अमृतसर में कूड़ा फेंकने को लेकर हुए झगड़े में पिता और पुत्र ने गोली चला दी जिससे एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। मामले में थाना घरिंडा पुलिस की ओर से आरोपी पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज दर्ज कर लिया, जबकि आज दोपहर पीड़ितों के साथ ग्रामीणों ने आरोपी पिता के खिलाफ भी मामला दर्ज करवाने की मांग को लेकर थाना घेर कर नारेबाजी की। फिलहाल मामले को पुलिस ने शांत करवाया और आश्वासन दिया कि जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित मलकीत सिंह निवासी नत्थूपुर ने बताया कि कल देर शाम वह अपने भाई के साथ घर के बाहर गली में खड़े थे। तभी उनके ही गांव के सुमनदीप सिंह और उसका पिता सरबजीत सिंह उनके घर की ओर आए। जब वे उनके पास से गुजरे तो सरबजीत सिंह ने उन्हें ललकारा और कहा कि इन्हें कूड़ा फेंकने को लेकर सबक सिखाया जाए। दोनों भाई डरकर अपने घर की ओर भागने लगे। कि तभी उसने गोली चला दी, जो कि उसके भाई बलजीत सिंह के बाएं पैर में लगी। जिसके बाद आरोपी सुमनदीप सिंह अपने हथियार के साथ मौके से भाग गया। पीड़ित के घरवालों ने एक सवारी की व्यवस्था की और बलजीत सिंह को गुरु नानक देव अस्पताल, अमृतसर में भर्ती कराया, जहां घायल0 का इलाज चल रहा है। इस मामले में पुलिस की ओर से पीड़ित के बयान पर सुमनदीप सिंह के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कर लिया था। लेकिन पीड़ित परिवार का कहना है कि दोनों बाप-बेटे ने मिलकर गोली चलाई थी इसीलिए मामले में पिता सर्बजीत सिंह के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। इसी मांग को लेकर आज दोपहर गांव निवासियों को ओर से एक घंटे तक घरिंडा थाने को घेरा गया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे डीएसपी अटारी सुखजिंदरपाल सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। अमृतसर में कूड़ा फेंकने को लेकर हुए झगड़े में पिता और पुत्र ने गोली चला दी जिससे एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। मामले में थाना घरिंडा पुलिस की ओर से आरोपी पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज दर्ज कर लिया, जबकि आज दोपहर पीड़ितों के साथ ग्रामीणों ने आरोपी पिता के खिलाफ भी मामला दर्ज करवाने की मांग को लेकर थाना घेर कर नारेबाजी की। फिलहाल मामले को पुलिस ने शांत करवाया और आश्वासन दिया कि जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित मलकीत सिंह निवासी नत्थूपुर ने बताया कि कल देर शाम वह अपने भाई के साथ घर के बाहर गली में खड़े थे। तभी उनके ही गांव के सुमनदीप सिंह और उसका पिता सरबजीत सिंह उनके घर की ओर आए। जब वे उनके पास से गुजरे तो सरबजीत सिंह ने उन्हें ललकारा और कहा कि इन्हें कूड़ा फेंकने को लेकर सबक सिखाया जाए। दोनों भाई डरकर अपने घर की ओर भागने लगे। कि तभी उसने गोली चला दी, जो कि उसके भाई बलजीत सिंह के बाएं पैर में लगी। जिसके बाद आरोपी सुमनदीप सिंह अपने हथियार के साथ मौके से भाग गया। पीड़ित के घरवालों ने एक सवारी की व्यवस्था की और बलजीत सिंह को गुरु नानक देव अस्पताल, अमृतसर में भर्ती कराया, जहां घायल0 का इलाज चल रहा है। इस मामले में पुलिस की ओर से पीड़ित के बयान पर सुमनदीप सिंह के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कर लिया था। लेकिन पीड़ित परिवार का कहना है कि दोनों बाप-बेटे ने मिलकर गोली चलाई थी इसीलिए मामले में पिता सर्बजीत सिंह के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। इसी मांग को लेकर आज दोपहर गांव निवासियों को ओर से एक घंटे तक घरिंडा थाने को घेरा गया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे डीएसपी अटारी सुखजिंदरपाल सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व:गोल्डन टेंपल-ननकाना साहिब लाइटों से सजे; अमृतसर में होगी ग्रीन आतिशबाजी; सीएम मान ने दी शुभामनाएं गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व आज पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। पंजाब के अमृतसर में गोल्डन टेंपल और पाकिस्तान में ननकाना साहिब को फूलों और सुंदर लाइटों के साथ सजाया गया है। आज पूरा दिन यहां 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के गोल्डन टेंपल और 1 लाख से अधिक के ननकाना साहिब में पहुंच माथा टेकने का अनुमान है। वहीं, सीएम भगवंत मान एक्टर करमजीत अनमोल के साथ अमृतसर में नतमस्तक हुए। सीएम भगवंत मान ने गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर सभी को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि आज वे अमृतसर में थे तो उन्होंने छठी पातशाही गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका है। गोल्डन टेंपल में संगत को परेशानी ना हो, इसलिए वे गोल्डन टेंपल नहीं गए। इस दौरान मीडिया ने उनसे चंडीगढ़ में हरियाणा को जमीन देने की बात पूछी, लेकिन, उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज वे किसी राजनैतिक टिप्पणी नहीं करना चाहते। गोल्डन टेंपल में आज सुंदर जलो सजाए जाएंगे। ये जलो सुबह 8.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक सजाए जाएंगे और संगत इनके दर्शन कर सकते हैं। रात में गोल्डन टेंपल में आतिशबाजी होगी। इस बार प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी खास तरह के पटाखे चलाने वाली है। जिसमें लाइटें निकलेंगी और धुआं बहुत ही कम होगा। इसके अलावा गोल्डन टेंपल में 1 लाख से अधिक घी के दिए भी जलाए जाएंगे। तकरीबन 3 हजार श्रद्धालु पाकिस्तान पहुंचे एसजीपीसी की तरफ से इस साल 2,244 श्रद्धालुओं के पासपोर्ट पाकिस्तान वीजा के लिए भेजे गए थे। लेकिन उनमें से मात्र 763 श्रद्धालुओं को ही वीजा मिला। जबकि 1481 श्रद्धालुओं के वीजा को रिजेक्ट कर दिया गया। पूरे भारत से तकरीबन 3 हजार के करीब श्रद्धालु इस साल पाकिस्तान माथा टेकने के लिए गए हैं। जो ननकाना साहिब सहित पाकिस्तान के विभिन्न गुरुद्वारों के दर्शन करेंगे। ये जत्थे 23 नवंबर तक वापस लौट आएंगे। गोल्डन टेंपल और नानकाना साहिब में गुरुपर्व की तस्वीरें-
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बटाला में सेब से भरे ट्रक में लगी आग:ड्राइवर और क्लीनर ने कूदकर बचाई जान, ढाई लाख की नकदी भी हुई नष्ट पंजाब में बटाला के डेरा बाबा नानक रोड पर स्थिति अड्डा तारागढ़ में सेब से भरे ट्रक में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। ट्रक चालक और क्लीनर कूदकर अपनी जान बचाई। ट्रक चालक ध्यान सिंह और क्लीनर रमनदीप सिंह निवासी वडाला बांगर ने बताया कि वह अपने ट्रक में श्रीनगर से सेब लोड करके राजस्थान जा रहे थे। शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे जैसे ही वह ट्रक लेकर तारागढ़ पहुंचे तो अचानक ट्रक में आग लग गई। आग इतनी तेजी से केबिन तरफ फैली कि उन्हें कुछ भी करने और समझने का मौका नहीं मिला। दोनों ने ट्रक से नीचे कूदकर अपनी जान बचाई ओर शोर मचाया। जिसके बाद मौके पर लोग इकट्ठा हो गए और आग बुझाने का प्रयास किया गया तथा फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया। राहगीरों ने ट्रक से बाहर निकाली सेब की पेटियां ट्रक में आग लगने की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे दमकल कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया। थाना लाल किला प्रभारी प्रभजोत सिंह भी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी हासिल की। ड्रक ड्राइवर ने बताया कि ट्रक के केबिन में आग लगने से ढाई लाख रुपए नकद, मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज जल गए। आग से सेब की पेटियां भी आग की चपेट में आ गई। राहगीरों और फायर ब्रिगेड ने काफी हद तक सेब की पेटियों को ट्रक से बाहर निकाल लिया था।
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श्री अकाल तख्त साहिब की चिट्ठी वायरल:सुखबीर बादल सहित 17 पूर्व मंत्रियों को नोटिस; 15 दिन में देना है जवाब पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रधान सुखबीर बादल सहित 17 पूर्व मंत्रियों को श्री अकाल तख्त साहिब से नोटिस भेजा गया है। 30 अगस्त को श्री अकाल तख्त साहिब पर पांचों तख्तों के जत्थेदारों की बैठक के बाद जारी आदेश की कॉपी वायरल हुई है। जिसमें सुखबीर बादल सहित 17 पूर्व अकाली मंत्रियों के नाम दर्ज हैं। इन सभी को 15 दिन में अपना-अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से जारी लेटर में लिखा गया है- आप को सूचित किया जाता है कि 30 अगस्त 2024 को 5 सिख साहिबान की बैठक श्री अकाल तख्त साहिब में हुई। जिसमें शिरोमणि अकाली दल के साथ उस समय के कैबिनेट मिनिस्टर होते हुए आप भी बराबर के जिम्मेदार हैं। जिस लिए आप ने अपना स्पष्टीकरण 15 दिन के अंदर-अंदर श्री अकाल तख्त साहिब में निजी तौर पर पेश होकर दें। जाने कौन-कौन से पूर्व अकाली मंत्रियों को भेजा गया नोटिस सुखबीर बादल सहित इस नोटिस में डॉ. उपिंदर कौर, आदेश प्रताप सिंह कैरों, गुलजार सिंह रणिके, परमिंदर सिंह, सुच्चा सिंह लंगाह, जनमेजा सिंह, हीरा सिंह, सरवन सिंह फिल्लौर, सोहन सिंह, दलजीत सिंह, सिकंदर सिंह मलूका, बीबी जगीर कौर, मनप्रीत सिंह बादल, शरणजीत सिंह, सुरजीत सिंह और महेशइंद्र सिंह को ये नोटिस जारी किया गया है। बेअदबी व डेरा सच्चा सौदा मुखी को काफी दिलाने के खिलाफ हुई कार्रवाई सुखबीर बादल पर उनकी सरकार के वक्त डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने के अलावा सुमेध सैनी को DGP नियुक्त करने और श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में कार्रवाई न करने का आरोप लगा था। फैसला सुनाते हुए अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- ”अकाली दल प्रधान और डिप्टी CM रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक स्वरूप के अक्स को नुकसान पहुंचा। सिख पंथ का भारी नुकसान हुआ। 2007 से 2017 वाले सिख कैबिनेट मंत्री भी अपना स्पष्टीकरण दें।” अगले ही दिन सुखबीर पहुंचे थे श्री अकाल तख्त साहिब आदेश जारी किए जाने के अगले ही दिन सुखबीर बादल और डॉ. दलजीत चीमा व गुलाजर सिंह रणिके के साथ श्री अकाल तख्त साहिब पहुंच गए थे। इस दौरान उन्होंने अपना स्पष्टीकरण श्री अकाल तख्त साहिब पर सौंपा था और श्री अकाल तख्त साहिब पर नतमस्तक होकर माफी भी मांगी थी। बैठक से पहले अकाली दल ने बनाया कार्यकारी प्रधान अकाली दल ने पांचों तख्तों की बैठक से एक दिन पहले ही पूर्व सांसद बलविंदर सिंह भूंदड़ को कार्यकारी प्रधान नियुक्त कर दिया था। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि बगावत झेल रहे अकाली दल ने ये निर्णय संवेदनशीलता को देखते हुए लिया है। कार्यकारी प्रधान नियुक्त किए गए बलविंदर सिंह भूंदड़ बादल परिवार के करीबी हैं। अकाली दल के बागी गुट ने सौंपा था माफीनामा अकाली दल का बागी गुट 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचा था। इस दौरान जत्थेदार को माफ़ीनामा सौंपा गया था। जिसमें सुखबीर बादल से हुई 4 गलतियों में सहयोग देने पर माफी मांगी गई- 1. वापस ली गई थी डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ शिकायत 2007 में सलाबतपुरा में सच्चा सौदा डेरा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने 10वें गुरू श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़ों को पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। उस वक्त इसके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में अकाली सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने दिलवाई थी माफी श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए डेरा मुखी को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए डेरा मुखी को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिख पंथ के गुस्से और नाराजगी का सामना करना पड़ा। अंत में श्री अकाल तख्त साहिब ने डेरा मुखी को माफी देने का फैसला वापस लिया। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई 1 जून 2015 को कुछ तत्वों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए व बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में असफल रहे। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए और कोटकपूरा और बहबल कलां में दुखद घटनाएं हुईं। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को नहीं दे पाए इंसाफ अकाली दल सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया गया। राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने के लिए उन्हें जाना जाता था। पूर्व DGP इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। 14 जुलाई को स्पष्टीकरण मांगा, 24 को बंद लिफाफे में जवाब दिया इसके बाद 14 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पर पांचों तख्तों के जत्थेदारों की बैठक हुई। जिसमें 15 दिन के अंदर सुखबीर बादल से स्पष्टीकरण मांगा गया था। इसके बाद 24 जुलाई को सुखबीर बादल ने बंद लिफाफे में श्री अकाल तख्त साहिब को स्पष्टीकरण दिया था। सुखबीर बादल के स्पष्टीकरण को सार्वजनिक करने की मांग उठने लगी। जिसके बाद 5 जुलाई को स्पष्टीकरण सार्वजनिक किया गया। जाने क्या लिखा था स्पष्टीकरण में सुखबीर बादल द्वारा श्री अकाल तख्त पर बंद लिफाफे में दिए गए स्पष्टीकरण के साथ दिवंगत मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का भी एक पुराना पत्र वायरल किया, जो बेअदबी की घटनाओं के बाद लिखा गया था। इसमें प्रकाश सिंह बादल ने अपने दिल का दर्द बयां किया था। प्रकाश सिंह बादल द्वारा अक्तूबर 2015 में श्री अकाल तख्त के जत्थेदार को दिए गए पत्र में बेअदबी की घटनाओं पर अपना दुख व्यक्त किया था। सितंबर 2015 में बेअदबी की बड़ी घटनाएं हुईं। उस वक्त आरोपियों को पकड़ न पाने के प्रदर्शन के लिए तत्कालीन अकाली सरकार की आलोचना हुई थी। 17 अक्तूबर 2015 को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेका और श्री अकाल तख्त के जत्थेदार को एक पत्र सौंपा था। इसमें उन्होंने लिखा था कि पंजाब का प्रशासनिक मुखिया होने के नाते मुझे इस तरह की अप्रत्याशित घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी है। मैंने सौंपे गए कर्तव्यों का पूरी लगन और परिश्रम से पालन करने की कोशिश की है, लेकिन अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करते समय कभी-कभी कुछ ऐसा हो जाता है, जो अचानक घटित होता है। इससे आपका मन गहरी पीड़ा से गुजरता है और आप आत्मिक रूप से परेशान हो जाते हैं। इस मामले में हमारी पश्चाताप की भावना प्रबल है। ऐसे समय में वे आंतरिक पीड़ा से भी गुजर रहे हैं, ऐसी भावना के साथ, वे गुरु को नमन कर रहे हैं और प्रार्थना कर रहे हैं कि गुरु साहब शक्ति और दया प्रदान करें।