जालंधर| इनोसेंट हार्ट्स ग्रीन मॉडल टाउन व लोहारां के विद्यार्थियों ने 24वीं रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप में शानदार जीत हासिल की है। यह चैंपियनशिप पिछले सप्ताह पुलिस डीएवी स्कूल में संपन्न हुई। ग्रीन मॉडल टाउन की हरगुन, सरगुन मेहमी, हरनाज़ कौर व करमन कौर ने इस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल के साथ शानदार जीत हासिल की है। जबकि लोहारां के मोक्ष तिलक सलगोत्रा ने सिल्वर मेडल हासिल किया। हरगुन हुंडल 24वीं डिस्ट्रिक्ट रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप में 500 मीटर व 1000 मीटर में दो गोल्ड मेडल जीते। करमन कौर ने डिस्ट्रिक्ट रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप 2024 में रेस-1वन लैप इनलाइन, रेस-2 टू लैप इनलाइन में गोल्ड मेडल जीते तथा 24 नवंबर को होने वाली राज्य-स्तरीय प्रतियोगिता में क्वालीफाई हुई है। करमन जालंधर डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करेगी। सरगुन मेहमी ने जिला रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप-2024 में कैटेगरी 9 से 11 वर्ष (लड़कियाँ) क्वाड इवेंट में गोल्ड मेडल जीता। हरनाज़ कौर ने जिला रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप-2024 में रेस-1वन लैप इनलाइन में गोल्ड मेडल तथा रेस-2 में टू लैप इनलाइन में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। इस अवसर पर राजीव पालीवाल, शालू सहगल ने अनिल व संजीव की प्रशंसा की। जालंधर| डॉ बीआर अंबेडकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अब पांच ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ एकेडमिक नेटवर्क कोर्स को स्वीकृत दी गई है। यह कार्यक्रम वैज्ञानिकों और उद्यमियों की अंतरराष्ट्रीय प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए बनाया गया है ताकि वे भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ जुड़ें, जिससे देश के मौजूदा अकादमिक संसाधनों को बढ़ावा मिले और इसलिए इन क्षेत्रों में प्रशिक्षित जनशक्ति उपलब्ध होना आवश्यक है। निदेशक, प्रो. बिनोद कुमार कन्नौजिया ने कहा, हमें इस स्वीकृत पर खुशी है। जालंधर| इनोसेंट हार्ट्स ग्रीन मॉडल टाउन व लोहारां के विद्यार्थियों ने 24वीं रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप में शानदार जीत हासिल की है। यह चैंपियनशिप पिछले सप्ताह पुलिस डीएवी स्कूल में संपन्न हुई। ग्रीन मॉडल टाउन की हरगुन, सरगुन मेहमी, हरनाज़ कौर व करमन कौर ने इस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल के साथ शानदार जीत हासिल की है। जबकि लोहारां के मोक्ष तिलक सलगोत्रा ने सिल्वर मेडल हासिल किया। हरगुन हुंडल 24वीं डिस्ट्रिक्ट रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप में 500 मीटर व 1000 मीटर में दो गोल्ड मेडल जीते। करमन कौर ने डिस्ट्रिक्ट रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप 2024 में रेस-1वन लैप इनलाइन, रेस-2 टू लैप इनलाइन में गोल्ड मेडल जीते तथा 24 नवंबर को होने वाली राज्य-स्तरीय प्रतियोगिता में क्वालीफाई हुई है। करमन जालंधर डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करेगी। सरगुन मेहमी ने जिला रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप-2024 में कैटेगरी 9 से 11 वर्ष (लड़कियाँ) क्वाड इवेंट में गोल्ड मेडल जीता। हरनाज़ कौर ने जिला रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप-2024 में रेस-1वन लैप इनलाइन में गोल्ड मेडल तथा रेस-2 में टू लैप इनलाइन में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। इस अवसर पर राजीव पालीवाल, शालू सहगल ने अनिल व संजीव की प्रशंसा की। जालंधर| डॉ बीआर अंबेडकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अब पांच ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ एकेडमिक नेटवर्क कोर्स को स्वीकृत दी गई है। यह कार्यक्रम वैज्ञानिकों और उद्यमियों की अंतरराष्ट्रीय प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए बनाया गया है ताकि वे भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ जुड़ें, जिससे देश के मौजूदा अकादमिक संसाधनों को बढ़ावा मिले और इसलिए इन क्षेत्रों में प्रशिक्षित जनशक्ति उपलब्ध होना आवश्यक है। निदेशक, प्रो. बिनोद कुमार कन्नौजिया ने कहा, हमें इस स्वीकृत पर खुशी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पर्ल ग्रुप के मालिक का आज अंतिम संस्कार:निर्मल सिंह भंगू के परिवार ने जारी किया पब्लिक नोटिस, कहा- निवेशक का पैसा लौटाएंगे
पर्ल ग्रुप के मालिक का आज अंतिम संस्कार:निर्मल सिंह भंगू के परिवार ने जारी किया पब्लिक नोटिस, कहा- निवेशक का पैसा लौटाएंगे पंजाब के रहने वाले पर्ल ग्रुप के मालिक व 45 हजार करोड़ घोटाले के मास्टरमाइंड निर्मल सिंह भंगू का आज चंडीगढ़ में अंतिम संस्कार किया जाएगा। रविवार रात दिल्ली में उनकी मौत हो गई। अंतिम संस्कार से पहले परिवार ने पब्लिक नोटिस कर निवेषकों के पैसे लौटाने की बात कही है। ये पब्लिक नोट उनकी बेटी बरिंदर कौर भंगू की तरफ से जारी किया गया। जनवरी 2016 में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने भंगू को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे। रविवार रात तबीयत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के DDU अस्पताल में लाया गया। शाम 7.50 बजे उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। भंगू पर आरोप था कि उसने पोंजी स्कीम्स से करोड़ों का साम्राज्य इकट्ठा किया। भंगू ने 5 करोड़ से ज्यादा लोगों को ऐसी स्कीम्स में फंसा कर हजारों करोड़ रुपए इकट्ठा किए और उसे विदेश में इन्वेस्ट कर दिया। जांच शुरू हुई तो जनवरी 2016 को CBI ने निर्मल सिंह को पकड़ लिया। इसके बाद जांच एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने भी की। जानें क्या लिखा है पब्लिक नोटिस में अत्यंत दुःख के साथ निर्मल सिंह भंगू के 25 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में चिकित्सा उपचार के दौरान निधन के बारे में सूचित करते हैं। उनकी आत्मा सभी को दर्द और दुख की खाई में छोड़कर दुनिया से चली गई। मैं, बरिंदर कौर भंगू, स्वर्गीय सरदार निर्मल सिंह भंगू की बेटी, अत्यंत शोक संतप्त और शोकाकुल पर्ल्स ग्रुप परिवार की ओर से संवाद करती हूं और अपने मूल्यवान निवेशकों के साथ इस अकल्पनीय नुकसान की खबर साझा करती हूं। निर्मल सिंह भंगू का जीवन पर्ल्स ग्रुप के प्रत्येक निवेशक को पैसे चुकाने के एक एकल, अटूट सपने के लिए समर्पित था। दिवंगत निर्मल सिंह भंगू पीएसीएल लिमिटेड और पीजीएफ लिमिटेड के निवेशकों को धन की वापसी से संबंधित मुद्दों पर भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा विचार किया जा रहा है, जिन्होंने 02 समितियां (लोढ़ा समिति और स्पेशल कमेटी) भी बनाई हैं। पीएसीएल लिमिटेड और पीजीएफ लिमिटेड के निवेशकों को धन की वापसी इन्हीं कमेटियों की निगरानी में की जाएगी। पर्ल्स ग्रुप परिवार की ओर से और अपने पिता के सम्मान में, मैं आपको अपना अटूट समर्थन देने और प्रत्येक निवेशक को पैसे के पुनर्भुगतान के संबंध में न्यायिक या अर्ध-न्यायिक अधिकारियों को अपना पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन देती हूं। मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगी जब तक कि मैं अपने पिता के सपने को, जिसके लिए वह जीए और मर गए, को सच होते नहीं देख लेती। पीएसीएल लिमिटेड के साथ-साथ पीजीएफ लिमिटेड के प्रत्येक निवेशक को यह मेरा आश्वासन है कि मैं आपके अधिकारों की रक्षा करने का कोई भी अवसर नहीं छोड़ूंगी और जब तक आप सभी को भुगतान नहीं मिल जाता, मैं हमेशा आपके हित को बरकरार रखूंगी। 1980 में खोली खुद की कंपनी 70 के दशक में भंगू नौकरी की तलाश में कोलकाता चला गया। जहां उसने एक फेमस इन्वेस्टमेंट कंपनी पियरलेस में कुछ साल काम किया। उसके बाद इन्वेस्टर्स से करोड़ों की ठगी करने वाली हरियाणा की कंपनी गोल्डन फॉरेस्ट इंडिया लिमिटेड में काम करने लगा। इस कंपनी के बंद होने के बाद वह बेरोजगार हो गया। इसी कंपनी के काम करने के आइडिया के तहत उसने 1980 में पर्ल्स गोल्डन फॉरेस्ट (पीजीएफ) नाम की कंपनी बनाई। यह कंपनी भी गोल्डन फॉरेस्ट इंडिया लिमिटेड की तर्ज पर लोगों से सागौन जैसे पेड़ों के प्लांटेशन पर इन्वेस्टमेंट करा कुछ वक्त बाद अच्छा मुनाफा लौटाने का वादा करती थी। 1996 तक कंपनी ने करोड़ों रुपए जुटा लिए। इनकम टैक्स और दूसरी जांच के चलते कंपनी को बंद कर दिया गया। विदेश में बनाया अपना साम्राज्य इसके बाद उसने पंजाब के बरनाला से एक नई कंपनी पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PACL) की शुरुआत की। ये एक चेन सिस्टम स्कीम्स थी। कंपनी के दिए बड़े मुनाफे के दावों और वादों के लालच में 5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने इसमें पैसा लगा दिया। इसके तहत लोगों से हर महीने मामूली रकम जमा करवाई जाती थी। लोगों से जुटाई गई छोटी-छोटी रकम से उसने देश ही नहीं विदेश में पर्ल्स ग्रुप का एम्पायर खड़ा कर लिया। करोड़ों रुपए को भंगू ने अलग-अलग तरह के कई कारोबार में इन्वेस्ट किया। जब वादे के मुताबिक इन्वेस्टर्स को उनका लगाया पैसा नहीं लौटाया गया तो कंपनी के खिलाफ लोगों शिकायत दर्ज करानी शुरू कर दी। इसके बाद मामला CBI के पास पहुंचा। CBI की जांच में क्या ? CBI की जांच के अनुसार लोगों से ठगी करने वाली कंपनियों की पहचान पर्ल्स इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, एआरएसएस इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड और जैन इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के रूप में की गई।
उच्च रिटर्न के झूठे वादे पर लोगों को निवेश करने के लिए मनाने के लिए निर्मल भंगू की कंपनियों द्वारा योजनाएं शुरू की गईं थी। विभिन्न राज्यों के 5.50 करोड़ निवेशकों से जुटाई गई धनराशि का दुरुपयोग किया गया। निवेशकों को झूठे भूमि आवंटन पत्र दिए गए। दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में और उसके आसपास के अधिकांश लैंड या तो अस्तित्व में नहीं थी, वह सरकारी प्रॉपर्टी थी या उनके असल मालिकों की तरफ से बेची ही नहीं गई थी। 23 लाख से अधिक कमीशन एजेंटों को शामिल किया था और उनमें से 1700 से अधिक सीनियर लैवल के फील्ड ऑफिसर थे। इन्हें निवेशकों को लाने के लिए लाखों रुपए का मासिक कमीशन का भुगतान किया गया। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर आरोपियों ने बाद में एक योजना बंद कर दी, लेकिन पिछले निवेशकों को भुगतान करने के लिए इस्तेमाल की गई धनराशि इकट्ठा करने के लिए एक अलग कंपनी के नाम पर एक और योजना शुरू की। सेल संस्थाओं का उपयोग करके एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी डायवर्ट किया गया और ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों में लगभग 132.99 मिलियन आस्ट्रेलियन डॉलर का निवेश किया गया। सीएम मान ने प्रॉपर्टी सीज करवानी शुरू की मई 2023 में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पर्ल ग्रुप की प्रॉपर्टी को सीज कर इन्वेस्टर्स के पैसे लौटाने का वादा किया था। जिसके बाद पंजाब सरकार ने प्रॉपर्टी को सीज करने की कानूनी प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी। पिछले साल पत्नी हुई थी गिरफ्तार पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने सितंबर 2023 में निर्मल सिंह भंगू की पत्नी प्रेम कौर को भी गिरफ्तार किया था। प्रेम कौर को इस मामले में पर्ल ग्रुप की संपत्तियों को अलग करने और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन का आरोप था। प्रेम कौर ने संपत्तियों को बेचने के लिए एक करीबी रिश्तेदार को ट्रांसफर करने के लिए नामांकित किया गया था।

कुरुक्षेत्र में लॉकअप तोड़कर भागा आरोपी पंजाब से गिरफ्तार:लिफ्ट लेकर गोबिंदगढ़ पहुंचा; रात में दुकानों के बाहर सोता, सुबह गांव में छिप जाता था
कुरुक्षेत्र में लॉकअप तोड़कर भागा आरोपी पंजाब से गिरफ्तार:लिफ्ट लेकर गोबिंदगढ़ पहुंचा; रात में दुकानों के बाहर सोता, सुबह गांव में छिप जाता था कुरुक्षेत्र से लॉकअप तोड़कर फरार हुए आरोपी को पुलिस ने पंजाब से पकड़ लिया। उसकी धरपकड़ के लिए पुलिस की 4 टीमें लगी हुई थीं। आरोपी इंद्रजीत सिंह हाल निवासी अमीन रोड 28 मई की सुबह करीब पौने 4 बजे लॉकअप का ताला खोलकर फरार हो गया था। ट्रेन से पहुंचा अंबाला कैंट थाना कृष्णा गेट की लॉकअप से फरार हुआ इंद्रजीत सिंह कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन से ट्रेन के जरिए अंबाला कैंट पहुंचा। यहां से आरोपी इंद्रजीत लिफ्ट लेकर पंजाब आ गया। यहां लुधियाना में अपने गांव जाने की बजाय मंडी गोबिंदगढ़ में उतर गया, क्योंकि उसे पता था कि पुलिस उसके गांव तक जरूर पहुंच जाएगी। वो दिनभर मंडी गोबिंदगढ़ में घूमता था। रात में दुकानदारों के बाहर सोता और सुबह होते ही आसपास के गांवों में छिप जाता था। कील से खोला था ताला आरोपी इंद्रजीत ने 28 मई की सुबह करीब 3:38 बजे लॉकअप में लगे बिजली के बोर्ड को उखाड़ दिया। आरोपी ने लोहे की कील से लॉकअप का ताला खोल लिया और थाने से लगती सरकारी स्कूल की छत से फरार हो गया। पुलिस को बाद में पता चला कि आरोपी इंद्रजीत ताले खोलने में माहिर है। सुबह 7 बजे इंद्रजीत लॉकअप में नहीं मिला तो पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी। महिला से रेप का आरोप आरोपी इंद्रजीत रोडी बेचने का काम करता है। उस पर शहर की महिला के साथ कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर रेप करने का आरोप है। इस मामले में आरोपी इंद्रजीत को गिरफ्तार किया गया था। महिला ने आरोपी पर मारपीट का आरोप भी लगाया था। इस मामले में पुलिस ने इंद्रजीत को 27 मई को गिरफ्तार किया था। अगले दिन उसे कोर्ट में पेश करना था, मगर उससे पहले ही आरोपी फरार हो गया था। गोबिंदगढ़ से पकड़ा गया थाना कृष्णा गेट के SHO जगदीश टामक ने बताया कि पुलिस की 4 टीमें आरोपी की तलाश कर रही थीं। आरोपी को पकड़ने के लिए साइबर सेल की मदद ली गई। लोकेशन मिलते ही टीम ने मंडी गोबिंदगढ़ के पास अम्बा माजरा गांव में रेड कर 4 दिन बाद आरोपी इंद्रजीत को काबू कर लिया। कोर्ट के ऑर्डर से उसे जेल भेज दिया।

पटियाला में विजिलेंस टीम की कार्रवाई:रिश्वत लेते पकड़ा गया पूर्व पंचायत सदस्य, सरकारी गवाहों की मौजूदगी में घटना
पटियाला में विजिलेंस टीम की कार्रवाई:रिश्वत लेते पकड़ा गया पूर्व पंचायत सदस्य, सरकारी गवाहों की मौजूदगी में घटना पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने पटियाला के गांव दिऊगढ़ निवासी पूर्व पंचायत मेंबर करनैल सिंह को 1,40,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है। इस बारे में जानकारी देते हुए मंगलवार को यहां राज्य विजीलैंस ब्यूरो के सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मुलजिम को उसके गांव के ही निवासी शेरा सिंह द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो से संपर्क कर बताया कि उसके खि़लाफ़ थाना घग्गा, जि़ला पटियाला में एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत एफआईआर दर्ज है। उसने दोष लगाया कि सीआईए समाना के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर (एसआई) मनप्रीत सिंह और सहायक सब इंस्पेक्टर (एएसआई) प्रगट सिंह ने इस पुलिस केस में उसकी मदद करने के बदले 2 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की है, और उन्होंने रिश्वत की यह रकम अपने जानकार उक्त व्यक्ति करनैल सिंह को सौंपने के लिए कहा है। सरकारी गवाहों की मौजूदगी में रिश्वत प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाकर करनैल सिंह को उस समय पकड़ लिया जब वह शिकायतकर्ता से एसआई मनप्रीत और एएसआई प्रगट सिंह की तरफ से 1,40,000 रुपए की रिश्वत दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में ले रहा था। इस संबंधी करनैल सिंह के खि़लाफ़ विजीलैंस ब्यूरो के थाना पटियाला रेंज में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि इस केस में आगे की जांच के दौरान उक्त एसआई मनप्रीत सिंह और एएसआई प्रगट सिंह की भूमिका की जांच की जाएगी और उसके मुताबिक इस केस में उनको नामज़द किया जायेगा।