जालंधर के डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने आज बरसात को लेकर शहर के अलग-अलग स्थानों का निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण का उद्देश्य जिला प्रशासन द्वारा उचित ढंग के साथ पानी इकट्ठा होने से रोकने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लेना था। डॉ. अग्रवाल और नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन ने अलग- अलग स्थानों जैसे नकोदर रोड, कपूरथला रोड, एचएमवी कॉलेज रोड, भगवान महावीर मार्ग और दूसरे स्थानों का दौरा किया। पम्पिंग स्टेशनों का लिया जायजा उन्होंने मौके पर ही नगर निगम के अधिकारियों को हिदायत दी कि मशीनरी को संवेदनशील स्थानों पर लगाया जाए, ताकि लोगों को पानी इकट्ठा होने साथ किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। डिप्टी कमिश्नर ने जोर दिया कि जिला प्रशासन जालंधर द्वारा बरसाती पानी जमा होने की समस्या के साथ प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सभी शहर में डिस्पोजल पंप को तैयार रखा गया है। उन्होंने बरसात दौरान पानी को तेजी से बाहर निकालने के लिए पंप सही ढंग के साथ काम करने को लेकर अलग-अलग पम्पिंग स्टेशनों का जायजा भी लिया। बरसात को लेकर किए उचित प्रबंध इस दौरान उन्होंने कहा कि स्थिति अनुसार बरसाती पानी की उचित ढंग से निकासी के लिए फालतू पंप सैट का भी प्रबंध किया गया है। डॉ. अग्रवाल ने शहर निवासियों को विश्वास दिलाया कि ट्रैफिक को जारी रखने और भारी बरसात दौरान पैदा होने वाली दिक्कतों को लेकर उचित प्रबंध किए गए है। उन्होंने मानसून सीजन दौरान शहर में पानी इकट्ठा न होने देने में कोई कमी बाकी न छोड़ने की बात कही। जिससे पानी से पैदा होने वाली बीमारियों से बचा जा सके। इसी तरह अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ( शहरी विकास) जसबीर सिंह ने भी नगर कौंसिल भोगपुर, आदमपुर, नूरमहल, करतारपुर आदि में बरसाती पानी को बाहर निकालने के लिए किए प्रबंधों का जायजा लिया। जालंधर के डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने आज बरसात को लेकर शहर के अलग-अलग स्थानों का निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण का उद्देश्य जिला प्रशासन द्वारा उचित ढंग के साथ पानी इकट्ठा होने से रोकने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लेना था। डॉ. अग्रवाल और नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन ने अलग- अलग स्थानों जैसे नकोदर रोड, कपूरथला रोड, एचएमवी कॉलेज रोड, भगवान महावीर मार्ग और दूसरे स्थानों का दौरा किया। पम्पिंग स्टेशनों का लिया जायजा उन्होंने मौके पर ही नगर निगम के अधिकारियों को हिदायत दी कि मशीनरी को संवेदनशील स्थानों पर लगाया जाए, ताकि लोगों को पानी इकट्ठा होने साथ किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। डिप्टी कमिश्नर ने जोर दिया कि जिला प्रशासन जालंधर द्वारा बरसाती पानी जमा होने की समस्या के साथ प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सभी शहर में डिस्पोजल पंप को तैयार रखा गया है। उन्होंने बरसात दौरान पानी को तेजी से बाहर निकालने के लिए पंप सही ढंग के साथ काम करने को लेकर अलग-अलग पम्पिंग स्टेशनों का जायजा भी लिया। बरसात को लेकर किए उचित प्रबंध इस दौरान उन्होंने कहा कि स्थिति अनुसार बरसाती पानी की उचित ढंग से निकासी के लिए फालतू पंप सैट का भी प्रबंध किया गया है। डॉ. अग्रवाल ने शहर निवासियों को विश्वास दिलाया कि ट्रैफिक को जारी रखने और भारी बरसात दौरान पैदा होने वाली दिक्कतों को लेकर उचित प्रबंध किए गए है। उन्होंने मानसून सीजन दौरान शहर में पानी इकट्ठा न होने देने में कोई कमी बाकी न छोड़ने की बात कही। जिससे पानी से पैदा होने वाली बीमारियों से बचा जा सके। इसी तरह अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ( शहरी विकास) जसबीर सिंह ने भी नगर कौंसिल भोगपुर, आदमपुर, नूरमहल, करतारपुर आदि में बरसाती पानी को बाहर निकालने के लिए किए प्रबंधों का जायजा लिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
खन्ना के युवक की इटली में मौत:कार बेकाबू होकर पलटी और खंभे से टकराई, फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला दोस्त गंभीर घायल
खन्ना के युवक की इटली में मौत:कार बेकाबू होकर पलटी और खंभे से टकराई, फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला दोस्त गंभीर घायल खन्ना के गांव गगड़माजरा के रहने वाले कुलवंत सिंह (38) की इटली में सड़क हादसे में मौत हो गई। कुलवंत का दोस्त जसप्रीत सिंह (22) जोकि फतेहगढ़ साहिब के गांव हरलालपुर का रहने वाला है, हादसे में गंभीर घायल हो गया। दोनों काम से वापस घर कार में लौट रहे थे। इनकी कार बेकाबू होकर पलट गई और फिर खंभे से टकरा गई। हादसे में कुलवंत की मौत हुई। कुलवंत इटली के जिला बैरगामो के शहर सुईसीओ में रहता था। डेढ़ महीना पहले पंजाब से वापस लौटा था मृतक कुलवंत सिंह की मां और भाई गांव गगड़माजरा में रहते हैं। करीब 15 सालों से कुलवंत सिंह इटली में ही रहता था। कभी कभार परिवार से मिलने आता था। उसकी पत्नी व ढाई साल का बेटा भी इटली में है। कुलवंत करीब डेढ़ महीना पहले ही पंजाब से वापस लौटा था। रोजाना फोन पर अपनी मां से बात करके हाल जानता रहता था। 9 जून को हादसे की खबर कनाडा रहते रिश्तेदारों ने परिवार को फोन पर दी। मृतक कुलवंत के भाई सुखजिंदर सिंह ने बताया कि अंतिम संस्कार इटली में ही किया जाएगा। विधायक ने जताया शोक वहीं इस घटना के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। विधायक तरुणप्रीत सिंह सौंध ने भी हादसे पर अफसोस जताया। विधायक ने कहा कि यह पूरे इलाके व परिवार के लिए दुखद घटना है। वे परिवार के साथ खड़े हैं।
PSEB चेयरपर्सन ने दिया इस्तीफा:पंजाब सरकार ने किया मंजूर, शिक्षा सचिव को सौंपी चेयरमैन की अतिरिक्त जिम्मेदारी
PSEB चेयरपर्सन ने दिया इस्तीफा:पंजाब सरकार ने किया मंजूर, शिक्षा सचिव को सौंपी चेयरमैन की अतिरिक्त जिम्मेदारी पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) की चेयरपर्सन पूर्व IAS अधिकारी सतबीर बेदी ने इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों से पता चला है कि राज्य सरकार की तरफ से उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। साथ ही उनकी जगह पर शिक्षा विभाग के सचिव को चेयरमैन का अतिरिक्त चार्ज दिया गया। हालांकि इस्तीफा देने की वजह साफ नहीं हो पाई है। नियुक्ति के साथ ही शुरू हो गया था विवाद पंजाब सरकार की तरफ से गत साल सतबीर बेदी को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड का चेयरपर्सन नियुक्त किया गया था। हालांकि उनकी नियुक्ति के बाद ही विवाद शुरू हो गए थे। आरोप था कि वह पंजाबी लिखना नहीं जानती है, जिसको बड़ा मुद्दा उठाया गया। हालांकि उनके कार्यकाल में बोर्ड ने कई बड़े कदम उठाए हैं। जिनके बाद में खूब सहारा गया था। सूत्रों के मुताबिक पंजाब सरकार अब ऐसे व्यक्ति को इस पद की जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी में है। जिसे की शिक्षा के क्षेत्र का लंबा अनुभव हो। साथ ही वह बोर्ड को बढ़िया तरीके से आगे ले जा सकें। निजी कारणों के चलते दिया इस्तीफा सतबीर बेदी ने इस्तीफे को निजी कारण बताया है। हालांकि सूत्रों स पता चला है कि कुछ समय बोर्ड से दूरी बना ली थी। उनकी तबीयत भी ठीक नहीं थी। वह दिल्ली चली गई थी। हालांकि उनकी नियुक्ति समय विपक्ष ने सरकार को घेरा था। सरकार पर आरोप था कि दिल्ली के लोगों को पंजाब की कमान दी जा रही है। इससे पहले पंजाब रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (RERA) का चेयरमैन सत्य गोपाल ने भी इस्तीफा दिया था। वह भी दिल्ली के पूर्व आईएएस अधिकारी थे।
रवनीत बिट्टू की जीत पर आज लगेगी मोहर:राजस्थान राज्यसभा चुनाव में नामांकन वापसी का आखरी दिन, निर्विरोध जीत तय
रवनीत बिट्टू की जीत पर आज लगेगी मोहर:राजस्थान राज्यसभा चुनाव में नामांकन वापसी का आखरी दिन, निर्विरोध जीत तय पंजाब से केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का राज्यसभा में जाना लगभग फाइनल हो गया है। आज मंगलवार उस पर मोहर भी लग जाएगी। दरअसल, राज्यसभा चुनावों के नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख आज है, और इसके बाद परिणाम की घोषणा हो जाएगी। कांग्रेस की तरफ से इन उप-चुनावों में कोई उम्मीदवार ना उतारने के फैसले से बिट्टू की जीत पहले ही एकतरफा हो चुकी है। कांग्रेस की तरफ से इन उप-चुनावों में उम्मीदवार ना उतारने के बाद नामांकन पत्र दाखिल करने वालों में 3 उम्मीदवार ही बचे थे। बीजेपी के डमी उम्मीदवार सुनील कोठारी अपना नामांकन पहले ही वापस ले चुके हैं। इसके अलावा निर्दलीय उम्मीदवार बबीता वाधवानी का भी नामांकन पत्र था, जिसे जांच के बाद रद्द कर दिया गया है। अब बिट्टू ही मैदान में बचे हैं। रवनीत बिट्टू की जीत का गणित राज्यसभा के सदस्यों को विधायक चुनते हैं। राज्यसभा के चुनाव में अपनाए जाने वाले फॉर्मूले के हिसाब से जितनी सीटें खाली होती हैं, उसमें एक जोड़कर जितनी विधानसभा सीटें होती हैं, उसमें भाग दिया जाता है। भाग के परिणाम में एक जोड़ा जाता है। इससे जो रिजल्ट आता है, उतने वोट एक सीट पर जरूरी होते हैं। राजस्थान में 1 सीट पर चुनाव होगा। इसमें 1 जोड़ेंगे तो 2 होंगे। राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन 6 सीटें खाली हैं। ऐसे में 194 में 2 का भाग देकर रिजल्ट में 1 जोड़ेंगे तो संख्या 98 आएगी। इस तरह राज्यसभा चुनाव में जीत के लिए 98 वोट चाहिए। बीजेपी के पास 114 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास मात्र 66 विधायक हैं। संख्या बल के हिसाब से बीजेपी की जीत तय है। जरूरत पड़ी तो ही होगी वोटिंग राजस्थान मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख भी 27 अगस्त है। इसके बाद परिणाम की घोषणा हो जाएगी। अगर जरूरत पड़ी या कोई विरोध सामने आया तो ही 3 सितंबर को वोटिंग करवाई जाएगी। इसके बाद शाम 5.00 बजे काउंटिंग भी होगी। चुनाव प्रक्रिया 6 सितंबर तक पूरी हो जाएगी। कांग्रेस ने नहीं उतारा उम्मीदवार राज्यसभा सीट को लेकर कांग्रेस ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि पार्टी इस बार राज्यसभा सीट के चुनाव को लेकर कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी, क्योंकि बीजेपी के पास इस सीट को जीतने के लिए पर्याप्त संख्या बल है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस को जीत की कोई गुंजाइश नहीं दिखने के कारण उन्होंने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। दूसरी बार भी अन्य राज्य से चुनाव लड़ेंगे बिट्टू कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल के लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद खाली हुई सीट पर ये उपचुनाव हो रहा है। इस सीट पर सदस्यता का कार्यकाल 21 जून 2026 तक रहेगा। बता दें राजस्थान में कुल 10 राज्यसभा सीटें हैं। मौजूदा समय में बीजेपी के पास 4 और कांग्रेस के पास 5 सीटें हैं। ऐसे में रवनीत बिट्टू की सदस्यता जून 2026 में खत्म हो जाएगी। जिसके बाद केंद्रीय राज्यमंत्री बने रहने के लिए बिट्टू को दोबारा राज्यसभा का ही रुख करना होगा। पंजाब की बात करें तो यहां की 7 में से कोई भी सीट 2028 से पहले खाली नहीं होगी। वहीं, अगले लोकसभा चुनाव भी 2029 में ही होंगे।