त्योहारी सीजन में यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए रेलवे ने हरियाणा से होकर चलने वाली 20 ट्रेनों में अस्थायी तौर पर 44 कोच जोड़े हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार अगस्त में त्योहारी सीजन शुरू हो रहा है। यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए रेलवे ने पहले ही इंतजाम कर लिए हैं। अन्य लंबी ट्रेनों में भी अस्थायी तौर पर कोच जोड़े गए हैं, जिनमें यात्रियों का भार अधिक है। इन ट्रेनों में बढ़ाए कोच 1. गाड़ी संख्या 22471/22472, बीकानेर-दिल्ली सराय-बीकानेर ट्रेन में बीकानेर से 1 से 31 अगस्त तक तथा दिल्ली सराय से 3 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 सेकेंड एसी, 1 द्वितीय शयनयान व 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 2. गाड़ी संख्या 20473/20474, दिल्ली सराय-उदयपुर सिटी-दिल्ली सराय ट्रेन में दिल्ली सराय से 1 से 31 अगस्त तक तथा उदयपुर सिटी से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 1 सेकेंड एसी, 1 द्वितीय शयनयान व 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 3. गाड़ी संख्या 22475/22476, हिसार-कोयम्बटूर-हिसार ट्रेन में हिसार से 7 से 28 अगस्त तक तथा कोयम्बटूर से 10 से 31 अगस्त तक 1 सेकेंड एसी व 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 4. गाड़ी संख्या 19613/19612, अजमेर-अमृतसर-अजमेर ट्रेन में अजमेर से 1 से 31 अगस्त तक तथा अमृतसर से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 2 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 5. गाड़ी संख्या 19611/19614, अजमेर-अमृतसर-अजमेर ट्रेन में अजमेर से 1 से 31 अगस्त तक तथा अमृतसर से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 2 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 6. गाड़ी संख्या 19601/19602, उदयपुर सिटी-न्यूजलपाईगुडी-उदयपुर सिटी साप्ताहिक ट्रेन में उदयपुर सिटी से 3 से 31 अगस्त तक एवं न्यूजलपाईगुडी से 5 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 थर्ड एसी इकोनोमी श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 7. गाड़ी संख्या 12065/12066, अजमेर-दिल्ली सराय रोहिल्ला-अजमेर जन शताब्दी ट्रेन में 2 से 31 अगस्त तक 2 द्वितीय कुर्सीयान व 1 वातानुकूलित कुर्सीयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 8. गाड़ी संख्या 19701/19702, जयपुर-दिल्ली कैंट-जयपुर ट्रेन में जयपुर से 1 से 31 अगस्त तक तथा दिल्ली कैंट से 3 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 थर्ड एसी व 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 9. गाड़ी संख्या 20409/20410, दिल्ली कैंट-बठिंडा-दिल्ली कैंट ट्रेन में दिल्ली कैंट से 2 अगस्त से 1 सितंबर और बठिंडा से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 1 थर्ड एसी व 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 10. गाड़ी संख्या 12482/12481, श्रीगंगानगर-दिल्ली-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस ट्रेन में श्रीगंगानगर से 1 से 31 अगस्त तक और दिल्ली से2 अगस्त से 1 सितंबर तक 1 थर्ड एसी व 3 साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 11. गाड़ी संख्या 14731/14732, दिल्ली-बठिंडा-दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन में दिल्ली से 1 से 31 अगस्त तक और बठिंडा से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 1 थर्ड एसी व 3 साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 12. गाड़ी संख्या 14725/14726, भिवानी-मथुरा-भिवानी ट्रेन में भिवानी से 1 से 31 अगस्त तक और मथुरा से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 1 साधारण श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 13. गाड़ी संख्या 14795/14796, भिवानी-कालका-भिवानी ट्रेन में 3 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 साधारण श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 14. गाड़ी संख्या 14705/14706, भिवानी-ढेहर का बालाजी-भिवानी ट्रेन में 4 अगस्त से 3 सितंबर तक 1 साधारण श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 15. गाडी संख्या 14888/14887, बाड़मेर-ऋषिकेष-बाडमेर ट्रेन में बाडमेर से दिनांक 1 से 31 अगस्त तक और ऋषिकेष से 3 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 16. गाड़ी संख्या 14816/14815, ऋषिकेश -श्रीगंगानगर-ऋषिकेश ट्रेन में ऋषिकेश से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक और श्रीगंगानगर से 3 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 17. गाड़ी संख्या 14735/14736, श्रीगंगानगर-अम्बाला-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस ट्रेन में दिनांक 1 से 31 अगस्त तक 5 साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 18. गाड़ी संख्या 14715/14716, हिसार-जयपुर-हिसार ट्रेन में हिसार से 1 से 31 अगस्त तक और जयपुर से 4 अगस्त से 4 सितंबर तक 2 द्वितीय साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 19. गाड़ी संख्या 14734/14733, जयपुर-बठिंडा-जयपुर ट्रेन में जयपुर से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक एवं बठिंडा से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 2 द्वितीय साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 20. गाड़ी संख्या 04704/04703, जयपुर-बठिंडा-जयपुर ट्रेन में जयपुर से 3 अगस्त से 2 सितंबर तक एवं बठिंडा से 4 अगस्त से 3 सितंबर तक 2 द्वितीय साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। त्योहारी सीजन में यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए रेलवे ने हरियाणा से होकर चलने वाली 20 ट्रेनों में अस्थायी तौर पर 44 कोच जोड़े हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार अगस्त में त्योहारी सीजन शुरू हो रहा है। यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए रेलवे ने पहले ही इंतजाम कर लिए हैं। अन्य लंबी ट्रेनों में भी अस्थायी तौर पर कोच जोड़े गए हैं, जिनमें यात्रियों का भार अधिक है। इन ट्रेनों में बढ़ाए कोच 1. गाड़ी संख्या 22471/22472, बीकानेर-दिल्ली सराय-बीकानेर ट्रेन में बीकानेर से 1 से 31 अगस्त तक तथा दिल्ली सराय से 3 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 सेकेंड एसी, 1 द्वितीय शयनयान व 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 2. गाड़ी संख्या 20473/20474, दिल्ली सराय-उदयपुर सिटी-दिल्ली सराय ट्रेन में दिल्ली सराय से 1 से 31 अगस्त तक तथा उदयपुर सिटी से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 1 सेकेंड एसी, 1 द्वितीय शयनयान व 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 3. गाड़ी संख्या 22475/22476, हिसार-कोयम्बटूर-हिसार ट्रेन में हिसार से 7 से 28 अगस्त तक तथा कोयम्बटूर से 10 से 31 अगस्त तक 1 सेकेंड एसी व 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 4. गाड़ी संख्या 19613/19612, अजमेर-अमृतसर-अजमेर ट्रेन में अजमेर से 1 से 31 अगस्त तक तथा अमृतसर से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 2 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 5. गाड़ी संख्या 19611/19614, अजमेर-अमृतसर-अजमेर ट्रेन में अजमेर से 1 से 31 अगस्त तक तथा अमृतसर से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 2 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 6. गाड़ी संख्या 19601/19602, उदयपुर सिटी-न्यूजलपाईगुडी-उदयपुर सिटी साप्ताहिक ट्रेन में उदयपुर सिटी से 3 से 31 अगस्त तक एवं न्यूजलपाईगुडी से 5 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 थर्ड एसी इकोनोमी श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 7. गाड़ी संख्या 12065/12066, अजमेर-दिल्ली सराय रोहिल्ला-अजमेर जन शताब्दी ट्रेन में 2 से 31 अगस्त तक 2 द्वितीय कुर्सीयान व 1 वातानुकूलित कुर्सीयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 8. गाड़ी संख्या 19701/19702, जयपुर-दिल्ली कैंट-जयपुर ट्रेन में जयपुर से 1 से 31 अगस्त तक तथा दिल्ली कैंट से 3 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 थर्ड एसी व 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 9. गाड़ी संख्या 20409/20410, दिल्ली कैंट-बठिंडा-दिल्ली कैंट ट्रेन में दिल्ली कैंट से 2 अगस्त से 1 सितंबर और बठिंडा से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 1 थर्ड एसी व 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 10. गाड़ी संख्या 12482/12481, श्रीगंगानगर-दिल्ली-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस ट्रेन में श्रीगंगानगर से 1 से 31 अगस्त तक और दिल्ली से2 अगस्त से 1 सितंबर तक 1 थर्ड एसी व 3 साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 11. गाड़ी संख्या 14731/14732, दिल्ली-बठिंडा-दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन में दिल्ली से 1 से 31 अगस्त तक और बठिंडा से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 1 थर्ड एसी व 3 साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 12. गाड़ी संख्या 14725/14726, भिवानी-मथुरा-भिवानी ट्रेन में भिवानी से 1 से 31 अगस्त तक और मथुरा से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 1 साधारण श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 13. गाड़ी संख्या 14795/14796, भिवानी-कालका-भिवानी ट्रेन में 3 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 साधारण श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 14. गाड़ी संख्या 14705/14706, भिवानी-ढेहर का बालाजी-भिवानी ट्रेन में 4 अगस्त से 3 सितंबर तक 1 साधारण श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 15. गाडी संख्या 14888/14887, बाड़मेर-ऋषिकेष-बाडमेर ट्रेन में बाडमेर से दिनांक 1 से 31 अगस्त तक और ऋषिकेष से 3 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 16. गाड़ी संख्या 14816/14815, ऋषिकेश -श्रीगंगानगर-ऋषिकेश ट्रेन में ऋषिकेश से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक और श्रीगंगानगर से 3 अगस्त से 2 सितंबर तक 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 17. गाड़ी संख्या 14735/14736, श्रीगंगानगर-अम्बाला-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस ट्रेन में दिनांक 1 से 31 अगस्त तक 5 साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 18. गाड़ी संख्या 14715/14716, हिसार-जयपुर-हिसार ट्रेन में हिसार से 1 से 31 अगस्त तक और जयपुर से 4 अगस्त से 4 सितंबर तक 2 द्वितीय साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। 19. गाड़ी संख्या 14734/14733, जयपुर-बठिंडा-जयपुर ट्रेन में जयपुर से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक एवं बठिंडा से 2 अगस्त से 1 सितंबर तक 2 द्वितीय साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। 20. गाड़ी संख्या 04704/04703, जयपुर-बठिंडा-जयपुर ट्रेन में जयपुर से 3 अगस्त से 2 सितंबर तक एवं बठिंडा से 4 अगस्त से 3 सितंबर तक 2 द्वितीय साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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डेयरी से करोड़पति बना हरियाणा का युवक:एक गाय 67 लीटर दूध दे रही, अमूल-नेस्ले में भी बिक्री, हर महीने 20 लाख की कमाई
डेयरी से करोड़पति बना हरियाणा का युवक:एक गाय 67 लीटर दूध दे रही, अमूल-नेस्ले में भी बिक्री, हर महीने 20 लाख की कमाई जीवन में लक्ष्य बनाकर चलें तो मुकाम हासिल हो ही जाता है, इस कहावत को करनाल के गुढा गांव का रहने वाला गुरमेश उर्फ डिम्पल दहिया (35) ने सच साबित किया है। आठवीं क्लास पास करने के बाद जब गुरमेश ने पढ़ाई छोड़ी तो कई लोगों ने उसका मजाक उड़ाया, कई लोगों ने उससे ये तक कहा कि वो जीवन में कुछ नहीं कर पाएगा, लेकिन आज गुरमेश डेयरी फार्मिंग के जरिए करोड़पति बन गए हैं। 2004 में 10 गाय से एक डेयरी की शुरूआत करने वाले गुरमेश ने आज डेयरी फार्मिंग में महारत हासिल कर ली है। उनके पास इस समय 60 गाय हैं। कभी उनकी डेयरी में महज 100 लीटर दूध का उत्पादन होता था, लेकिन आज मिल्क प्रोडक्शन 1400 से 1500 लीटर प्रतिदिन है। इस दूध को वह नेस्ले और अमूल जैसी कंपनियों को सप्लाई करते हैं। जिससे वह हर महीने 15 से 20 लाख रुपए आराम से कमा लेते हैं। गुरमेश बताते हैं कि उन्होंने पशुपालन अपने पिता से सीखा है बचपन से ही वो अपने पिता के साथ काम में लगे रहते थे और उन्हें पशुपालन में हमेशा से ही रुचि रही है। वहीं, गुरमेश के पास ऐसी गाय भी है जो रोजाना 67 लीटर दूध देती है। डेयरी का आइडिया कहां से आया?
गुरमेश बताते हैं कि उनके पिता रणधीर सिंह पशुपालन का काम करते थे। 2004 से पहले हमारे पास 10-12 पशु होते थे। जिनमें भैंसे भी ओर गाय भी होती थीं। 2004 में हमने अपने डेयरी के काम को बढ़ाया। पास के गांव शेखपुरा खालसा से 11 हजार 400 रुपए की एचएफ नस्ल की गाय ली थी। जिसके नीचे 20 लीटर दूध था, उस समय 20 लीटर दूध देने वाली गाय को टॉप गाय की कैटेगरी में माना जाता था। 2006 में फिर हमने 29 हजार की एक और गाय ली, जो 30 लीटर दूध देती थी। हम बाहर से गाय खरीदते थे, इसलिए आइडिया यह आया कि क्यों न हम अपनी ही ब्रीड तैयार करें। जिसके बाद से डेयरी फार्मिंग की तरफ ओर भी ज्यादा रुझान हो गया। शुरुआत में क्या दिक्कतें आईं?
दूध का प्रोडक्शन और ब्रीड सुधार में इतना इंटरेस्ट बना की, घर पर पशु बांधने के लिए जगह ही कम पड़ गई थी। कोई बछिया चक्की से बांधनी पड़ती थी तो किसी को चारपाई के पावे से ही बांध दिया जाता। घर पर हमारे पास 25 से ज्यादा गाय हो चुकीं थी। भैंस में खर्च ज्यादा आता है आमदनी कम
गुरमेश बताते है कि वह शुरुआत से ही गाय पालते आ रहे हैं, उनके पास 55 एचएफ नस्ल की गाय हैं और 5 जर्सी नस्ल की गाय हैं। लोग कहते भी हैं कि भैंस भी पाल लिया करो, लेकिन भैंस पालने में खर्च ज्यादा आता है और दूध का प्रोडक्शन भी गाय के मुकाबले कम होता है। इसलिए शुरू से ही गाय की तरफ रुझान है। हमारे पास 36 दूधारू, 10 हिप्पर (पहली बार गर्भवती), 15 काफ गाय हैं जो 0 से एक साल के बीच की उम्र की होती हैं। सबसे महंगी गाय कितने की और किस नस्ल की?
गुरमेश ने के पास ऐसी गाय है जो 40 लीटर से ज्यादा दूध देती है। कुछ गाय ऐसी भी हैं जो 60 लीटर से ज्यादा दूध देती हैं। इसके अलावा एक गाय वो भी है, जो 67 लीटर दूध एक ही दिन में देती है। एचएफ नस्ल की इस गाय का दिन में तीन बार दूध निकालना पड़ता है। हालांकि इस गाय को खरीदने के लिए कई लोग 5 लाख रुपए तक देने को तैयार हैं लेकिन हमने ये गाय नहीं बेची। दरअसल वो अपनी इस गाय को पशु मेलों में होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए तैयार कर रहे हैं। ब्रीड के लिए सांड किस नस्ल का? कहां से लाए?
गुरमेश बताते हैं ब्रीडिंग के लिए वह विदेशी कंपनियों के सीमन का इस्तेमाल करते हैं। जिसमें एचएफ (होलीस्टन फ्रिजियम सीमन), यूएसए की कंपनी डब्ल्युडब्ल्युएस (वर्ल्ड वाइड सीरीज) और यूएसए की एबीएस ग्लोबल नाम की कंपनी शामिल है। इसके अलावा वो नीदरलैंड की कंपनी सीआरवी, कनाडा की कंपनी सी- मेक्स से भी सीमन मंगाते है। गुजरात की एसईजी कंपनी के सीमन का यूज भी वो करते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि जिस तरह से डेयरी से आमदनी होती है उस हिसाब से खर्चे भी हैं। आमदनी का 60 फीसदी हिस्सा डेयरी में पशुओं पर ही खर्च हो जाता है। डेयरी फार्मिंग से कितनी कमाई होती है
गुरमेश के मुताबिक, वह अपनी डेयरी का दूध लॉकल में नहीं बेचते बल्कि अमूल और नेस्ले कंपनी को बेचते हैं। जहां पर उन्हें फैंट के हिसाब से दूध का रेट मिलता है। दूध उत्पादन भी सर्दियों और गर्मियों के अनुसार घटता बढ़ता रहता है। दूध घटने पर नुकसान होता है, लेकिन जब दूध सर्दियों में बढ़ता है तो थोड़ा फायदा होने लगता है। कंपनियों में दूध 38 रुपए से 40 रुपए के हिसाब से चला जाता है। पीक सीजन में उनकी डेयरी पर 1500 लीटर दूध का उत्पादन हो जाता है। दूध निकालने के लिए विदेशी मशीनें इस्तेमाल की जाती हैं। उनके पास 4 मशीने हैं लेकिन वह सिर्फ 2 मशीनों का इस्तेमाल करते हैं और दो घंटे में सारी गायों का दूध निकाल लेते हैं।