हरियाणा के जींद में गांव कुचराना कलां के निकट दो बाइकों की आमने-सामने की टक्कर हो गईँ। इसमें जन स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी की मौत हो गई, जबकि दूसरा बाइक चालक घायल हो गया। दोनों को उचाना के अस्पताल में लाया गया, जहां पर एक को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उचाना थाना पुलिस को दी शिकायत में गांव हैबतपुर निवासी कृष्ण कुमार ने बताया कि उसका भतीजा सोनू जनस्वास्थ्य विभाग में हरियाणा कौशल निगम के तहत कार्यरत है। 28 जुलाई को सोनू अपने दोस्त राममेहर से मिलने के लिए गांव लोधर गया था। वह राममेहर से मिलकर वापस बाइक पर सवार होकर घर लौट रहा था। जब वह गांव कुचराना कलां के निकट पहुंचा तो गांव घोघड़ियां की तरफ से तेज रफ्तार बाइक सवार आया और उसकी बाइक को सीधी टक्कर मार दी। उसने बताया कि इसमें सोनू सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोगों ने घायल सोनू को नागरिक अस्पताल उचाना में दाखिल करवाया। जहां पर डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। वहीं दूसरे बाइक पर सवार गांव कुचराना कलां निवासी किस्मत भी घायल हो गया। पुलिस ने कृष्ण कुमार की शिकायत पर गांव कुचराना कलां निवासी किस्मत के खिलाफ लापरवाही से बाइक चलाने का केस दर्ज किया है। हरियाणा के जींद में गांव कुचराना कलां के निकट दो बाइकों की आमने-सामने की टक्कर हो गईँ। इसमें जन स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी की मौत हो गई, जबकि दूसरा बाइक चालक घायल हो गया। दोनों को उचाना के अस्पताल में लाया गया, जहां पर एक को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उचाना थाना पुलिस को दी शिकायत में गांव हैबतपुर निवासी कृष्ण कुमार ने बताया कि उसका भतीजा सोनू जनस्वास्थ्य विभाग में हरियाणा कौशल निगम के तहत कार्यरत है। 28 जुलाई को सोनू अपने दोस्त राममेहर से मिलने के लिए गांव लोधर गया था। वह राममेहर से मिलकर वापस बाइक पर सवार होकर घर लौट रहा था। जब वह गांव कुचराना कलां के निकट पहुंचा तो गांव घोघड़ियां की तरफ से तेज रफ्तार बाइक सवार आया और उसकी बाइक को सीधी टक्कर मार दी। उसने बताया कि इसमें सोनू सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोगों ने घायल सोनू को नागरिक अस्पताल उचाना में दाखिल करवाया। जहां पर डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। वहीं दूसरे बाइक पर सवार गांव कुचराना कलां निवासी किस्मत भी घायल हो गया। पुलिस ने कृष्ण कुमार की शिकायत पर गांव कुचराना कलां निवासी किस्मत के खिलाफ लापरवाही से बाइक चलाने का केस दर्ज किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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असीम गोयल ने पहली बार कुरूक्षेत्र में इस बैठक में हिस्सा लिया है। इससे पहले महिला एवं बाल विकास मंत्री रहीं कमलेश ढांडा बैठक की चेयरमैन थी। आचार संहिता के बाद यह बैठक हुई है। जिसमें कुरुक्षेत्र के लिए नियुक्त चेयरमैन असीम गोयल ने इसकी अध्यक्षता की। अफसरशाही नहीं जनशाही चलेगी
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हमारे यहां साउथ हरियाणा से जो 4 जिले है। उनमें से ना कोई भी नेता न कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) और न ही कांग्रेस चुनाव समिति (CEC) में है। इतना ही नहीं हरियाणा कांग्रेस कमेटी में भी यहां से कोई नेता नहीं है। इसलिए चार जिलों फरीदाबाद, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम में हम साफ हो गए। इन जिलों की अनदेखी बहुत घातक हुई। 5. ओबीसी के लोगों को मेन स्ट्रीम में न लाने से नाराजगी बढ़ी
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मुझे ओबीसी सेल का चेयरमैन बनाया हुआ है ये पद तो एक तरह से झुनझुना है। पार्टी की तरफ से चुनाव में बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए। मैं ओबीसी का चेयरमैन हूं लेकिन उन पोस्टर में मेरी फोटो तक नहीं लगाई। मेरा ये मानना है कि मैं किस बात का चेयरमैन हूं। पढ़िए, मामन खान का पूरा बयान…
गांव बीवां में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार मामन खान ने नूंह हिंसा का जिक्र करते हुए कहा था, ‘मुझे पता है कि जब यह कांड हुआ था तब काफी घरों में चूल्हे भी नहीं सुलगे थे। लेकिन, हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। इसमें मेरा परिवार और आपका परिवार कोई अलग नहीं है। हम सबका परिवार एक है। हमें इस बात का दुख नहीं होना चाहिए कि मेरे घर में चूल्हा नहीं सुलगा, आपके घर में चूल्हा नहीं सुलगा, मेरे बच्चे ने रोटी नहीं खाई, आपके बच्चे ने रोटी नहीं खाई। दर्द सबको है। पता सबको है। वक्त आएगा और सरकार बनेगी, इंशाअल्लाह। जिन जालिमों ने हमारे बच्चों के साथ अन्याय किया है, मुझे एक-एक की पता है, एक-एक को जानता हूं, जिन्होंने लिस्ट दी है। किसी भी सूरत में बख्शूंगा नहीं। या तो उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा, यहां नहीं रहना पड़ेगा, या बाहर जाना पड़ेगा। कैप्टन के बेटे चिरंजीव रेवाड़ी से चुनाव हारे
बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव को रेवाड़ी से टिकट दिया गया था, लेकिन वो इस सीट पर बचा नहीं पाए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से करारी शिकस्त दी। राव 2019 में इसी सीट से जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। इस सीट पर कई सालों से कैप्टन यादव का कब्जा रहा है वो यहां से लगातार 6 बार विधायक रह चुके हैं लेकिन इस बार उनके बेटे को मिली हार से वो काफी परेशान हैं। ये खबर भी पढ़ें.. घरौंडा में वीरेंद्र राठौर ने लिए 3 नेताओं के नाम:बोले- अगर ये नेता पार्टी में रहें तो कांग्रेस छोड़ दूंगा, चुनाव में भाजपा का समर्थन किया हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में अंदरूनी कलह और गुटबाजी की परतें धीरे-धीरे खुलती जा रही हैं। घरौंडा से कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र राठौर ने अपनी हार के लिए ईवीएम में गड़बड़ी और तीन कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। (पूरी खबर पढ़ें)