लुधियाना में BSP का विरोध प्रदर्शन:नेता बोले- सरकार संविधान से कर रही छेड़छाड़, जबरन बंद नहीं कराई जा रही दुकानें

लुधियाना में BSP का विरोध प्रदर्शन:नेता बोले- सरकार संविधान से कर रही छेड़छाड़, जबरन बंद नहीं कराई जा रही दुकानें

लुधियाना में आज बसपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने के सुझाव के खिलाफ प्रदर्शन किया। शहर में बंद का आह्वान किया गया, लेकिन बंद बेअसर रहा। बसपा नेताओं ने डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और संविधान से छेड़छाड़ बंद करो जैसे नारे लगाए। कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह जस्सी ने जानकारी देते हुए बताया कि आज उनकी पार्टी देश के संविधान को बचाने के लिए सड़कों पर उतरी है। संविधान के अनुच्छेद 341 और 342 के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के 7 जजों की बेंच को वह फैसला नहीं लेना चाहिए था। संविधान के तहत ही विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। राष्ट्रपति को जजों द्वारा लिए गए फैसले को वापस लेना चाहिए। मौजूदा सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर रही है। आज किसी भी दुकानदार को अपनी दुकान बंद करने के लिए मजबूर नहीं किया जा रहा है। भाईचारा मजबूत रखने के लिए दिया जा रहा है बंद का समर्थन प्रदेश सचिव बसपा नेता बलविंदर सिंह बिट्टा ने कहा कि आज पूरे भारत में बसपा ने बंद का समर्थन किया है। यह समर्थन किसी के खिलाफ नहीं है। यह समर्थन भाईचारा मजबूत रखने के लिए दिया गया है। बाबा साहब अंबेडकर ने पिछड़े वर्ग के लोगों को मौलिक अधिकार दिए हैं, लेकिन उन्हें छीनने की कोशिश की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के विपरीत फैसला देकर 6 हजार 743 जातियों को तोड़ने की कोशिश की है। अगर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला वापस नहीं लिया तो विरोध जारी रहेगा। बसपा सुप्रीमो कुमारी मायावती के अगले आदेशानुसार पार्टी हर राज्य और जिले में विरोध प्रदर्शन करेगी। डिप्टी कमिश्नर को दिया जाएगा मांग पत्र लुधियाना बसपा ग्रामीण प्रधान बूटा सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त को फैसला दिया है, जिससे भाईचारा खराब हो रहा है। केंद्र सरकार मनुवादी सोच पर काम कर रही है। आज डिप्टी कमिश्नर को मांग पत्र भी दिया जाएगा, ताकि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जा सके। आज विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है। किसी भी दुकानदार को अपनी दुकान बंद करने के लिए मजबूर नहीं किया जा रहा है। लुधियाना में आज बसपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने के सुझाव के खिलाफ प्रदर्शन किया। शहर में बंद का आह्वान किया गया, लेकिन बंद बेअसर रहा। बसपा नेताओं ने डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और संविधान से छेड़छाड़ बंद करो जैसे नारे लगाए। कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह जस्सी ने जानकारी देते हुए बताया कि आज उनकी पार्टी देश के संविधान को बचाने के लिए सड़कों पर उतरी है। संविधान के अनुच्छेद 341 और 342 के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के 7 जजों की बेंच को वह फैसला नहीं लेना चाहिए था। संविधान के तहत ही विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। राष्ट्रपति को जजों द्वारा लिए गए फैसले को वापस लेना चाहिए। मौजूदा सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर रही है। आज किसी भी दुकानदार को अपनी दुकान बंद करने के लिए मजबूर नहीं किया जा रहा है। भाईचारा मजबूत रखने के लिए दिया जा रहा है बंद का समर्थन प्रदेश सचिव बसपा नेता बलविंदर सिंह बिट्टा ने कहा कि आज पूरे भारत में बसपा ने बंद का समर्थन किया है। यह समर्थन किसी के खिलाफ नहीं है। यह समर्थन भाईचारा मजबूत रखने के लिए दिया गया है। बाबा साहब अंबेडकर ने पिछड़े वर्ग के लोगों को मौलिक अधिकार दिए हैं, लेकिन उन्हें छीनने की कोशिश की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के विपरीत फैसला देकर 6 हजार 743 जातियों को तोड़ने की कोशिश की है। अगर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला वापस नहीं लिया तो विरोध जारी रहेगा। बसपा सुप्रीमो कुमारी मायावती के अगले आदेशानुसार पार्टी हर राज्य और जिले में विरोध प्रदर्शन करेगी। डिप्टी कमिश्नर को दिया जाएगा मांग पत्र लुधियाना बसपा ग्रामीण प्रधान बूटा सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त को फैसला दिया है, जिससे भाईचारा खराब हो रहा है। केंद्र सरकार मनुवादी सोच पर काम कर रही है। आज डिप्टी कमिश्नर को मांग पत्र भी दिया जाएगा, ताकि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जा सके। आज विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जा रहा है। किसी भी दुकानदार को अपनी दुकान बंद करने के लिए मजबूर नहीं किया जा रहा है।   पंजाब | दैनिक भास्कर