सहारनपुर में रविवार को मोहल्ले की रोड करीब 20 फीट धंस गई। वार्ड 34 के मोहल्ला विनोद विहार की घटना है। गड्ढे में गिरकर पार्षद सुधीर पंवार घायल हो गए। उनके अलावा 4 मजदूर भी घायल हुए हैं। विरोध में मोहल्ले के लोग सड़क जाम कर बैठ गए हैं। जिम्मेदार पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। नगर निगम ने यह सड़क सालभर पहले बनाई थी। मोहल्ले के लोगों ने बताया- एक साल पहले जल निगम की ओर से सीवर बिछाया गया। इसके बाद नगर निगम ने सड़क की मरम्मत कर दी। जल निगम का कहना है कि यह पूरी लापरवाही नगर निगम की है। मोहल्ले के लोग लगातार पानी लीकेज की शिकायत नगर निगम से कर रहे थे, लेकिन उन्होंने कोई भी एक्शन नहीं लिया। मोहल्ले वालों की पुलिस से नोकझोंक
हादसे के बाद लोगों ने नगर निगम के खिलाफ हंगामा किया। सड़क पर धरना देते हुए बैठ गए। नगर निगम मुर्दाबाद…तानाशाही नहीं चलेगी… भ्रष्टाचार नहीं चलेगा आदि नारे लगाए। नगर विधायक राजीव कुमार, मेयर डॉक्टर अजय सिंह, नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना पर पुलिस और सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार भी पहुंचे। मोहल्ले वालों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई है। लोग बोले- हमारे घर गिरने वाले हैं, क्या होगा?
नगर निगम के अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। रोड बनाने में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग की। कहा- जब तक लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई नहीं होगी, वो विरोध जारी रखेंगे। मोहल्ले के लोगों ने कहा- सड़क इतनी धंस गई। अब हमारे मकान गिरने वाले हैं। इसका क्या होगा? अंदर ही अंदर रोड और नींव खोखली हो गई
मोहल्ले के सतीश कपिल ने बताया कि 5-6 महीने से पानी की समस्या थी। सिटी मजिस्ट्रेट के यहां गए तो नगर निगम भेजा गया। 15-20 दिन पहले नगर निगम भी गया। वहां किसी ने नहीं सुनी। अंदर जगह-जगह सीवर लाइन टूट गई है। पानी जगह-जगह रुक रहा। सीवर का पानी आगे नहीं बढ़ पा रहा था, मोहल्ले में कई जगह लीकेज की स्थिति थी। अंदर ही अंदर रोड और घरों की नींव खोखली हो गई। मरम्मत नहीं हुई तो रोड धंस गई। पार्षद और 3-4 मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं। कल को घर गिर गया तो क्या मरने के बाद मुआवजा देने का इंतजार नगर निगम कर रहा। देखिए हादसे से जुड़ी तस्वीरें- खबर लगातार अपडेट की जा रही है… सहारनपुर में रविवार को मोहल्ले की रोड करीब 20 फीट धंस गई। वार्ड 34 के मोहल्ला विनोद विहार की घटना है। गड्ढे में गिरकर पार्षद सुधीर पंवार घायल हो गए। उनके अलावा 4 मजदूर भी घायल हुए हैं। विरोध में मोहल्ले के लोग सड़क जाम कर बैठ गए हैं। जिम्मेदार पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। नगर निगम ने यह सड़क सालभर पहले बनाई थी। मोहल्ले के लोगों ने बताया- एक साल पहले जल निगम की ओर से सीवर बिछाया गया। इसके बाद नगर निगम ने सड़क की मरम्मत कर दी। जल निगम का कहना है कि यह पूरी लापरवाही नगर निगम की है। मोहल्ले के लोग लगातार पानी लीकेज की शिकायत नगर निगम से कर रहे थे, लेकिन उन्होंने कोई भी एक्शन नहीं लिया। मोहल्ले वालों की पुलिस से नोकझोंक
हादसे के बाद लोगों ने नगर निगम के खिलाफ हंगामा किया। सड़क पर धरना देते हुए बैठ गए। नगर निगम मुर्दाबाद…तानाशाही नहीं चलेगी… भ्रष्टाचार नहीं चलेगा आदि नारे लगाए। नगर विधायक राजीव कुमार, मेयर डॉक्टर अजय सिंह, नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना पर पुलिस और सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार भी पहुंचे। मोहल्ले वालों की पुलिस से नोकझोंक भी हुई है। लोग बोले- हमारे घर गिरने वाले हैं, क्या होगा?
नगर निगम के अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। रोड बनाने में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग की। कहा- जब तक लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई नहीं होगी, वो विरोध जारी रखेंगे। मोहल्ले के लोगों ने कहा- सड़क इतनी धंस गई। अब हमारे मकान गिरने वाले हैं। इसका क्या होगा? अंदर ही अंदर रोड और नींव खोखली हो गई
मोहल्ले के सतीश कपिल ने बताया कि 5-6 महीने से पानी की समस्या थी। सिटी मजिस्ट्रेट के यहां गए तो नगर निगम भेजा गया। 15-20 दिन पहले नगर निगम भी गया। वहां किसी ने नहीं सुनी। अंदर जगह-जगह सीवर लाइन टूट गई है। पानी जगह-जगह रुक रहा। सीवर का पानी आगे नहीं बढ़ पा रहा था, मोहल्ले में कई जगह लीकेज की स्थिति थी। अंदर ही अंदर रोड और घरों की नींव खोखली हो गई। मरम्मत नहीं हुई तो रोड धंस गई। पार्षद और 3-4 मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं। कल को घर गिर गया तो क्या मरने के बाद मुआवजा देने का इंतजार नगर निगम कर रहा। देखिए हादसे से जुड़ी तस्वीरें- खबर लगातार अपडेट की जा रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर