पंजाब के अमृतसर में बीएसएफ की गाड़ी की चपेट में आने से राखी से 2 दिन पहले 5 बहनों के इकलौते भाई की मौत हो गई। मृतक की पहचान अमृतसर के गांव बेदी छन्ना निवासी नानक सिंह के रूप में हुई है। घटना अमृतसर के अजनाला के अंतर्गत गांव गगोमहल की है। परिवार ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों ने बताया कि मृतक नानक सिंह दिहाड़ी मजदूर था। काम करने के बाद वह रोजाना की तरह गगोमहल से घर का जरूरी सामान और खाने-पीने का सामान लेकर घर लौट रहा था। लेकिन रास्ते में बीएसएफ की गाड़ी ने उसकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि नानक सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। शव को मॉर्चुरी में रखवाया गया
घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मॉर्चुरी में रखवा दिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिवार के हवाले कर दिया जाएगा। वहीं, पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच चल रही है। स्पष्ट नहीं कहा जा सकता, गलती किसकी है। जांच के बाद ही पारिवारिक सदस्यों के बयानों के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी। 2 महीने पहले ही पिता की हुई मौत
पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि नानक सिंह के पिता की तकरीबन 2 महीने पहले ही मौत हुई थी। जिसके बाद पूरे घर का बोझ उसी के कंधों पर आ गया था। उसकी पांच बहने हैं और वे इन बहनों का इकलौता भाई थी। इस हादसे से नानक सिंह का पूरा परिवार बिखर गया है। परिवार ने सरकार के समक्ष मदद की गुहार लगाई है। पंजाब के अमृतसर में बीएसएफ की गाड़ी की चपेट में आने से राखी से 2 दिन पहले 5 बहनों के इकलौते भाई की मौत हो गई। मृतक की पहचान अमृतसर के गांव बेदी छन्ना निवासी नानक सिंह के रूप में हुई है। घटना अमृतसर के अजनाला के अंतर्गत गांव गगोमहल की है। परिवार ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों ने बताया कि मृतक नानक सिंह दिहाड़ी मजदूर था। काम करने के बाद वह रोजाना की तरह गगोमहल से घर का जरूरी सामान और खाने-पीने का सामान लेकर घर लौट रहा था। लेकिन रास्ते में बीएसएफ की गाड़ी ने उसकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि नानक सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। शव को मॉर्चुरी में रखवाया गया
घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मॉर्चुरी में रखवा दिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिवार के हवाले कर दिया जाएगा। वहीं, पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच चल रही है। स्पष्ट नहीं कहा जा सकता, गलती किसकी है। जांच के बाद ही पारिवारिक सदस्यों के बयानों के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी। 2 महीने पहले ही पिता की हुई मौत
पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि नानक सिंह के पिता की तकरीबन 2 महीने पहले ही मौत हुई थी। जिसके बाद पूरे घर का बोझ उसी के कंधों पर आ गया था। उसकी पांच बहने हैं और वे इन बहनों का इकलौता भाई थी। इस हादसे से नानक सिंह का पूरा परिवार बिखर गया है। परिवार ने सरकार के समक्ष मदद की गुहार लगाई है। पंजाब | दैनिक भास्कर