यूपी में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। पूरब से लेकर पश्चिम तक कान्हा का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सबसे बड़ा उत्सव मथुरा में हुआ। इसके अलावा कानपुर, प्रतापगढ़ और गोरखपुर समेत सभी जिलों में रात 12 बजते ही भगवान कृष्ण ने जन्म लिया। वाराणसी में बाबा विश्वनाथ कृष्ण जैसे सजे-धजे नजर आए। प्रतापगढ़ के मनगढ़ मंदिर में कृष्ण की लीलाओं पर झांकी ने सबका मनमोह लिया। आगरा में विदेशी जोड़े ने कान्हा का आशीर्वाद लिया। गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रीकृष्ण का अभिषेक किया और बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम देखा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के चुनिंदा वीडियो देखने के लिए नीचे के ब्लॉग पर क्लिक कीजिए… यूपी में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। पूरब से लेकर पश्चिम तक कान्हा का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सबसे बड़ा उत्सव मथुरा में हुआ। इसके अलावा कानपुर, प्रतापगढ़ और गोरखपुर समेत सभी जिलों में रात 12 बजते ही भगवान कृष्ण ने जन्म लिया। वाराणसी में बाबा विश्वनाथ कृष्ण जैसे सजे-धजे नजर आए। प्रतापगढ़ के मनगढ़ मंदिर में कृष्ण की लीलाओं पर झांकी ने सबका मनमोह लिया। आगरा में विदेशी जोड़े ने कान्हा का आशीर्वाद लिया। गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रीकृष्ण का अभिषेक किया और बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम देखा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के चुनिंदा वीडियो देखने के लिए नीचे के ब्लॉग पर क्लिक कीजिए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Janmashtami 2024: जन्माष्टमी के पर्व पर यमुना का विशेष महत्व, इसी नदी को पार कर गोकुल पहुंचे थे श्री कृष्ण
Janmashtami 2024: जन्माष्टमी के पर्व पर यमुना का विशेष महत्व, इसी नदी को पार कर गोकुल पहुंचे थे श्री कृष्ण <p style=”text-align: justify;”><strong>Janmashtami 2024</strong>: ब्रज के सबसे बड़े त्यौहार जन्माष्टमी के पर्व पर कल-कल बहने वाली यमुना नदी का विशेष महत्व माना जाता है. क्योंकि भगवान श्री कृष्ण यमुना नदी को पार गोकुल पहुंचे थे और फिर नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाला की गूंज सुनाई देने लगी थी .ब्रजभूमि मथुरा में आज महोत्सव की धूम है क्योंकि ब्रजवासियों के लाला यानी कि भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव का मौका है. ब्रजभूमि मथुरा नगरी को बहुत ही सुंदर सजाया गया है, मंदिर चौराहे सभी सज कर तैयार है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ब्रज के लाला के स्वागत लिए ब्रजभूमि पर बड़ी संख्या भक्त श्रद्धालु पहुंच चुके है और अपने आराध्य भगवान श्री कृष्ण की एक झलक पाने की लालसा लिए श्रद्धालु आए है. भक्त श्रद्धालु लाला के दर्शन की अभिलाषा लिए आए है. जन्माष्टमी के पावन पर्व पर मथुरा से होकर बहने वाले यमुना नदी का विशेष महत्व माना जाता है. मान्यता है कि जन्माष्टमी के पर्व पर यमुना नदी का स्वरूप बदल जाता है , यमुना नदी उसी तरह से नजर आती है जब भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जन्माष्टमी के दिन यमुना नदी में चमक</strong><br />जन्माष्टमी के दिन यमुना नदी में एक चमक नजर आती है और भगवान के जन्म के अवसर पर कल कल बहने वाली यमुना नदी भगवान श्री कृष्ण के चरण स्पर्श करने आई थी. जब कंस की जेल में भगवान का जन्म हुआ था और कंस कहीं श्री कृष्ण के लिए खतरा न बन जाए इसलिए वासुदेव जी कंस के कारागार से निकले थे. कंस के कारागार के ताले खुद खुल गए थे और वासुदेव जी भगवान के बाल स्वरूप को टोकरी में लेकर चले दिए थे. कंस के कारागार से निकलकर वासुदेव जी को गोकुल जाना था और रास्ते में यमुना नदी को पार करना था, वासुदेव जी यमुना नदी में उतर गए .</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यमुना घाट पर देवकी वासुदेव प्राचीन मंदिर</strong><br />जब भगवान श्री कृष्ण यमुना नदी से होकर जा रहे थे तो यमुना नदी भगवान के चरण स्पर्श करने लिए चढ़ने लगी थी. यमुना नदी की धार तेज हो गई, जिससे वासुदेव जी के सर तक पानी पहुंच गया. फिर यमुना नदी ने भगवान के चरण को स्पर्श किया और यमुना नदी के बीच में रास्ता बन गया .यमुना नदी पार कर भगवान गोकुल पहुंचे और नंद बाबा के घर बधाई बजने लगी. मथुरा में यमुना नदी किनारे पर प्राचीन वासुदेव घाट है और घाट पर देवकी वासुदेव प्राचीन मंदिर स्थित है. यह वही घाट है, जहां से वासुदेव जी भगवान के बाल स्वरूप को लेकर यमुना नदी पार कर गोकुल पहुंचे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> ब्रज के लिए जन्माष्टमी का पर्व महापर्व </strong><br />इस वासुदेव घाट का जन्माष्टमी पर विशेष महत्व होता है.यमुना नदी के वासुदेव घाट के बने प्राचीन देवकी वासुदेव मंदिर के महंत राजेश पंडित ने बताया कि यह मंदिर उसी दौर को दर्शाता है. जब भगवान को लेकर वासुदेव जी यमुना नदी को पार कर रहे थे. मंदिर में देवकी और वासुदेव की प्राचीन प्रतिमा है. वासुदेव जी उसी रूप में नजर आते है, जब टोकरी में भगवान श्री कृष्ण को लेकर चले थे. हमारी मान्यता है कि जन्माष्टमी के दिन यमुना नदी में एक चमक होती है. यमुना नदी में भगवान श्री कृष्ण को अपना पति माना था, ब्रज के लिए जन्माष्टमी का पर्व महापर्व होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-adityanath-says-evil-aurangzeb-was-trickster-and-get-challenged-by-shivaji-maharaj-2769237″>UP Politics: ‘दुष्ट औरंगजेब चालबाज था, शिवाजी महाराज ने दी थी चुनौती’- सीएम योगी</a></strong></p>
पत्नी चाहती थी पैदा हो बेटा, दूसरी बेटी पैदा होने पर छोड़ दिया पति का साथ, जानें पूरा मामला
पत्नी चाहती थी पैदा हो बेटा, दूसरी बेटी पैदा होने पर छोड़ दिया पति का साथ, जानें पूरा मामला <p style=”text-align: justify;”><strong>Agra News Today:</strong> आगरा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां बेटे की चाह में एक पत्नी अपनी पति को छोड़ दिया. यह विवाद इतना बढ़ गया कि मामला परामर्श केंद्र तक पहुंच गया और अब दोनों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है. ये मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>महिला गर्भवती थी और वह चाहती थी कि उसे बेटा पैदा हो, लेकिन ख्वाहिशों के उलट उसे बेटी पैदा हुई. बेटे की जगह बेटी पैदा होने से महिला इतनी नाराज हो गई कि वह इसके लिए अपने पति को ही जिम्मेदार ठहराने लगी. इस बात को लेकर पति- पत्नी में खूब विवाद हुआ. जिसके बाद महिला पति को छोड़कर मायके चली गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पति-पत्नी की पहले से है बेटी</strong><br />यह विवाद परिवार परामर्श केंद्र के पास पहुंच गया है. जहां काउंसलिंग के लिए पति- पत्नी दोनों को बुलाया गया और दोनों पक्षों को सुना गया. दोनों की शादी साल 2022 में हुई थी और पहले से उनकी एक बेटी है. पत्नी चाहती थी कि अब जो बच्चा पैदा हो वह बेटा हो, लेकिन बेटी पैदा हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दोबारा बेटी पैदा होने पर महिला पति से नाराज हो गई और उसे छोड़कर चली गई. पति-पत्नी का विवाद जब काफी बढ़ गया तो इसकी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. जिसके बाद काउंसलिंग के लिए मामले को परिवार परामर्श केंद्र में ट्रांसफर कर दिया गया, जहां मामले की सुनवाई शुरू हो गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अक्सर कर मामलों में देखा गया है कि बेटी पैदा होने पर महिला को जिम्मेदार ठहराया जाता है और उसके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है, लेकिन यहां उलटा हो गया. महिला ने बेटी पैदा होने पर पति को जिम्मेदार ठहराने लगी. महिला पिछले दो महीने से ससुराल छोड़कर मायके में रह रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’मैं चाहती थी बेटा पैदा हो'</strong><br />आगरा के परिवार परामर्श केंद्र में आए अजीबोगरीब मामले की खूब चर्चा हो रही है. काउंसलिंग के दौरान महिला ने बताया कि उनकी शादी 2022 में हुई है, उन्हें पहले से एक बेटी है. ऐसे में वह चाहती थी कि बेटा पैदा हो लेकिन बेटी पैदा हो गई. इसको लेकर पति से विवाद हो गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर डॉक्टर सतीश खिरवार ने महिला को बड़ी बारीकी से समझाया. इसके बाद महिला को पुलिस अधिकारियों ने भी खूब समझाया कि बेटा या बेटी पैदा होने के लिए महिला पुरुष जिम्मेदार नहीं होते हैं. काफी समझाने के बाद महिला मान गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>काउंसलिंग पूरी होने पर पति-पत्नी दोनों एक हो गए. परिवार परामर्श केंद्र की काउंसलिंग में पति-पत्नी दोनों में समझौता कराया गया और वह खुशी-खुशी अपने घर चले गए. काउंसलिंग पूरी होने के बाद पति-पत्नी ने वादा किया कि वे इस मामले में झगड़ा नहीं करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”41 लाख से अधिक का खर्चा और सात दिन का समय, फिर भी झाड़ू से ही साफ हो रही है नई सड़क” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/basti-new-road-more-than-41-lakh-rupees-spent-and-seven-days-time-people-cleaned-with-broom-ann-2847798″ target=”_blank” rel=”noopener”>41 लाख से अधिक का खर्चा और सात दिन का समय, फिर भी झाड़ू से ही साफ हो रही है नई सड़क</a></strong></p>
अमृतसर में 6 हथियार तस्कर गिरफ्तार:कारतूस सहित 10 अवैध पिस्टल बरामद, ड्रोन के जरिए सीमा पार से मंगाते थे
अमृतसर में 6 हथियार तस्कर गिरफ्तार:कारतूस सहित 10 अवैध पिस्टल बरामद, ड्रोन के जरिए सीमा पार से मंगाते थे अमृतसर में कमिश्नरेट पुलिस ने विदेशी तस्करों की ओर से सीमा पार हथियार तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने 6 हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके कब्जे से तीन अत्याधुनिक 9 एमएम ग्लॉक पिस्तौल समेत 10 पिस्तौल और दस कारतूस बरामद किए हैं। फिलहाल इस गिरोह को गहराई से जांचा जा रहा है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान पुतलीघर निवासी विनोद कुमार उर्फ रंगीला, अमृतसर के रोरीवाला गांव निवासी युवराज सिंह, अमृतसर के रोरीवाला गांव निवासी सुरखाप सिंह, अमृतसर के प्लाह साहिब रोड निवासी जुगराज सिंह उर्फ जग्गू, बटाला के शेरपुर गांव निवासी अमृतपाल सिंह और बटाला के मुमराई गांव निवासी प्रभदीप सिंह उर्फ हरमन के रूप में हुई है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी विदेशी तस्कर के संपर्क में हैं। जो ड्रोन और अन्य तरीकों से हथियारों की बड़ी खेप भारतीय क्षेत्र में पहुंचाता रहा है। उन्होंने बताया कि इस मामले में आगे की जांच चल रही है। अलग-अलग जगह से हुई आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस कमिश्नर (सीपी) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने अधिक जानकारी साझा करते हुए बताया कि हथियारों की तस्करी में आरोपी अमृतपाल की संलिप्तता के बारे में विश्वसनीय इनपुट मिलने के बाद सीआईए अमृतसर की पुलिस टीमों ने जाल बिछाया और उसे प्रभदीप के साथ अमृतसर के बटाला रोड से गिरफ्तार कर लिया। उनके खुलासे पर पुलिस टीमों ने वेरका बाइपास के पास उनके द्वारा बताए गए स्थान से दो 9 एमएम ग्लॉक पिस्तौल और पांच .32 बोर पिस्तौल के साथ 6 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। और हथियार बरामद होने की उम्मीद- सीपी अवैध हथियार तस्करी के बारे में खुफिया जानकारी के आधार पर एक अन्य ऑपरेशन में सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि पुलिस टीमों ने आरोपी जुगराज सिंह को उसके तीन साथियों के साथ खालसा कॉलेज के पीछे से पकड़ा है। उन्होंने बताया कि उनके खुलासे पर अमृतसर में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के पीछे एक सुनसान स्थान पर छिपाई गई एक ग्लॉक पिस्तौल और दो .32 बोर पिस्तौल के साथ 4 जिंदा कारतूस बरामद किए। उन्होंने कहा कि आगे की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारी हो सकती है। उन्होंने कहा कि और गिरफ्तारी के साथ ही हथियारों की भी बरामदगी की उम्मीद है।