आगरा में BBA छात्र का 5 लाख रुपए शेयर मार्केट में डूब गया। कर्ज लेकर उसने शेयर मार्केट में पैसा लगाया था। दबाव बढ़ा तो खुद के अपहरण की कहानी रची। अपने मोबाइल से ही परिवार को मैसेज भेजकर 5 लाख की फिरौती मांगी। लिखा- जल्दी पैसा भेजो नहीं तो बेटा जिंदा नहीं रहेगा। पिता और परिवार डरकर जल्दी से रुपए भेज दे, इसलिए उसने खुद का वीडियो भी बनाकर भेजा। इसमें वह बिस्तर पर उल्टा लेटा हुआ था। देखने में ऐसा लग रहा था कि बेहोशी की हालत में है। बेटे की किडनैपिंग की सूचना पिता ने पुलिस को दी। छात्र के दो बड़े भाई भी पुलिस में हैं। अपहरण और फिरौती की बात पता चलते ही आगरा पुलिस में हड़कंप मच गया। कई टीम केस सॉल्व करने में जुट गईं। पुलिस ने बुधवार शाम को छात्र को नोएडा के एक लॉज से ढूंढ निकाला। जब छात्र मिला तो पूरा मामला सुनकर परिवार सन्न रह गया। पूरा ड्रामा ऐसे रचा कि परिवार को सच लगे
मामला सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज का है। मथुरा के फरह, धर्मपुरा का रहने वाला निखिल BBA की पढ़ाई कर रहा है। मंगलवार को वह घर से कॉलेज आया। यहां से पिता जगमोहन को फोन किया। कहा- जय प्रकाश ने प्लाट पर कब्जे की सूचना देकर बुलाया। मैं वहां जा रहा हूं। थोड़ी देर बाद कॉल कर झगड़ा होने की बात कही। फिर फोन काट दिया। पिता जगमोहन घबरा गए। उन्होंने बेटे को कई कॉल किए, लेकिन नंबर पिक नहीं हुआ। पिता घबरा गए। उन्होंने सिकंदरा पुलिस को सूचना देते हुए एप्लिकेशन दी। इसमें जय प्रकाश को नामजद किया। कहा- उनका एक प्लाट है। वह बेटे की तलाश में वहां गए। मगर, वो नहीं मिला। उसके साथ अनहोनी की आशंका है। पुलिस को मैसेज से हुआ शक
जगमोहन के भाई के साले के मोबाइल पर निखिल के नंबर से वीडियो और मैसेज लगातार आ रहे थे। इसमें 5 लाख रुपए फिरौती मांगी गई। एक वीडियो और फोटो भी भेजा गया। वीडियो में निखिल को बिस्तर पर गिरते हुए दिखाया गया। एक फोटो भी थी, जिसमें लग रहा था कि वह बेहोश पड़ा है। उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। मगर, जिस तरह से बार-बार मैसेज आ रहे थे, उससे पुलिस को शक हुआ। उनको लगा कि किडनैपर्स इतनी जल्दी-जल्दी मैसेज नहीं भेजते हैं। मैसेज में यह बात भी झलक रही थी कि वह जल्दी से जल्दी बस पैसा ट्रांसफर करना चाहता था। लॉज में खुद बनाया वीडियो, एडिट करके भेजा
DCP सिटी सूरज राय ने बताया- पुलिस ने जांच की तो छात्र की आखिरी लोकेशन नोएडा की थी। मोबाइल वहीं बंद हुआ। सिकंदरा प्रभारी निरीक्षक नीरज शर्मा के साथ एक टीम को वहां भेजा गया। कई घंटे की तलाशी के बाद एक लॉज में निखिल मिल गया। वह कमरे में अकेला था। पुलिस ने उसका मोबाइल की जांच की। उसमें पूरा वीडियो मिला। पूछताछ में छात्र ने बताया कि वह शेयर बाजार में पैसा लगाता है। उसकी रकम डूब गई। 5 लाख का घाटा हो गया। रिश्तेदारों से उधार लेने पर भी रकम पूरी नहीं हो पाई। इसलिए उसने खुद के अपहरण का ड्रामा किया। उसे लग रहा था कि घरवाले रकम दे देंगे। मगर, पुलिस को सूचना देने पर पूरा ड्रामा सामने आ गया। दिनभर मोबाइल में बिजी रहता था, कहता था-1.5 लाख की नौकरी कर रहा हूं
पिता जगमोहन पेश से किसान है। पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि बेटा निखिल हर वक्त मोबाइल पर बिजी रहता था। पूछने पर कहता था कि पढ़ाई के साथ ही 1.50 लाख रुपए महीने की नौकरी करता है। इस कारण उसे कभी मना नहीं किया। परिवार में किसी को यह नहीं पता था कि उसने शेयर मार्केट में पैसा लग रखा है। यह खबर भी पढ़ें… यूपी पुलिस भर्ती…पेपर प्रिंट से रिजल्ट तक 4 एजेंसियां:पहली बार हर कमरे में CCTV, 20 हजार संदिग्ध कैंडिडेट्स को ढाई घंटे पहले बुलाया यूपी पुलिस सिपाही भर्ती में गड़बड़ी रोकने के लिए योगी सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रश्नपत्र से लेकर केंद्र की सुरक्षा में एसटीएफ-जिला पुलिस तैनात रहेगी। पहली बार परीक्षा केंद्र के हर रूम में सीसीटीवी से निगरानी होगी। हर सेंटर पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट होगा। मजिस्ट्रेट गजेटेड अधिकारी होगा। पढ़ें पूरी खबर आगरा में BBA छात्र का 5 लाख रुपए शेयर मार्केट में डूब गया। कर्ज लेकर उसने शेयर मार्केट में पैसा लगाया था। दबाव बढ़ा तो खुद के अपहरण की कहानी रची। अपने मोबाइल से ही परिवार को मैसेज भेजकर 5 लाख की फिरौती मांगी। लिखा- जल्दी पैसा भेजो नहीं तो बेटा जिंदा नहीं रहेगा। पिता और परिवार डरकर जल्दी से रुपए भेज दे, इसलिए उसने खुद का वीडियो भी बनाकर भेजा। इसमें वह बिस्तर पर उल्टा लेटा हुआ था। देखने में ऐसा लग रहा था कि बेहोशी की हालत में है। बेटे की किडनैपिंग की सूचना पिता ने पुलिस को दी। छात्र के दो बड़े भाई भी पुलिस में हैं। अपहरण और फिरौती की बात पता चलते ही आगरा पुलिस में हड़कंप मच गया। कई टीम केस सॉल्व करने में जुट गईं। पुलिस ने बुधवार शाम को छात्र को नोएडा के एक लॉज से ढूंढ निकाला। जब छात्र मिला तो पूरा मामला सुनकर परिवार सन्न रह गया। पूरा ड्रामा ऐसे रचा कि परिवार को सच लगे
मामला सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज का है। मथुरा के फरह, धर्मपुरा का रहने वाला निखिल BBA की पढ़ाई कर रहा है। मंगलवार को वह घर से कॉलेज आया। यहां से पिता जगमोहन को फोन किया। कहा- जय प्रकाश ने प्लाट पर कब्जे की सूचना देकर बुलाया। मैं वहां जा रहा हूं। थोड़ी देर बाद कॉल कर झगड़ा होने की बात कही। फिर फोन काट दिया। पिता जगमोहन घबरा गए। उन्होंने बेटे को कई कॉल किए, लेकिन नंबर पिक नहीं हुआ। पिता घबरा गए। उन्होंने सिकंदरा पुलिस को सूचना देते हुए एप्लिकेशन दी। इसमें जय प्रकाश को नामजद किया। कहा- उनका एक प्लाट है। वह बेटे की तलाश में वहां गए। मगर, वो नहीं मिला। उसके साथ अनहोनी की आशंका है। पुलिस को मैसेज से हुआ शक
जगमोहन के भाई के साले के मोबाइल पर निखिल के नंबर से वीडियो और मैसेज लगातार आ रहे थे। इसमें 5 लाख रुपए फिरौती मांगी गई। एक वीडियो और फोटो भी भेजा गया। वीडियो में निखिल को बिस्तर पर गिरते हुए दिखाया गया। एक फोटो भी थी, जिसमें लग रहा था कि वह बेहोश पड़ा है। उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। मगर, जिस तरह से बार-बार मैसेज आ रहे थे, उससे पुलिस को शक हुआ। उनको लगा कि किडनैपर्स इतनी जल्दी-जल्दी मैसेज नहीं भेजते हैं। मैसेज में यह बात भी झलक रही थी कि वह जल्दी से जल्दी बस पैसा ट्रांसफर करना चाहता था। लॉज में खुद बनाया वीडियो, एडिट करके भेजा
DCP सिटी सूरज राय ने बताया- पुलिस ने जांच की तो छात्र की आखिरी लोकेशन नोएडा की थी। मोबाइल वहीं बंद हुआ। सिकंदरा प्रभारी निरीक्षक नीरज शर्मा के साथ एक टीम को वहां भेजा गया। कई घंटे की तलाशी के बाद एक लॉज में निखिल मिल गया। वह कमरे में अकेला था। पुलिस ने उसका मोबाइल की जांच की। उसमें पूरा वीडियो मिला। पूछताछ में छात्र ने बताया कि वह शेयर बाजार में पैसा लगाता है। उसकी रकम डूब गई। 5 लाख का घाटा हो गया। रिश्तेदारों से उधार लेने पर भी रकम पूरी नहीं हो पाई। इसलिए उसने खुद के अपहरण का ड्रामा किया। उसे लग रहा था कि घरवाले रकम दे देंगे। मगर, पुलिस को सूचना देने पर पूरा ड्रामा सामने आ गया। दिनभर मोबाइल में बिजी रहता था, कहता था-1.5 लाख की नौकरी कर रहा हूं
पिता जगमोहन पेश से किसान है। पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि बेटा निखिल हर वक्त मोबाइल पर बिजी रहता था। पूछने पर कहता था कि पढ़ाई के साथ ही 1.50 लाख रुपए महीने की नौकरी करता है। इस कारण उसे कभी मना नहीं किया। परिवार में किसी को यह नहीं पता था कि उसने शेयर मार्केट में पैसा लग रखा है। यह खबर भी पढ़ें… यूपी पुलिस भर्ती…पेपर प्रिंट से रिजल्ट तक 4 एजेंसियां:पहली बार हर कमरे में CCTV, 20 हजार संदिग्ध कैंडिडेट्स को ढाई घंटे पहले बुलाया यूपी पुलिस सिपाही भर्ती में गड़बड़ी रोकने के लिए योगी सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रश्नपत्र से लेकर केंद्र की सुरक्षा में एसटीएफ-जिला पुलिस तैनात रहेगी। पहली बार परीक्षा केंद्र के हर रूम में सीसीटीवी से निगरानी होगी। हर सेंटर पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट होगा। मजिस्ट्रेट गजेटेड अधिकारी होगा। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर