प्रयागराज में पानी पीने से 4 बच्चों की मौत:कुएं से पिया था पानी, 24 बीमार; ग्रामीण बोले-स्वास्थ्य विभाग की टीम और ग्राम प्रधान नहीं देते ध्यान

प्रयागराज में पानी पीने से 4 बच्चों की मौत:कुएं से पिया था पानी, 24 बीमार; ग्रामीण बोले-स्वास्थ्य विभाग की टीम और ग्राम प्रधान नहीं देते ध्यान

प्रयागराज में सैदाबाद ब्लॉक के भदवा प्रजापति बस्ती में कुएं के दूषित पानी के सेवन से एक हफ्ते के भीतर चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं, दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीण बीमार पड़े हैं। गांव के समाजसेवी की शिकायत पर स्वास्थ्य टीम ने मौके पर पहुंचकर मरीजों को दवाइयां वितरित की हैं। जानकारी के अनुसार, भदवा गांव में संजना (3), दिवाकर (10), चन्नर मुसहर (55) और मूटरी देवी (70) की दूषित पानी पीने के कारण मौत हो गई। बस्ती में सत्यम, सुंदरम, दिलखुश, दीपांशु, संगिता, सिंटू, शब्बू, आनंद, रितेश, रंजीत, कुसुम, लक्ष्मी, संजना, प्रकाश, गरिमा, संजीत, ललित, उर्मिला, जीत लाल, शिव, आकाश और आकांक्षा समेत कई लोग बीमार हैं। इनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य अमरेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग को कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। दूषित पानी की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य टीम ने मौके पर पहुंचकर मरीजों को दवा और ओआरएस का घोल वितरित किया, लेकिन बीमारी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गांव में एक ही कुआं पानी का मुख्य स्रोत है, जिसमें ब्लीचिंग पाउडर न डालने के कारण पानी दूषित हो गया है। स्वास्थ्य टीम और ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते यह स्थिति पैदा हुई है। प्रधान को भी इस बारे में सूचित किया गया था। स्वास्थ्य टीम ने सोमवार को बस्ती में कैंप लगाकर लोगों की जांच की और आश्वासन दिया कि अगले सात दिनों तक विशेष निगरानी रखी जाएगी। इस मुद्दे को लेकर सीएमओ से संपर्क किया गया, जिन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में लिया गया है और जल्द ही सभी मरीजों का इलाज सुनिश्चित किया जाएगा। प्रयागराज में सैदाबाद ब्लॉक के भदवा प्रजापति बस्ती में कुएं के दूषित पानी के सेवन से एक हफ्ते के भीतर चार लोगों की मौत हो गई है। वहीं, दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीण बीमार पड़े हैं। गांव के समाजसेवी की शिकायत पर स्वास्थ्य टीम ने मौके पर पहुंचकर मरीजों को दवाइयां वितरित की हैं। जानकारी के अनुसार, भदवा गांव में संजना (3), दिवाकर (10), चन्नर मुसहर (55) और मूटरी देवी (70) की दूषित पानी पीने के कारण मौत हो गई। बस्ती में सत्यम, सुंदरम, दिलखुश, दीपांशु, संगिता, सिंटू, शब्बू, आनंद, रितेश, रंजीत, कुसुम, लक्ष्मी, संजना, प्रकाश, गरिमा, संजीत, ललित, उर्मिला, जीत लाल, शिव, आकाश और आकांक्षा समेत कई लोग बीमार हैं। इनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य अमरेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग को कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। दूषित पानी की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य टीम ने मौके पर पहुंचकर मरीजों को दवा और ओआरएस का घोल वितरित किया, लेकिन बीमारी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गांव में एक ही कुआं पानी का मुख्य स्रोत है, जिसमें ब्लीचिंग पाउडर न डालने के कारण पानी दूषित हो गया है। स्वास्थ्य टीम और ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते यह स्थिति पैदा हुई है। प्रधान को भी इस बारे में सूचित किया गया था। स्वास्थ्य टीम ने सोमवार को बस्ती में कैंप लगाकर लोगों की जांच की और आश्वासन दिया कि अगले सात दिनों तक विशेष निगरानी रखी जाएगी। इस मुद्दे को लेकर सीएमओ से संपर्क किया गया, जिन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में लिया गया है और जल्द ही सभी मरीजों का इलाज सुनिश्चित किया जाएगा।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर