आम आदमी पार्टी ने पंजाब में प्रवक्ताओं की घोषणा की है। AAP ने 21 प्रवक्ताओं की सूची जारी की है। जिनमें 4 सीनियर प्रवक्ता हैं और 17 प्रवक्ता हैं। सांसद गुरमीत सिंह मीट हेयर, सांसद मालविंदर सिंह कंग, पवन टीनू और नील गर्ग को सीनियर प्रवक्ता नियुक्त किया है। इसके अलावा इस सूची में अमनशेर सिंह शैरी कलसी, जीवनजोत कौर, अमनदीप कौर, मनजिंदर सिंह लालपुरा का नाम भी शामिल है। आम आदमी पार्टी की तरफ से जारी सूची- आम आदमी पार्टी ने पंजाब में प्रवक्ताओं की घोषणा की है। AAP ने 21 प्रवक्ताओं की सूची जारी की है। जिनमें 4 सीनियर प्रवक्ता हैं और 17 प्रवक्ता हैं। सांसद गुरमीत सिंह मीट हेयर, सांसद मालविंदर सिंह कंग, पवन टीनू और नील गर्ग को सीनियर प्रवक्ता नियुक्त किया है। इसके अलावा इस सूची में अमनशेर सिंह शैरी कलसी, जीवनजोत कौर, अमनदीप कौर, मनजिंदर सिंह लालपुरा का नाम भी शामिल है। आम आदमी पार्टी की तरफ से जारी सूची- पंजाब | दैनिक भास्कर
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केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू को राज्यसभा भेजने की तैयारी:राजस्थान से उतारने की तैयारियां; नामांकन दाखिल करने की समय सीमा 21 अगस्त
केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू को राज्यसभा भेजने की तैयारी:राजस्थान से उतारने की तैयारियां; नामांकन दाखिल करने की समय सीमा 21 अगस्त राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की समस सीमा 21 अगस्त नजदीक आ गई है। ऐसे में केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को राज्यसभा में भेजने की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। राजस्थान में अटकलें हैं कि भाजपा राजस्थान में बाहरी उम्मीदवार को ये सीट दे सकती है और इसके लिए रवनीत सिंह बिट्टू का नाम चर्चा में है। लुधियाना से दो बार सांसद रहे रवनीत बिट्टू ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बेअंत सिंह के पोते और पूर्व मंत्री तेज प्रकाश सिंह के बेटे हैं। भाजपा जॉइन करने के बाद पार्टी ने उन्हें लुधियाना से टिकट तो दिया, लेकिन उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से हार का सामना करना पड़ा। पंजाब से किसी और को ना चुनते हुए भाजपा ने मोदी 3.0 में रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्रीय राज्य मंत्री बना दिया। जिसके बाद उनका राज्य सभा में जाना और सांसद के तौर पर शपथ लेना बहुत जरूरी है। पंजाब में 2028 से पहले खाली नहीं होगी कोई सीट पंजाब को छोड़ 9 राज्यों की 12 सीटों पर राज्यसभा चुनाव हो रहे हैं। पंजाब की बात करें तो यहां की 7 सीटों में से कोई भी 2028 से पहले खाली नहीं होगी। ऐसे में रवनीत सिंह बिट्टू राजस्थान सीट के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। जालांकि राजस्थान से पूर्व भाजपा प्रधान रहे सतीश पूनिया और अरुण चतुर्वेदी, पूर्व विपक्ष के नेता रहे राजेंद्र राठौड़, भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव अलका गुर्जर और पूर्व सांसद सीआर चौधरी का नाम भी शामिल हैं। हरियाणा में विरोध के बाद राजस्थान का रुख राजस्थान के साथ-साथ हरियाणा के रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद वहां भी सीट खाली हुई है और इस सीट के लिए भी चुनाव हो रहे हैं। यहां से रामबिलास शर्मा, कैप्टन अभिमन्यु, ओपी धनखड़, संजय भाटिया, मनीष ग्रोवर, कुलदीप बिश्नोई और सुनीता दुग्गल समेत कई वरिष्ठ नेता भी दावेदार हैं। हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं किरण चौधरी भी दौड़ में हैं। इस सीट पर पहले रवनीत बिट्टू का नाम सामने आया था। लेकिन विरोध बढ़ता देख भाजपा अब रवनीत बिट्टू को राजस्थान से राज्यसभा भेजना चाहती है।
स्टेट बोर्ड से 12वीं में 84 से ज्यादा पर्सेंट हैं तो करें स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई
स्टेट बोर्ड से 12वीं में 84 से ज्यादा पर्सेंट हैं तो करें स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई भास्कर न्यूज | जालंधर पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड से 2024 की बारहवीं की परीक्षा में 84.2 फीसदी या इससे ज्यादा अंक हासिल करने वाले स्टूडेंट्स नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल के जरिए स्टूडेंट्स स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आदेश जारी किए जा चुके हैं। सेंट्रल सेक्टर स्कीम अॉफ स्कॉलरशिप फॉर कॉलेज व यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स (सीएसएसएस) को केंद्र के शिक्षा मंत्रालय द्वारा अप्रूव किया गया है। इसमें नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर आवेदन किया जा सकता है। यह स्कीम कॉलेज और यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के लिए है। ऐसे में स्कॉलरशिप के लिए स्टूडेंट्स को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। स्टूडेंट्स को आधार कार्ड के साथ लिंक बैंक अकाउंट का जानकारी ऑनलाइन भरनी होगी। फॉर्म भरने के बाद उम्मीदवारों को कॉलेज व यूनिवर्सिटी से एप्लिकेशन को वेरिफाई करवाना होगा। गौरतलब है कि स्टूडेंट्स को पोर्टल पर आवेदन करने के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन करवानी जरूरी है। इस बार फेस ऑथेंटिकेशन भी जरूरी की गई है। इसमें स्टूडेंट्स, पेरेंट्स और लीगल गार्जियन की फेस ऑथेंटिकेशन होनी जरूरी है। पोर्टल पर स्टूडेंट्स, संस्थानों और पेरेंट्स के लिए भी जानकारी अपलोड की गई है। जिससे उन्हें किसी तरह की परेशानी न आने पाए। आवेदन के लिए https://scholarships .gov.in/ पर विजिट कर सकते हैं।
पंजाब में 2 कंपनियों के लाइसेंस रद्द:कर रही थी नकली खाद की आपूर्ति, जांच नमूने हुए फेल, कृषि मंत्री ने की कार्रवाई
पंजाब में 2 कंपनियों के लाइसेंस रद्द:कर रही थी नकली खाद की आपूर्ति, जांच नमूने हुए फेल, कृषि मंत्री ने की कार्रवाई पंजाब में 2 कंपनियों, मध्य भारत एग्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड और कृष्णा फोशैम प्राइवेट लिमिटेड के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली कृषि संबंधी वस्तुएं एवं साजो-सामान यकीनी बनाने के लिए छेड़े गए अभियान के तहत पंजाब के कृषि और किसान कल्याण विभाग ने राज्य की सहकारी सभाओं को घटिया मानक की डी.ए.पी. खाद सप्लाई करने वाली कंपनियों पर पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां ने यह कार्रवाई की है। दो सैंपल भेज जांच के लिए डायरेक्टर कृषि और किसान कल्याण, जसवंत सिंह ने बताया कि क्वालिटी कंट्रोल अभियान के तहत अब तक खाद के 1004 सैंपल लेकर जांच के लिए विभिन्न लैबोट्रिरियों में भेजे गए हैं। डायरेक्टर ने बताया कि । निश्चित किए गए लक्ष्यों के अनुसार जिले में खाद के बाकायदा नमूने लेने के साथ डी.ए.पी. (18:46) एवं अन्य खाद की आमद पर भी लगातार नजर रखी जा रही है। मंत्री खुड्डियां ने सभी मुख्य जिला कृषि अधिकारियों को हिदायत दी है कि यदि उनको गैर-मानक/नकली खाद या किसी अन्य खेती उत्पाद संबंधी कोई शिकायत मिलती है, तो वह पहल के आधार पर आवश्यक कार्रवाई करें। उन्होंने चेतावनी दी कि इस बारे में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 24 नमूने गैर-मानक पाए गए मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा इन कंपनियों द्वारा मार्कफैड को आपूर्ति लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि खाद कंट्रोल आर्डर 1985 अनुसार इनमें से 24 नमूने गैर मानक पाए गए हैं और दो नमूनों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी उचित कार्रवाई के लिए केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय को भी ‘सूचित कर दिया गया है। 4700 खाद नमूनों की जांच का लक्ष्य किया तय गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि कृषि विभाग ने राज्यभर में क्वालिटी कंट्रोल अभियान चलाया है और वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 4700 खाद नमूनों की जांच का लक्ष्य निश्चित किया गया है। कृषि मंत्री ने विभाग के डायरैक्टर को खेती सामग्री की सप्लाई की समीक्षा करने के लिए कहा ताकि किसानों को मानक उत्पादों की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।