अमृतसर में आज विभिन्न पंथक संगठनों ने श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को गुरमता सौंपा। जिसमें मशवरा दिया गया कि श्री अकाल तख्त साहिब को वोट राजनीति से मुक्त होना चाहिए। इस दौरान यह भी कहा गया कि राजनीतिक झगड़े को निपटने के लिए जो 30अगस्त को बैठक बुलाई गई है उसमें गुरुमता पकाकर ही फैसला लिया जाए। यह गुरुमत पंथ सेवक नवांशहर में विभिन्न संगठनों की ‘पंथक सभा’ को बुलाकर बनाया गया था। यह सभा पंथक सेवक जत्था दोआबा के आमंत्रण पर बुलाई गई जहां मौके पर पांच सिंहों को चुना गया और फिर एक गुरुमत तैयार किया गया। यह गुरुमत आज श्री अकाल तख्त साहिब में सौंपा गया। जिसके बारे में जानकारी देते हुए बाबा नागर सिंह और बाबा नैरंग सिंह ने बताया कि अकाली दल और बादल दल के बीच की लड़ाई पहले सिर्फ उनकी लड़ाई थी, लेकिन फिर जब श्री अकाल तख्त साहिब की उसमें शमूलियत हुई तो लोगों को लगा कि श्री अकाल तख्त साहिब सर्वोच्च केंद्र है। इसीलिए वहां फैसले सही ढंग से होने चाहिए। इसीलिए गुरु खासला पंथ वोट लड़ने वालों के लिए नहीं है। 30 अगस्त को बुलाई गई है सभा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिबों के लिए यह सुझाव है कि राजनीतिक गुटों या भविष्य में किसी संयुक्त सांप्रदायिक चुनाव के चल रहे संकट को हल करने के लिए 30 अगस्त को बुलाई गई सभा में संपूर्ण गुरु खालसा पंथ संगठनों और संस्थानों को समाधान के लिए बुलाया जाए। खालसाई परंपरा के अनुसार गुरमता को पकाने के बाद ही निर्णय लेना चाहिए। तख्त साहिब के मौजूदा जत्थेदार अपनी भूमिका निष्पक्ष रूप से निभा पाने में सक्षम नहीं दिख रहे हैं। इसलिए वर्तमान जत्थेदारों, राजनीतिक नेताओं और सभी पंथ प्रस्ति व्यक्तित्वों और संगठनों को राजनीतिक नेताओं को बदलने या बहाल करने के बजाय मूल पंथक राजनीतिक व्यवस्था को उसकी परंपरा के अनुसार पुनर्जीवित करने का प्रयास करना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब का प्रबंधन वोट की राजनीति के किसी भी गुट द्वारा नहीं किया जाना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के प्रबंधन के लिए दुनिया भर से सिंहों ने योग सिंहों का एक दल बनाया जाए जो स्वतंत्र रूप से अकाल तख्त का प्रबंधन करें। उपरोक्त जत्थे की देखरेख में गुरुद्वारा प्रशासन को चलाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब एक पंजाब स्तर पर अलग मंच/जत्था बनाए। खालसा सिंहों के बीच एक जत्था बनाया जाए जिन्होंने शिरोमणि कमेटी के चुनावों के दौरान या सामान्य परिस्थितियों में भी गुरुसंगति से नेता चुनने में अपनी भूमिका निभाई थी, लेकिन इस समूह के सिंहों को किसी भी प्रकार के राजनीतिक चुनाव या गुरुद्वारा चुनाव में हिस्सा नहीं लेना चाहिए। जत्थे और क्षेत्र के नेताओं को चुनते समय निस्वार्थता, सेवा, त्याग, शिक्षा, संप्रदाय के प्रति निष्ठा जैसे गुणों को ध्यान में रखना चाहिए। उपरोक्त पहल को पूरा करने के लिए, यानी श्री अकाल तख्त साहिब के प्रबंधन के लिए एक विश्व स्तरीय स्वतंत्र जत्था बनाने के लिए, अन्य दल पंथों, संप्रदायों, जत्थों और गुरु के संगठनों के साथ समन्वय करने के लिए खालसा सिंहों के बीच एक जत्था बनाया जाना चाहिए। इन संगठनों के प्रतिनिधि रहे मौजूद इस मौके पर पंथ सेवक जत्था दोआबा, पंथ अकाली तरना दल हरी बेलें, पंथ अकाली गुरु नानक दल तीर्थस्थलों के साथ, श्री गुरु हरगोबिंद साहिब ढाडी सभा, दल खालसा,सेंट्रल श्री गुरु सिंह सभा चंडीगढ़, श्री गुरु ग्रंथ साहिब सम्मान समिति, पंथ सेवक जत्था माझा, आवाज़-ए-कॉम, दोआबा ढाडी सभा, पंजाब का वारिस, पंजाब की सिख युवा शक्ति, संत बाबा गुरबख्श सिंह संगीत अकादमी जब्बोवाल, संत बाबा अजीत सिंह गुरमति विद्यालय मिहोका मनांवाल, कला विरासत और पर्यावरण संरक्षण सोसायटी बंगा, जत्था लक्खी जंगल खालसा, सिख जत्था मालवा, संत सेवक जत्था किशनपुरा आदि अन्य संगठन मौजूद थे। अमृतसर में आज विभिन्न पंथक संगठनों ने श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को गुरमता सौंपा। जिसमें मशवरा दिया गया कि श्री अकाल तख्त साहिब को वोट राजनीति से मुक्त होना चाहिए। इस दौरान यह भी कहा गया कि राजनीतिक झगड़े को निपटने के लिए जो 30अगस्त को बैठक बुलाई गई है उसमें गुरुमता पकाकर ही फैसला लिया जाए। यह गुरुमत पंथ सेवक नवांशहर में विभिन्न संगठनों की ‘पंथक सभा’ को बुलाकर बनाया गया था। यह सभा पंथक सेवक जत्था दोआबा के आमंत्रण पर बुलाई गई जहां मौके पर पांच सिंहों को चुना गया और फिर एक गुरुमत तैयार किया गया। यह गुरुमत आज श्री अकाल तख्त साहिब में सौंपा गया। जिसके बारे में जानकारी देते हुए बाबा नागर सिंह और बाबा नैरंग सिंह ने बताया कि अकाली दल और बादल दल के बीच की लड़ाई पहले सिर्फ उनकी लड़ाई थी, लेकिन फिर जब श्री अकाल तख्त साहिब की उसमें शमूलियत हुई तो लोगों को लगा कि श्री अकाल तख्त साहिब सर्वोच्च केंद्र है। इसीलिए वहां फैसले सही ढंग से होने चाहिए। इसीलिए गुरु खासला पंथ वोट लड़ने वालों के लिए नहीं है। 30 अगस्त को बुलाई गई है सभा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिबों के लिए यह सुझाव है कि राजनीतिक गुटों या भविष्य में किसी संयुक्त सांप्रदायिक चुनाव के चल रहे संकट को हल करने के लिए 30 अगस्त को बुलाई गई सभा में संपूर्ण गुरु खालसा पंथ संगठनों और संस्थानों को समाधान के लिए बुलाया जाए। खालसाई परंपरा के अनुसार गुरमता को पकाने के बाद ही निर्णय लेना चाहिए। तख्त साहिब के मौजूदा जत्थेदार अपनी भूमिका निष्पक्ष रूप से निभा पाने में सक्षम नहीं दिख रहे हैं। इसलिए वर्तमान जत्थेदारों, राजनीतिक नेताओं और सभी पंथ प्रस्ति व्यक्तित्वों और संगठनों को राजनीतिक नेताओं को बदलने या बहाल करने के बजाय मूल पंथक राजनीतिक व्यवस्था को उसकी परंपरा के अनुसार पुनर्जीवित करने का प्रयास करना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब का प्रबंधन वोट की राजनीति के किसी भी गुट द्वारा नहीं किया जाना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के प्रबंधन के लिए दुनिया भर से सिंहों ने योग सिंहों का एक दल बनाया जाए जो स्वतंत्र रूप से अकाल तख्त का प्रबंधन करें। उपरोक्त जत्थे की देखरेख में गुरुद्वारा प्रशासन को चलाने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब एक पंजाब स्तर पर अलग मंच/जत्था बनाए। खालसा सिंहों के बीच एक जत्था बनाया जाए जिन्होंने शिरोमणि कमेटी के चुनावों के दौरान या सामान्य परिस्थितियों में भी गुरुसंगति से नेता चुनने में अपनी भूमिका निभाई थी, लेकिन इस समूह के सिंहों को किसी भी प्रकार के राजनीतिक चुनाव या गुरुद्वारा चुनाव में हिस्सा नहीं लेना चाहिए। जत्थे और क्षेत्र के नेताओं को चुनते समय निस्वार्थता, सेवा, त्याग, शिक्षा, संप्रदाय के प्रति निष्ठा जैसे गुणों को ध्यान में रखना चाहिए। उपरोक्त पहल को पूरा करने के लिए, यानी श्री अकाल तख्त साहिब के प्रबंधन के लिए एक विश्व स्तरीय स्वतंत्र जत्था बनाने के लिए, अन्य दल पंथों, संप्रदायों, जत्थों और गुरु के संगठनों के साथ समन्वय करने के लिए खालसा सिंहों के बीच एक जत्था बनाया जाना चाहिए। इन संगठनों के प्रतिनिधि रहे मौजूद इस मौके पर पंथ सेवक जत्था दोआबा, पंथ अकाली तरना दल हरी बेलें, पंथ अकाली गुरु नानक दल तीर्थस्थलों के साथ, श्री गुरु हरगोबिंद साहिब ढाडी सभा, दल खालसा,सेंट्रल श्री गुरु सिंह सभा चंडीगढ़, श्री गुरु ग्रंथ साहिब सम्मान समिति, पंथ सेवक जत्था माझा, आवाज़-ए-कॉम, दोआबा ढाडी सभा, पंजाब का वारिस, पंजाब की सिख युवा शक्ति, संत बाबा गुरबख्श सिंह संगीत अकादमी जब्बोवाल, संत बाबा अजीत सिंह गुरमति विद्यालय मिहोका मनांवाल, कला विरासत और पर्यावरण संरक्षण सोसायटी बंगा, जत्था लक्खी जंगल खालसा, सिख जत्था मालवा, संत सेवक जत्था किशनपुरा आदि अन्य संगठन मौजूद थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में किशोरी ने की आत्महत्या:परिजनों का आरोप- डेढ़ माह पहले ही लगी थी नौकरी, मालिक करता था प्रताड़ित
लुधियाना में किशोरी ने की आत्महत्या:परिजनों का आरोप- डेढ़ माह पहले ही लगी थी नौकरी, मालिक करता था प्रताड़ित पंजाब के लुधियाना में बीती रात एक किशोरी ने मॉडल टाउन इलाके में एक कारोबारी के घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मौत के असल कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर जांच कर रही है। मॉडल टाउन थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और मृतका के परिजनों को सूचना दी। मृतका किशोरी का नाम कंचन है। करीब डेढ़ महीने पहले उसे मॉडल टाउन इलाके की लाल कोठी में काम करने की नौकरी मिली थी। वह पिछले डेढ़ महीने से इसी कोठी में रह रही थी। इलाके की रहने वाली सपना नाम की महिला ने उसे मॉडल टाउन के फ्लैट में नौकरी दिलाई थी। सपना खुद कनाडा चली गई थी। फिलहाल कंचन के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में रखवा दिया गया है। मकान मालिक करता था परेशान मृतका कंचन की बड़ी बहन ऊषा ने जानकारी देते हुए बताया कि वह मूल रूप से यूपी के उन्नाव जिले के खेरीचंदेला गांव की रहने वाली है। कंचन करीब डेढ़ महीने पहले मॉडल टाउन स्थित फ्लैटों में काम करने आई थी। फ्लैट का मालिक उसे आए दिन किसी न किसी बात को लेकर परेशान करता था और घरवालों से बात नहीं करने देता था। शुक्रवार दोपहर उसने फोन करके उसे अपने साथ ले जाने को कहा। शाम को लगाया फंदा बड़ी बहन ने उसे समझाया कि वह उसे शाम को लेने आ जाएगी। शाम करीब 6 बजे उसे उसकी माता सुमन ने फोन कर बताया कि कंचन ने फंदा लगा लिया है। जैसे ही वह मौके पर पहुंचे तो उनके जाने से पहले ही पुलिस ने मृतका को पंखे से उतार लिया था। पीड़ित परिवार ने सिविल अस्पताल में पहुंच खूब हंगामा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को मारा गया है। जिसके बाद थाना मॉडल टाउन, थाना डिवीजन 2 व पुलिस चौकी सिविल अस्पताल की पुलिस मौके पर पुहंची। जिन्होंने मृतका के परिजनों को आश्वासन दिया कि मृतका के शव का पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने पर बनती करवाई करेंगी। डॉक्टरों का बनेगा बोर्ड-SHO अवनीत कौर माडल टाउन थाना की SHO अवनीत कौर ने कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। डाक्टरों का बोर्ड बनाया जाएगा। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असल कारणों का पता चल पाएगा।
अबोहर में युवक की गोली मारकर हत्या:आरोपी ने गांव के बीचों-बीच की वारदात, उसकी पत्नी से फोन पर बात करता था मृतक
अबोहर में युवक की गोली मारकर हत्या:आरोपी ने गांव के बीचों-बीच की वारदात, उसकी पत्नी से फोन पर बात करता था मृतक अबोहर में पुरानी रंजिश के चलते रत्ताटिब्बा-मोहलां के बीच गांव गद्दाडोब के एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। संबंधित थाने की पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल मलोट के शवगृह में रखवा दिया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान गांव गद्दाडोब के 19 वर्षीय विशाल पुत्र निक्कू राम के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार विशाल ने कुछ दिन पहले ही एक पुराना मोटरसाइकिल खरीदा था और जब वह आज उसी मोटरसाइकिल की कॉपी लेने के लिए वहां जा रहा था तो एक व्यक्ति ने उसे गोली मार दी। बताया जा रहा है कि विशाल की बातचीत गोली मारने वाले व्यक्ति की पत्नी से होती थी। पुलिस मामले की जांच में जुटी इसी रंजिश के चलते उस व्यक्ति ने विशाल की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले इसी विवाद के चलते उक्त व्यक्ति ने विशाल की टांगे तोड़ दी थी, लेकिन इसके बावजूद वह अपराधी की पत्नी से बात करता रहा। इसी बात से नाराज होकर उसने आज विशाल की गोली मारकर हत्या कर दी।
मुक्तसर में गुरुदारा साहिब के सरोवर में डूबे दो भाई:घर के बाहर खेलते हुए थे गायब, अनाउंसमेंट कराने गए परिजन को दिखी लाश
मुक्तसर में गुरुदारा साहिब के सरोवर में डूबे दो भाई:घर के बाहर खेलते हुए थे गायब, अनाउंसमेंट कराने गए परिजन को दिखी लाश पंजाब के जिला मुक्तसर के हलका गिद्दड़बाहा में गुरुद्वारा साहिब के सरोवर में डूबने के कारण 2 सगे भाईयों की मौत हो गई। जानकारी देते हुए मृतक बच्चों के चाचा पप्पू ने बताया उसके भतीजे साहिल कुमार (10) एवं खुशप्रीत कुमार (9) गत शाम को घर से बाहर मोहल्ले के बच्चों के साथ खेलने के लिए गए थे, परंतु वह देर रात तक घर वापस नहीं आए तो उन्होंने बच्चों की तलाश शुरू कर दी, परंतु बच्चों का कहीं कोई सुराग नहीं मिला। सोमवार सुबह उन्होंने प्योरी फाटक पर स्थित गुरुद्वारा साहिब पातशाही 10वीं में अनाउंसमेंट करवाने गए तो गुरुद्वारा के साथ स्थित सरोवर में दोनों बच्चों की लाश बह रही थी। उधर, थाना गिद्दड़बाहा पुलिस ने बच्चों की लाशों को सिविल अस्पताल में पहुंचाकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। साहिल कुमार 6वीं व खुशप्रीत 5वीं कक्षा में पढ़ता था। इनके पिता सब्जी की रेहड़ी लगाते हैं।