जालंधर में शुक्रवार की सुबह बस्ती दानिशमंदा क्षेत्र में एक एक मकान की छत गिर गई। तेज धमाके के साथ गिरी छत के मलबे में दबकर एक महिला और उसके चार बच्चे घायल हो गई। बरसात में टपकती थी छत जानकारी देते हुए परिवार के सदस्य राधेश्याम ने बताया कि पिछले काफी समय से वह बस्ती दानिशमंदा क्षेत्र में रह रहा था। बरसात होने पर छत टपकती है। इस बाबत मकान मालिक को भी बताया गया,जिसने छत को ठीक कराने का आश्वासन दिया था। आज सुबह करीब साढे़ सात बजे जोरदार धमाके के साथ छत नीचे गिर गई। जिससे मलबे में दबकर चार बच्चे और बच्चों की मां दब गई। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए और मलबा हटाकर बच्चों और उनकी मां को बाहर निकाला। मलबे में दबा सामान छत गिरने से घर का सारा सामान मिट्टी के मलबे में दब गया। गनीमत यह रही कि किसी का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ मगर माली नुकसान हो गया। राधे श्याम ने बताया कि मकान मालिक का घर पास में ही है, लेकिन वह देखने नहीं आया। जालंधर में शुक्रवार की सुबह बस्ती दानिशमंदा क्षेत्र में एक एक मकान की छत गिर गई। तेज धमाके के साथ गिरी छत के मलबे में दबकर एक महिला और उसके चार बच्चे घायल हो गई। बरसात में टपकती थी छत जानकारी देते हुए परिवार के सदस्य राधेश्याम ने बताया कि पिछले काफी समय से वह बस्ती दानिशमंदा क्षेत्र में रह रहा था। बरसात होने पर छत टपकती है। इस बाबत मकान मालिक को भी बताया गया,जिसने छत को ठीक कराने का आश्वासन दिया था। आज सुबह करीब साढे़ सात बजे जोरदार धमाके के साथ छत नीचे गिर गई। जिससे मलबे में दबकर चार बच्चे और बच्चों की मां दब गई। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए और मलबा हटाकर बच्चों और उनकी मां को बाहर निकाला। मलबे में दबा सामान छत गिरने से घर का सारा सामान मिट्टी के मलबे में दब गया। गनीमत यह रही कि किसी का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ मगर माली नुकसान हो गया। राधे श्याम ने बताया कि मकान मालिक का घर पास में ही है, लेकिन वह देखने नहीं आया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब-हरियाणा की हवाओं से राजधानी प्रभावित:चंडीगढ़ एक्यूआई 300 पार; सामान्य से 6 डिग्री अधिक तापमान; अमृतसर में विजिबिलिटी शून्य, एयर रूट प्रभावित
पंजाब-हरियाणा की हवाओं से राजधानी प्रभावित:चंडीगढ़ एक्यूआई 300 पार; सामान्य से 6 डिग्री अधिक तापमान; अमृतसर में विजिबिलिटी शून्य, एयर रूट प्रभावित पंजाब के साथ-साथ चंडीगढ़ में हवा की गुणवत्ता लगातार गिरती जा रही है। हालात ये हैं कि राजधानी में हवा विश्व सेहत संगठन (डबल्यूएचओ) के मानकों से 6 गुणा से अधिक प्रदूषित है। चंडीगढ़ लगातार रेड जोन में चल रहा है। जबकि पंजाब के अमृतसर में हवा का गुणवत्ता 200 के पार बनी हुई है और ओरेंज जोन में है। वहीं, पंजाब के सरहदी इलाकों में धुंध का असर देखने को मिला, जहां विजिबिलिटी शून्य पहुंच गई है। पंजाब में बढ़ते वायु प्रदूषण ने राज्य के कई शहरों को बुरी तरह प्रभावित किया है। औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के आंकड़े बताते हैं कि राज्य के प्रमुख शहरों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति तक पहुंच चुका है। प्रदूषण के स्तर को देखते हुए हालात चिंताजनक बने हुए हैं। राज्य में 23 जिलों में प्रदूषण का स्तर जांचने के लिए 8 केंद्र अमृतसर, बठिंडा, जालंधर, खन्ना, लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़, पटियाला और रूपनगर में बने हुए हैं। इन 8 केंद्रों में से 5 में एक्यूआई 200 पार है, जबकि तीन केंद्रों का एक्यूआई 140 से 179 के बीच है। पूणे-अमृतसर फ्लाइट दिल्ली डायवर्ट सुबह 5.20 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड होने के लिए निकली पूणे-अमृतसर इंडिगो फ्लाइट संख्या 6E721 को दिल्ली डायवर्ट करना पड़ा। दरअसल, अमृतसर में विजिबिलिटी शून्य पहुंच गई है। जिसके चलते फ्लाइट को लैंड करने की अनुमति नहीं दी गई। फ्लाइट ने शहर के तीन चक्कर लगाए। अंत में उसे दिल्ली डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं, कम विजिबिलिटी के चलते अधिकतम फ्लाइट्स पर इसका असर हो रहा है। चंडीगढ़ और अन्य क्षेत्रों पर प्रभाव पंजाब और हरियाणा से उठने वाला पराली का धुआं चंडीगढ़ और उसके आस-पास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण का मुख्य स्रोत बन गया है। इसके चलते चंडीगढ़ का वायु गुणवत्ता सूचकांक भी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। सेहत विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के प्रदूषण के कारण श्वास संबंधी समस्याएं और फेफड़ों की बीमारियां बढ़ सकती हैं, विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों, और हृदय-रोगी लोगों में। पंजाब-हरियाणा की हवा चंडीगढ़ से गुजर रही पीजीआई के प्रो. रविंदर खाईवाल के अनुसार पंजाब और हरियाणा में दोपहर के समय चलने वाली हवाएं चंडीगढ़ से होकर गुजर रही हैं, जो आसपास के क्षेत्रों से प्रदूषण को साथ लाकर हवा की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही हैं। इस वजह से चंडीगढ़ और इसके आसपास के इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में तेज़ी से बढ़ोतरी देखी गई है। खासतौर पर, पंजाब-हरियाणा सीमा के आस-पास पराली जलाने की घटनाएं इन दिनों अपने चरम पर हैं। पराली जलाने से उठने वाला धुआं हवाओं के साथ चंडीगढ़ और अन्य इलाकों में पहुंचता है, जिससे वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। सामान्य से 6 डिग्री अधिक गर्म पंजाब भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) चंडीगढ़ द्वारा जारी किए गए न्यूनतम तापमान डेटा के अनुसार, पंजाब में औसत न्यूनतम तापमान में 0.9°C की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि, यह अभी भी सामान्य से 6.1°C अधिक है, जो क्षेत्र में तापमान में असामान्य वृद्धि को दर्शाता है। राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 15.7°C दर्ज किया गया, जो थीन डैम क्षेत्र में मापा गया। चंडीगढ़ में तापमान 18.2°C दर्ज किया गया, जो पिछले 24 घंटों में 1.0°C की बढ़ोतरी को दर्शाता है। अमृतसर में तापमान में -0.6°C की कमी दर्ज की गई और वर्तमान न्यूनतम तापमान 16.6°C है। पटियाला में तापमान 18.8°C दर्ज किया गया, जिसमें 0.4°C की वृद्धि हुई है। मोहाली में तापमान 18.7°C दर्ज किया गया, जिसमें 0.8°C की बढ़ोतरी देखी गई है। चंडीगढ़ सहित पंजाब के शहरों का तापमान चंडीगढ़- शनिवार को तापमान 28.1 डिग्री रहा। आज तापमान 18 से 29 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। सुबह के समय हल्की धुंध रहेगी, अन्य समय आसमान साफ रहेगा। अमृतसर- शनिवार को अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री दर्ज किया गया। आज तापमान 17 से 27 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। धुंध का असर देखने को मिलेगा। जालंधर- बीती शाम तापमान 27.7 डिग्री दर्ज किया गया। आज तापमान 17 से 27 डिग्री के बीच रहेगा। हल्की धुंध रहेगी। लुधियाना- शनिवार शाम का तापमान 28.4 डिग्री रहा। आज तापमान 17 से 28 डिग्री के बीच रहेगा। सुबह के समय हल्की धुंध रहेगी, अन्य समय आसमान साफ रहेगा। पटियाला- शनिवार का अधिकतम तापमान 29 डिग्री रहा। आज तापमान 19 से 29 डिग्री के बीच रह सकता है। सुबह के समय हल्की धुंध रहेगी, अन्य समय आसमान साफ रहेगा। मोहाली- शनिवार का तापमान 27.6 डिग्री रहा। आज तापमान 18 से 29 डिग्री के बीच रहेगा। सुबह के समय हल्की धुंध रहेगी, अन्य समय आसमान साफ रहेगा।
डल्लेवाल के डॉक्टर बोले– उनके शरीर में सिर्फ हडि्डयां बचीं:साइलेंट अटैक का खतरा बढ़ा; अनशन टूटने पर भी पूरे रिकवर नहीं हो पाएंगे
डल्लेवाल के डॉक्टर बोले– उनके शरीर में सिर्फ हडि्डयां बचीं:साइलेंट अटैक का खतरा बढ़ा; अनशन टूटने पर भी पूरे रिकवर नहीं हो पाएंगे हरियाणा–पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 41वें दिन आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के शरीर में अब सिर्फ हडि्डयां बचीं हैं। उनके किडनी–लिवर, फेफड़ों में खराबी आ चुकी है। उन्हें कभी भी साइलेंट अटैक आ सकता है, यह कहना है उनकी देखरेख कर रहे प्राइवेट डॉक्टरों की टीम के लीडर डॉक्टर अवतार सिंह का। डॉ. स्वैमान फाइव रीवर हार्ट एसोसिएशन से जुड़े डॉ. अवतार सिंह ने कहा कि डल्लेवाल का अनशन खत्म हो जाए तो भी उनका शरीर पहले की तरह नहीं होगा। उनके शरीर के अंग भी 100% काम नहीं कर पाएंगे। खनौरी बॉर्डर पर दैनिक भास्कर ने डॉक्टर अवतार सिंह से डल्लेवाल की सेहत को लेकर विस्तृत बातचीत की। उसके प्रमुख अंश पढ़ें… भास्कर: आपकी टीम यहां कब से है?
डॉक्टर : हमारी टीम 13 फरवरी से यहां है। 14 फरवरी को आंसू गैस के गोले चले तो भी हमारी टीम यहां थी। 21 फरवरी को जब किसान शुभकरण के सिर में गोली लगी तो उसे भी मैं ही एम्बुलेंस तक लेकर भागा था। भास्कर: डल्लेवाल का चेकअप कैसे होता है?
डॉक्टर: हम हर 6 घंटे बाद उनकी मेडिकल जांच करते हैं। उनका वजन चेक करते हैं। जब तक उनका 12 किलो वजन गिरा तो हम चेक कर रहे थे। उसके बाद से प्रॉपर ढंग से खड़े नहीं हो पा रहे, इस वजह से उसके बाद जांच नहीं कर सके। भास्कर: डल्लेवाल 40 दिन से (4 जनवरी तक) आमरण अनशन पर हैं, उनकी बॉडी में क्या असर हुआ?
डॉक्टर : उनका कीटोन बॉडी लेवल काफी बढ़ चुका है। इससे पता चलता है कि शरीर को शरीर खाने लगा है। मेडिकल भाषा में समझें तो अगर इंसान 7 दिन कुछ नहीं खाता तो बॉडी शरीर से फैट खाने लगती है। फैट खत्म होने के बाद मसल मास खाना शुरू हो जाता है। उनका अब मसल मास टूट रहा है। अब उनके शरीर की हडि्डयां बचने जैसी हालत हो चुकी है। उनकी सेहत इतनी डाउन हो चुकी है। भास्कर: डल्लेवाल के शरीर के कौन से पार्ट पर ज्यादा असर पड़ रहा है?
डॉक्टर: मेरी बात सुनिए, उनका बुजुर्ग शरीर है। मसल मास टूट गया है, 70 साल की उम्र में यह रिकवर नहीं होगा। अनशन टूटने के बाद भी मसल मास की रिकवरी नहीं होगी क्योंकि उनकी उम्र ज्यादा है। भास्कर: उनकी किडनी–हार्ट पर कितना असर पड़ रहा है?
डॉक्टर: मेडिकल साइंस के मुताबिक 7 दिन तक कुछ न खाने से इलेक्ट्रोलाइट्स इंबैलेंस के कारण उन्हें कभी भी कार्डियक अरेस्ट यानी हार्ट अटैक या साइलेंट अटैक आ सकता है। उनकी किडनी में भी क्रिएटिनिन बढ़ रहा है, ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट (GFR) घट रहा है, इससे खून साफ करने की क्षमता घट रही है। टेस्ट में लिवर में भी खराबी आ रही है। लंग्स यानी फेफड़ों में भी खराबी आ रही है। इससे उनके मल्टी ऑर्गन फेलियर के भी चांस हैं। भास्कर: डल्लेवाल जब अनशन खत्म करेंगे तो कौन से ऐसे पार्ट हैं जो रिकवर नहीं हो पाएंगे? वह कब तक पहले की तरह पूरे स्वस्थ होंगे।
डॉक्टर: डल्लेवाल की उम्र 70 साल है। इस वक्त ठंड भी है। उनके शरीर में अब सिर्फ हडि्डयां बची हैं। ऐसे में शरीर पूरी तरह से रिकवर नहीं होगा। वहीं उनके ऑर्गन भी पहले की तरह 100% काम नहीं कर पाएंगे। जहां तक उनकी सेहत जा चुकी है। भास्कर: अगर इमरजेंसी होती है तो उसे कैसे संभालेंगे?
डॉक्टर: डल्लेवाल ने हमें साफ कहा है कि मैं तुम्हारे सामने मर जाऊं तो भी मेरा कोई ट्रीटमेंट नहीं करना। हमारे हाथ बंधे हुए हैं। हमारी कोशिश है कि उन्हें ठंड से बचाएं। उनके पास कम लोग जाएं। उन्हें बैक्टीरियल इन्फेक्शन न हो। पंजाब सरकार ने अपना हॉस्पिटल बनाया है, लेकिन हमने भी पूरी तैयारी कर रखी है। *********************** किसानों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- किसानों को पैलेट गन से खदेड़ सकती है हरियाणा पुलिस:खनौरी बॉर्डर पर जवानों के हाथों में दिखी हरियाणा सरकार खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसानों को अब पैलेट गन के सहारे खदेड़ने की तैयारी में है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि दैनिक भास्कर के हाथ 2 ऐसी तस्वीरें लगी हैं, जो इस बात का प्रमाण दे रही हैं। इन दो तस्वीरों में खनौरी बॉर्डर पर तैनात सिपाही हाथों में पैलेट गन लिए हुए हैं। पढ़ें पूरी खबर खनौरी बॉर्डर पर किसान महापंचायत, डल्लेवाल को स्ट्रेचर पर लाए:बोले- जीतकर जाएंगे हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 4 जनवरी को किसानों की महापंचायत हुई। जहां 40 दिन से आमरण अनशन पर बैठे जगजीत डल्लेवाल को स्ट्रेचर से मंच पर लाया गया। जिसके बाद उन्होंने 9 मिनट किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम ये लड़ाई जीतकर जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर
यूनियन ने नकेल कसने को कई बार डीसी, एसटीसी, ट्रैफिक पुलिस को सौंपा मांग पत्र
यूनियन ने नकेल कसने को कई बार डीसी, एसटीसी, ट्रैफिक पुलिस को सौंपा मांग पत्र भास्कर न्यूज | लुधियाना लुधियाना ही नहीं बल्कि पंजाब भर में प्राइवेट वाहन को टैक्सी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है जोकि अवैध टैक्सी है। इसका चलन बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर प्रशासन व पुलिस सक्रिय नहीं है, जिसका फायदा आसानी से प्राइवेट टैक्सी चालकों द्वारा उठाया जा रहा है और इसका नुकसान यात्रियों को हो रहा है। हालांकि प्राइवेट टैक्सी द्वारा कम रेट में बुकिंग करने पर लोग आसानी से इसका आसरा ले लेते है, परंतु दुर्घटना होने पर सवारी को इसका क्लेम नहीं मिलता। वहीं, आजाद टैक्सी यूनियन पंजाब के प्रधान शरणजीत सिंह कलसी ने बताया कि पीली नंबर प्लेट लगी टैक्सी में सफर के दौरान जैसे ही सवारी गाड़ी में बैठती है उसका इंश्योरेंस कवर हो जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि लुधियाना शहर में 30 हजार अवैध टैक्सी चल रही हैं। प्राइवेट टैक्सी चालकों द्वारा ट्रांसपोर्ट विभाग को भी चुना लगाया जा रहा है, क्योंकि यह वाहन कर्मिशयल न होने के कारण टैक्स जमा नहीं करते। यहीं नहीं वाहन बुक करने वाली एप कंपनियां भी इस चीज को अनदेखा कर रही हैं कि उनके द्वारा रखे वाहन चालकों की गाड़ी पूरी तरह से कमर्शियल है भी या नहीं। आजाद टैक्सी यूनियन पंजाब के प्रधान शरणजीत सिंह कलसी ने बताया कि वह पिछले लंबे समय से लुधियाना के प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस, आरटीओ के अलावा पंजाब के एसटीसी व अन्य उच्च अधिकारियों को पत्र लिख कर इस बारे में सूचित कर चुके है कि शहर में प्राइवेट टेक्सी चलन बंद किया जाए और सख्ती से नकेल कसी जाए। पंजाब को छोड़ सभी स्टेट में इस पर सख्ती है परंतु पंजाब में यह प्राइवेट टैक्सी की संख्या 2 लाख आस-पास है। पंजाब भर के डीसी, आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस इसे लगाम लगाने में नाकाम है। कई बार मांग पत्र भी सौंप चुके है। इसलिए वह कुछ ही दिनों में अब कोर्ट की ओर रुख करने जा रहे है। उन्होंने यह भी बताया कि उड़ीसा सरकार ने 2020 में पॉलिसी बनाई है। इसमें प्राइवेट टैक्सी चालक सवारियों की ढुलाई करता पाया गया तो बनती कार्रवाई के साथ जुर्माना भी लगाया जा रहा है, परंतु पंजाब में सभी को खुली छुट्टी है। अवैध टैक्सी स्टैंड पूरे पंजाब के विभिन्न कस्बों में बने हुए है। प्राइवेट गाड़ियों द्वारा सरकार का टैक्स चोरी किया जा रहा है। जबकि समूह डीसी को पंजाब मोटर व्हीकल रुल्स 1989 के रुल 197 के तहत लीग टेक्सी स्टैंड स्थापित करने चाहिए। जिससे लोगो को रोजगार मिलेगा और टैक्स चोरी करने वाली गाड़ियों से सरकार को रेवन्यू भी आएंगा। यूनियन के नेताओं ने कहा कि पंजाब भर में नए एटीओ लगाए गए है, लेकिन उनके द्वारा आज तक किसी भी प्राइवेट टेक्सी पर कोई कार्रवाई नहीं की है। इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। नोटिस की कॉपी उनके पास पहुंचते ही वह आरटीओ से बात कर इसके समाधान निकलने के लिए विचार विमर्श करेंगे। अभिषेक बांसल, एटीओ