हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बडौली का मंगलवार को गुरुग्राम में समस्त ब्राह्मण समाज की ओर से अभिनंदन किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद बड़ौली संगठनात्मक गतिविधियों के सिलसिले में गुरुग्राम आए थे लेकिन तब उनकी व्यस्तता के चलते उनका नागरिक अभिनंदन नहीं किया जा सका था। अब मंगलवार को सामाजिक समरसता समिति के तत्वावधान में शहर का ब्राह्मण समाज उनका अभिनंदन समारोह करेगा। हरियाणा भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष, पार्टी के ओबीसी मोर्चा के स्टेट इंचार्ज और सामाजिक समरसता समिति के मुख्य संरक्षक जीएल शर्मा ने बताया कि बड़ौली का अभिनंदन समारोह पटौदी चौक के पास भगवान परशुराम भवन में रखा गया है। यह प्रोग्राम मंगलवार शाम साढ़े 4 बजे होगा। शर्मा ने कहा कि 2014 में हरियाणा में सरकार बनने के बाद भाजपा ने दस साल में हर वर्ग को सम्मान दिया है। भाजपा में ही एक चाय वाला दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रधानमंत्री और फेरीवाला हरियाणा जैसे प्रदेश का मुख्यमंत्री बन सकता है। भाजपा ने गरीब किसान के बेटे नायब सिंह सैनी को प्रदेश का CM बनाकर सिद्ध कर दिया है कि पार्टी में परिवारवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद के लिए कोई जगह नहीं है। दावा- BJP ने ब्राह्मण समाज के लिए कई कदम उठाए जीएल शर्मा ने कहा कि BJP ने पंडित मोहन लाल बड़ौली के रूप में पार्टी के एक सामान्य वर्कर को प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व देकर ब्राह्मण समाज का सम्मान बढ़ाया है। इससे पहले भी पार्टी ने ब्राह्मण समाज को दान में मिली जमीन का मालिकाना हक देने का ऐतिहासिक फैसला किया था। इसके लिए ब्राह्मण समाज पार्टी का कृतज्ञ है। इसी कृतज्ञता को प्रकट करने के लिए समाज की ओर से बड़ौली का अभिनंदन समारोह रखा गया है। शर्मा ने बताया कि मंगलवार को होने वाले प्रोग्राम में अलग-अलग ब्राह्मण संस्थाएं बड़ौली का सम्मान करेंगी। उन्होंने समाज से जुड़े सभी लोगों से प्रोग्राम में शामिल होने का आह्वान किया। आदर्श ब्राह्मण सभा के प्रधान आरपी कौशिक और महेश वशिष्ठ ने बताया कि प्रोग्राम में आने वाले सभी लोगों के लिए प्रसाद की व्यवस्था भी रहेगी। हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बडौली का मंगलवार को गुरुग्राम में समस्त ब्राह्मण समाज की ओर से अभिनंदन किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद बड़ौली संगठनात्मक गतिविधियों के सिलसिले में गुरुग्राम आए थे लेकिन तब उनकी व्यस्तता के चलते उनका नागरिक अभिनंदन नहीं किया जा सका था। अब मंगलवार को सामाजिक समरसता समिति के तत्वावधान में शहर का ब्राह्मण समाज उनका अभिनंदन समारोह करेगा। हरियाणा भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष, पार्टी के ओबीसी मोर्चा के स्टेट इंचार्ज और सामाजिक समरसता समिति के मुख्य संरक्षक जीएल शर्मा ने बताया कि बड़ौली का अभिनंदन समारोह पटौदी चौक के पास भगवान परशुराम भवन में रखा गया है। यह प्रोग्राम मंगलवार शाम साढ़े 4 बजे होगा। शर्मा ने कहा कि 2014 में हरियाणा में सरकार बनने के बाद भाजपा ने दस साल में हर वर्ग को सम्मान दिया है। भाजपा में ही एक चाय वाला दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रधानमंत्री और फेरीवाला हरियाणा जैसे प्रदेश का मुख्यमंत्री बन सकता है। भाजपा ने गरीब किसान के बेटे नायब सिंह सैनी को प्रदेश का CM बनाकर सिद्ध कर दिया है कि पार्टी में परिवारवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद के लिए कोई जगह नहीं है। दावा- BJP ने ब्राह्मण समाज के लिए कई कदम उठाए जीएल शर्मा ने कहा कि BJP ने पंडित मोहन लाल बड़ौली के रूप में पार्टी के एक सामान्य वर्कर को प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व देकर ब्राह्मण समाज का सम्मान बढ़ाया है। इससे पहले भी पार्टी ने ब्राह्मण समाज को दान में मिली जमीन का मालिकाना हक देने का ऐतिहासिक फैसला किया था। इसके लिए ब्राह्मण समाज पार्टी का कृतज्ञ है। इसी कृतज्ञता को प्रकट करने के लिए समाज की ओर से बड़ौली का अभिनंदन समारोह रखा गया है। शर्मा ने बताया कि मंगलवार को होने वाले प्रोग्राम में अलग-अलग ब्राह्मण संस्थाएं बड़ौली का सम्मान करेंगी। उन्होंने समाज से जुड़े सभी लोगों से प्रोग्राम में शामिल होने का आह्वान किया। आदर्श ब्राह्मण सभा के प्रधान आरपी कौशिक और महेश वशिष्ठ ने बताया कि प्रोग्राम में आने वाले सभी लोगों के लिए प्रसाद की व्यवस्था भी रहेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कैबिनेट मीटिंग में फैसला:सिरसा में गुरुद्वारा चिल्ला साहिब की जमीन गुरुद्वारे के नाम होगी, पुलिस को अब 20 दिन का भत्ता
हरियाणा कैबिनेट मीटिंग में फैसला:सिरसा में गुरुद्वारा चिल्ला साहिब की जमीन गुरुद्वारे के नाम होगी, पुलिस को अब 20 दिन का भत्ता हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में गुरुवार को चंडीगढ़ में कैबिनेट मीटिंग हुई। मीटिंग में कुल 19 एजेंडे रखे गए। सभी एजेंडों पर कैबिनेट बैठक में मंजूरी मिल गई है। कैबिनेट बैठक में जवानों और किसानों का खास ध्यान रखा गया है। सिरसा के पवित्र स्थल गुरुद्वारा चिल्ला साहिब की भूमि को गुरुद्वारा कमेटी को मालिकाना हक देने का फैसला लिया है। गुरुद्वारा की 70 कनाल 7 मरला जमीन गुरुद्वारा को दी जाएगी। फिलहाल यह जमीन रेवेन्यू डिपार्टमेंट के नाम है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बताया कि आज ही के दिन सिरसा में गुरु नानक देवी जी ने कदम रखे थे और आज ही कैबिनेट में यह जमीन गुरुद्वारा को दी जा रही है। इससे खुशी की बात और कोई नहीं हो सकती। शहीद परिवार के 2 सदस्यों को नौकरी
बैठक में दो शहीदों के परिवारों और अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने का फैसला किया गया। शहीद कपिल कुंडू की बहन काजल को रोजगार विभाग में और शहीद सत्यवान की बहन मंजू रानी को मौलिक शिक्षा विभाग में लिपिक नौकरी दी गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बताया कि हुड्डा सरकार में केवल 6 शहीद परिवारों को नौकरी दी गई थी जबकि भाजपा सरकार के कार्यालय में 371 शहीद परिवारों के परिजनों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी गई। स्टाम्प विक्रेताओं को पहुंचाया फायदा
बैठक में स्टाम्प विक्रेताओं को फायदा पहुंचाते हुए फैसला लिया गया कि 10 हजार स्टाम्प की पावर खत्म करके उसे 20 हजार स्टाम्प कर दिया गया है। इससे स्टाम्प विक्रता 20 हजार तक के स्टाम्प बेच सकेंगे। ई स्टाम्प आने से स्टाम्प विक्रेताओं की रोजी रोटी पर संकट पैदा हो गया था। सरकार ने प्रभावित स्टाप वैंडर्स को फायदा पहुंचाया है। यह फैसले भी लिए गए
गुरुग्राम में हुड्डा-सैलजा गुट में शह-मात का खेल:सैलजा कैंप लगातार 2 चुनाव हारने वालों को टिकट न देने के पक्ष में, पूर्व सीएम खेमे में बेचैनी
गुरुग्राम में हुड्डा-सैलजा गुट में शह-मात का खेल:सैलजा कैंप लगातार 2 चुनाव हारने वालों को टिकट न देने के पक्ष में, पूर्व सीएम खेमे में बेचैनी हरियाणा प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी लगातार तेज होते जा रही है। कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर रणनीति बनाने का दौर जारी है। इसके साथ ही गुरुग्राम जिले की चारों विधानसभा सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनकी धुरविरोधी कुमारी सैलजा के ग्रुप में अंदरखाने शह-मात का खेल भी स्टार्ट हो गया है। विरोधी धड़े को कमजोर कर अपना कद बढ़ाने के लिए दोनों गुटों के नेता लगातार हाथ-पैर मार रहे है। कुमारी सैलजा और उनके साथी रणदीप सिंह सुरजेवाला का ग्रुप इस कोशिश में है कि लगातार दो चुनाव हार चुके नेताओं को इस बार टिकट ना मिल पाए। इसके लिए फील्डिंग जमाई जा रही है। यह धड़ा हाईकमान को इस बात के लिए मनाने की कोशिश कर रहा है कि इस बार ज्यादा से ज्यादा नए चेहरों पर दांव लगाया जाए ताकि पार्टी पूर्ण बहुमत से सरकार बना सके। अगर सैलजा खेमे की यह प्लानिंग सिरे चढ़ गई तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान हुड्डा खेमे से जुड़े नेताओं को होगा। इसकी वजह से इस धड़े के नेताओं में थोड़ी बेचैनी दिख रही है। इन नेताओं की जगह अगर नए चेहरों को टिकट मिला और पार्टी सत्ता में आई तो सीएम चेहरे को लेकर भी सैलजा खेमे की दावेदारी मजबूत होगी। लोकसभा चुनाव नतीजों से उत्साह का माहौल लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 10 में से 5 सीट जीतने के बाद कांग्रेसी वर्करों और नेताओं में उत्साह का माहौल है। यही कारण है कि ज्यादा नेता पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। इसके साथ ही पार्टी में हुड्डा और सैलजा कैंप के बीच आपसी खींचतानी भी बढ़ने लगी है। हालांकि हाईकमान ने दोनों गुटों को सार्वजनिक तौर पर एकजुटता दिखाने का सख्त संदेश दे रखा है लेकिन अंदरखाने दोनों ही गुट एक-दूसरे की जड़ खोदने में जुटे नजर आ रहे हैं। सैलजा-रणदीप गुट की कोशिश है कि 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में हारने वाले नेताओं को इस बार किसी सूरत में टिकट न मिलने पाए। ऐसे नेताओं में ज्यादातर हुड्डा कैंप से आते हैं। लगातार दो चुनाव हारने वाले ज्यादातर नेता हुड्डा कैंप से अगर सैलजा-रणदीप गुट की चली और लगातार दो चुनाव हार चुके नेताओं को टिकट देने से पार्टी ने परहेज किया तो इसका सबसे अधिक नुकसान हुड्डा खेमे को होगा। हुड्डा गुट से जुड़े ऐसे नेताओं की लिस्ट बहुत लंबी हैं जो 2014 और 2019 में पार्टी का टिकट मिलने के बावजूद जीत पाने में नाकाम रहे। सैलजा-रणदीप चाहते हैं कि कांग्रेस हाईकमान जनता की ओर से खारिज किए जा चुके इन नेताओं की जगह नए चेहरों पर दांव लगाए ताकि जनता और पार्टी कैडर को यह संदेश दिया जा सके कि कांग्रेस में चेहरों से ज्यादा काबिलियत मायने रखती है। इसके लिए दोनों नेता दिल्ली में लगातार प्रयास कर रहे हैं। ऐसा हुआ तो सबसे ज्यादा फायदे में सैलजा कैंप ही रहेगा। सीएम चेहरे पर दावा ठोकने की तैयारी कांग्रेस हाईकमान को लगता है कि हरियाणा में इस बार लोगों का झुकाव कांग्रेस की ओर है तथा वह राज्य में 10 साल से सत्ता में बैठी भाजपा से नाराज है। लोकसभा चुनाव नतीजों ने उसकी इस थ्योरी को और मजबूती दी है। ऐसे में हाईकमान को लगता है कि पार्टी के पास भाजपा से सत्ता से बाहर करने का इस बार सुनहरा मौका है। पार्टी नेतृत्व इस मौके को गंवाना नहीं चाहता इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाया जा रहा है। पार्टी में किसी तरह की नाराजगी से बचने के लिए राज्य में संगठन बनाने का काम भी होल्ड पर डाल दिया गया है। कांग्रेस के दिग्गज भी हालात को भांप चुके हैं इसलिए उनमें अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट दिलाने की होड़ नजर आने लगी है। इन नेताओं को लगता है कि अगर पार्टी को बहुमत मिला तो चुनाव नतीजों के बाद संख्या बल के आधार पर सीएम पद पर मजबूती से दावा ठोका जा सके। कमलबीर की राहुल गांधी के यहां सीधी एंट्री कांग्रेस हरियाणा में दलित चेहरे के रूप में सैलजा को आगे करके ओबीसी और दूसरे वोटबैंक को साधने की कोशिश कर रही है। यदि दो बार चुनाव हारने वालों के टिकट कटे तो हुड्डा खेमा बैकफुट पर होगाा और एडवांटेज सैलजा कैंप के पास होगा। कांग्रेस में हुड्डा विरोधी कैंप की अगुवाई कर रही सैलजा के साथ पहले रणदीप सुरजेवाला के साथ किरण चौधरी भी थी लेकिन अब वह बीजेपी में जा चुकी हैं। ऐसे में सैलजा कैंप में किरण चौधरी की जगह लेने का दावा जनता दल के दिग्गज नेता रहे स्व. शरद यादव के समधी कमलबीर कर रहे हैं। शरद यादव की बेटी सुभाषिनी की शादी कमलबीर के बेटे राजकमल से हुई है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सुभाषिनी को अपनी बहन मानते हैं। इस नाते राव कमलबीर सिंह की राहुल गांधी के यहां सीधी एंट्री है। जातिगत रूप से देखा जाए तो इस समय सैलजा कैंप में एक दलित, एक जाट और एक यादव नेता हो जाते हैं।
हरियाणा में मानसून ने फिर पकड़ी रफ्तार:3 दिनों में सभी जिलों में हुई बारिश; 30 दिन में 26% ज्यादा हुई बरसात, 2 को 8 जिलों में अलर्ट
हरियाणा में मानसून ने फिर पकड़ी रफ्तार:3 दिनों में सभी जिलों में हुई बारिश; 30 दिन में 26% ज्यादा हुई बरसात, 2 को 8 जिलों में अलर्ट हरियाणा में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। पिछले 3 दिनों में हुई बारिश ने प्रदेश के अधिकांश जिलों को कवर किया है। मौसम विभाग के अनुसार 7 दिन बारिश जारी रह सकती है। हालांकि , 31 अगस्त से 1 सितंबर तक बारिश कुछ कम होने के आसार हैं, लेकिन 2 सितंबर से फिर बढ़ने लगेगी। 2 को प्रदेश के 8 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट भी जारी किया है। प्रदेश में 1 अगस्त से अब तक 177.9 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है, जबकि सामान्य बारिश 140.8 एमएम होती है, यानी सामान्य से 26% ज्यादा बारिश हुई है। मानसून सीजन में 1 जून से 29 अगस्त तक 295.1 एमएम बारिश हुई है, सामान्य बारिश 344.6 से 14 फीसदी कम है । मौसम विभाग ने 2 सितंबर को प्रदेश के 8 जिलों में भारी बरसात होने का यलो अलर्ट जारी किया है। इनमें यमुनानगर, करनाल, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, सोनीपत और पानीपत जिले शामिल हैं। कहां हुई कितनी बारिश हरियाणा में 8 जिले ऐसे रहे, जहां 24 घंटे में झमाझम बारिश हुई। बारिश से कई जगह जलभराव हो गया। कई इलाकों में घंटों बिजली गुल हो गई। सबसे ज्यादा बारिश भिवानी में में हुई, यहां 14.0 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा महेंद्रगढ़ में 9.5 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। कुरुक्षेत्र में 8.0, चरखी दादरी में 6.5 एमएम, बारिश हुई। इन जिलों के अलावा में 6.0 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। पानीपत, रोहतक, कैथल में भी मौसम में बदलाव देखने को मिला, यहां भी कुछ एक स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी देखी गई। 16 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई हरियाणा के 16 जिलों में मानसून की बारिश सामान्य से कम हुई है। कैथल, करनाल और पंचकूला जिले ताे ऐसे हैं, जहां सामान्य से आधी बारिश भी नहीं हाे पाई। हिसार, जींद, यमुनानगर, पलवल और रोहतक जिलाें में सामान्य से 30 प्रतिशत से भी कम बारिश हाे पाई है।महेंद्रगढ़ और नूंह जिलाें में जमकर बादल बरसे हैं। नूंह में सामान्य से 63 प्रतिशत और महेंद्रगढ़ जिले में सामान्य से 51 प्रतिशत तक अधिक बारिश दर्ज की गई है। जुलाई में रुठा रहा मानसून हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।