प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के दौरे पर आ सकते हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहते हैं। इसे लेकर बीते दिनों प्रधानमंत्री कार्यालय ने हिमाचल के मुख्य सचिव से भी बातचीत की थी और आज भी उनका आने की योजना थी। मुख्यमंत्री ने कहा, खराब मौसम और बारिश के कारण पीएम का दौरा फाइनल नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने आ सकते हैं। उन्होंने कहा, पीएम मोदी के दौरे के दृष्टिगत प्रदेश को आर्थिक मदद की आस बंध गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ने भी अपने बजट भाषण में हिमाचल को क़ुदरत के कहर से तबाह मूलभूत सुविधाएं फिर से जुटाने के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया था। 950 करोड़ की संपत्ति इस बार तबाह हो चुकी प्रदेश में बीते साल 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति तबाह हुई है और 500 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। इस बार भी लगभग 950 करोड़ की निजी व सरकारी संपत्ति बरसात में तबाह हो चुकी है। हिमाचल सरकार बार-बार इस आपदा से बाहर निकलने को केंद्र से आर्थिक पैकेज की मांग कर रही है। 31 जुलाई की रात में 55 लोग हो गए थे लापता अब प्रदेश में तबाही के बीच पीएम के आने की चर्चा है। ऐसे में पीएम मोदी आए तो वह शिमला जिला के रामपुर के समेज का दौरा कर सकते है। इसी तरह बाढ़ प्रभावित चौहारघाटी, ऊना और कुल्लू के बागीपुल का हवाई सर्वे कर सकते हैं। इन तीनों जगह पर बीते 31 जुलाई की रात भारी बारिश से 55 लोग लापता हो गए थे। इनमें से 38 लोग अभी भी लापता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के दौरे पर आ सकते हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहते हैं। इसे लेकर बीते दिनों प्रधानमंत्री कार्यालय ने हिमाचल के मुख्य सचिव से भी बातचीत की थी और आज भी उनका आने की योजना थी। मुख्यमंत्री ने कहा, खराब मौसम और बारिश के कारण पीएम का दौरा फाइनल नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने आ सकते हैं। उन्होंने कहा, पीएम मोदी के दौरे के दृष्टिगत प्रदेश को आर्थिक मदद की आस बंध गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ने भी अपने बजट भाषण में हिमाचल को क़ुदरत के कहर से तबाह मूलभूत सुविधाएं फिर से जुटाने के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया था। 950 करोड़ की संपत्ति इस बार तबाह हो चुकी प्रदेश में बीते साल 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति तबाह हुई है और 500 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। इस बार भी लगभग 950 करोड़ की निजी व सरकारी संपत्ति बरसात में तबाह हो चुकी है। हिमाचल सरकार बार-बार इस आपदा से बाहर निकलने को केंद्र से आर्थिक पैकेज की मांग कर रही है। 31 जुलाई की रात में 55 लोग हो गए थे लापता अब प्रदेश में तबाही के बीच पीएम के आने की चर्चा है। ऐसे में पीएम मोदी आए तो वह शिमला जिला के रामपुर के समेज का दौरा कर सकते है। इसी तरह बाढ़ प्रभावित चौहारघाटी, ऊना और कुल्लू के बागीपुल का हवाई सर्वे कर सकते हैं। इन तीनों जगह पर बीते 31 जुलाई की रात भारी बारिश से 55 लोग लापता हो गए थे। इनमें से 38 लोग अभी भी लापता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के 7 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट:बीती रात नाहन में भारी बारिश; एक सप्ताह में कांगड़ा में नॉर्मल से 14% ज्यादा बरसात हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बीती रात को तेज बारिश हुई है। नाहन शहर व आसपास के इलाकों में रात में भारी बारिश हुई। इससे क्षेत्र की 25 से ज्यादा सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गई है। लोक निर्माण विभाग इन्हें बहाल करने में जुट गया है। प्रदेश के अलग अलग इलाकों में लगभग 60 सड़कें वाहनों के लिए बंद पड़ी है। मौसम विभाग (IMD) की माने तो आज भी प्रदेश के आठ जिलों में कुछेक स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए सात जिले बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना में येलो अलर्ट की चेतावनी दी गई है। कल भी इन्हीं जिलों अलर्ट दिया गया है। IMD के अनुसार, प्रदेश में अगले छह दिन तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान मानसून बहुत ज्यादा एक्टिव नहीं रहेगा। मगर कुछेक स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। कमजोर पड़ा मानसून, नॉर्मल से 39% कम बारिश प्रदेश में इस बार मानसून कमजोर पड़ा हुआ है। पूरे मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में नॉर्मल से 39 प्रतिशत और बीते सप्ताह (19 से 26 जुलाई) तक सामान्य से 30 प्रतिशत कम बादल बरसे है। मानसून सीजन में लाहौल स्पीति में नॉर्मल से 78 प्रतिशत कम, किन्नौर में 54 प्रतिशत, सिरमौर में 55 प्रतिशत कम बारिश हुई है। कांगड़ा में बीते सप्ताह नॉर्मल से 14% ज्यादा बादल बरसे वहीं बीते एक सप्ताह की बात करे तो मंडी और कांगड़ा दो जिलों में ही नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई है। कांगड़ा में 19 से 26 जुलाई के बीच 150.8 मिलीमटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 171.7 मिलीमीटर बादल बरसे है, जो कि सामान्य से 14 प्रतिशत ज्यादा है। मंडी जिला में भी नॉर्मल से बीते सप्ताह में 1 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे हैं, जबकि अन्य सभी 10 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। सोलन, ऊना, लाहौल स्पीति और किन्नौर में सबसे कम बारिश हुई है। बारिश नहीं होने से तापमान में आ रहा उछाल प्रदेश में बारिश नहीं होने से तापमान में भी उछाल आ रहा है। प्रदेश का औसत तापमान नॉर्मल से 2.4 डिग्री ज्यादा हो गया है। कुछ शहरों का तापमान नॉर्मल से 5 डिग्री तक ज्यादा हो गया है। भुंतर के तापमान में सबसे ज्यादा 5.1 डिग्री का उछाल आया है और यहां का तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। मंडी का तापमान 3.4 डिग्री के उछाल के बाद 34.5 डिग्री, ऊना का तापमान 3.7 डिग्री के उछाल के बाद 37.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।
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सिंगर हंसराज रघुवंशी ने पत्नी से दोबारा शादी रचाई:मेरा भोला है भंडारी.. भजन से सुर्खियों में आए; PM मोदी भी तारीफ कर चुके
सिंगर हंसराज रघुवंशी ने पत्नी से दोबारा शादी रचाई:मेरा भोला है भंडारी.. भजन से सुर्खियों में आए; PM मोदी भी तारीफ कर चुके ‘मेरा भोला है भंडारी, करता नंदी की सवारी’, भजन से सुर्खियों में आए सिंगर हंसराज रघुवंशी ने दोबारा शादी रचाई है। यह शादी उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग स्थित त्रियुगीनारायण मंदिर में हुई। इसकी तस्वीरें उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर की हैं। हालांकि, यह शादी उन्होंने अपनी ही पत्नी कोमल सकलानी से की है। जिनसे उनका विवाद अक्टूबर 2023 में हुआ था। हंसराज रघुवंशी के भजनों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तारीफ कर चुके हैं। त्रियुगीनारायण मंदिर में दोबारा शादी रचाने पर उनकी पत्नी कोमल सकलानी ने लिखा- ” यहां भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इस मंदिर के अंदर सदियों से अग्नि जल रही है।। शिव-पार्वती जी ने इसी पवित्र अग्नि को साक्षी मानकर विवाह किया था।” कोमल सकलानी ने आगे लिखा… यहां सच्चे दिल से मांगी गई मन्नत पूरी होती है। मेरी भी हुई है। अब भोलेनाथ और मां पार्वती के प्यार के प्रतीक स्थल पर हमने शादी की है। मैं अपनी भावनाओं को शब्दों में नहीं बता सकती। ये हमारा एक ड्रीम था, जो महादेव और मां पार्वती के आशीर्वाद से पूरा हुआ है। इस दौरान दोनों ने शादी का जोड़ा पहना। पूरे विधि विधान और पूजा पाठ के साथ विवाह की रस्में पूरी की। इसके बाद एक-दूसरे को वर मालाएं पहनाईं और अग्नि को साक्षी मानकर फिर से 7 फेरे लिए। हंसराज रघुवंशी-कोमल सकलानी की दूसरी बार शादी के PHOTOS… हंसराज रघुवंशी, जो दूसरी शादी से सुर्खियों में हैं…. 1. सोलन में जन्मे हंसराज रघुवंशी
हंसराज रघुवंशी का जन्म 18 जुलाई 1992 को हिमाचल प्रदेश के सोलन में हुआ। रघुवंशी का गांव कंदर है, जो सोलन और बिलासपुर की बाउंड्री पर स्थित है। रघुवंशी के पिता का नाम प्रेम रघुवंशी और मां लीला रघुवंशी हैं। उनकी स्कूली शिक्षा हिमाचल से ही हुई है। वह ग्रेजुएशन तक पढ़े हैं। 2. नौकरी नहीं मिली तो घर लौट आए
हंसराज के घर के हालात अच्छे न होने पर वह आगे की पढ़ाई नहीं कर पाए। उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और दिल्ली चले गए। यहां उन्होंने नौकरी के लिए काफी कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए। इसके बाद वह घर लौट आए। 3. कैंटीन में भजन गाते थे, एक स्टूडेंट की सलाह से किस्मत बदली
घर लौटने के बाद हंसराज ने एक कॉलेज की कैंटीन में नौकरी शुरू कर दी। उन्हें गायकी का शौक था। वह कैंटीन में भजन गाते थे। जहां लोग और कॉलेज के स्टूडेंट्स उनके भजन सुनते थे। इसी दौरान कॉलेज के एक स्टूडेंट ने उन्हें सलाह दी कि वो अपने भजन रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डालें। हंसराज ने ऐसा किया और आज वह देश के लोकप्रिय गायक बन गए। PM मोदी कर चुके भजन की प्रशंसा
श्री रामलला की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भी हंसराज रघुवंशी ने ‘युग राम राज का आ गया…’ भजन गाया था। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा था कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम के स्वागत को लेकर पूरा देश राममय है। उन्होंने भगवान श्री राम को समर्पित हंसराज रघुवंशी जी भजन सुनने की अपील की थी।