सीतापुर में पानी की टंकी ट्रायल के दौरान जमीदोंज:तेज आवाज के साथ फटते ही गिरी टंकी, जल जीवन मिशन शक्ति के तहत चल रहा था कार्य

सीतापुर में पानी की टंकी ट्रायल के दौरान जमीदोंज:तेज आवाज के साथ फटते ही गिरी टंकी, जल जीवन मिशन शक्ति के तहत चल रहा था कार्य

सीतापुर में मानक विहीन बनी पानी की टंकी ट्रायल के दौरान पानी भरते ही भरभराकर जमीदोंज हो गई। जल जीवन मिशन के तहत गांव-गांव पानी की सप्लाई के लिए पानी की टंकी बनाई गई थी। पानी के ट्रायल के दूसरे दिन पानी के भरते ही पानी की टंकी खंभों के साथ अचानक देखते ही देखते जमीदोंज हो गई। ग्राम प्रधान ने मामले की सूचना ब्लॉक के अधिकारियों को देकर कार्यदाई संस्था को मलबा हटाने से मना कर दिया। हालांकि गनीमत रही कि हादसे के दौरान आस-पास कोई मौजूद नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। मामला विकासखण्ड महोली इलाके का है। यहां के ग्राम चीतहाला के मजरा काकरिया गांव में जल जीवन मिशन के तहत एक पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था। बताया जाता है कि कार्यदाई संस्था (निर्माण एजेंसी) एनसीसी लिमिटेड ने इसे 375.18 रुपये की लागत से इस होवेरहेड टंकी का निर्माण कार्य किया था। टंकी पिलर के साथ जमीदोंज हो गई
रविवार को ठेकेदार द्वारा पानी की टंकी में पानी भरा जा रहा था। इसी दौरान अचानक तेज आवाज से फटते ही टंकी पिलर के साथ जमीदोंज हो गई। टंकी को कार्यदाई संस्था ने अभी हैंडओवर नही किया था। जिसके चलते निर्माण कार्य चल रहा था। ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा
पानी की टंकी जमीदोंज होने की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। देखते ही देखते ग्रामीण मौके पर पहुंचे और ठेकेदार ने मामले पर पर्दा डालने के चलते जेसीबी से मलबा हटाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराया। ग्राम प्रधान ने मामले की शिकायत ब्लॉक के उच्चाधिकारियों से की। ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी धन में भ्रष्टाचार के चलते इस टंकी को गुणवत्ताहीन बनाया गया था, जिसके चलते यह गिर गई। खबर लिखे जाने तक कार्यदाई संस्था का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था। सीतापुर में मानक विहीन बनी पानी की टंकी ट्रायल के दौरान पानी भरते ही भरभराकर जमीदोंज हो गई। जल जीवन मिशन के तहत गांव-गांव पानी की सप्लाई के लिए पानी की टंकी बनाई गई थी। पानी के ट्रायल के दूसरे दिन पानी के भरते ही पानी की टंकी खंभों के साथ अचानक देखते ही देखते जमीदोंज हो गई। ग्राम प्रधान ने मामले की सूचना ब्लॉक के अधिकारियों को देकर कार्यदाई संस्था को मलबा हटाने से मना कर दिया। हालांकि गनीमत रही कि हादसे के दौरान आस-पास कोई मौजूद नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। मामला विकासखण्ड महोली इलाके का है। यहां के ग्राम चीतहाला के मजरा काकरिया गांव में जल जीवन मिशन के तहत एक पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था। बताया जाता है कि कार्यदाई संस्था (निर्माण एजेंसी) एनसीसी लिमिटेड ने इसे 375.18 रुपये की लागत से इस होवेरहेड टंकी का निर्माण कार्य किया था। टंकी पिलर के साथ जमीदोंज हो गई
रविवार को ठेकेदार द्वारा पानी की टंकी में पानी भरा जा रहा था। इसी दौरान अचानक तेज आवाज से फटते ही टंकी पिलर के साथ जमीदोंज हो गई। टंकी को कार्यदाई संस्था ने अभी हैंडओवर नही किया था। जिसके चलते निर्माण कार्य चल रहा था। ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा
पानी की टंकी जमीदोंज होने की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। देखते ही देखते ग्रामीण मौके पर पहुंचे और ठेकेदार ने मामले पर पर्दा डालने के चलते जेसीबी से मलबा हटाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने विरोध दर्ज कराया। ग्राम प्रधान ने मामले की शिकायत ब्लॉक के उच्चाधिकारियों से की। ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी धन में भ्रष्टाचार के चलते इस टंकी को गुणवत्ताहीन बनाया गया था, जिसके चलते यह गिर गई। खबर लिखे जाने तक कार्यदाई संस्था का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर