हरियाणा के सोनीपत में बीती रात को शराब की बोतल व नुकीली चीज से वार कर एक युवक की हत्या कर दी गई। उसका शव शराब के ठेके के पास पड़ा मिला। वारदात में एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ है। सूचना मिले ही थाना सदर पुलिस रात को ही मौके पर पहुंची। आवश्यक कार्रवाई के बाद खून से सने मिले शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सोनीपत के नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने 3 के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। जानकारी अनुसार बाघडू गांव के जितेंद्र ने बताया कि रविवार रात को वह 11 बजे के करीब अपने साथी नरेश के साथ गांव के अड्डा पर शराब के ठेके के पास था। वहां पर सोमबीर उर्फ पेटला व धनपत शराब पी रहे थे। इनके साथ कर्मवीर उर्फ प्राण भी मौजूद था। उसने बताया कि इस दौरान सोमबीर उर्फ पेटला व नरेश उर्फ नेशी का आपस मे झगडा हो गया। उसने बीच बचाव कर दोनों को छुड़वा दिया। एक की गर्दन, दूसरे के सिर पर वार जितेंद्र ने बताया कि कुछ समय बाद सोमबीर उर्फ पेटला व उसके साथियों कर्मबीर व धनपत ने शराब की बोटल व किसी अन्य नुकीले धारदार हथियार से उस पर (जितेंद्र) व उसके साथी नरेश को जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया। इस दौरान सोमबीर ने नरेश की गर्दन पर वार करके उसकी हत्या कर दी। उसके सिर पर वार किए, जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद तीनों मौके से फरार हो गए। इसके बाद उसने वारदात की सूचना पुलिस को दी। शराब ठेके के बाहर मिला शव सोनीपत सदर थाना के जांच अधिकारी ASI सुनील कुमार के अनुसार 25-26 अगस्त की मध्य रात्रि को पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि गांव बाघडू शराब ठेका के पास हुए झगड़े में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। एक अन्य घायल को अस्पताल भेजा गया है। इसके बाद वह पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचा। वहां पर एक व्यक्ति खून से लथपथ हालत में शराब ठेका के सामने पड़ा था। उसकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल में लिए घायल के बयान इस दौरान सोनीपत से सूचना मिली कि बाघडू गांव का जितेंद्र झगड़े मे लगी चोटों के कारण अस्पताल में दाखिल है। उसने वारदात की सूचना फोरेंसिक टीम को दी। मौके पर साथी पुलिस कर्मी को छोड़ा और आगे की कार्रवाई के लिए सोनीपत के नागरिक अस्थमा पहुंचा। वहां पर जितेंद्र नू पूरी वारदात को लेकर जानकारी दी। इन तीन युवकों पर FIR पुलिस ने उसके बयान पर बाघडू गांव के सोमबीर उर्फ पेटला, धनपत व कर्मवीर उर्फ प्राण के खिलाफ धारा 103(1), 109(1), 3(5), 351(3) BNS के तहत थाना सदर सोनीपत में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस वारदात को लेकर छानबीन कर रही है। शव का पोस्टमार्टम आज सोनीपत नागरिक अस्पताल में कराया जाएगा। हरियाणा के सोनीपत में बीती रात को शराब की बोतल व नुकीली चीज से वार कर एक युवक की हत्या कर दी गई। उसका शव शराब के ठेके के पास पड़ा मिला। वारदात में एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ है। सूचना मिले ही थाना सदर पुलिस रात को ही मौके पर पहुंची। आवश्यक कार्रवाई के बाद खून से सने मिले शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सोनीपत के नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने 3 के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। जानकारी अनुसार बाघडू गांव के जितेंद्र ने बताया कि रविवार रात को वह 11 बजे के करीब अपने साथी नरेश के साथ गांव के अड्डा पर शराब के ठेके के पास था। वहां पर सोमबीर उर्फ पेटला व धनपत शराब पी रहे थे। इनके साथ कर्मवीर उर्फ प्राण भी मौजूद था। उसने बताया कि इस दौरान सोमबीर उर्फ पेटला व नरेश उर्फ नेशी का आपस मे झगडा हो गया। उसने बीच बचाव कर दोनों को छुड़वा दिया। एक की गर्दन, दूसरे के सिर पर वार जितेंद्र ने बताया कि कुछ समय बाद सोमबीर उर्फ पेटला व उसके साथियों कर्मबीर व धनपत ने शराब की बोटल व किसी अन्य नुकीले धारदार हथियार से उस पर (जितेंद्र) व उसके साथी नरेश को जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया। इस दौरान सोमबीर ने नरेश की गर्दन पर वार करके उसकी हत्या कर दी। उसके सिर पर वार किए, जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद तीनों मौके से फरार हो गए। इसके बाद उसने वारदात की सूचना पुलिस को दी। शराब ठेके के बाहर मिला शव सोनीपत सदर थाना के जांच अधिकारी ASI सुनील कुमार के अनुसार 25-26 अगस्त की मध्य रात्रि को पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि गांव बाघडू शराब ठेका के पास हुए झगड़े में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। एक अन्य घायल को अस्पताल भेजा गया है। इसके बाद वह पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचा। वहां पर एक व्यक्ति खून से लथपथ हालत में शराब ठेका के सामने पड़ा था। उसकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल में लिए घायल के बयान इस दौरान सोनीपत से सूचना मिली कि बाघडू गांव का जितेंद्र झगड़े मे लगी चोटों के कारण अस्पताल में दाखिल है। उसने वारदात की सूचना फोरेंसिक टीम को दी। मौके पर साथी पुलिस कर्मी को छोड़ा और आगे की कार्रवाई के लिए सोनीपत के नागरिक अस्थमा पहुंचा। वहां पर जितेंद्र नू पूरी वारदात को लेकर जानकारी दी। इन तीन युवकों पर FIR पुलिस ने उसके बयान पर बाघडू गांव के सोमबीर उर्फ पेटला, धनपत व कर्मवीर उर्फ प्राण के खिलाफ धारा 103(1), 109(1), 3(5), 351(3) BNS के तहत थाना सदर सोनीपत में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस वारदात को लेकर छानबीन कर रही है। शव का पोस्टमार्टम आज सोनीपत नागरिक अस्पताल में कराया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चुनाव में देवीलाल परिवार के 8 सदस्य मैदान में हैं। अकेले डबवाली में 3 सदस्य आमने-सामने हैं। डबवाली में इनेलो से खड़े चाचा आदित्य चौटाला का मुकाबला 2 भतीजों दिग्विजय चौटाला और अमित सिहाग से है। दिग्विजय जजपा और अमित कांग्रेस से चुनावी रण में हैं। इसी तरह रानियां हलके में दादा रणजीत चौटाला के सामने पोता अर्जुन चौटाला मैदान में है। रणजीत चौटाला का भाजपा ने टिकट काट दिया था और अभ वह निर्दलीय लड़ रहे हैं। जबकि अर्जुन चौटाला इनेलो के प्रत्याशी हैं। वहीं अभय चौटाला ऐलनाबाद हलके से चुनाव लड़ रहे हैं। दुष्यंत उचाना और सुनैना चौटाला फतेहाबाद से मैदान में हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भी हिसार लोकसभा सीट पर चौटाला परिवार के सदस्यों ने 3 अलग-अलग पार्टियों भाजपा, जजपा और इनेलो से चुनाव लड़ा। तीनों ही चुनाव हार गए थे। इसमें चाचा ससुर रणजीत चौटाला, जेठानी नैना चौटाला और देवरानी सुनैना चौटाला में मुकाबला था। बंसी लाल परिवार: चचेरे भाई-बहन में मुकाबला
भिवानी जिले की तोशाम विधानसभा में चचेरे भाई-बहन में मुकाबला है। कांग्रेस की तरफ से बंसीलाल के बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी और बंसीलाल के छोटे बेटे सुरेंद्र सिंह की बेटी श्रुति चौधरी भाजपा से मैदान में है। श्रुति चौधरी और उनकी मां किरण चौधरी लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गईं थीं। किरण चौधरी भाजपा की राज्यसभा सांसद हैं। भजन लाल परिवार के 3 सदस्य चुनाव में
इस चुनाव में भजनलाल परिवार के 3 सदस्य मैदान में है। भजन लाल के बड़े बेटे चंद्रमोहन कांग्रेस में हैं और पंचकूला से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा दुड़ाराम भाजपा में हैं और फतेहाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं भव्य बिश्नोई भाजपा की टिकट पर आदमपुर का गढ़ बचाने के लिए मैदान में है। आदमपुर 56 साल से बिश्नोई परिवार का गढ़ रहा है। यहां पहला चुनाव 1967 में चौधरी भजन लाल ने जीता था। तब से लेकर अब तक इस सीट पर भजन लाल परिवार ही लड़ता आया है। पहले भी आपस में लड़ता रहा है परिवार
1. 1998 लोकसभा चुनाव में परिवार आमने-सामने हो चुका है। बंसीलाल और उनके छोटे बेटे सुरेंद्र सिंह हरियाणा विकास पार्टी चला रहे थे। जबकि बंसीलाल के बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा उस वक्त भी कांग्रेस में थे। 1998 के लोकसभा चुनाव के दौरान भिवानी लोकसभा सीट से सुरेंद्र सिंह हरियाणा विकास पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे। कांग्रेस ने उनके बड़े भाई रणबीर महेंद्रा को भिवानी सीट से टिकट दे दिया। इस चुनाव में जीत सुरेंद्र को मिली थी। महेंद्रा तीसरे स्थान पर रहे थे। जबकि देवीलाल के पोते अजय चौटाला दूसरे नंबर पर रहे थे। 2. इसी तरह से साल 2000 में रोड़ी विधानसभा सीट से पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के सामने उनके ही छोटे भाई रणजीत सिंह ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। इसके बाद साल 2009 में डबवाली से अजय चौटाला इनेलो के प्रत्याशी थे तो उनके चचेरे भाई रवि चौटाला ने बतौर आजाद प्रत्याशी चुनाव लड़ा था।