पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज शुक्रवार 17 महीने जेल में रहने के बाद बेल पर छूटे दिल्ली के पूर्व सीएम मनीष सिसोदिया से मिलने पहुंचे। सीएम भगवंत मान मनीष सिसोदिया से दिल्ली स्थित उनके घर पर ही मुलाकात की। आदमी पार्टी के सीनियर नेता मनीष सिसोदिया ने सीएम मान का फूलों के गुलदस्ते के साथ स्वागत किया। गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया शराब घोटाले के आरोपों के बाद 17 महीने की लंबी लड़ाई के बाद बाहर आए हैं। बाहर आते ही मनीष सिसोदिया ने कहा था कि ये केस उन्होंने नहीं, उनकी पार्टी ने लड़ा और उनकी पत्नी हमेशा उनके साथ रहीं। दिल्ली पहुंचे पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान मनीष सिसोदिया के घर पहुंचे। जहां मनीष सिसोदिया की पत्नी भी मौजूद थे। सीएम ने उनका हालचाल पूछा और 19 महीने क्या स्ट्रगल की, के बारे में जाना। फरवरी 2023 में CBI ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया सिसोदिया के पास एक्साइज डिपार्टमेंट था, इसलिए उन्हें कथित तौर पर इस घोटाले का मुख्य आरोपी बनाया गया। कई बार पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने 26 फरवरी 2023 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। तब से वे जेल में ही रहे। पांच बार उन्होंने बेल एप्लीकेशन फाइल की, लेकिन उसे रिेजेक्ट कर दिया गया। CBI ने सिसोदिया पर आरोप लगाया कि एक्साइज मिनिस्टर होने के नाते उन्होंने मनमाने और एकतरफा फैसले लिए, जिससे खजाने को भारी नुकसान पहुंचा और शराब कारोबारियों को फायदा हुआ। तस्वीरों में देखें सीएम मान व पूर्व डिप्टी सीएम की मुलाकात पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज शुक्रवार 17 महीने जेल में रहने के बाद बेल पर छूटे दिल्ली के पूर्व सीएम मनीष सिसोदिया से मिलने पहुंचे। सीएम भगवंत मान मनीष सिसोदिया से दिल्ली स्थित उनके घर पर ही मुलाकात की। आदमी पार्टी के सीनियर नेता मनीष सिसोदिया ने सीएम मान का फूलों के गुलदस्ते के साथ स्वागत किया। गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया शराब घोटाले के आरोपों के बाद 17 महीने की लंबी लड़ाई के बाद बाहर आए हैं। बाहर आते ही मनीष सिसोदिया ने कहा था कि ये केस उन्होंने नहीं, उनकी पार्टी ने लड़ा और उनकी पत्नी हमेशा उनके साथ रहीं। दिल्ली पहुंचे पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान मनीष सिसोदिया के घर पहुंचे। जहां मनीष सिसोदिया की पत्नी भी मौजूद थे। सीएम ने उनका हालचाल पूछा और 19 महीने क्या स्ट्रगल की, के बारे में जाना। फरवरी 2023 में CBI ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया सिसोदिया के पास एक्साइज डिपार्टमेंट था, इसलिए उन्हें कथित तौर पर इस घोटाले का मुख्य आरोपी बनाया गया। कई बार पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने 26 फरवरी 2023 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। तब से वे जेल में ही रहे। पांच बार उन्होंने बेल एप्लीकेशन फाइल की, लेकिन उसे रिेजेक्ट कर दिया गया। CBI ने सिसोदिया पर आरोप लगाया कि एक्साइज मिनिस्टर होने के नाते उन्होंने मनमाने और एकतरफा फैसले लिए, जिससे खजाने को भारी नुकसान पहुंचा और शराब कारोबारियों को फायदा हुआ। तस्वीरों में देखें सीएम मान व पूर्व डिप्टी सीएम की मुलाकात पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में चूहों ने नोचा ड्राइवर का चेहरा:कमरे से मिला शव, संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, यूपी का रहने वाला था मृतक
लुधियाना में चूहों ने नोचा ड्राइवर का चेहरा:कमरे से मिला शव, संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, यूपी का रहने वाला था मृतक लुधियाना में हरगोबिंद नगर इलाके में एक वेहड़े में रहने वाले अधेड़ व्यक्ति का शव संदिग्ध परिस्थितियों में उसके कमरे से मिला। शव की हालत काफी बुरी थी। लग रहा था कि मृतक के शरीर को कई जगहों से चूहों और कीड़ों ने खाया हुआ हो। शव कितने घंटों से पड़ा था, इस बारे अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। पड़ोसी में रहने वाले लोगों को जब कमरे से बदबू आने लगी तो उन्होंने तुरंत इलाके में शोर मचाया। कमरे का दरवाजा खोलकर देखा तो लोग दंग रह गए। अधेड़ व्यक्ति जमीन पर गिरा पड़ा था। मरने वाले का नाम पप्पू है। पुलिस को दी सूचना लोगों ने तुरंत थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने घटना स्थल का जायजा लिया। आस-पास के लोगों से भी पूछताछ की। मामला संदिग्ध होने के कारण घटना स्थल पर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। टीम ने मौके से नमूने एकत्र किए हैं। बताया जाता है कि, मरने वाला व्यक्ति शुगर का रोगी था और वह काफी अधिक मात्रा में शराब का भी सेवन करता था। पोस्टमॉर्टम के बाद होगा खुलासा जानकारी देते हुए ASI जसवंत सिंह ने कहा कि मृतक पप्पू मूल रूप से यू.पी का रहने वाला है। वह ड्राइवरी का काम करता है। उसकी मौत कैसे हुई इसका खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा। उसके परिवार को सूचित कर दिया। शव से काफी बदबू आ रही है। फारेंसिक एक्सपर्ट भी केस की जांच कर रहे हैं।
पंजाब में शिक्षकों के प्रमोशन की राह हुई साफ:शिक्षा विभाग ने प्रोविजनल वरिष्ठता सूची जारी की, 19 से चैक होंगे डॉक्यूमेंट
पंजाब में शिक्षकों के प्रमोशन की राह हुई साफ:शिक्षा विभाग ने प्रोविजनल वरिष्ठता सूची जारी की, 19 से चैक होंगे डॉक्यूमेंट पंजाब में सालों से प्रमोशन का इंतजार कर रहे मास्टर कैडर के शिक्षक जल्दी ही लेक्चरर प्रमोट होंगे। शिक्षा विभाग ने हाईकोर्ट के आदेश पर शिक्षकों की प्रोविजनल वरिष्ठता सूची के आधार पर प्रमोशन का फैसला लिया है। यह सूची 29 मई को जारी की गई है। इसमें 2008, 2012, 2016 व 2021 में रिव्यू किए उन केसों को शामिल किया गया है, जिनके जूनियर प्रमोट हो गए हैं, जबकि उनकी प्रमोशन नहीं हो पाई है। इसके लिए अब 19 तारीख से उक्त लोगों को अपने दस्तावेज चेक करवाने के लिए मोहाली के फेज-3बी1 स्कूल बनाए गए सेंटर में हाजिर होना पड़ेगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई चलेगी। डॉक्यूमेंट पेश करने का शेडयूल बायोलॉजी, केमिस्ट्री – 19 जून अंग्रेजी, फाइन आर्ट – 19 जून फिजिक्स, मैथ – 19 जून पंजाबी – 20 जून हिंदी, सोशियोलॉजी – 20 जून ज्योग्राफी, होम साइंस – 20 जून कॉमर्स, इकोनॉमिक्स – 21 जून हिस्ट्री – 21 जून पॉलिटिकल साइंस, म्यूजिक – 21 जून नियुक्ति पत्र से लेकर हाजिरी का देना होगा हिसाब शिक्षकों को बतौर मास्टर कैडर में नियुक्ति व प्रमोशन के आदेशों की कॉपी, बतौर मास्टर कैडर में हाजिरी की रिपोर्ट, पंजाबी विषय की पोस्ट ग्रेजुएट की डीएमसी की कॉपी, अगर सेवा में आने के बाद मास्टर डिग्री हासिल की है तो मंजूरी पत्र की कॉपी, बीएड की डीएमसी की कॉपी, बीएड की डिग्री की कॉपी, एससी कैटेगरी सर्टिफिकेट यदि लागू हो , दिव्यांगता सर्टिफिकेट, पांच सालों की एसीआर की कॉपी व साल 2022-23 की कॉपी शामिल है। विभाग ने अपने आदेश में साफ किया है कि किसी कारण सेवा में न होने या इस समय के रिटायर कर्मचारियों के केसों को अलग से विचार जाएगा। इस समय काम कर रहे शिक्षक ही अपने केस पेश करेंगे।
पंजाब के गांवों में घरों को मिलेंगे नंबर:हाईकोर्ट के पंचायत सेक्रेटरी को आदेश; एक साल में पूरी प्रक्रिया करने को कहा
पंजाब के गांवों में घरों को मिलेंगे नंबर:हाईकोर्ट के पंचायत सेक्रेटरी को आदेश; एक साल में पूरी प्रक्रिया करने को कहा पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने पंजाब सरकार को राज्य भर के गांवों में सभी घरों को नंबर जारी करने के आदेश दिए हैं। ये पूरी प्रक्रिया एक साल में पूरी करने के लिए कहा गया है। जस्टिस सुरेश्वर ठाकुर और सुदीप्ति शर्मा खंडपीठ ने स्पष्ट किया कि पारदर्शी चुनावी ढांचे को सुविधाजनक बनाने, प्रभावी शासन और सेवा वितरण सुनिश्चित करने के लिए सटीक घर नंबरिंग महत्वपूर्ण है। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने अभ्यास पूरा करने के लिए एक साल की समय सीमा भी तय की है। अदालत ने यह स्पष्ट कर दिया कि ग्राम पंचायत सचिव महत्वपूर्ण रिकॉर्ड को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होगा। ताकि, यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर घर का हिसाब रखा जाए। जनसंख्या के आधार पर वार्डों का गठन जरूरी अदालत ने यह भी राय दी कि भौगोलिक निकटता और समान जनसंख्या आकार को ध्यान में रखते हुए वार्डों का गठन किया जाना आवश्यक है। न्यायाधीशों ने यह भी आदेश दिया कि ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों और जिला परिषदों के लिए परिसीमन प्रक्रिया को शुरू होने से पहले मीडिया के माध्यम से बड़े पैमाने पर प्रचारित किया जाना चाहिए। नोटिफिकेशन जारी करने के आदेश अदालत ने इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी करने के भी आदेश दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि मतदाताओं को वार्ड गठन के संबंध में आकलन करने और आपत्तियां उठाने के लिए सशक्त बनाने के लिए प्रत्येक वार्ड की सीमाओं को दर्शाने योजनाओं के साथ-साथ प्रस्तावित वार्ड गठन के संबंध में अधिसूचनाएं जारी करना आवश्यक होगा।