हरियाणा में करनाल के असंध में स्थानीय वकील व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी की कॉल्स विदेशी नंबरों से आई है। वकील ने धमकियां किसी गैंग से संबंधित होने का शक जताया है। आरोप है कि हो सकता है किसी जानकार ने उसकी सुपारी दी हो। मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। UK के नंबर से आ रही कॉल असंध निवासी वकील अनिल कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि बीती 18 जुलाई से उन्हें विभिन्न UK नंबरों से फोन कॉल्स आ रहे हैं, जिनमें अज्ञात व्यक्ति उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उसका मानना है कि ये धमकियाँ किसी गैंग से संबंधित हो सकती हैं और यह कार्य उनके किसी जानकार ने सुपारी देकर कराया हो सकता है। उन्हें इस मामले में अपने जानकार नारायण सिंह और उसके साथियों पर शक है। उच्च अधिकारियों को किया गया है सूचित अनिल कुमार ने इस मामले में कई उच्च अधिकारियों को भी सूचित किया है, जिनमें हरियाणा के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, भारत सरकार के गृह मंत्री, पुलिस अधीक्षक करनाल, और उप पुलिस अधीक्षक असन्ध शामिल हैं। उन्होंने अपनी शिकायत के साथ फोन नंबरों की डिटेल्स और वॉयस रिकॉर्डिंग भी संलग्न की हैं। पुलिस ने किया मामला दर्ज पुलिस ने उनकी शिकायत के आधार पर रपट दर्ज की और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में जान से मारने की धमकी स्पष्ट रूप से सुनाई नहीं दे रही थी, लेकिन हालात संदिग्ध थे। 24 जुलाई को अनिल कुमार ने एक और रिकॉर्डिंग पेश की, जिसमें उनकी पत्नी को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। पुलिस ने की जांच शुरू मामले की गंभीरता को देखते हुए असंध थाना पुलिस ने धारा 351(2) BNS के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस उप निरीक्षक संजय कुमार ने कहा कि वे मामले की तफ्तीश पूरी गंभीरता से करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी। हरियाणा में करनाल के असंध में स्थानीय वकील व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी की कॉल्स विदेशी नंबरों से आई है। वकील ने धमकियां किसी गैंग से संबंधित होने का शक जताया है। आरोप है कि हो सकता है किसी जानकार ने उसकी सुपारी दी हो। मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। UK के नंबर से आ रही कॉल असंध निवासी वकील अनिल कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि बीती 18 जुलाई से उन्हें विभिन्न UK नंबरों से फोन कॉल्स आ रहे हैं, जिनमें अज्ञात व्यक्ति उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उसका मानना है कि ये धमकियाँ किसी गैंग से संबंधित हो सकती हैं और यह कार्य उनके किसी जानकार ने सुपारी देकर कराया हो सकता है। उन्हें इस मामले में अपने जानकार नारायण सिंह और उसके साथियों पर शक है। उच्च अधिकारियों को किया गया है सूचित अनिल कुमार ने इस मामले में कई उच्च अधिकारियों को भी सूचित किया है, जिनमें हरियाणा के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, भारत सरकार के गृह मंत्री, पुलिस अधीक्षक करनाल, और उप पुलिस अधीक्षक असन्ध शामिल हैं। उन्होंने अपनी शिकायत के साथ फोन नंबरों की डिटेल्स और वॉयस रिकॉर्डिंग भी संलग्न की हैं। पुलिस ने किया मामला दर्ज पुलिस ने उनकी शिकायत के आधार पर रपट दर्ज की और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में जान से मारने की धमकी स्पष्ट रूप से सुनाई नहीं दे रही थी, लेकिन हालात संदिग्ध थे। 24 जुलाई को अनिल कुमार ने एक और रिकॉर्डिंग पेश की, जिसमें उनकी पत्नी को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। पुलिस ने की जांच शुरू मामले की गंभीरता को देखते हुए असंध थाना पुलिस ने धारा 351(2) BNS के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस उप निरीक्षक संजय कुमार ने कहा कि वे मामले की तफ्तीश पूरी गंभीरता से करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में संगठन बनाएगी कांग्रेस, प्रधान-प्रभारी की छुट्टी तय:राहुल गांधी के करीबी को कमान; हुड्डा-सैलजा को सख्त मैसेज, पहले जिला लेवल पर नियुक्तियां
हरियाणा में संगठन बनाएगी कांग्रेस, प्रधान-प्रभारी की छुट्टी तय:राहुल गांधी के करीबी को कमान; हुड्डा-सैलजा को सख्त मैसेज, पहले जिला लेवल पर नियुक्तियां हरियाणा में कांग्रेस चुनाव में हार के बाद अब संगठन पर काम करेगी। कांग्रेस जिले से प्रदेश स्तर का नया संगठन खड़ा करेगी, ताकि नए छोटे कार्यकर्ताओं को मौका मिले और वह आगे आ सकें। पद संभालने के बाद नए सह प्रभारी जितेंद्र बघेल ने इस काम शुरू कर दिया है। बघेल की गुपचुप तरीके से हरियाणा में एंट्री हुई है। इससे पहले हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान और प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की छुट्टी हो सकती है। गुरुवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उदयभान ने बाबरिया पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी ने हरियाणा में संगठन नहीं बनने दिया। वहीं, गुटबाजी पर लगाम कसने के लिए हाईकमान ने पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा को सख्त मैसेज दिया है। इन्हें कहा गया है कि मीडिया में एक-दूसरे के खिलाफ कोई बयानबाजी न करें। अब हरियाणा में संगठन में नियुक्ति नीचे से ऊपर की ओर की जाएंगी। सबसे पहले जिलाध्यक्षों की नियुक्ति संगठन कर सकता है। इसके बाद दूसरे स्तर पर नियुक्तियां होंगी। हरियाणा में 10 साल से नहीं संगठन
हरियाणा में कांग्रेस 10 साल से संगठन खड़ा नहीं पाई है। कांग्रेस हाईकमान की ओर से हरियाणा के लगाए गए सह प्रभारी जितेंद्र बघेल का भी मानना है कि हरियाणा में सभी नेताओं को साथ लेकर चलना और संगठन बनाना बड़ी चुनौती होगी। पिछले 10 साल से कांग्रेस में न तो संगठन बन पाया है और न ही पार्टी की गुटबाजी खत्म हो पाई है। बल्कि, अब विधानसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी में धड़ेबाजी और बढ़ गई है। नेता एक-दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ रहे हैं। चंडीगढ़ में उदयभान ने बाबरिया पर ठीकरा फोड़ा
गुरुवार को चंडीगढ़ में उदयभान कहा है कि राज्य में कांग्रेस का संगठन न बन पाने और विधानसभा में हार के लिए पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया जिम्मेदार हैं। उदयभान ने कहा कि हमने कई बार पार्टी पदाधिकारियों की सूचियां प्रभारी को सौंपी, लेकिन वह इन्हें कांग्रेस हाईकमान के पास भेजने के बजाय स्वयं दबाए बैठे रहे। उदयभान ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की हार का एक बड़ा कारण EVM की हैकिंग तो है ही, राज्य में संगठन का न बन पाना भी एक वजह है। राहुल गांधी के सामने 7 अगस्त 2023 को हुई मीटिंग में बाबरिया ने वादा किया था कि 10 सितंबर 2023 तक संगठन बना दिया जाएगा, लेकिन फिर भी वह संगठन तैयार नहीं करवा सके। ऐसे आरोपों के बीच हरियाणा के लिए कांग्रेस ने जितेंद्र बघेल को बड़ी जिम्मेदारी दी है। हरियाणा के प्रभारी दीपक बाबरिया पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं और वह फिलहाल बीमार चल रहे हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और प्रभारी की हो सकती है छुट्टी
हरियाणा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान की छुट्टी हो सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हाईकमान ने इसके संकेत दे दिए हैं। इसके अलावा पार्टी की हार के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। वहीं, नेता विपक्ष रह चुके भूपेंद्र हुड्डा से भी हार पर जवाबतलबी की गई थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश में अच्छे माहौल के बावजूद हुए उलटफेर को कांग्रेस हाईकमान ने बड़ी गंभीरता से लिया है। इसके बाद यहां संगठन को लेकर बड़े फेरबदल किए जा रहे हैं। मौजूदा अध्यक्ष चौधरी उदयभान हुड्डा के करीबी हैं। चुनाव में संगठन को संभालने की जगह उन्होंने खुद चुनाव लड़ा। हालांकि, वह होडल सीट से हार गए। कांग्रेस हाईकमान के आगे इसे लेकर भी सवाल खड़े हुए हैं, क्योंकि भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने राई से विधायक होते हुए भी संगठन की जिम्मेदारी बता चुनाव नहीं लड़ा था। राहुल गांधी ने हरियाणा के नेताओं पर ठीकरा फोड़ा
हरियाणा में कांग्रेस की हार के बाद दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर समीक्षा मीटिंग हुई थी, जिसमें राहुल गांधी ने हार को लेकर कहा कि हमारी पार्टी के नेताओं के इंटरेस्ट पार्टी से ऊपर हो गए, इसी वजह से हार हुई। इसके बाद यहां तय हुआ कि हार के कारण जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जाएगी। कमेटी हरियाणा में जाकर नेताओं से चर्चा कर रिपोर्ट हाईकमान को सौपेंगी। हालांकि, कमेटी ने जांच के बाद हाई कमान को रिपोर्ट सौंपी, जिसमें हार की वजह गुटबाजी, कमजोर नेतृत्व सहित कई कारण रहे। यह रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। सैलजा ने भी कहा था- संगठन होना जरूरी
वहीं, इससे पहले सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा रोहतक में बयान दे चुकी हैं कि कांग्रेस संगठन न बना पाने के कारण हारी। सैलजा ने कहा कि संगठन से कार्यकर्ताओं की पहचान होती है। कांग्रेस का राज्य स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक संगठन नहीं था। संगठन से पार्टी का काम होता है। हरियाणा में हार से कार्यकर्ताओं में निराशा हुई है। 10 साल विपक्ष में बैठना आसान नहीं होता। सैलजा ने कहा कि हाईकमान को इन सब बातों की जानकारी है।
चरखी दादरी में गूंजे MP-MLA लापता के नारे:बिजली-पानी-सीवर की समस्या पर फूटा लोगों का गुस्सा; पार्षदों की अगुआई में किया प्रदर्शन
चरखी दादरी में गूंजे MP-MLA लापता के नारे:बिजली-पानी-सीवर की समस्या पर फूटा लोगों का गुस्सा; पार्षदों की अगुआई में किया प्रदर्शन हरियाणा के चरखी दादरी शहर में बिजली- पानी और दूषित जलभराव की समस्या लगातार बनी हुई है। इसके चलते शहरवासियों में रोष है। लोगों द्वारा बार-बार प्रदर्शन किये जाने के बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। उसी के चलते शहर के लोग दर्जन भर पार्षदों की अगुवाई में आज एकत्रित हुए और सांसद, विधायक व नगर पार्षद लापता होने की नारेबाजी कर प्रदर्शन किया । बता दे की चरखी दादरी शहर में सीवर संबंधी समस्या काफी समय से बनी हुई है। इसके कारण शहर में जगह-जगह दूषित जलभराव व दूषित पेयजल आपूर्ति की समस्या बनी हुई है व लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। पार्षदों सहित शहरवासी कई बार जन स्वास्थ्य विभाग कार्यालय पहुंचकर समस्या से अवगत करवा चुके हैं। जनप्रतिनिधियों को भी समस्या से अवगत करवाया गया है। लेकिन अभी तक उनकी सुध नहीं ली गई है। जिसके चलते उनमें रोष बना हुआ है। भीषण गर्मी में बिजली- पानी की किल्लत झेल रहे लोगों का धैर्य शुक्रवार को जवाब दे गया और उन्होंने दर्जनभर नगर पार्षदों की अगुवाई में चरखी दादरी शहर में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने चरखी दादरी विधायक सोमवीर सांगवान, सांसद धर्मवीर सिंह, नगर परिषद चैयरमैन बख्शीराम सैनी के लापता होने के नारे लगाए। नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी लघु सचिवालय पहुंचे और डीसी के नाम ज्ञापन सोचा। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने शीघ्र समाधान की मांग की है और समाधान नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई है। प्रदर्शन में पार्षद सुधीर स्वामी, जयसिंह लांबा, पार्षद प्रतिनिधि नरेंद्र दहिया, पार्षद प्रतिनिधि जितेंद्र सांगवान, नवीन बिंदल, नवीन प्रजापति, विनोद सिंहमार, मनोज वर्मा, सतबीर चौहान, पार्षद प्रतिनिधि बिजेंद्र सांगवान, अजय सांगवान आदि मौजूद रहे।
हरियाणा आएंगे गृहमंत्री अमित शाह:16 जुलाई को महेंद्रगढ़ का कर सकते हैं दौरा; विधानसभा चुनाव से पहले BJP की अहम तैयारियां
हरियाणा आएंगे गृहमंत्री अमित शाह:16 जुलाई को महेंद्रगढ़ का कर सकते हैं दौरा; विधानसभा चुनाव से पहले BJP की अहम तैयारियां देश के गृहमंत्री अमित शाह 16 जुलाई को हरियाणा के महेंद्रगढ़ का दौरा कर सकते हैं। BJP की तरफ से अमित शाह के दौरे को लेकर तैयारियां की जा रही है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में तकरीबन 3 माह बचे हैं। एक माह पहले संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हरियाणा में बड़ा झटका लगा है। पार्टी की 5 लोकसभा सीटें घट गई। इस झटके से उभरने के लिए भाजपा की तरफ से लगातार कोशिशें की जा रही है। विधानसभा चुनाव को लेकर गृहमंत्री अमित शाह खुद तैयारियों का जायजा लेकर रणनीति बनाने में जुटे है। 17 दिन के भीतर अमित शाह का ये दूसरा हरियाणा दौरा हो सकता है। संभावना है कि शाह विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर विस्तार से चर्चा करेंगे। वे कार्यकर्ताओं की बैठक भी लेंगे और उन्हें आगामी चुनावी की रणनीति की जानकारी देंगे। लोकसभा में घट गई पांच सीटें बता दें कि, 4 जून को आए लोकसभा चुनाव के परिणाम में बीजेपी को उम्मीद के अनुरूप हरियाणा में सफलता नहीं मिल पाई। पिछली बार लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप कर 10 की 10 सीटें जीतने वाली बीजेपी और कांग्रेस को इस बार 5-5 सीटें मिली है। बीजेपी कई अहम सीटें हार गई। हरियाणा में अक्टूबर माह में चुनाव प्रस्तावित है। बीजेपी लगातार दो बार से हरियाणा की सत्ता पर काबिज है। ऐसे में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए अभी से बीजेपी की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामबिलास शर्मा ने कहा कि एक बैकवर्ड सेल की बड़ी मीटिंग होनी है। लेकिन इसके बारे में जानकारी कल देंगे। बाकी अमित शाह का दौरा फाइनल हो गया है। 29 जून को पंचकूला में की थी बैठक दरअसल, पिछले माह 29 जून को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हरियाणा दौरे पर आए थे। उन्होंने पंचकूला में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित किया था। इस बैठक में अमित शाह ने कार्यकारिणी के सदस्यों से आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की थी। साथ ही शाह ने कहा था कि वे अगला विधानसभा चुनाव सीएम सैनी के नेतृत्व में ही लड़ेंगे।