<p style=”text-align: justify;”><strong>Bastar News Today:</strong> छत्तीसगढ़ के बस्तर से प्राकृतिक का एक अद्भुत नजारा देखने को मिला है. बस्तर में एक आदिवासी महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है. जिनमें 2 लड़के और 2 लड़कियां हैं. फिलहाल सभी बच्चे और मां सुरक्षित बताए जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>फिलहाल नवजात शिशुओं को महारानी अस्पताल के NICU में भर्ती किया गया हैं. एक साथ 4 बच्चों के जन्म देने की खबर अब पूरे बस्तर में चर्चा का विषय बन गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चों के जन्म से परिवार में जश्न</strong><br />दरअसल, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक 24 वर्षीय आदिवासी महिला को 25 जुलाई को प्रसव पीड़ा हुआ, जिसके बाद उसे जगदलपुर के निजी बंसल नर्सिंग होम अस्पताल में सीजर के जरिये महिला की शुक्रवार (26 जुलाई) को डिलीवरी कराई गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बच्चों के सेहत को देखते हुए सभी को महारानी अस्पताल के NICU में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की निगरानी में उनकी देखभाल की जा रही है. चार बच्चों के जन्म से परिवार में खुशी का माहौल है. बस्तर में एक साथ चार बच्चों के जन्म देने का यह पहला मामला सामने आया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डॉक्टरों की निगरानी में जच्चा-बच्चा</strong><br />बंसल नर्सिंग होम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ एस बंसल ने बताया कि सुकमा जिले की निवासी 24 वर्षीय ग्रामीण महिला को 25 जुलाई को लेबर पेन होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद महिला को नर्स की निगरानी में रखा गया और शुक्रवार (26 जुलाई) को महिला का ऑपरेशन किया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ एस बंसल के मुताबिक, सीजर ऑपरेशन से महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया, जिसमें दो लड़की और दो लड़के शामिल हैं. डॉ. एस बंसल ने बताया कि यह पहला मामला है जब एक महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया है और सभी बच्चे सुरक्षित हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’15 से 20 दिन रखा जाएगा NICU में'</strong><br />इनमें एक बच्चे का वजन 1 किलो 800 ग्राम है, दूसरे बच्चे का वजन 1 किलो 600 ग्राम है, तीसरे बच्चे का वजन 1 किलो 400 ग्राम और एक बच्चे का वजन 1 किलो 300 ग्राम है. चारों नवजात शिशुओं को जगदलपुर के महारानी अस्पताल के NICU में रखा गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉक्टर ने बताया कि फिलहाल आने वाले 15 से 20 दिनों तक सभी नवजात शिशुओं को NICU में ही डॉक्टरों की देखभाल में रखा जाएगा, जिससे बच्चों के स्वास्थ में किसी तरह की समस्या ना आए. फिलहाल मां की हालत पूरी तरह से ठीक है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीसरी पत्नी से चार बच्चे</strong><br />डॉ ने बताया सुकमा के रहने वाले एक व्यक्ति ने 2 शादी की, लेकिन संतान नहीं होने की वजह से उसने तीसरी शादी की. तीसरी पत्नी ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया. महिला के गर्भवती होने के बाद लगातार देखभाल किया जा रहा था, जिसके बाद समय पर महिला ने बच्चों को जन्म दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”अग्निवीरों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा फैसला, सीएम साय बोले- इन पदों पर मिलेगा रिजर्वेशन” href=”https://www.abplive.com/states/chhattisgarh/chhattisgarh-cm-vishnu-deo-sai-on-agnipath-schem-says-agniveer-will-get-job-reservation-2746715″ target=”_blank” rel=”noopener”>अग्निवीरों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा फैसला, सीएम साय बोले- इन पदों पर मिलेगा रिजर्वेशन</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Bastar News Today:</strong> छत्तीसगढ़ के बस्तर से प्राकृतिक का एक अद्भुत नजारा देखने को मिला है. बस्तर में एक आदिवासी महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है. जिनमें 2 लड़के और 2 लड़कियां हैं. फिलहाल सभी बच्चे और मां सुरक्षित बताए जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>फिलहाल नवजात शिशुओं को महारानी अस्पताल के NICU में भर्ती किया गया हैं. एक साथ 4 बच्चों के जन्म देने की खबर अब पूरे बस्तर में चर्चा का विषय बन गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चों के जन्म से परिवार में जश्न</strong><br />दरअसल, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक 24 वर्षीय आदिवासी महिला को 25 जुलाई को प्रसव पीड़ा हुआ, जिसके बाद उसे जगदलपुर के निजी बंसल नर्सिंग होम अस्पताल में सीजर के जरिये महिला की शुक्रवार (26 जुलाई) को डिलीवरी कराई गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बच्चों के सेहत को देखते हुए सभी को महारानी अस्पताल के NICU में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की निगरानी में उनकी देखभाल की जा रही है. चार बच्चों के जन्म से परिवार में खुशी का माहौल है. बस्तर में एक साथ चार बच्चों के जन्म देने का यह पहला मामला सामने आया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डॉक्टरों की निगरानी में जच्चा-बच्चा</strong><br />बंसल नर्सिंग होम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ एस बंसल ने बताया कि सुकमा जिले की निवासी 24 वर्षीय ग्रामीण महिला को 25 जुलाई को लेबर पेन होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद महिला को नर्स की निगरानी में रखा गया और शुक्रवार (26 जुलाई) को महिला का ऑपरेशन किया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ एस बंसल के मुताबिक, सीजर ऑपरेशन से महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया, जिसमें दो लड़की और दो लड़के शामिल हैं. डॉ. एस बंसल ने बताया कि यह पहला मामला है जब एक महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया है और सभी बच्चे सुरक्षित हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’15 से 20 दिन रखा जाएगा NICU में'</strong><br />इनमें एक बच्चे का वजन 1 किलो 800 ग्राम है, दूसरे बच्चे का वजन 1 किलो 600 ग्राम है, तीसरे बच्चे का वजन 1 किलो 400 ग्राम और एक बच्चे का वजन 1 किलो 300 ग्राम है. चारों नवजात शिशुओं को जगदलपुर के महारानी अस्पताल के NICU में रखा गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉक्टर ने बताया कि फिलहाल आने वाले 15 से 20 दिनों तक सभी नवजात शिशुओं को NICU में ही डॉक्टरों की देखभाल में रखा जाएगा, जिससे बच्चों के स्वास्थ में किसी तरह की समस्या ना आए. फिलहाल मां की हालत पूरी तरह से ठीक है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीसरी पत्नी से चार बच्चे</strong><br />डॉ ने बताया सुकमा के रहने वाले एक व्यक्ति ने 2 शादी की, लेकिन संतान नहीं होने की वजह से उसने तीसरी शादी की. तीसरी पत्नी ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया. महिला के गर्भवती होने के बाद लगातार देखभाल किया जा रहा था, जिसके बाद समय पर महिला ने बच्चों को जन्म दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”अग्निवीरों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा फैसला, सीएम साय बोले- इन पदों पर मिलेगा रिजर्वेशन” href=”https://www.abplive.com/states/chhattisgarh/chhattisgarh-cm-vishnu-deo-sai-on-agnipath-schem-says-agniveer-will-get-job-reservation-2746715″ target=”_blank” rel=”noopener”>अग्निवीरों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा फैसला, सीएम साय बोले- इन पदों पर मिलेगा रिजर्वेशन</a></strong></p> छत्तीसगढ़ ‘गुरुग्राम में सड़क दुर्घटनाओं पर अफसर लगाएं लगाम, नहीं तो होगी कार्रवाई’, डीसी निशांत यादव की चेतावनी