‘श्रेया के बाल मुझसे भी अच्छे थे। इसके बाद भी हर समय वह अपने बालों को लेकर परेशान रहती। मुझसे हर समय पूछती कि अंजली मेरे बाल देखो, कैसे कम हो रहे हैं। अक्सर लंच के समय यह कहकर रोने लगती कि मेरे बाल कहीं खत्म न हो जाएं। इन दिनों वह शॉप में आने वाले कस्टमर्स से भी पूछती कि आपके बाल कैसे इतने बड़े और घने हैं। आप क्या इस्तेमाल करती हैं। मुझे भी बताइए…’ यह कहना है, श्रेया सिंह के साथ मार्ट में काम करने वाली अंजली मौर्य और पवन कुमार का। श्रेया फ्लोर मैनेजर थी, उसके साथ ये दोनों भी काम करते थे। क्या कोई सिर्फ बालों के झड़ने की वजह से सुसाइड कर सकता है? इसका जवाब तलाशते हुए दैनिक भास्कर टीम उसी मार्ट पर पहुंची, जहां श्रेया काम करती थी। हमारी मुलाकात अंजली और पवन से हुई। कहा – श्रेया मैम तरह-तरह की दवाएं लेकर आती थीं। वो टाइमिंग के हिसाब से दवाएं बालों पर लगाती रहतीं। थोड़े-थोड़े टाइम पर शीशे के सामने बालों को देखतीं। 3 दिन पहले ही उन्होंने एक प्रोडक्ट ऑनलाइन मंगवाया था। हम ये तो जान गए थे कि वो बालों को लेकर परेशान हैं। मगर सुसाइड कर सकती है, यह कभी नहीं लगा। दरअसल, श्रेया की बॉडी उनके किराए के घर में फंदे पर लटकी हुई मिली। शुक्रवार दोपहर 2.40 बजे जब छोटा भाई घर पहुंचा, तब श्रेया को लटका देखा। उसने परिवार और पुलिस को इस बारे में बताया। पिता धनोज सिंह ने पुलिस को बताया कि श्रेया बाल झड़ने से परेशान थी। वो डिप्रेशन में रहती थी। परिजन श्रेया का शव लेकर बलिया चले गए हैं। वहीं दाह संस्कार किया गया। श्रेया ने 20 दिन पहले ही मार्ट में नौकरी जॉइन की
पहड़िया सब्जी मंडी के पास स्थित मार्ट में हमें बताया गया कि यहां सिर्फ 2 ही फीमेल एम्प्लाई थीं। एक श्रेया, दूसरी अंजली। श्रेया किड्स सेक्शन की फ्लोर इंचार्ज थी। दूसरी लड़की अंजली लेडीज फ्लोर पर काम करती है। हमने अंजली से श्रेया के बारे में बात की। उन्होंने फोटो खींचने से मना कर दिया। फिर बताया- श्रेया दीदी ने 20 दिन पहले ही जॉइन किया था। 3-4 दिन तो बात नहीं हुई। उसके बाद लंच में और आते-जाते हमारी बातचीत होने लगी। श्रेया दीदी बहुत खूबसूरत थीं, लेकिन अपने बालों को लेकर परेशान रहती थीं। हमेशा कहतीं- अंजलि देखो मेरे बाल सही हैं न, कम तो नहीं हुए हैं। मैंने कहा- दीदी आपके बाल मुझसे ज्यादा अच्छे हैं। तो वह बोलीं- तुम्हारे मोटे और मजबूत हैं और मेरे बाल हल्के और पतले हैं। यह कहने के बाद वो रोने लगीं। फिर तो हर दूसरे दिन बालों की बात करके वो रो देती थीं। मार्ट में आने वाले कस्टमर्स के बाल देखती रहती
अंजली ने बताया- श्रेया दीदी बालों को लेकर इतना ज्यादा परेशान रहती थीं कि वो अगर किसी महिला कस्टमर के बड़े बाल देख लेतीं थीं। तो उससे भी पूछने लगती कि आप बालों पर क्या लगाती हैं। कस्टमर भी उन्हें कई तरह के प्रोडक्ट बताते थे। इसके अलावा एक बार उनके साथ एक डॉक्टर के यहां भी गई थी। वो सबसे बहुत अच्छे से बात करती थीं, लेकिन आज अचानक स्टोर मैनेजर सर ने उनके बारे में बताया तो हम लोग हैरान रह गए। हर समय कोई लोशन लगाती रहतीं
श्रेया इस मार्ट में किड्स सेक्शन देखती थीं। यहां उनके अंडर काम करने वाले पवन कुमार राय उदास हैं। पवन ने कहा- श्रेया मैम बहुत अच्छी थीं, लेकिन बालों को लेकर हर वक्त परेशान रहती थीं। वो अपने बैग में कई तरह के लिक्विड लाती थीं, जिसे समय-समय पर बालों पर लगाती रहती थीं। पवन ने कहा- 3 दिन पहले ही उन्होंने ऑनलाइन एक प्रोडक्ट मंगाया था। मैंने पूछा तो उन्होंने कहा – बालों के लिए मंगाया है, देखो मेरे बाल कितने कम हैं। तब मैंने भी कहा था कि मैम आपके बाल बहुत अच्छे हैं। सुबह 8.30 बजे कॉल किया, सर आज नहीं आ पाऊंगी
मार्ट के मैनेजर पवन कुमार गुप्ता ने कहा – श्रेया सिंह का काम बहुत अच्छा था। पहले वो कहीं और काम करती थीं। 20 दिन पहले उसने हमारा मार्ट जॉइन किया। शुक्रवार सुबह बारिश हुई और वह दूर से आती थीं। उन्होंने मुझे मैसेज किया कि सर मेरे घर की तरफ बहुत कीचड़ है। मैं स्कूटी से आती हूं। बहुत मुश्किल हो जाएगी। इसलिए नहीं आ पाऊंगी। मैंने उन्हें छुट्टी असाइन कर दी थी। 12 बजे तक वॉट्सऐप पर एक्टिव थी
पवन ने बताया- हम लोगों का मार्ट का एक ग्रुप बना हुआ है, जिसमें यह तय होता है कि आज किस प्रोडक्ट को ज्यादा सेल करना है। उस ग्रुप में श्रेया सिंह ने दोपहर 12 बजे तक के मैसेज सीन किए हैं। उसके बाद उन्होंने कोई मैसेज सीन नहीं किया। शाम को सुसाइड की जानकारी हुई तो हमें यकीन नहीं हुआ कि वही श्रेया हैं। हमने उसके मोबाइल पर कॉल किया तो ऑफ मिला। आखिर एक लड़की बालों को लेकर इतना बड़ा कदम कैसे उठा लेती है? क्या यह कोई मेंटल डिसऑर्डर है? हमने क्लीनिकल साइकेट्रिस्ट शिवांगी श्रीवास्तव से बात की। उन्होंने एक खास बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर के बारे में बताया। हमने एक्सपर्ट से 3 सवाल पूछे, पढ़िए क्या जवाब मिले… 1. क्या डिसऑर्डर के कारण लोग आत्महत्या कर सकते हैं?
क्लीनिकल साइकेट्रिस्ट शिवांगी श्रीवास्तव ने बताया – जब कोई आत्महत्या करता है, तो लोग उसके लिए अलग-अलग पॉइंट निकालते हैं या उसे लव एंगल दे देते हैं। लेकिन अगर इसे साइकोलॉजी के पॉइंट से देखें तो हर आत्महत्या के पीछे एक मानसिक बीमारी होती है। अगर हम श्रेया के केस में देखें तो लड़की ने सिर्फ बाल के कारण आत्महत्या नहीं की, बल्कि यह एक बीमारी है, जिसे साइकोलाजी में बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर कहते हैं। इससे परेशान लोग सुसाइड तक जा सकते हैं। 2. बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर क्या है?
शिवांगी श्रीवास्तव ने बताया- इसमें कोई भी व्यक्ति ऐसा विश्वास करने लग जाता है कि वह खूबसूरत नहीं है या फिर उसका हाइट, बॉडी कलर, आंख, झड़ते बाल पर फोकस हो जाता है। ऐसे लोग इसे सही करने के लिए बहुत सारी कोशिश और उपाय करते हैं। इसके अलावा अपने आस-पास के लोगों से राय भी लेते हैं। वो कहते हैं कि देखो मैं खूबसूरत नहीं हूं। मेरे बाल सही नहीं हैं। झड़ रहे हैं। बार-बार शीशे में देखते हैं। अपनी पुरानी तस्वीरों से मिलान करते हैं। 3. कैसे पहचानें और इलाज कैसे करें?
शिवांगी श्रीवास्तव ने बताया- ऐसे लोगों को इलाज की जरूरत होती है। यह काम घर वालों को ही करना चाहिए। उनका इलाज इसलिए नहीं कि वो बीमार नहीं हैं। जबकि वो इस डिसऑर्डर से ग्रसित हैं जो आगे जाकर उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। उनके मुताबिक, इस डिसऑर्डर के पीछे ब्यूटी प्रोडक्ट्स के एड भी हैं। कई सारी क्रीम के एड ऐसे दिखाए जाते हैं कि लोग उन्हें सही मान लेते हैं। बाद में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब जानिए क्या हुआ था घटना के दिन…
श्रेया का परिवार लमही में किराए के मकान में रहता है। पिता धनोज सिंह एक गुटखा कंपनी में काम करते हैं। परिवार श्रेया का शव लेकर अपने पैतृक गांव बलिया के चितबड़गांव के उसरौली गांव जा चुका है। वाराणसी शहर से 5 किलोमीटर दूर लमही में स्थित प्रतिज्ञापुरी कालोनी में रहने वाले धनोज के पड़ोसियों ने बात करने से मना कर दिया। बोले- हम कुछ बताएंगे तो क्या हो जाएगा। बेटी की मौत के बाद उनके पिता धनोज सिंह ने बताया – बेटी के आगे से सिर के बाल झड़ते जा रहे थे। इसे लेकर वह काफी तनाव में थी। टीवी और मोबाइल पर आने वाले कई तरह के नुस्खों का इस्तेमाल किया। रिश्तेदारों और दोस्तों ने भी तरह-तरह के इलाज बताए। हम डॉक्टरों के पास भी गए, लेकिन बाल झड़ना कम नहीं हुआ। इसी तनाव में उसने सुसाइड कर लिया। विवेचक सब इंस्पेक्टर ने बताई कमरे की स्थिति
हमने इस घटना की विवेचक लालपुर-पांडेयपुर की सब इंस्पेक्टर निकिता सिंह से बात की। उन्होंने बताया- पुलिस फोर्स के साथ जब पहुंची तो परिजन शव को नीचे उतार चुके थे। बेड के पास कुर्सी गिरी हुई थी, जिस पर चढ़कर फांसी लगाई गई थी। निकिता सिंह ने बताया कि शव में सिर्फ मार्क ऑफ हैंगिग था। इसके बावजूद फोरेंसिक टीम को बुलाया गया था। उन्होंने साक्ष्य इकट्ठा किए। मृतका के शरीर में कहीं भी चोट के निशान नहीं थे। बाकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा, जो संभवत: रविवार को मिलेगी। ये भी पढ़ें… 70 साल का मौलाना बच्ची से रेप करते पकड़ाया:कानपुर में दरवाजा तोड़कर न्यूड पकड़ा तो हाथ-पैर जोड़ने लगा, भीड़ ने बच्ची को छुड़ाया कानपुर में 70 साल के मौलाना ने 8 साल की बच्ची से रेप की कोशिश की। गनीमत रही कि पड़ोसी ने मौलाना को देख लिया और समय रहते दरवाजा तोड़कर बच्ची को बचाया। मौलाना को नग्न अवस्था में ही दबोचा। पकड़े जाने पर मौलाना गिड़गिड़ाने लगा। धर्म की दुहाई देकर हाथ-पैर जोड़ने लगा। परिजनों को देखते ही बच्ची उनसे लिपट कर रोने लगी। रोते-रोते मौलाना की करतूत बताने लगी। पढ़िए पूरी खबर… ‘श्रेया के बाल मुझसे भी अच्छे थे। इसके बाद भी हर समय वह अपने बालों को लेकर परेशान रहती। मुझसे हर समय पूछती कि अंजली मेरे बाल देखो, कैसे कम हो रहे हैं। अक्सर लंच के समय यह कहकर रोने लगती कि मेरे बाल कहीं खत्म न हो जाएं। इन दिनों वह शॉप में आने वाले कस्टमर्स से भी पूछती कि आपके बाल कैसे इतने बड़े और घने हैं। आप क्या इस्तेमाल करती हैं। मुझे भी बताइए…’ यह कहना है, श्रेया सिंह के साथ मार्ट में काम करने वाली अंजली मौर्य और पवन कुमार का। श्रेया फ्लोर मैनेजर थी, उसके साथ ये दोनों भी काम करते थे। क्या कोई सिर्फ बालों के झड़ने की वजह से सुसाइड कर सकता है? इसका जवाब तलाशते हुए दैनिक भास्कर टीम उसी मार्ट पर पहुंची, जहां श्रेया काम करती थी। हमारी मुलाकात अंजली और पवन से हुई। कहा – श्रेया मैम तरह-तरह की दवाएं लेकर आती थीं। वो टाइमिंग के हिसाब से दवाएं बालों पर लगाती रहतीं। थोड़े-थोड़े टाइम पर शीशे के सामने बालों को देखतीं। 3 दिन पहले ही उन्होंने एक प्रोडक्ट ऑनलाइन मंगवाया था। हम ये तो जान गए थे कि वो बालों को लेकर परेशान हैं। मगर सुसाइड कर सकती है, यह कभी नहीं लगा। दरअसल, श्रेया की बॉडी उनके किराए के घर में फंदे पर लटकी हुई मिली। शुक्रवार दोपहर 2.40 बजे जब छोटा भाई घर पहुंचा, तब श्रेया को लटका देखा। उसने परिवार और पुलिस को इस बारे में बताया। पिता धनोज सिंह ने पुलिस को बताया कि श्रेया बाल झड़ने से परेशान थी। वो डिप्रेशन में रहती थी। परिजन श्रेया का शव लेकर बलिया चले गए हैं। वहीं दाह संस्कार किया गया। श्रेया ने 20 दिन पहले ही मार्ट में नौकरी जॉइन की
पहड़िया सब्जी मंडी के पास स्थित मार्ट में हमें बताया गया कि यहां सिर्फ 2 ही फीमेल एम्प्लाई थीं। एक श्रेया, दूसरी अंजली। श्रेया किड्स सेक्शन की फ्लोर इंचार्ज थी। दूसरी लड़की अंजली लेडीज फ्लोर पर काम करती है। हमने अंजली से श्रेया के बारे में बात की। उन्होंने फोटो खींचने से मना कर दिया। फिर बताया- श्रेया दीदी ने 20 दिन पहले ही जॉइन किया था। 3-4 दिन तो बात नहीं हुई। उसके बाद लंच में और आते-जाते हमारी बातचीत होने लगी। श्रेया दीदी बहुत खूबसूरत थीं, लेकिन अपने बालों को लेकर परेशान रहती थीं। हमेशा कहतीं- अंजलि देखो मेरे बाल सही हैं न, कम तो नहीं हुए हैं। मैंने कहा- दीदी आपके बाल मुझसे ज्यादा अच्छे हैं। तो वह बोलीं- तुम्हारे मोटे और मजबूत हैं और मेरे बाल हल्के और पतले हैं। यह कहने के बाद वो रोने लगीं। फिर तो हर दूसरे दिन बालों की बात करके वो रो देती थीं। मार्ट में आने वाले कस्टमर्स के बाल देखती रहती
अंजली ने बताया- श्रेया दीदी बालों को लेकर इतना ज्यादा परेशान रहती थीं कि वो अगर किसी महिला कस्टमर के बड़े बाल देख लेतीं थीं। तो उससे भी पूछने लगती कि आप बालों पर क्या लगाती हैं। कस्टमर भी उन्हें कई तरह के प्रोडक्ट बताते थे। इसके अलावा एक बार उनके साथ एक डॉक्टर के यहां भी गई थी। वो सबसे बहुत अच्छे से बात करती थीं, लेकिन आज अचानक स्टोर मैनेजर सर ने उनके बारे में बताया तो हम लोग हैरान रह गए। हर समय कोई लोशन लगाती रहतीं
श्रेया इस मार्ट में किड्स सेक्शन देखती थीं। यहां उनके अंडर काम करने वाले पवन कुमार राय उदास हैं। पवन ने कहा- श्रेया मैम बहुत अच्छी थीं, लेकिन बालों को लेकर हर वक्त परेशान रहती थीं। वो अपने बैग में कई तरह के लिक्विड लाती थीं, जिसे समय-समय पर बालों पर लगाती रहती थीं। पवन ने कहा- 3 दिन पहले ही उन्होंने ऑनलाइन एक प्रोडक्ट मंगाया था। मैंने पूछा तो उन्होंने कहा – बालों के लिए मंगाया है, देखो मेरे बाल कितने कम हैं। तब मैंने भी कहा था कि मैम आपके बाल बहुत अच्छे हैं। सुबह 8.30 बजे कॉल किया, सर आज नहीं आ पाऊंगी
मार्ट के मैनेजर पवन कुमार गुप्ता ने कहा – श्रेया सिंह का काम बहुत अच्छा था। पहले वो कहीं और काम करती थीं। 20 दिन पहले उसने हमारा मार्ट जॉइन किया। शुक्रवार सुबह बारिश हुई और वह दूर से आती थीं। उन्होंने मुझे मैसेज किया कि सर मेरे घर की तरफ बहुत कीचड़ है। मैं स्कूटी से आती हूं। बहुत मुश्किल हो जाएगी। इसलिए नहीं आ पाऊंगी। मैंने उन्हें छुट्टी असाइन कर दी थी। 12 बजे तक वॉट्सऐप पर एक्टिव थी
पवन ने बताया- हम लोगों का मार्ट का एक ग्रुप बना हुआ है, जिसमें यह तय होता है कि आज किस प्रोडक्ट को ज्यादा सेल करना है। उस ग्रुप में श्रेया सिंह ने दोपहर 12 बजे तक के मैसेज सीन किए हैं। उसके बाद उन्होंने कोई मैसेज सीन नहीं किया। शाम को सुसाइड की जानकारी हुई तो हमें यकीन नहीं हुआ कि वही श्रेया हैं। हमने उसके मोबाइल पर कॉल किया तो ऑफ मिला। आखिर एक लड़की बालों को लेकर इतना बड़ा कदम कैसे उठा लेती है? क्या यह कोई मेंटल डिसऑर्डर है? हमने क्लीनिकल साइकेट्रिस्ट शिवांगी श्रीवास्तव से बात की। उन्होंने एक खास बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर के बारे में बताया। हमने एक्सपर्ट से 3 सवाल पूछे, पढ़िए क्या जवाब मिले… 1. क्या डिसऑर्डर के कारण लोग आत्महत्या कर सकते हैं?
क्लीनिकल साइकेट्रिस्ट शिवांगी श्रीवास्तव ने बताया – जब कोई आत्महत्या करता है, तो लोग उसके लिए अलग-अलग पॉइंट निकालते हैं या उसे लव एंगल दे देते हैं। लेकिन अगर इसे साइकोलॉजी के पॉइंट से देखें तो हर आत्महत्या के पीछे एक मानसिक बीमारी होती है। अगर हम श्रेया के केस में देखें तो लड़की ने सिर्फ बाल के कारण आत्महत्या नहीं की, बल्कि यह एक बीमारी है, जिसे साइकोलाजी में बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर कहते हैं। इससे परेशान लोग सुसाइड तक जा सकते हैं। 2. बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर क्या है?
शिवांगी श्रीवास्तव ने बताया- इसमें कोई भी व्यक्ति ऐसा विश्वास करने लग जाता है कि वह खूबसूरत नहीं है या फिर उसका हाइट, बॉडी कलर, आंख, झड़ते बाल पर फोकस हो जाता है। ऐसे लोग इसे सही करने के लिए बहुत सारी कोशिश और उपाय करते हैं। इसके अलावा अपने आस-पास के लोगों से राय भी लेते हैं। वो कहते हैं कि देखो मैं खूबसूरत नहीं हूं। मेरे बाल सही नहीं हैं। झड़ रहे हैं। बार-बार शीशे में देखते हैं। अपनी पुरानी तस्वीरों से मिलान करते हैं। 3. कैसे पहचानें और इलाज कैसे करें?
शिवांगी श्रीवास्तव ने बताया- ऐसे लोगों को इलाज की जरूरत होती है। यह काम घर वालों को ही करना चाहिए। उनका इलाज इसलिए नहीं कि वो बीमार नहीं हैं। जबकि वो इस डिसऑर्डर से ग्रसित हैं जो आगे जाकर उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। उनके मुताबिक, इस डिसऑर्डर के पीछे ब्यूटी प्रोडक्ट्स के एड भी हैं। कई सारी क्रीम के एड ऐसे दिखाए जाते हैं कि लोग उन्हें सही मान लेते हैं। बाद में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब जानिए क्या हुआ था घटना के दिन…
श्रेया का परिवार लमही में किराए के मकान में रहता है। पिता धनोज सिंह एक गुटखा कंपनी में काम करते हैं। परिवार श्रेया का शव लेकर अपने पैतृक गांव बलिया के चितबड़गांव के उसरौली गांव जा चुका है। वाराणसी शहर से 5 किलोमीटर दूर लमही में स्थित प्रतिज्ञापुरी कालोनी में रहने वाले धनोज के पड़ोसियों ने बात करने से मना कर दिया। बोले- हम कुछ बताएंगे तो क्या हो जाएगा। बेटी की मौत के बाद उनके पिता धनोज सिंह ने बताया – बेटी के आगे से सिर के बाल झड़ते जा रहे थे। इसे लेकर वह काफी तनाव में थी। टीवी और मोबाइल पर आने वाले कई तरह के नुस्खों का इस्तेमाल किया। रिश्तेदारों और दोस्तों ने भी तरह-तरह के इलाज बताए। हम डॉक्टरों के पास भी गए, लेकिन बाल झड़ना कम नहीं हुआ। इसी तनाव में उसने सुसाइड कर लिया। विवेचक सब इंस्पेक्टर ने बताई कमरे की स्थिति
हमने इस घटना की विवेचक लालपुर-पांडेयपुर की सब इंस्पेक्टर निकिता सिंह से बात की। उन्होंने बताया- पुलिस फोर्स के साथ जब पहुंची तो परिजन शव को नीचे उतार चुके थे। बेड के पास कुर्सी गिरी हुई थी, जिस पर चढ़कर फांसी लगाई गई थी। निकिता सिंह ने बताया कि शव में सिर्फ मार्क ऑफ हैंगिग था। इसके बावजूद फोरेंसिक टीम को बुलाया गया था। उन्होंने साक्ष्य इकट्ठा किए। मृतका के शरीर में कहीं भी चोट के निशान नहीं थे। बाकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा, जो संभवत: रविवार को मिलेगी। ये भी पढ़ें… 70 साल का मौलाना बच्ची से रेप करते पकड़ाया:कानपुर में दरवाजा तोड़कर न्यूड पकड़ा तो हाथ-पैर जोड़ने लगा, भीड़ ने बच्ची को छुड़ाया कानपुर में 70 साल के मौलाना ने 8 साल की बच्ची से रेप की कोशिश की। गनीमत रही कि पड़ोसी ने मौलाना को देख लिया और समय रहते दरवाजा तोड़कर बच्ची को बचाया। मौलाना को नग्न अवस्था में ही दबोचा। पकड़े जाने पर मौलाना गिड़गिड़ाने लगा। धर्म की दुहाई देकर हाथ-पैर जोड़ने लगा। परिजनों को देखते ही बच्ची उनसे लिपट कर रोने लगी। रोते-रोते मौलाना की करतूत बताने लगी। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर