प्रयागराज में 30 जुलाई को हुए गोलीकांड का मुख्य आरोपी को पुलिस ने थाने से छोड़ दिया। 10 नामजद आरोपियों की लिस्ट में जिला पंचायत सदस्य अभिषेक यादव उर्फ हिंदू का नाम टॉप पर था। मृतक मुलायम यादव के परिवार ने FIR में लिखा था- अभिषेक ने ही मेरे बेटे के सीने पर राइफल सटाकर गोली चलाई। वहीं घायल चश्मदीद की गवाही के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। आरोपी को थाने से छोड़ दिया गया। डिप्टी सीएम के साथ अभिषेक और उसके पिता की तस्वीरें सामने आई हैं। थाने से अभिषेक छूटने की खबर जैसे ही मुलायम यादव के घरवालों को पता चली। उन्होंने अपनी जान का खतरा बताते हुए CM योगी से न्याय की गुहार लगाई। गोलीकांड में 2 युवक घायल हुए, एक ने दम तोड़ दिया
घटना बहरिया इलाके के धम्मौर गांव की है। यहां 50 लाख कीमत के मकान को लेकर हुई फायरिंग में दो युवकों को गोली लग गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया। उपचार के दौरान एक युवक ने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान सारी पत्ती बहरिया निवासी मुलायम यादव (22) पुत्र रामा यादव के रूप में हुई। वहीं, घायल अभयपुर निवासी जितेंद्र यादव पुत्र पारसनाथ यादव को स्वरूप रानी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घायल जितेंद्र बोला- अभिषेक ने चलाई गोली
अस्पताल ले जाते समय जितेंद्र ने पुलिस को बताया- हमारे ऊपर मऊआइमा के जिला पंचायत सदस्य अभिषेक यादव ने अपने साथियों के साथ हमला किया है। राइफल-तमंचे, लाठी-डंडे से हमारे ऊपर टूट पड़े। अभिषेक यादव ने मुलायम यादव के सीने पर गोली मारी। सुरेंद्र की जमीन का विवाद था, उसके लिए ही यह सब कुछ किया गया। मुलायम यादव के घर वालों ने 10 लोगों के खिलाफ दी शिकायत
बेटे की हत्या के बाद रामा यादव ने FIR दर्ज करवाई- रिपोर्ट में बताया कि मेरा पुत्र मुलायम यादव 30 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर अपने दोस्त सुरेंद्र यादव, जितेंद्र यादव, शशिकांत यादव, आलोक और करन के साथ धम्मौर चौराहे पर था। तभी अभिषेक यादव अपने हाथ में राइफल लिए वहां आया। उसके साथ गजराज यादव और राहुल यादव थे। इनके हाथ में भी राइफल और तमंचे थे। साथ में गणेश यादव, धर्मेंद्र तिवारी उर्फ मंटू, राहुल पासी, चंद्रसेन यादव, लाठी-डंडे और हॉकी से लैस होकर आए। अभिषेक ने मेरे बेटे के सीने पर राइफल से गोली मार दी, जिससे वह गिरकर तड़पने लगा। गजराज यादव ने जितेंद्र के ऊपर फायर किया, लेकिन यह गोली उसकी जांघ में लगी। मेरे बेटे की मौत हो गई। पुलिस ने इसी तहरीर के आधार पर 10 लोगों को नामजद किया। इनमें 7 आरोपियों- गजराज यादव, राहुल यादव, सुनील कुमार, मुकेश कुमार यादव, राघवेंद्र सिंह, रिजवान और सुरेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने दबाव में आकर अभिषेक को छोड़ दिया
रामा यादव ने बताया- घटना में शामिल मुख्य आरोपी अभिषेक यादव को पुलिस ने मौके से पकड़ा था, लेकिन उसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसे छोड़ दिया गया। पुलिस दबाव में आकर अपराधियों की मदद कर रही है। अभिषेक यादव ने ही मेरे बेटे के सीने में गोली मारी थी। मैं अपने परिवार के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ से मिल कर न्याय की गुहार लगाने लखनऊ जाऊंगा। रामा यादव ने कहा- पुलिस अभिषेक यादव को पकड़कर ले गई थी। कई घंटे उसे थाने में रखा, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया। जितेंद्र यादव ने खुद पुलिस को बताया था कि कैसे अभिषेक ने ही सीने में गोली चलाई। उसका वीडियो भी हमारे पास है। बहरिया थाना प्रभारी रणविजय सिंह ने कहा- तहरीर पर अभिषेक यादव को नमाजद किया गया है। तत्कालिक जांच में अभिषेक यादव की वहां मौजूदगी नहीं नजर आई, इसलिए छोड़ा गया। अभी जांच की जा रही है। बाद में दर्ज हुई क्रॉस एफआईआर मामले में पुलिस ने मऊआइमा के मोहम्मदपुर सराय अली गांव निवासी अजय कुमार मौर्या की तहरीर पर जिला पंचायत सदस्य शशिकांत यादव, उसके भाई सुरेंद्र कुमार यादव, अभईपुर निवासी बीडीसी सदस्य जितेंद्र यादव, असद, वसीम अहमद, प्रत्यक्ष द्विवेदी, शिवम शुक्ला, पंकज मिश्रा, रमाशंकर यादव सहित 9 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। इसमें जान से मारने की नीयत से फायरिंग करने, वाहनों में तोड़फोड़ और मारपीट करने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। नेता प्रतिपक्ष ने सदन में की जांच की मांग नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सदन में इस केस को उठाया। उन्होंने कहा- आप कई बार हमारी पार्टी के लोगों की हत्या का जिक्र कर चुके हैं। अभी दो दिन पहले बहरिया में एक युवक की हत्या हुई है। भाजपा के अधिकारी ने हत्या की है, जरा इसका भी पता लगा लिया जाए? यह खबर भी पढ़ें भाजपा कार्यकर्ता की मौत पर नमाज पढ़ने से इनकार: बेटी बोली-लगा हमें समाज से बेदखल कर दिया; धार्मिक- सियासी मामले की पूरी पड़ताल ‘मेरे अब्बू 8 साल से भाजपा से जुड़े थे। पार्टी की सभी मीटिंग में जाते। भले ही वह पार्टी में किसी पद पर नहीं थे, लेकिन सक्रिय कार्यकर्ता थे। मेरे मोहल्ले में सिर्फ मेरा ही परिवार भाजपा का समर्थक है। जब उनका इंतकाल हुआ, तो जनाजा 2 घंटे तक मस्जिद के बाहर सड़क पर रखा रहा। इमाम ने जनाजे की नमाज नहीं पढ़ी। उन्होंने साफ मना कर दिया। मेरे अब्बू को भाजपा कार्यकर्ता होने की सजा, उनकी मौत के बाद दी गई।’ यह दर्द है मुरादाबाद के दिलनवाज खां का। पढ़ें पूरी खबर… प्रयागराज में 30 जुलाई को हुए गोलीकांड का मुख्य आरोपी को पुलिस ने थाने से छोड़ दिया। 10 नामजद आरोपियों की लिस्ट में जिला पंचायत सदस्य अभिषेक यादव उर्फ हिंदू का नाम टॉप पर था। मृतक मुलायम यादव के परिवार ने FIR में लिखा था- अभिषेक ने ही मेरे बेटे के सीने पर राइफल सटाकर गोली चलाई। वहीं घायल चश्मदीद की गवाही के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। आरोपी को थाने से छोड़ दिया गया। डिप्टी सीएम के साथ अभिषेक और उसके पिता की तस्वीरें सामने आई हैं। थाने से अभिषेक छूटने की खबर जैसे ही मुलायम यादव के घरवालों को पता चली। उन्होंने अपनी जान का खतरा बताते हुए CM योगी से न्याय की गुहार लगाई। गोलीकांड में 2 युवक घायल हुए, एक ने दम तोड़ दिया
घटना बहरिया इलाके के धम्मौर गांव की है। यहां 50 लाख कीमत के मकान को लेकर हुई फायरिंग में दो युवकों को गोली लग गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया। उपचार के दौरान एक युवक ने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान सारी पत्ती बहरिया निवासी मुलायम यादव (22) पुत्र रामा यादव के रूप में हुई। वहीं, घायल अभयपुर निवासी जितेंद्र यादव पुत्र पारसनाथ यादव को स्वरूप रानी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घायल जितेंद्र बोला- अभिषेक ने चलाई गोली
अस्पताल ले जाते समय जितेंद्र ने पुलिस को बताया- हमारे ऊपर मऊआइमा के जिला पंचायत सदस्य अभिषेक यादव ने अपने साथियों के साथ हमला किया है। राइफल-तमंचे, लाठी-डंडे से हमारे ऊपर टूट पड़े। अभिषेक यादव ने मुलायम यादव के सीने पर गोली मारी। सुरेंद्र की जमीन का विवाद था, उसके लिए ही यह सब कुछ किया गया। मुलायम यादव के घर वालों ने 10 लोगों के खिलाफ दी शिकायत
बेटे की हत्या के बाद रामा यादव ने FIR दर्ज करवाई- रिपोर्ट में बताया कि मेरा पुत्र मुलायम यादव 30 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर अपने दोस्त सुरेंद्र यादव, जितेंद्र यादव, शशिकांत यादव, आलोक और करन के साथ धम्मौर चौराहे पर था। तभी अभिषेक यादव अपने हाथ में राइफल लिए वहां आया। उसके साथ गजराज यादव और राहुल यादव थे। इनके हाथ में भी राइफल और तमंचे थे। साथ में गणेश यादव, धर्मेंद्र तिवारी उर्फ मंटू, राहुल पासी, चंद्रसेन यादव, लाठी-डंडे और हॉकी से लैस होकर आए। अभिषेक ने मेरे बेटे के सीने पर राइफल से गोली मार दी, जिससे वह गिरकर तड़पने लगा। गजराज यादव ने जितेंद्र के ऊपर फायर किया, लेकिन यह गोली उसकी जांघ में लगी। मेरे बेटे की मौत हो गई। पुलिस ने इसी तहरीर के आधार पर 10 लोगों को नामजद किया। इनमें 7 आरोपियों- गजराज यादव, राहुल यादव, सुनील कुमार, मुकेश कुमार यादव, राघवेंद्र सिंह, रिजवान और सुरेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने दबाव में आकर अभिषेक को छोड़ दिया
रामा यादव ने बताया- घटना में शामिल मुख्य आरोपी अभिषेक यादव को पुलिस ने मौके से पकड़ा था, लेकिन उसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसे छोड़ दिया गया। पुलिस दबाव में आकर अपराधियों की मदद कर रही है। अभिषेक यादव ने ही मेरे बेटे के सीने में गोली मारी थी। मैं अपने परिवार के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ से मिल कर न्याय की गुहार लगाने लखनऊ जाऊंगा। रामा यादव ने कहा- पुलिस अभिषेक यादव को पकड़कर ले गई थी। कई घंटे उसे थाने में रखा, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया। जितेंद्र यादव ने खुद पुलिस को बताया था कि कैसे अभिषेक ने ही सीने में गोली चलाई। उसका वीडियो भी हमारे पास है। बहरिया थाना प्रभारी रणविजय सिंह ने कहा- तहरीर पर अभिषेक यादव को नमाजद किया गया है। तत्कालिक जांच में अभिषेक यादव की वहां मौजूदगी नहीं नजर आई, इसलिए छोड़ा गया। अभी जांच की जा रही है। बाद में दर्ज हुई क्रॉस एफआईआर मामले में पुलिस ने मऊआइमा के मोहम्मदपुर सराय अली गांव निवासी अजय कुमार मौर्या की तहरीर पर जिला पंचायत सदस्य शशिकांत यादव, उसके भाई सुरेंद्र कुमार यादव, अभईपुर निवासी बीडीसी सदस्य जितेंद्र यादव, असद, वसीम अहमद, प्रत्यक्ष द्विवेदी, शिवम शुक्ला, पंकज मिश्रा, रमाशंकर यादव सहित 9 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। इसमें जान से मारने की नीयत से फायरिंग करने, वाहनों में तोड़फोड़ और मारपीट करने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। नेता प्रतिपक्ष ने सदन में की जांच की मांग नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सदन में इस केस को उठाया। उन्होंने कहा- आप कई बार हमारी पार्टी के लोगों की हत्या का जिक्र कर चुके हैं। अभी दो दिन पहले बहरिया में एक युवक की हत्या हुई है। भाजपा के अधिकारी ने हत्या की है, जरा इसका भी पता लगा लिया जाए? यह खबर भी पढ़ें भाजपा कार्यकर्ता की मौत पर नमाज पढ़ने से इनकार: बेटी बोली-लगा हमें समाज से बेदखल कर दिया; धार्मिक- सियासी मामले की पूरी पड़ताल ‘मेरे अब्बू 8 साल से भाजपा से जुड़े थे। पार्टी की सभी मीटिंग में जाते। भले ही वह पार्टी में किसी पद पर नहीं थे, लेकिन सक्रिय कार्यकर्ता थे। मेरे मोहल्ले में सिर्फ मेरा ही परिवार भाजपा का समर्थक है। जब उनका इंतकाल हुआ, तो जनाजा 2 घंटे तक मस्जिद के बाहर सड़क पर रखा रहा। इमाम ने जनाजे की नमाज नहीं पढ़ी। उन्होंने साफ मना कर दिया। मेरे अब्बू को भाजपा कार्यकर्ता होने की सजा, उनकी मौत के बाद दी गई।’ यह दर्द है मुरादाबाद के दिलनवाज खां का। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर