खन्ना में शिवलिंग खंडित करने वाले 4 गिरफ्तार:यूपी-दिल्ली में रेड, अलीगढ़-मेरठ से संबंधित, कई जिलों की पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन

खन्ना में शिवलिंग खंडित करने वाले 4 गिरफ्तार:यूपी-दिल्ली में रेड, अलीगढ़-मेरठ से संबंधित, कई जिलों की पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन

खन्ना के शिवपुरी मंदिर में 15 अगस्त की तड़के करीब साढ़े 3 बजे चोरी और शिवलिंग खंडित करने की घटना में पंजाब पुलिस को सफलता मिलने का समाचार है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस केस में पुलिस ने उत्तर प्रदेश और दिल्ली में कई ठिकानों पर रेड की। चार आरोपियों की धरपकड़ की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ और मेरठ से संबंधित हैं। इनका एक साथी दिल्ली जेल में भी बताया जा रहा है। इस पूरे ऑपरेशन में खन्ना, बटाला, नंगल और चंडीगढ़ पुलिस का भी सहयोग बताया जा रहा है। हालांकि, इसे लेकर पुलिस अधिकारियों ने अभी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की है। इसे लेकर पंजाब के डीजीपी गौरव यादव या लुधियाना रेंज की डीआईजी धनप्रीत कौर वीरवार को प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं। धार्मिक स्थलों को निशाना बनाता था गिरोह सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ और मेरठ से संबंधित आरोपियों का एक गिरोह है। ये गिरोह कई सालों से चोरियां करता आ रहा है। इनके निशाने पर धार्मिक स्थल ही रहते हैं। ये गिरोह गुरुद्वारा साहिब या मंदिरों को निशाना बनाते हैं। एक-दो दिन पहले रेकी करते हैं। माथा टेकने भी जाते हैं और फिर रात को मौका पाकर चोरी करते हैं। पता चला है कि गिरोह के सदस्यों ने चंडीगढ़ के एक गुरुद्वारा साहिब में भी चोरी की थी। सूत्रों के अनुसार, यह पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में सक्रिय थे। खन्ना में 13 या 14 अगस्त को आए थे। एक दिन पहले एक आरोपी ने मंदिर में जाकर माथा टेका और अंदर से रेकी की और बाकी ने बाहर से रेकी की। 15 अगस्त तड़के इन्होंने वारदात को अंजाम दिया। इनका मकसद सिर्फ मंदिर में चोरी करना था। 26 अगस्त तक का था अल्टीमेटम इस मामले में पहले ही दिन हिंदू संगठनों की तरफ से नेशनल हाईवे पर धरना लगाया गया था। इस धरने में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल भी पहुंचे थे। पंजाब सरकार के साथ साथ प्रदेश में ला एंड आर्डर पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद डीआईजी धनप्रीत कौर ने मौके पर आकर 3 दिनों का समय मांगा था और एसएचओ को सस्पेंड कर दिया था। 18 अगस्त के अल्टीमेटम से एक दिन पहले कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा मंदिर में आए थे और विश्वास दिलाया था कि पंजाब सरकार की प्राथमिकता ही आरोपियों को पकड़ना है। इसके बाद 19 अगस्त को हिंदू संगठनों की मीटिंग में पुलिस को 26 अगस्त तक का अंतिम अल्टीमेटम दिया गया था। इसी बीच खबर है कि आरोपी पकड़ लिए गए हैं। बुधवार की शाम को भी कुछ हिंदू नेता मंदिर में आए थे। इन्होंने डीएसपी खन्ना अमृतपाल सिंह से मीटिंग की थी। डीएसपी ने भी उन्हें भरोसा दिलाया कि आरोपी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे। खन्ना के शिवपुरी मंदिर में 15 अगस्त की तड़के करीब साढ़े 3 बजे चोरी और शिवलिंग खंडित करने की घटना में पंजाब पुलिस को सफलता मिलने का समाचार है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस केस में पुलिस ने उत्तर प्रदेश और दिल्ली में कई ठिकानों पर रेड की। चार आरोपियों की धरपकड़ की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ और मेरठ से संबंधित हैं। इनका एक साथी दिल्ली जेल में भी बताया जा रहा है। इस पूरे ऑपरेशन में खन्ना, बटाला, नंगल और चंडीगढ़ पुलिस का भी सहयोग बताया जा रहा है। हालांकि, इसे लेकर पुलिस अधिकारियों ने अभी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की है। इसे लेकर पंजाब के डीजीपी गौरव यादव या लुधियाना रेंज की डीआईजी धनप्रीत कौर वीरवार को प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं। धार्मिक स्थलों को निशाना बनाता था गिरोह सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ और मेरठ से संबंधित आरोपियों का एक गिरोह है। ये गिरोह कई सालों से चोरियां करता आ रहा है। इनके निशाने पर धार्मिक स्थल ही रहते हैं। ये गिरोह गुरुद्वारा साहिब या मंदिरों को निशाना बनाते हैं। एक-दो दिन पहले रेकी करते हैं। माथा टेकने भी जाते हैं और फिर रात को मौका पाकर चोरी करते हैं। पता चला है कि गिरोह के सदस्यों ने चंडीगढ़ के एक गुरुद्वारा साहिब में भी चोरी की थी। सूत्रों के अनुसार, यह पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में सक्रिय थे। खन्ना में 13 या 14 अगस्त को आए थे। एक दिन पहले एक आरोपी ने मंदिर में जाकर माथा टेका और अंदर से रेकी की और बाकी ने बाहर से रेकी की। 15 अगस्त तड़के इन्होंने वारदात को अंजाम दिया। इनका मकसद सिर्फ मंदिर में चोरी करना था। 26 अगस्त तक का था अल्टीमेटम इस मामले में पहले ही दिन हिंदू संगठनों की तरफ से नेशनल हाईवे पर धरना लगाया गया था। इस धरने में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल भी पहुंचे थे। पंजाब सरकार के साथ साथ प्रदेश में ला एंड आर्डर पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद डीआईजी धनप्रीत कौर ने मौके पर आकर 3 दिनों का समय मांगा था और एसएचओ को सस्पेंड कर दिया था। 18 अगस्त के अल्टीमेटम से एक दिन पहले कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा मंदिर में आए थे और विश्वास दिलाया था कि पंजाब सरकार की प्राथमिकता ही आरोपियों को पकड़ना है। इसके बाद 19 अगस्त को हिंदू संगठनों की मीटिंग में पुलिस को 26 अगस्त तक का अंतिम अल्टीमेटम दिया गया था। इसी बीच खबर है कि आरोपी पकड़ लिए गए हैं। बुधवार की शाम को भी कुछ हिंदू नेता मंदिर में आए थे। इन्होंने डीएसपी खन्ना अमृतपाल सिंह से मीटिंग की थी। डीएसपी ने भी उन्हें भरोसा दिलाया कि आरोपी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे।   पंजाब | दैनिक भास्कर