हरियाणा के 4 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट:कई जगह रात से बरसात हो रही, सड़कों पर एक फीट तक पानी भरा

हरियाणा के 4 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट:कई जगह रात से बरसात हो रही, सड़कों पर एक फीट तक पानी भरा

हरियाणा में मानसून सक्रिय है। सुबह से पानीपत, जींद, फरीदाबाद, सोनीपत समेत कई जगह बारिश हो रही है। इससे जगह-जगह जलभराव हो गया है। सड़कों पर एक फीट के करीब पानी भर गया है। मौसम विभाग ने आज 4 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में पंचकूला, अंबाला, करनाल, यमुनानगर शामिल हैं। मौसम विज्ञान विभाग चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे हरियाणा में दो से पांच सितंबर तक बरसात की संभावना है। इस दौरान पश्चिम विक्षोभ भी असर दिखाएगा। सितंबर में बरसात के अन्य स्पैल भी आएंगे। इससे मानसून में बरसात की कमी काफी हद तक दूर हो जाएगी। 17 फीसदी कम बारिश हुई
दो माह का मानसून बीत चुका है। अभी प्रदेश में सामान्य से 17 फीसदी कम बारिश हुई है। जबकि अगस्त में 21 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। अभी सितंबर बाकी है। प्रदेश में मानसून सीजन में 1 जून से 30 सितंबर तक 440 मिलीमीटर बरसात होती है। अभी तक 282.9 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है, जबकि सामान्य बरसात 341 होती है, यानी अभी मानसून के कोटे की 157 मिलीमीटर बरसात कम है। 12 जिलों में सामान्य से कम बरसात
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो सितंबर की बारिश से काफी हद तक कमी पूरी हो सकती है। अब तक 12 जिलों में सामान्य से कम बरसात हुई है, जबकि तीन जिलों में सामान्य से ज्यादा बरसात हो चुकी है। दूसरी ओर कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी फसलों को बरसात की जरूरत है। दिन का तापमान हुआ सामान्य, उमस बनी है
प्रदेश में गर्मी धीरे-धीरे कम होने लगी है। उमस अभी बनी हुई है। दिन का तापमान सामान्य की श्रेणी में है। हथनीकुंड बैराज पर दिन का तापमान सबसे अधिक 36.7 डिग्री रहा, जबकि सबसे कम 31.4 रेवाड़ी में दर्ज किया गया। रात का तापमान भी सामान्य हो चुका है, पंचकूला में सबसे कम 23.5 डिग्री तापमान रहा। हरियाणा में मानसून सक्रिय है। सुबह से पानीपत, जींद, फरीदाबाद, सोनीपत समेत कई जगह बारिश हो रही है। इससे जगह-जगह जलभराव हो गया है। सड़कों पर एक फीट के करीब पानी भर गया है। मौसम विभाग ने आज 4 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में पंचकूला, अंबाला, करनाल, यमुनानगर शामिल हैं। मौसम विज्ञान विभाग चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे हरियाणा में दो से पांच सितंबर तक बरसात की संभावना है। इस दौरान पश्चिम विक्षोभ भी असर दिखाएगा। सितंबर में बरसात के अन्य स्पैल भी आएंगे। इससे मानसून में बरसात की कमी काफी हद तक दूर हो जाएगी। 17 फीसदी कम बारिश हुई
दो माह का मानसून बीत चुका है। अभी प्रदेश में सामान्य से 17 फीसदी कम बारिश हुई है। जबकि अगस्त में 21 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। अभी सितंबर बाकी है। प्रदेश में मानसून सीजन में 1 जून से 30 सितंबर तक 440 मिलीमीटर बरसात होती है। अभी तक 282.9 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है, जबकि सामान्य बरसात 341 होती है, यानी अभी मानसून के कोटे की 157 मिलीमीटर बरसात कम है। 12 जिलों में सामान्य से कम बरसात
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो सितंबर की बारिश से काफी हद तक कमी पूरी हो सकती है। अब तक 12 जिलों में सामान्य से कम बरसात हुई है, जबकि तीन जिलों में सामान्य से ज्यादा बरसात हो चुकी है। दूसरी ओर कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी फसलों को बरसात की जरूरत है। दिन का तापमान हुआ सामान्य, उमस बनी है
प्रदेश में गर्मी धीरे-धीरे कम होने लगी है। उमस अभी बनी हुई है। दिन का तापमान सामान्य की श्रेणी में है। हथनीकुंड बैराज पर दिन का तापमान सबसे अधिक 36.7 डिग्री रहा, जबकि सबसे कम 31.4 रेवाड़ी में दर्ज किया गया। रात का तापमान भी सामान्य हो चुका है, पंचकूला में सबसे कम 23.5 डिग्री तापमान रहा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर