हरियाणा के गुरुग्राम में रइसजादों की स्टंटबाजी पर अंकुश नहीं लग रहा। अब काले रंग की एक थार व स्कॉर्पियो के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। रील बनाने के चक्कर में रइसजादे आम लोगो की जिंदगी को खतरे में डालते हुए दिखाई दे रहे हैं। गाड़ी की चपेट में आने से एक साइकिल सवार बाल बाल बचा है। वीडियो में स्टंटबाज गुरुग्राम पुलिस को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर शुक्रवार से एक वीडियो वायरल हुआ है। ये वीडियो गुरुग्राम के सोहना रोड का है। इस वीडियो में दिख रहा है कि काले रंग की थार में बैठा युवक थार गाड़ी को रोड पर ऐसे घुमा रहा है, जैसे ये रोड उसके लिए स्टंट करने के लिए ही बनाया हो। युवक गाड़ी को बीच रोड गोल गोल घूमा रहा है। देखें स्टंटबाजी के कुछ PHOTOS… थार में बैठा युवक जब रोड पर बिना किसी भय के स्टंट कर रहा था तो सामने से साइकिल पर आ रहे व्यक्ति को बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचानी पड़ी। गनीमत रही कि साइकिल सवार गाड़ी को देख पहले ही रूक जाता है। हालांकि थार भी इस दौरान रूकती है। फिलहाल इस मामले में पुलिस का कोई भी पक्ष अभी सामने नही आया है। लोगों का कहना है कि गुरुग्राम में अमीर घरों के युवक इस प्रकार स्टंट कर रील बनाते हैं। हरियाणा के गुरुग्राम में रइसजादों की स्टंटबाजी पर अंकुश नहीं लग रहा। अब काले रंग की एक थार व स्कॉर्पियो के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। रील बनाने के चक्कर में रइसजादे आम लोगो की जिंदगी को खतरे में डालते हुए दिखाई दे रहे हैं। गाड़ी की चपेट में आने से एक साइकिल सवार बाल बाल बचा है। वीडियो में स्टंटबाज गुरुग्राम पुलिस को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर शुक्रवार से एक वीडियो वायरल हुआ है। ये वीडियो गुरुग्राम के सोहना रोड का है। इस वीडियो में दिख रहा है कि काले रंग की थार में बैठा युवक थार गाड़ी को रोड पर ऐसे घुमा रहा है, जैसे ये रोड उसके लिए स्टंट करने के लिए ही बनाया हो। युवक गाड़ी को बीच रोड गोल गोल घूमा रहा है। देखें स्टंटबाजी के कुछ PHOTOS… थार में बैठा युवक जब रोड पर बिना किसी भय के स्टंट कर रहा था तो सामने से साइकिल पर आ रहे व्यक्ति को बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचानी पड़ी। गनीमत रही कि साइकिल सवार गाड़ी को देख पहले ही रूक जाता है। हालांकि थार भी इस दौरान रूकती है। फिलहाल इस मामले में पुलिस का कोई भी पक्ष अभी सामने नही आया है। लोगों का कहना है कि गुरुग्राम में अमीर घरों के युवक इस प्रकार स्टंट कर रील बनाते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में नहर में नहाते वक्त युवक डूबा:श्रीनगर से ट्रक में सामान लेकर आया था; भाई बोला- प्रशासन मदद नहीं कर रहा
पानीपत में नहर में नहाते वक्त युवक डूबा:श्रीनगर से ट्रक में सामान लेकर आया था; भाई बोला- प्रशासन मदद नहीं कर रहा हरियाणा के पानीपत जिले में सींक पाथरी गांव के पास से गुजर रही एक नहर में श्रीनगर का युवक डूब गया। युवक को डूबे हुए शुक्रवार को तीसरा दिन है। लेकिन, प्रशासन की ओर से उसे ढूंढने में किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिली है। श्रीनगर और जम्मू से परिजन खुद पानीपत पहुंचे और किसी तरह उसकी तलाश कर रहे है। युवक, यहां ट्रक ड्राइवर के साथ जम्मू से माल लेकर पहुंचा था। फिलहाल, युवक के परिजनों की प्रशासन से अपील है कि उनकी मदद की जाए। 12 जून की सुबह पहुंचा था पानीपत
जानकारी देते हुए शहजाद ने बताया कि वह श्रीनगर का रहने वाला है। लापता युवक रिश्ते में लगने वाला उसका भतीजा शहशाज अहमद(18) है। जोकि जम्मू कश्मीर के कंगनपुर जिला की कांधरवल तहसील का रहने वाला है। वह, ट्रक ड्राइवर के साथ काम करता है। 12 जून को वह ट्रक में माल भरकर पानीपत के सींक गांव आया था। यहां सुबह पहुंचे और दोपहर तक उन्होंने ट्रक को खाली कर दिया था। इसके बाद वे वापस निकलने लगे। इसी दौरान सींक गांव से गुजर रही नहर में उनका नहाने का विचार बन गया। शहशाज, ट्रक ड्राइवर और एक अन्य साथी नहाने के लिए नहर में गए। नहर में नहाते हुए उसने 2 डुबकी लगाई। तीसरी डुबकी में वह डूब गया। इसके बाद वह बाहर नहीं आया। परिजन बोले- प्रशासन नहीं कर रहा मदद
चाचा ने कहा कि वे पहले ही दिन से प्रशासन से मदद मांग रहे हैं। मगर, पुलिस ने न ही गोताखोर उपलब्ध करवाए। न पुलिस खुद ढूंढ रही और न ही पुलिस ने इस मामले में कागजी कार्रवाई की है। चाचा ने प्रशासन से अपील की है कि उनकी युवक को तलाशने में मदद की जाए।
हिसार में कांग्रेस कैंडिडेट रामनिवास राड़ा का विरोध:सैनी समाज की मीटिंग, कहा-सैनी सभा ट्रस्ट कब्जाया, इसमें एक ही परिवार के 17 लोग
हिसार में कांग्रेस कैंडिडेट रामनिवास राड़ा का विरोध:सैनी समाज की मीटिंग, कहा-सैनी सभा ट्रस्ट कब्जाया, इसमें एक ही परिवार के 17 लोग हरियाणा विधानसभा चुनाव में हिसार सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा के विरोध में उनका ही समाज उतर आया है। सैनी समाज ने एक मीटिंग करके रामनिवास राड़ा और उनके परिवार पर सैनी सभा ट्रस्ट पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। हिसार के सब्जी मंडी पार्क में हुई समाज की इस बैठक में चेतावनी दी गई कि यदि सैनी सभा ट्रस्ट के चुनाव नए सिरे से नहीं करवाए गए और इसमें नए मेंबर शामिल नहीं किए गए तो पूरा समाज चुनाव में रामनिवास राड़ा का बहिष्कार करेगा। मीटिंग में शामिल सैनी समाज के लोगों ने राड़ा और उनके परिवार को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि इस दौरान फैसला नहीं लिया गया तो समाज के लोग प्रचार में भी राड़ा के खिलाफ उतरेंगे। सैनी सभा से जुड़े मुकेश सैनी ने बताया कि यदि जरूरत पड़ी तो घर-घर पर्चे बांटकर समाज के लोगों से अपील की जाएगी कि वह कांग्रेस कैंडिडेट को इस बार वोट न दें। हिसार में सैनी समाज के 25 हजार वोटर हैं। मुकेश सैनी ने आरोप लगाया कि सैनी सभा ट्रस्ट पर राड़ा परिवार के 17 लोग कब्जा करके बैठे हैं। रामनिवास राड़ा सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के करीबी हैं। राड़ा परिवार के इन सदस्यों का है कब्जा
मुकेश सैनी ने बताया कि ट्रस्ट में ओमप्रकाश राड़ा प्रधान हैं। इनके छोटे भाई कांग्रेस प्रत्याशी राम निवास राड़ा, भतीजे प्रह्लाद सिंह राड़ा, इनके भाई महावीर राड़ा, सीताराम सैनी रामनिवास राड़ा के साढू, रघुबीर राड़ा राम निवास राड़ा के साले, रामकुमार दहिया प्रधान के भतीजे, ओमप्रकाश सीसवालिया दामाद हैं। मनोज सैनी प्रधान की मौसी के लड़के हैं, माडूराम सैनी, बलवंत सैनी इनके कर्मचारी हैं, दयानंद सैनी उर्फ भागाराम इनके भतीजे हैं, सीताराम सैनी एलआईसी रघुबीर सैनी के दामाद हैं, रामनिवास दहिया इनके परिवार से हैं, अशोक सैनी उफ लीला सैनी उनके कर्मचारी हैं। इसके अलावा सुशील खोवाल, ईश्वर सैनी बलवंत सैनी के साढ़ू के लड़के हैं। सैनी समाज को मीटिंग करने की जगह भी नहीं देते
सब्जी मंडी में सैकड़ों की संख्या में सैनी समाज के लोग रामनिवास राड़ा के खिलाफ एकत्रित हुए और कहा कि सैनी ट्रस्ट को इन्होंने परिवार का ट्रस्ट बना लिया है। जबकि यह ट्रस्ट सैनी समाज की भलाई के लिए बना था मगर इससे एक ही परिवार का पेट भर रहा और भला हो रहा है। पार्क में मौजूद लोगों ने हाथ उठाकर निर्णय लिया कि परिवार को यदि ट्रस्ट से मुक्त नहीं किया गया तो सैनी समाज चुनाव में राम निवास राड़ा का विरोध करेगा। सैनी समाज की ये है मांग
सैनी समाज की मांग है कि ट्रस्ट में नए सिरे से चुनाव करवाकर 18 साल से ऊपर के सदस्यों को चुनाव के द्वारा ट्रस्ट में जोड़ा जाए। सैनी सभा 1962 में गठित हुई थी जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 28 है। चौधरी नंद राम के लिखे संविधान के अनुरूप सभा को चलाया जाए। सैनी समाज ने मांग की ट्रस्ट की बजाय सभा द्वारा संचालन किया जाए और चुनाव के द्वारा प्रधान चुनने और नए सदस्यों की प्रक्रिया हो।
सैलजा के गांव से लेकर बूथ में कांग्रेस हारी:उकलाना के गांव प्रभुवाला में कांग्रेस पिछड़ी, हलके से 28092 मतों से जीती
सैलजा के गांव से लेकर बूथ में कांग्रेस हारी:उकलाना के गांव प्रभुवाला में कांग्रेस पिछड़ी, हलके से 28092 मतों से जीती हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेताओं के बीच गुटबाजी देखने को मिली। यह गुटबाजी अंत तक चलती रही। इसका खामियासा कांग्रेस को भुगतना भी पड़ा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कुमारी सैलजा और भूपेंद्र हुड्डा के बीच दूरियां कम करवाते नजर आए, मगर वोटिंग वाले दिनों तक गुटबाजी दिखी। जिस कारण कांग्रेस को सत्ता सुख से दूर रहना पड़ा। टिकट आवंटन के कारण कांग्रेस विशेषकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा से नाराज हुई सैलजा का असर उनके पैतृक गांव से लेकर उनके बूथ तक दिखने को मिला। जहां कांग्रेस का सफाया हो गया। कुमारी सैलजा के उकलाना हलके के गांव प्रभुवाला में भाजपा कैंडिडेट अनूप धानक को 1889 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के नरेश सेलवाल को 906 वोट मिले। भाजपा को कांग्रेस प्रत्याशी से 983 वोट अधिक मिले। सैलजा के गांव में कांग्रेस बुरी तरह हारी। सैलजा के गांव में कांग्रेस 2009 से लगातार जीत रही है। सैलजा के बूथ से भी हारी कांग्रेस
सैलजा ने हिसार के अर्बन एस्टेट में अपना निवास बनाया हुआ है। वह अर्बन एस्टेट टू के NYPS स्कूल के बूथ नंबर 111 पर मतदान करती हैं। इस बूथ पर कुमारी सैलजा कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा के साथ मतदान करने पहुंची थी, मगर सैलजा के इस बूथ पर कांग्रेस बुरी तरह हारी। यहां तक कि हिसार में तीसरे स्थान पर रहे भाजपा उम्मीदवार डॉ. कमल गुप्ता को कांग्रेस उम्मीदवार से ज्यादा वोट मिले हैं। इस बूथ पर निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल की जीत हुई। इस बूथ पर 615 मतदताओं ने वोट दिए। इसमें से कांग्रेस प्रत्याशी को 58 वोट मिले, जबकि भाजपा के कमल गुप्ता को 64 और सावित्री जिंदल को सबसे ज्यादा 348 वोट मिले। उकलाना में कांग्रेस 28092 मतों से जीती
जहां एक ओर कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के गांव में कांग्रेस बुरी तरह हारी, वहीं उकलाना सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नरेश सेलवाल ने 28092 मतों से जीत हासिल की। सेलवाल ने भाजपा प्रत्याशी अनूप धानक का तीसरी बार विधायक बनने का सपना तोड़ दिया। दूसरी बार विधायक बने नरेश सेलवाल ने 78448 वोट हासिल किए, जबकि अनूप धानक को 50536 वोट मिले। सैलजा के समर्थकों की कटी थी टिकट
दरअसल, कुमारी सैलजा उकलाना, नारनौंद, बरवाला और हांसी में अपने समर्थकों के लिए टिकट मांग रही थी और लगातार लॉबिंग कर रही थी। मगर कांग्रेस ने उनके करीबियों व समर्थकों की टिकट काट दी थी, जिससे सैलजा ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी। इसका असर वोटिंग पर देखने को मिला। कांग्रेस नारनौंद और उकलाना छोड़कर बाकि जगहों से हार गई। नारनौंद में जीत के लिए कांग्रेस को पूरा जोर लगाना पड़ा, जबकि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़े मार्जिन से नारनौंद और उकलाना से बढ़त हासिल की थी।