गोरखपुर में आर्किटेक्ट की गोली मारकर हत्या:पुरानी रंजिश में घर के सामने मारी गोली, पुलिस की लापरवाही पर भड़के गांव वाले

गोरखपुर में आर्किटेक्ट की गोली मारकर हत्या:पुरानी रंजिश में घर के सामने मारी गोली, पुलिस की लापरवाही पर भड़के गांव वाले

गोरखपुर के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के अहिरौली खुर्द गांव में सोमवार शाम को दबंगों ने रंजिश में एक व्यक्ति के चाचा पर हमला किया और उनका हाथ तोड़ दिया। सूचना पाकर चाचा को देखने पहुंचे भतीजे आदेश (24) को भी दबंगों ने लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा और गोली मारकर घर के सामने छोड़ गए। घायल आदेश को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इस पर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया। आदेश गोरखपुर के एक कॉलेज से आर्किटेक्चर की पढ़ाई कर रहा था और तारामंडल क्षेत्र में किराए के मकान में रहता था। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और आरोपी फरार हैं। अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो शायद आदेश की हत्या नहीं होती। पुरानी रंजिश की वजह आदेश चौधरी की हत्या
अहिरौली खुर्द गांव में आदेश चौधरी की हत्या में पुलिस की नाकामी भी जिम्मेदार मानी जा रही है। सोमवार शाम को आरोपियों ने पुरानी रंजिश के चलते आदेश के चाचा विनोद चौधरी पर जानलेवा हमला किया। गंभीर घाव लगने के बाद विनोद थाने पहुंचे, लेकिन किसी ने उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। थोड़ी देर बाद ही आदेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दरअसल, दीपू चौधरी मुंबई में सिलाई का काम करते हैं और उनके घर के पीछे एक पोखरा है, जिसे लेकर बृजेश त्रिपाठी के परिवार से विवाद चल रहा है। चार साल पहले बच्चों के बीच हुए विवाद के बाद से दोनों परिवारों में रंजिश गहरी हो गई थी। आदेश आर्किटेक्चर की पढ़ाई के लिए गोरखपुर शहर चला आया था और गांव में कम ही आता था। सोमवार को वह अपने पिता दीपू के आने की खुशी में गांव आया था और चाचा की पिटाई की खबर सुनकर वहीं रुक गया। पुलिस की लापरवाही से गांव में आक्रोश
गांव वालों का गुस्सा इस बात पर है कि अगर पुलिस ने विनोद की शिकायत को गंभीरता से लिया होता और कार्रवाई की होती, तो आदेश की हत्या नहीं होती। फिलहाल, गांव में पुलिस बल तैनात कर स्थिति को शांत करने की कोशिश की जा रही है। आदेश तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। छोटे भाई अभिषेक (20) और विवेक (18) गांव में ही रहकर पढ़ाई करते हैं। घटना के समय दोनों भाई घर पर ही मौजूद थे। घायल चाचा से मिलने के लिए आदेश भी गांव पहुंचा था। आरोपी और उसके साथियों ने किया विनोद पर जानलेवा हमला
सोमवार शाम को करीब छह बजे के समय आरोपी बृजेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर विनोद को घेरकर लाठी-डंडों से पीटा, जिससे विनोद का हाथ टूट गया। इलाज कराने के बाद विनोद थाने फरियाद लेकर पहुंचे। आदेश अपने चाचा से मिलने के बाद बगल में संतोष तिवारी के घर कीर्तन में शामिल हो गया। वहीं, आरोपी भी पहुंचे और आदेश के हाथ-पैर में गोली मार दी और लाठी-डंडों से पीटकर घर के पास छोड़ दिया। घायल आदेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। गांव वालों का कहना है कि आरोपी बृजेश अपराधी किस्म का है और उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं। अपने बहनोई की हत्या में भी वह आरोपी था, हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। गोरखपुर के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के अहिरौली खुर्द गांव में सोमवार शाम को दबंगों ने रंजिश में एक व्यक्ति के चाचा पर हमला किया और उनका हाथ तोड़ दिया। सूचना पाकर चाचा को देखने पहुंचे भतीजे आदेश (24) को भी दबंगों ने लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा और गोली मारकर घर के सामने छोड़ गए। घायल आदेश को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इस पर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया। आदेश गोरखपुर के एक कॉलेज से आर्किटेक्चर की पढ़ाई कर रहा था और तारामंडल क्षेत्र में किराए के मकान में रहता था। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और आरोपी फरार हैं। अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो शायद आदेश की हत्या नहीं होती। पुरानी रंजिश की वजह आदेश चौधरी की हत्या
अहिरौली खुर्द गांव में आदेश चौधरी की हत्या में पुलिस की नाकामी भी जिम्मेदार मानी जा रही है। सोमवार शाम को आरोपियों ने पुरानी रंजिश के चलते आदेश के चाचा विनोद चौधरी पर जानलेवा हमला किया। गंभीर घाव लगने के बाद विनोद थाने पहुंचे, लेकिन किसी ने उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। थोड़ी देर बाद ही आदेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दरअसल, दीपू चौधरी मुंबई में सिलाई का काम करते हैं और उनके घर के पीछे एक पोखरा है, जिसे लेकर बृजेश त्रिपाठी के परिवार से विवाद चल रहा है। चार साल पहले बच्चों के बीच हुए विवाद के बाद से दोनों परिवारों में रंजिश गहरी हो गई थी। आदेश आर्किटेक्चर की पढ़ाई के लिए गोरखपुर शहर चला आया था और गांव में कम ही आता था। सोमवार को वह अपने पिता दीपू के आने की खुशी में गांव आया था और चाचा की पिटाई की खबर सुनकर वहीं रुक गया। पुलिस की लापरवाही से गांव में आक्रोश
गांव वालों का गुस्सा इस बात पर है कि अगर पुलिस ने विनोद की शिकायत को गंभीरता से लिया होता और कार्रवाई की होती, तो आदेश की हत्या नहीं होती। फिलहाल, गांव में पुलिस बल तैनात कर स्थिति को शांत करने की कोशिश की जा रही है। आदेश तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। छोटे भाई अभिषेक (20) और विवेक (18) गांव में ही रहकर पढ़ाई करते हैं। घटना के समय दोनों भाई घर पर ही मौजूद थे। घायल चाचा से मिलने के लिए आदेश भी गांव पहुंचा था। आरोपी और उसके साथियों ने किया विनोद पर जानलेवा हमला
सोमवार शाम को करीब छह बजे के समय आरोपी बृजेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर विनोद को घेरकर लाठी-डंडों से पीटा, जिससे विनोद का हाथ टूट गया। इलाज कराने के बाद विनोद थाने फरियाद लेकर पहुंचे। आदेश अपने चाचा से मिलने के बाद बगल में संतोष तिवारी के घर कीर्तन में शामिल हो गया। वहीं, आरोपी भी पहुंचे और आदेश के हाथ-पैर में गोली मार दी और लाठी-डंडों से पीटकर घर के पास छोड़ दिया। घायल आदेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। गांव वालों का कहना है कि आरोपी बृजेश अपराधी किस्म का है और उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं। अपने बहनोई की हत्या में भी वह आरोपी था, हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर