मेरठ में 2 कॉन्स्टेबल घड़ी कारोबारी को हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल कर रहे थे। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपए वसूले। दोनों ने एक महिला के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। महिला ने बातों में फंसाकर कारोबारी को घर बुलाया। इसके बाद पीछे से तीन लोग आए। कारोबारी के कपड़े उतारे। इसके बाद नंगा कर पीटा। वीडियो बनाया। हाथ में कॉन्डोम का पैकेट दिया। शिकायत पर दोनों कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। SSP ने पूरे मामले पर जांच बैठाकर 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की है। आइए जानते हैं पूरा मामला… कारोबारी की न्यूड वीडियो बनाई मेरठ और बागपत पुलिस के दो कॉन्स्टेबल अपने साथी के साथ मिलकर लोगों को हनीट्रैप में फंसाने व ब्लैकमेल करने का गिरोह चला रहे थे। दोनों आरोपियों ने एक महिला की मदद से मेडिकल के जागृति विहार निवासी कारोबारी को फंसाया। इसके बाद व्यापारी को बंधक बनाकर पीटा। व्यापारी की न्यूड वीडियो बनाई गई। ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। लंबे समय से पुलिसकर्मी व्यापारी से ब्लैकमेलिंग के जरिए रकम ले रहे थे। घड़ी सुधरवाने के नाम पर महिला को भेजकर फंसाया
सिपाहियों ने इस पूरे काम में एक महिला को भी साथ लिया। 6 अगस्त को एक महिला व्यापारी की दुकान पर पहुंची थी। महिला ने बातचीत में व्यापारी को बताया कि वह लोग सोमदत्त सिटी के निवासी हैं। कारोबार में पैसा लगाना है। व्यापार की बातचीत करने और पति से मिलवाने की बात कहकर व्यापारी को महिला ने अपने घर बुला लिया। महिला के घर गया था कारोबारी
व्यापारी जैसे ही महिला के बताए पते पर पहुंचा। तभी महिला के घर पीछे से 2 मिनट बाद सिपाही नीरज कुमार, देवकरण एवं के डी शर्मा और 1 अज्ञात युवक पहुंचे। इन लोगों ने उस महिला के साथ व्यापारी को पकड़ लिया। पहले व्यापारी को खूब पीटा फिर नंगा कर कॉन्डोम हाथ में देकर वीडियो बना लिया। इन लोगों ने खुद को मेडिकल थाना पुलिस बताकर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। पैसे लिए और सोने की अंगूठी छीनी
कारोबारी की सोने की अंगूठी और 20 हजार रुपए वहीं ले लिए। बाद में 9 अगस्त की सुबह 10.30 बजे दोनों सिपाही व्यापारी की दुकान पर दोबारा पहुंचे। यहां से पांच महंगी घड़ी और कुछ रकम ले ली। मामले में एक मास्टरमाइंड फरार बताया गया है। फिलहाल इस खुलासे के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। रात को फिर वसूली के लिए पहुंचे
दोनों पुलिसकर्मी 9 अगस्त की रात के समय दोबारा कारोबारी के घर पहुंच गए। वहां 50 हजार रुपए मांगने लगे। दोबारा रकम वसूली का प्रयास किया। इस दौरान कारोबारी के भतीजे ने अपने कुछ छात्र दोस्तों से मदद मांगी। छात्र पहुंचे। दोनों सिपाहियों को वहीं छात्रों ने दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि दोनों सिपाही अपने एक साथी के साथ मिलकर हनीट्रैप गैंग चला रहे हैं। छात्रों ने पुलिस को सौंपी आरोपी की वीडियो
दोनों सिपाही को पकड़ने के बाद मेडिकल थाना पुलिस को सूचना दी। दरोगा आशीष रस्तोगी ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ की गई तो एक अन्य आरोपी के नाम का खुलासा हुआ, जिसके बारे में पुलिस जानकारी करने में लगी है। छात्रों ने आरोपियों से पूछताछ वीडियो भी बनाई है, जिसे पुलिस अफसरों को दिया गया। बागपत, मेरठ में तैनात हैं सिपाही
एक आरोपी सिपाही देवकरण फलावदा थाना मेरठ में तैनात है। दूसरा सिपाही नीरज कुमार बागपत पुलिस लाइन में तैनात है और वर्तमान में जेल पर ड्यूटी चल रही है। आरोपियों के मोबाइल से व्यापारी के वीडियो मिले हैं। तीसरे आरोपी का नाम केडी शर्मा और 1 अज्ञात युवक है। पुलिस का कहना है
SP सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मेडिकल थाना क्षेत्र में एक कारोबारी को हनीट्रेपिंग में फंसाने का मामला सामने आया है। जिसमें कारेबारी की तरफ से तहरीर दी गई है। दो सिपाहियों को निलंबित किया गया है। दो लोगों को पकड़ा है। मामले की जांच सीओ सिविल लाइंस को दी है 24 घंटे में जांच रिपोर्ट मांगी है। मेरठ में 2 कॉन्स्टेबल घड़ी कारोबारी को हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल कर रहे थे। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपए वसूले। दोनों ने एक महिला के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। महिला ने बातों में फंसाकर कारोबारी को घर बुलाया। इसके बाद पीछे से तीन लोग आए। कारोबारी के कपड़े उतारे। इसके बाद नंगा कर पीटा। वीडियो बनाया। हाथ में कॉन्डोम का पैकेट दिया। शिकायत पर दोनों कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। SSP ने पूरे मामले पर जांच बैठाकर 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की है। आइए जानते हैं पूरा मामला… कारोबारी की न्यूड वीडियो बनाई मेरठ और बागपत पुलिस के दो कॉन्स्टेबल अपने साथी के साथ मिलकर लोगों को हनीट्रैप में फंसाने व ब्लैकमेल करने का गिरोह चला रहे थे। दोनों आरोपियों ने एक महिला की मदद से मेडिकल के जागृति विहार निवासी कारोबारी को फंसाया। इसके बाद व्यापारी को बंधक बनाकर पीटा। व्यापारी की न्यूड वीडियो बनाई गई। ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। लंबे समय से पुलिसकर्मी व्यापारी से ब्लैकमेलिंग के जरिए रकम ले रहे थे। घड़ी सुधरवाने के नाम पर महिला को भेजकर फंसाया
सिपाहियों ने इस पूरे काम में एक महिला को भी साथ लिया। 6 अगस्त को एक महिला व्यापारी की दुकान पर पहुंची थी। महिला ने बातचीत में व्यापारी को बताया कि वह लोग सोमदत्त सिटी के निवासी हैं। कारोबार में पैसा लगाना है। व्यापार की बातचीत करने और पति से मिलवाने की बात कहकर व्यापारी को महिला ने अपने घर बुला लिया। महिला के घर गया था कारोबारी
व्यापारी जैसे ही महिला के बताए पते पर पहुंचा। तभी महिला के घर पीछे से 2 मिनट बाद सिपाही नीरज कुमार, देवकरण एवं के डी शर्मा और 1 अज्ञात युवक पहुंचे। इन लोगों ने उस महिला के साथ व्यापारी को पकड़ लिया। पहले व्यापारी को खूब पीटा फिर नंगा कर कॉन्डोम हाथ में देकर वीडियो बना लिया। इन लोगों ने खुद को मेडिकल थाना पुलिस बताकर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। पैसे लिए और सोने की अंगूठी छीनी
कारोबारी की सोने की अंगूठी और 20 हजार रुपए वहीं ले लिए। बाद में 9 अगस्त की सुबह 10.30 बजे दोनों सिपाही व्यापारी की दुकान पर दोबारा पहुंचे। यहां से पांच महंगी घड़ी और कुछ रकम ले ली। मामले में एक मास्टरमाइंड फरार बताया गया है। फिलहाल इस खुलासे के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। रात को फिर वसूली के लिए पहुंचे
दोनों पुलिसकर्मी 9 अगस्त की रात के समय दोबारा कारोबारी के घर पहुंच गए। वहां 50 हजार रुपए मांगने लगे। दोबारा रकम वसूली का प्रयास किया। इस दौरान कारोबारी के भतीजे ने अपने कुछ छात्र दोस्तों से मदद मांगी। छात्र पहुंचे। दोनों सिपाहियों को वहीं छात्रों ने दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि दोनों सिपाही अपने एक साथी के साथ मिलकर हनीट्रैप गैंग चला रहे हैं। छात्रों ने पुलिस को सौंपी आरोपी की वीडियो
दोनों सिपाही को पकड़ने के बाद मेडिकल थाना पुलिस को सूचना दी। दरोगा आशीष रस्तोगी ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ की गई तो एक अन्य आरोपी के नाम का खुलासा हुआ, जिसके बारे में पुलिस जानकारी करने में लगी है। छात्रों ने आरोपियों से पूछताछ वीडियो भी बनाई है, जिसे पुलिस अफसरों को दिया गया। बागपत, मेरठ में तैनात हैं सिपाही
एक आरोपी सिपाही देवकरण फलावदा थाना मेरठ में तैनात है। दूसरा सिपाही नीरज कुमार बागपत पुलिस लाइन में तैनात है और वर्तमान में जेल पर ड्यूटी चल रही है। आरोपियों के मोबाइल से व्यापारी के वीडियो मिले हैं। तीसरे आरोपी का नाम केडी शर्मा और 1 अज्ञात युवक है। पुलिस का कहना है
SP सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मेडिकल थाना क्षेत्र में एक कारोबारी को हनीट्रेपिंग में फंसाने का मामला सामने आया है। जिसमें कारेबारी की तरफ से तहरीर दी गई है। दो सिपाहियों को निलंबित किया गया है। दो लोगों को पकड़ा है। मामले की जांच सीओ सिविल लाइंस को दी है 24 घंटे में जांच रिपोर्ट मांगी है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर