारी पूड़ी-खस्ता और सब्जी का टेस्ट बिल्कुल घर जैसा है। इनमें मिर्च मसाले का यूज बहुत कम होता है। साथ ही लहसुन-प्याज नहीं पड़ता। इसलिए इसे डेली खाया जा सकता है। तभी हमारे कस्टमर सालों से जुड़े हैं। वेज रैसिपी में भी मसालों का खास रोल
विकास बताते हैं- अवध के मसालों की अलग पहचान है। फिर चाहे बात वेज की करें या नॉनवेज की। लखनऊ में नॉनवेज को ज्यादा बढ़ावा दे दिया गया। कहा जाता है कि यहां का चिकन ही फेमस है, चाहे वह खाना हो या पहनना। इससे नॉनवेज ज्यादा मशहूर हो गया। अवध की पहचान इसका स्वाद है। जो कि इसके मसालों से आता है। आज भी शहर में सालों पुरानी कई दुकान हैं, जहां बिना लहसुन-प्याज के खाने के आइटम मिलते हैं। इनके स्वाद का मुकाबला कोई नॉनवेज डिश नहीं कर सकती। पूड़ी के साथ मिलती हैं 3 सब्जी
उन्होंने बताया हम सुबह 7 बजे से कस्टमर को नाश्ता देना शुरू कर देते हैं। कस्टमर आते जाते हैं और खाते जाते हैं। हम पूड़ी के साथ तीन सब्जी और साथ में चटनी सर्व करते हैं। सर्दियों के सीजन में गोभी, छोला-आलू, आलू-मटर-टमाटर की सब्जी बनाते हैं। ये सब्जियां बदलती रहती हैं, लेकिन कद्दू और आलू की सूखी सब्जी हर दिन मिलती है। एक प्लेट में दो पूड़ी-सब्जी और चटनी, रेट 50 रुपए
एक प्लेट में दो पूड़ी तीन सब्जी और चटनी होती है। इसकी कीमत 50 रुपए है। यह एक व्यक्ति के लिए पर्याप्त रहती है। जिनकी डाइट ज्यादा होती है, वे एक्स्ट्रा भी ऑर्डर करते हैं। यह कस्टमर पर निर्भर करता है कि वह ब्रेकफास्ट कर रहा है या लंच। ब्रेकफास्ट में दो पूड़ी और लंच में 4 पूड़ी लेते हैं। सेवकराम की पूड़ी-सब्जी रक्षामंत्री राजनाथ को भी पसंद
विकास कहते हैं- शहर के कई बड़े अधिकारी और नेता हैं, जिनके यहां से पीढ़ियों से लोग आते हैं। खाने के साथ ही घर के लिए भी पैक करवाकर ले जाते हैं। हमारे यहां अक्सर कई सेलिब्रिटी भी आते रहते हैं। लखनऊ में जब भी किसी फिल्म की शूटिंग होती है, तो उसके एक्टर-एक्ट्रेस दुकान तक बिना पहचान बताए आ जाते हैं। कुछ दिन पहले ही आयुष्मान खुराना आए थे। उन्हें हम पहचान नहीं पाए। हमारे एक कस्टमर ने उन्हें पहचान कर हमें बताया। हमारे यहां की पूड़ी-सब्जी का स्वाद देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को भी खूब पसंद है। वो अक्सर यहां आते रहते हैं। कई बार उनसे मिलने जाने वाले लोग नाश्ता पैक करवा कर ले जाते हैं। लखनऊ के मसालों की चर्चा आपने अक्सर सुनी हाेगी। बड़े से बड़े शेफ भी यहां के मसालों की तारीफ करते नहीं थकते। यहां के मसालों का स्वाद ही ऐसा है। अवधी मसालों से बनने वाले बिरियानी-कबाब देशभर में मशहूर है। लेकिन यहां के मसालों से बनने वाली पूड़ी और कद्दू की सब्जी भी काफी मशहूर है। इस जायके का स्वाद सैकड़ों साल से लखनऊ वासियों की जुबान पर है। आज की जायका सीरीज में आपको ले चलते हैं लखनऊ के चौक सर्राफा बाजार के सेवक राम मिष्ठान भंडार। यहां शुद्ध घी में बनी पूड़ी और कद्दू की सब्जी पिछले 144 साल से परोसी जा रही है। बाजार के व्यापारी से लेकर शहर के बाकी लोग सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने तक यहां की पूड़ी-सब्जी खाते हैं। 1880 में हुई थी दुकान की शुरुआत
दुकान के ओनर विकास कुमार गुप्ता ने बताया- दुकान की शुरुआत परबाबा टीकाराम ने 1880 में की थी। हमारे यहां आज भी हर चीज शुद्ध देसी घी से ही बनाई जाती है। किसी भी आइटम में लहसुन-प्याज का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। गर्मी के दिनों में कच्चे आम की खीर और सर्दियों के दिन में काले गाजर का हलवा काफी मशहूर है। इसके अलावा सीजन के हिसाब से भी हम कई वैराइटी के खाने-पीने की चीज तैयार करते हैं। जैसे- गर्मी के दिनों में परवल और लौकी के लड्डू। सर्दी में जौजी सोहन हलवा, सोहन हलवा और दूधिया मिलता है। मॉर्निंग ब्रेकफास्ट काफी फेमस
विकास कुमार ने बताया कि सबसे ज्यादा मशहूर हमारा मॉर्निंग ब्रेकफास्ट है। जो हर सीजन में मिलता है। शुद्ध देसी घी में पूड़ी-खस्ता और जलेबी बनाते हैं। दुकान सुबह 5 बजे खुल जाती है। हमारी पूड़ी-खस्ता और सब्जी का टेस्ट बिल्कुल घर जैसा है। इनमें मिर्च मसाले का यूज बहुत कम होता है। साथ ही लहसुन-प्याज नहीं पड़ता। इसलिए इसे डेली खाया जा सकता है। तभी हमारे कस्टमर सालों से जुड़े हैं। वेज रैसिपी में भी मसालों का खास रोल
विकास बताते हैं- अवध के मसालों की अलग पहचान है। फिर चाहे बात वेज की करें या नॉनवेज की। लखनऊ में नॉनवेज को ज्यादा बढ़ावा दे दिया गया। कहा जाता है कि यहां का चिकन ही फेमस है, चाहे वह खाना हो या पहनना। इससे नॉनवेज ज्यादा मशहूर हो गया। अवध की पहचान इसका स्वाद है। जो कि इसके मसालों से आता है। आज भी शहर में सालों पुरानी कई दुकान हैं, जहां बिना लहसुन-प्याज के खाने के आइटम मिलते हैं। इनके स्वाद का मुकाबला कोई नॉनवेज डिश नहीं कर सकती। पूड़ी के साथ मिलती हैं 3 सब्जी
उन्होंने बताया हम सुबह 7 बजे से कस्टमर को नाश्ता देना शुरू कर देते हैं। कस्टमर आते जाते हैं और खाते जाते हैं। हम पूड़ी के साथ तीन सब्जी और साथ में चटनी सर्व करते हैं। सर्दियों के सीजन में गोभी, छोला-आलू, आलू-मटर-टमाटर की सब्जी बनाते हैं। ये सब्जियां बदलती रहती हैं, लेकिन कद्दू और आलू की सूखी सब्जी हर दिन मिलती है। एक प्लेट में दो पूड़ी-सब्जी और चटनी, रेट 50 रुपए
एक प्लेट में दो पूड़ी तीन सब्जी और चटनी होती है। इसकी कीमत 50 रुपए है। यह एक व्यक्ति के लिए पर्याप्त रहती है। जिनकी डाइट ज्यादा होती है, वे एक्स्ट्रा भी ऑर्डर करते हैं। यह कस्टमर पर निर्भर करता है कि वह ब्रेकफास्ट कर रहा है या लंच। ब्रेकफास्ट में दो पूड़ी और लंच में 4 पूड़ी लेते हैं। सेवकराम की पूड़ी-सब्जी रक्षामंत्री राजनाथ को भी पसंद
विकास कहते हैं- शहर के कई बड़े अधिकारी और नेता हैं, जिनके यहां से पीढ़ियों से लोग आते हैं। खाने के साथ ही घर के लिए भी पैक करवाकर ले जाते हैं। हमारे यहां अक्सर कई सेलिब्रिटी भी आते रहते हैं। लखनऊ में जब भी किसी फिल्म की शूटिंग होती है, तो उसके एक्टर-एक्ट्रेस दुकान तक बिना पहचान बताए आ जाते हैं। कुछ दिन पहले ही आयुष्मान खुराना आए थे। उन्हें हम पहचान नहीं पाए। हमारे एक कस्टमर ने उन्हें पहचान कर हमें बताया। हमारे यहां की पूड़ी-सब्जी का स्वाद देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को भी खूब पसंद है। वो अक्सर यहां आते रहते हैं। कई बार उनसे मिलने जाने वाले लोग नाश्ता पैक करवा कर ले जाते हैं।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर