Delhi Weather: दिल्ली वालों पर आज गर्मी और उमस का डबल अटैक, जानें- अगले पांच दिनों तक कैसा रहेगा मौसम? Delhi Weather: दिल्ली वालों पर आज गर्मी और उमस का डबल अटैक, जानें- अगले पांच दिनों तक कैसा रहेगा मौसम? दिल्ली NCR बुरहानपुर में बाड़े में घुसकर तेंदुए ने 19 बकरियों को उतारा मौत के घाट, इलाके में दहशत का मौहाल
Related Posts
हार के बाद अजित पवार गुट के विधायक दूसरे दल के संपर्क में? पार्टी ने साफ कर दी तस्वीर
हार के बाद अजित पवार गुट के विधायक दूसरे दल के संपर्क में? पार्टी ने साफ कर दी तस्वीर <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Lok Sabha Election Result 2024:</strong> महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव के नतीजों ने अजित पवार को बड़ा झटका दिया है. चार सीटों पर लड़ी एनसीपी को लोकसभा चुनाव 2024 में सिर्फ एक सीट पर संतोष करना पड़ा. महाविकास अघाड़ी से मिली करारी हार के बाद खबर आई कि एनसीपी के कई विधायक विपक्षी गठबंधन के संपर्क में हैं. इस बात में कितनी सच्चाई है इसपर अब पार्टी की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अजित पवार गुट ने साफ किया है कि उनके विधायक किसी के संपर्क में नहीं हैं. ये बयान सुनील तटकरे की तरफ से आया है. अजित पवार के घर हुई बैठक के बाद तटकरे ने कहा, “आज कोर कमेटी की बैठक हुई और <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के मद्देनजर समीक्षा की गई. हम आगामी विधानसभा चुनाव में आक्रामक तरीके से काम करेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”लोकसभा के नतीजों पर अजित पवार के घर हुई बैठक, पार्टी का बड़ा ऐलान- ‘हम विधानसभा चुनाव में…'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/ajit-pawar-faction-meeting-on-lok-sabha-election-sunil-tatkare-on-maharashtra-assembly-elections-2708903″ target=”_blank” rel=”noopener”>लोकसभा के नतीजों पर अजित पवार के घर हुई बैठक, पार्टी का बड़ा ऐलान- ‘हम विधानसभा चुनाव में…'</a></strong></p>
पूर्व मंत्री अनिल विज का कांग्रेस पर तंज:बोले- हरियाणा में हार से खड़गे बौखला गए है, कार्यकर्ताओं को बताया मिट्टी का शेर
पूर्व मंत्री अनिल विज का कांग्रेस पर तंज:बोले- हरियाणा में हार से खड़गे बौखला गए है, कार्यकर्ताओं को बताया मिट्टी का शेर हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री एवं अंबाला छावनी से नव निर्वाचित विधायक अनिल विज ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे पर निशाना साधा है। अनिल विज ने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे को बौखलाया हुआ आदमी बताया है। वहीं NCP नेता की हत्या मामले में कहा कि ये बहुत दुखद घटना है। विज ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मिट्टी का शेर भी बताया है। मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे विज हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने खड़गे के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी की पार्टी आतंकी पार्टी है, इस पर विज ने कहा कि खड़गे जी बौखला चुके है। जिस प्रकार की उन्हें (कांग्रेस) शिकस्त मिली है, वो अपनी सुध बुध खो बैठे है। इसलिए उन्हें (खड़गे) साइकेट्रिस्ट को उन्हें चेक करवाना चाहिए। NCP नेता की हत्या पर पॉलिटिकल दोषारोपण ठीक नहीं- विज अरविंद केजरीवाल का कहना है कि NCP नेता की सरेआम हत्या करना देश का माहौल खराब करना है और देश में दहशत फैलाना है। इस पर जवाब देते हुए अनिल विज ने कहा कि हत्या हुई है, इसमें जांच की जा रही है। लेकिन इसमें पॉलिटिकल दोषरोपण करना सही नहीं है। कांग्रेस कार्यकर्ता सिर्फ जलेबियां खाते है- विज राहुल गांधी ने ट्वीट कर हरियाणा में हुई हार का विश्लेषण करने के साथ साथ हरियाणा के कार्यकर्ताओं को बब्बर शेर कहा तो विज ने कहा कि हरियाणा के कांग्रेसियों को मिट्टी का शेर बताया और व्यंग करते हुए कहा कि ये सिर्फ जलेबियां खाते हैं, और कुछ नहीं खाते। पूर्व गृहमंत्री को भाजपा की जीत पर दी बधाई भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद पूर्व गृहमंत्री अनिल विज के आवास पर कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों की शुभकामनाएं व बधाई देने वालों का लगातार तांता लग रहा है। आज इसी कड़ी में महिला एवं अन्य कार्यकर्ताओं ने पूर्व गृहमंत्री को भाजपा की प्रचंड जीत पर बधाई और शुभकामनाएं उनके आवास पर आकर दी।
खट्टर के 4 फैसले पलटेंगे CM सैनी:चुनाव में प्रॉपर्टी-फैमिली ID समेत 4 मुद्दों से नुकसान, विधायकों की फीडबैक के बाद रिपोर्ट तलब
खट्टर के 4 फैसले पलटेंगे CM सैनी:चुनाव में प्रॉपर्टी-फैमिली ID समेत 4 मुद्दों से नुकसान, विधायकों की फीडबैक के बाद रिपोर्ट तलब लोकसभा चुनाव में 5 सीटें हारने के बाद हरियाणा में बीजेपी ने हार की समीक्षा शुरू कर दी है। अब तक रिव्यू मीटिंगों में मिले फीडबैक में 4 बड़े मुद्दों के कारण पार्टी को 5 लोकसभा सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। शहरों में प्रॉपर्टी आईडी और नो ड्यूज सर्टिफिकेट (NDC) मुद्दा बने रहे। वहीं गांवों में परिवार पहचान पत्र (PPP), बुढ़ापा पेंशन और सरपंचों की शक्तियों में की गई कमी के कारण नुकसान झेलना पड़ेगा। विधानसभा के साथ ही लोकसभा चुनाव में इन मुद्दों को लेकर विपक्ष काफी एक्टिव रहा। प्रचार के दौरान इन मुद्दों को लेकर विपक्षी दलों ने माहौल को अपने पक्ष में किया। यही वजह रही कि हरियाणा की 46 विधानसभा सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। MLA बोले- इन मुद्दों में संशोधन जरूरी
सरकार को यह फीडबैक मंत्री-MLA और पार्टी पदाधिकारियों की ओर से दिया गया है। ये सभी फैसले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में लिए गए थे। खट्टर ने इन फैसलों को प्रदेश के हित में बताया था, लेकिन अब वह मुसीबत बन चुके हैं। एक दिन पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई विधायक दल की बैठक में विधायकों ने दो टूक कहा था कि यदि इन चारों मुद्दों में यदि संशोधन किया जाता है तो सरकार की छवि बेहतर हो जाएगी। इस दौरान पूर्व सीएम मनोहर लाल भी मौजूद थे, हालांकि उन्होंने फीडबैक पर यह कहा है कि यदि इन मुद्दों को वापस लिया जाता है तो विपक्ष इसको विधानसभा चुनाव में फिर से मुद्दा बनाएगा। सीएम सैनी ने अफसरों से मांगी रिव्यू रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव के मिले फीडबैक के बाद अब सरकार में मंथन शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए अफसरों को रिव्यू कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। बताया गया कि अगले सप्ताह फिर विधायक दल की बैठक हो सकती है। जिसमें इन मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। हरियाणा CMO के सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए सीएम सैनी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार खट्टर के कार्यकाल के दौरान लिए गए इन फैसलों को पलटेंगे। इसलिए बड़ा फैसला लेंगे सीएम सैनी
हरियाणा में साल के लास्ट में विधानसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव भी भाजपा के लिए बेहद खास है। यही वजह है कि केंद्रीय नेतृत्व ने 10 साल की एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए सरकार में बदलाव तक कर डाला। हालांकि, इस बदलाव का लोकसभा चुनाव पर असर नहीं दिखा। अब बदलाव के बाद पार्टी के नए CM नायब सैनी के पास 3 महीने का टाइम है। ऐसे में अब सैनी सरकार बड़े फैसले लगी। फैसलों को पलटने में 2 बड़े पेंच फैसलों पर यूटर्न से विपक्ष एक्टिव होगा
हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में लिए गए फैसलों पर यूटर्न में पहला पेंच विपक्ष है। यदि सैनी सरकार इन फैसलों को वापस लेती है या संशोधन भी करती है तो विपक्ष विधानसभा चुनाव में इसको मुद्दा बनाएगा। इसके साथ लोगों में इसका गलत मैसेज जाएगा। भ्रष्टाचार बन जाएगा गले की फांस
अभी पूर्व सीएम के फैसलों से अधिकांश काम पोर्टल के जरिए किए जा रहे हैं। ऑनलाइन हो रहे कामों में सभी जरूरी दस्तावेज पूरे होने के बाद ही पेंशन, प्रॉपर्टी आईडी, एनडीसी जैसे काम होते हैं। जब ये काम मैनुअल शुरू होंगे तो लोगों को ऑफिस जाना होगा। ऐसे में रिश्वत के मामले बढ़ने की संभावना है। इससे सरकार की छवि पर विपरीत असर पड़ेगा।