पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु को आज जालंधर की अदालत में कड़ी सुरक्षा के बीच ईडी के अधिकारी पेश करेंगे। पिछले 10 दिनों से आशु का ईडी के अधिकारी रिमांड लिए हुए है। आशु से पिछले 10 दिनों से लगातार पूछताछ की जा रही है। आशु को ईडी ने 1 अगस्त को गिरफ्तार किया था। करीबियों को भेजे जा चुके समन सूत्रों मुताबिक पता चला है कि करीब 5 ऐसे लोगों को ईडी ने समन किया है जो आशु के बेहद करीबी है। इनमें से कुछ वह लोग भी है जिनकी ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले में विजिलेंस को शमूलियत मिली थी। समन किए जाने वाले लोगों की संख्या जांच सूची में आने वाले दिनों बढ़ भी सकती है। आशु के कई करीबियों के वित्तिय खाते तक चैक किए जा रहे है। कई इनवेस्टर्स और फाइनांसरों से भी पूछताछ करने की अधिकारी तैयारी कर रहे ह। LDP केस पर भी अधिकारियों की नजर आशु के बैंक खातों सहित विदेशी ट्रांजैक्शनों के रिकार्ड पर ईडी के अधिकारी काम कर रही है। सूत्रों मुताबिक ट्रांसर्पोट टेंडर घोटाले के अलावा अब ईडी के अधिकारियों ने LDP केस का भी रिकार्ड जुटाना शुरू कर दिया है। इस केस पर भी आने वाले दिनों में जांच शुरू होने जा रही है। वहीं CBI भी इन दोनों केसों में पर नजर जमाए है। यदि इस केस में CBI जांच करती है तो आरोपियों पर जांच की तलवार लटक सकती है। 28 जुलाई 2022 को LDP केस पर किया था विजिलेंस ने मामला दर्ज बता दें कि 28 जुलाई 2022 को विजीलेंस ने ऋषि नगर में फ्लैट के लिए प्रस्तावित जमीन पर दिए गए 5 एलडीपी प्लांट नंबर 102, 103, 103, 104, 105 और 106 में हुई धांधली के आरोप में पूर्व चेयरमैन रमन बाला सुब्रमण्यम, ईओ कुलजीत कौर, एसडीओ अंकित नारंग, सेल्ज कलर्क प्रवीन कुमार, कलर्क गगनदीप और चेयरमैन के पीए संदीप शर्मा के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। 22 अगस्त, 2022 को विजिलेंस ने किया था आशु को गिरफ्तार
अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले को लेकर वर्ष 2022 में कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों और ठेकेदारों ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए थे। इसकी शिकायत विजिलेंस के पास की थी। दो महीने की जांच के बाद विजिलेंस ने सबसे पहले ठेकेदार तेलू राम और दो अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में इस मामले में आशु का नाम भी शामिल कर लिया था। 22 अगस्त, 2022 को विजिलेंस ने लुधियाना में छापामारी कर उन्हें सैलून में बाल कटवाते समय गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में आशु करीब छह माह तक पटियाला जेल में भी बंद रहे हैं। आरोप है कि अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले में अनाज मंडियों में आरोपित वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। यही नहीं टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए गए थे। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक जैसे दोपहिया वाहनों के भी थे। यह वाहन अनाज ढुलाई के लिए मान्य ही नहीं थे। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु को आज जालंधर की अदालत में कड़ी सुरक्षा के बीच ईडी के अधिकारी पेश करेंगे। पिछले 10 दिनों से आशु का ईडी के अधिकारी रिमांड लिए हुए है। आशु से पिछले 10 दिनों से लगातार पूछताछ की जा रही है। आशु को ईडी ने 1 अगस्त को गिरफ्तार किया था। करीबियों को भेजे जा चुके समन सूत्रों मुताबिक पता चला है कि करीब 5 ऐसे लोगों को ईडी ने समन किया है जो आशु के बेहद करीबी है। इनमें से कुछ वह लोग भी है जिनकी ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले में विजिलेंस को शमूलियत मिली थी। समन किए जाने वाले लोगों की संख्या जांच सूची में आने वाले दिनों बढ़ भी सकती है। आशु के कई करीबियों के वित्तिय खाते तक चैक किए जा रहे है। कई इनवेस्टर्स और फाइनांसरों से भी पूछताछ करने की अधिकारी तैयारी कर रहे ह। LDP केस पर भी अधिकारियों की नजर आशु के बैंक खातों सहित विदेशी ट्रांजैक्शनों के रिकार्ड पर ईडी के अधिकारी काम कर रही है। सूत्रों मुताबिक ट्रांसर्पोट टेंडर घोटाले के अलावा अब ईडी के अधिकारियों ने LDP केस का भी रिकार्ड जुटाना शुरू कर दिया है। इस केस पर भी आने वाले दिनों में जांच शुरू होने जा रही है। वहीं CBI भी इन दोनों केसों में पर नजर जमाए है। यदि इस केस में CBI जांच करती है तो आरोपियों पर जांच की तलवार लटक सकती है। 28 जुलाई 2022 को LDP केस पर किया था विजिलेंस ने मामला दर्ज बता दें कि 28 जुलाई 2022 को विजीलेंस ने ऋषि नगर में फ्लैट के लिए प्रस्तावित जमीन पर दिए गए 5 एलडीपी प्लांट नंबर 102, 103, 103, 104, 105 और 106 में हुई धांधली के आरोप में पूर्व चेयरमैन रमन बाला सुब्रमण्यम, ईओ कुलजीत कौर, एसडीओ अंकित नारंग, सेल्ज कलर्क प्रवीन कुमार, कलर्क गगनदीप और चेयरमैन के पीए संदीप शर्मा के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। 22 अगस्त, 2022 को विजिलेंस ने किया था आशु को गिरफ्तार
अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले को लेकर वर्ष 2022 में कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों और ठेकेदारों ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए थे। इसकी शिकायत विजिलेंस के पास की थी। दो महीने की जांच के बाद विजिलेंस ने सबसे पहले ठेकेदार तेलू राम और दो अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में इस मामले में आशु का नाम भी शामिल कर लिया था। 22 अगस्त, 2022 को विजिलेंस ने लुधियाना में छापामारी कर उन्हें सैलून में बाल कटवाते समय गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में आशु करीब छह माह तक पटियाला जेल में भी बंद रहे हैं। आरोप है कि अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले में अनाज मंडियों में आरोपित वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। यही नहीं टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए गए थे। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक जैसे दोपहिया वाहनों के भी थे। यह वाहन अनाज ढुलाई के लिए मान्य ही नहीं थे। पंजाब | दैनिक भास्कर