फर्रुखाबाद में एक दुपट्टे से लटकी मिलीं दोनों सहेलियों का बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। एक ही चिता पर दोनों को रखकर उनके भाइयों ने मुखाग्नि दी। गंगा घाट पर एसपी आलोक प्रियदर्शी पुलिस जवानों के साथ पहुंचे। प्रशासन के अधिकारी भी थे। परिवार का आरोप है- पुलिस जबरन घर से दोनों बेटियों के शव घाट पर उठा लाई और अंतिम संस्कार कर दिया। घर के सभी लोग घाट पर पहुंच नहीं पाए थे। लड़की के पिता ने कहा- पहले तो हमें अपनी बच्चियों को देखने तक नहीं दिया गया और जब शवों को दाह संस्कार के लिए दिया गया, तब बेटी के शरीर पर गहरे घाव के निशान देखे। उन्होंने कहा- हमें पूरी डिटेल चाहिए। तुमने (पुलिस) पता कर लिया कि बच्चियों ने फांसी लगाई है। लेकिन शरीर पर जो निशान थे, वे कहां से आए? बेल्ट की चोट और बेल के कांटे चुभने के निशान थे। हमारी कोई मांग नहीं है, लेकिन जांच सही तरीके से कराई जाए। बच्चियों के शव मंगलवार सुबह मिले थे। गांव में तब से पुलिस के जवान मौजूद हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना पर सवाल खड़ा किया है। प्रियंका ने कहा- प्रशासन बच्चियों के शवों को जलाने की जल्दबाजी क्यों दिखा रहा है। हाथरस हो, उन्नाव हो या फर्रुखाबाद – सब जगह वही क्रूर कहानी दोहराई जाती है। सुरक्षा भारत की हर बेटी का अधिकार- राहुल गांधी
वहीं घटना को लेकर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में दो युवतियों की हत्या को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा-बीजेपी सरकार में न्याय की उम्मीद करना भी गुनाह है। फर्रुखाबाद में हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, पीड़ित परिवार के साथ प्रशासन का ऐसा रवैया किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि आखिर यह सब कब तक सहन किया जा सकता है? एक समाज के रूप में हमारे सामने ये बहुत बड़ा सवाल है। उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा भारत की हर बेटी का अधिकार है और न्याय हर पीड़ित परिवार का हक़ है। प्रियंका गांधी बोलीं- क्या दलित, गरीब न्याय की आशा छोड़ दें?
प्रियंका गांधी ने X पर लिखा- इतनी भयावह घटना के बाद एक पिता को ये सवाल क्यों उठाने पड़ रहे हैं? क्या एक पीड़ित पिता का ये भी हक नहीं कि उसे अपनी बेटी के साथ हुए सुलूक का सच पता चल सके? आखिर प्रशासन बच्चियों के शवों को जलाने की जल्दबाजी क्यों दिखा रहा है? फर्रुखाबाद में दो दलित लड़कियों के साथ घटी घटना पर प्रशासन का रवैया कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। हाथरस हो, उन्नाव हो या फर्रुखाबाद – सब जगह वही क्रूर कहानी दोहराई जाती है। तो क्या अब दलित, पिछड़े, वंचित, गरीब, महिलाएं या जो भी कमजोर हैं, वे न्याय की आशा छोड़ दें? अब अखिलेश की बात, जानिए उन्होंने क्या कहा… अखिलेश बोले- संवेदनशील घटना
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को भी X पर फर्रुखाबाद केस को उठाया था। उन्होंने लिखा- फर्रुखाबाद में जन्माष्टमी उत्सव देखने निकली दो बच्चियों की लाशें पेड़ पर मिलना,संवेदनशील घटना है। भाजपा सरकार इस मामले में तत्काल निष्पक्ष जांच करे और हत्या के इस संदिग्ध मामले में अपनी आख्या प्रस्तुत करे। ऐसी घटनाओं से समाज में एक भयावह वातावरण बनता है, जो नारी समाज को मानसिक रूप से बहुत गहरा आघात पहुंचाता है। ‘महिला सुरक्षा’ को राजनीति से ऊपर उठकर एक गंभीर मुद्दे के रूप में उठाने का अपरिहार्य समय आ गया है। जन्माष्टमी कार्यक्रम में गई थीं लड़कियां, सुबह लटके मिले शव
मामला कायमगंज कोतवाली क्षेत्र का है। एक गांव में 26 अगस्त को जन्माष्टमी पर जागरण कार्यक्रम था। गांव की 17 और 18 साल की दो सहेलियां जागरण में शामिल होने गई थीं। देर रात तक वे वापस नहीं आईं तो परिजनों ने सोचा बुआ के घर चली गईं होंगी। मंगलवार सुबह गांव का एक दिव्यांग खेत की तरफ गया, तो बाग में आम के पेड़ पर दोनों सहेलियों के शव दुपट्टों को जोड़कर बनाए गए फंदे पर लटके मिले। दोनों सहेलियों के परिजन मौके पर पहुंचे। जानकारी पर एसपी आलोक प्रियदर्शी, एएसपी डॉ. संजय कुमार, सीओ कायमगंज जय सिंह परिहार सहित फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। 3 फोटो देखिए… पेड़ पर रखा मिला मोबाइल, एक सिम भी मिला
घटनास्थल पर जब पुलिस पहुंची तो युवती का मोबाइल पेड़ पर रखा मिला। वहीं, महिला सिपाही ने तलाशी ली, तो कपड़ों से एक सिम भी मिला। पुलिस ने सिम व मोबाइल को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस को मिला मोबाइल युवती के मामा के बेटे का बताया गया है। कॉल डिटेल पर टिकी है जांच
दो सहेलियों के एक साथ शव मिलने के मामले में परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। वहीं, पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। पुलिस मौके से मिले सिम व मोबाइल की कॉल डिटेल से दोनों की मौत की कड़ी को जोड़कर गहनता से छानबीन कर रही है। ग्रामीणों के मुताबिक दोनों सहेलियां अक्सर साथ-साथ देखी जाती थीं। हर जगह साथ-साथ ही जाती थीं। रात को भी दोनों एक साथ जन्माष्टमी का कार्यक्रम देखने घर से निकली थीं। पड़ोस में मकान डेढ़ वर्ष से थी सहेली
युवती के पिता ने बताया-किशोरी का मकान उनका मकान लगा हुआ है। किशोरी के पिता करीब 5 वर्ष पूर्व ही यहां आकर रहने लगे हैं। किशोरी यहां करीब डेढ़ वर्ष पूर्व आई थी। इससे पहले वह अपनी बुआ के यहां एटा के दरियावगंज में रहती थी। यहां आने के बाद ही दोनों की दोस्ती हो गई और दोनों सहेली बन गईं। युवती कक्षा 6 तो किशोरी कक्षा 2 तक थी पढ़ी
युवती कक्षा 6 तक पढ़ी थी। कायमगंज के एक विद्यालय में कोरोना संक्रमण से पहले नाम लिखाया था। कक्षा 7 में वह आई तो कोरोना संक्रमण आ चुका था। ऐसे में वह स्कूल जाना बंद हो गई। इसके बाद स्कूल नहीं गई। घर पर ही सिलाई आदि करने लगी थी। किशोरी के पिता ने बताया- बेटी कक्षा 2 तक ही पढ़ी थी। वह भी अपनी बुआ के यहां पढ़ी थी। पैनल से पोस्टमॉर्टम व वीडियो ग्राफी की बात कही गई। हम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है। उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। नहीं तो सीबीआई जांच हो। अधिकारी बता रहे हैं, पोस्टमार्टम में आत्महत्या की बात सामने आई है। अगर आत्महत्या की है, तो उनके शरीर पर कांटे के निशान कहां से आए। उनके बालों में भी कांटे व लकड़ी के निशान लगे थे। पुलिस की जांच देखते हैं आगे क्या रहती है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की वजह हैंगिंग
दो सहेलियों के शव का एक पैनल से पोस्टमॉर्टम किया। इस दौरान वीडियोग्राफी भी की गई। पोस्टमॉर्टम में हैंगिंग से दोनों के मौत होने की वजह सामने आई है। बहरहाल, अब पुलिस दोनों सहेलियों ने आत्महत्या क्यों की? इसका कारण तलाश रही है। वहीं, पास से मिले मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड बनाकर सुरक्षित की गई। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक युवती और किशोरी ने खुदकुशी की है। एसपी ने बताया कि फोरेंसिक टीम ने जो जांच रिपोर्ट तैयार की, वह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मिल रही है। हैंगिंग यानी आत्महत्या की वजह सामने आई है। यह खबर भी पढ़ें:- बरेली में गैंगरेप पीड़िता ने आग लगाकर दी जान:साथ पढ़ने वाले 2 लड़कों ने खेत में किया था रेप; सदमे में थी छात्रा बरेली में 13 साल की गैंगरेप पीड़िता ने आत्मदाह कर लिया। वह घर में अकेली थी, तभी उसने खुद पर डीजल उड़ेल लिया और आग लगा ली। पीड़िता 9वीं की छात्रा थी। 2 दिन पहले साथ पढ़ने वाले गांव के दो लड़कों ने उसके साथ गैंगरेप किया था। पढ़ें पूरी खबर… फर्रुखाबाद में एक दुपट्टे से लटकी मिलीं दोनों सहेलियों का बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। एक ही चिता पर दोनों को रखकर उनके भाइयों ने मुखाग्नि दी। गंगा घाट पर एसपी आलोक प्रियदर्शी पुलिस जवानों के साथ पहुंचे। प्रशासन के अधिकारी भी थे। परिवार का आरोप है- पुलिस जबरन घर से दोनों बेटियों के शव घाट पर उठा लाई और अंतिम संस्कार कर दिया। घर के सभी लोग घाट पर पहुंच नहीं पाए थे। लड़की के पिता ने कहा- पहले तो हमें अपनी बच्चियों को देखने तक नहीं दिया गया और जब शवों को दाह संस्कार के लिए दिया गया, तब बेटी के शरीर पर गहरे घाव के निशान देखे। उन्होंने कहा- हमें पूरी डिटेल चाहिए। तुमने (पुलिस) पता कर लिया कि बच्चियों ने फांसी लगाई है। लेकिन शरीर पर जो निशान थे, वे कहां से आए? बेल्ट की चोट और बेल के कांटे चुभने के निशान थे। हमारी कोई मांग नहीं है, लेकिन जांच सही तरीके से कराई जाए। बच्चियों के शव मंगलवार सुबह मिले थे। गांव में तब से पुलिस के जवान मौजूद हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना पर सवाल खड़ा किया है। प्रियंका ने कहा- प्रशासन बच्चियों के शवों को जलाने की जल्दबाजी क्यों दिखा रहा है। हाथरस हो, उन्नाव हो या फर्रुखाबाद – सब जगह वही क्रूर कहानी दोहराई जाती है। सुरक्षा भारत की हर बेटी का अधिकार- राहुल गांधी
वहीं घटना को लेकर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में दो युवतियों की हत्या को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा-बीजेपी सरकार में न्याय की उम्मीद करना भी गुनाह है। फर्रुखाबाद में हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, पीड़ित परिवार के साथ प्रशासन का ऐसा रवैया किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि आखिर यह सब कब तक सहन किया जा सकता है? एक समाज के रूप में हमारे सामने ये बहुत बड़ा सवाल है। उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा भारत की हर बेटी का अधिकार है और न्याय हर पीड़ित परिवार का हक़ है। प्रियंका गांधी बोलीं- क्या दलित, गरीब न्याय की आशा छोड़ दें?
प्रियंका गांधी ने X पर लिखा- इतनी भयावह घटना के बाद एक पिता को ये सवाल क्यों उठाने पड़ रहे हैं? क्या एक पीड़ित पिता का ये भी हक नहीं कि उसे अपनी बेटी के साथ हुए सुलूक का सच पता चल सके? आखिर प्रशासन बच्चियों के शवों को जलाने की जल्दबाजी क्यों दिखा रहा है? फर्रुखाबाद में दो दलित लड़कियों के साथ घटी घटना पर प्रशासन का रवैया कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। हाथरस हो, उन्नाव हो या फर्रुखाबाद – सब जगह वही क्रूर कहानी दोहराई जाती है। तो क्या अब दलित, पिछड़े, वंचित, गरीब, महिलाएं या जो भी कमजोर हैं, वे न्याय की आशा छोड़ दें? अब अखिलेश की बात, जानिए उन्होंने क्या कहा… अखिलेश बोले- संवेदनशील घटना
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को भी X पर फर्रुखाबाद केस को उठाया था। उन्होंने लिखा- फर्रुखाबाद में जन्माष्टमी उत्सव देखने निकली दो बच्चियों की लाशें पेड़ पर मिलना,संवेदनशील घटना है। भाजपा सरकार इस मामले में तत्काल निष्पक्ष जांच करे और हत्या के इस संदिग्ध मामले में अपनी आख्या प्रस्तुत करे। ऐसी घटनाओं से समाज में एक भयावह वातावरण बनता है, जो नारी समाज को मानसिक रूप से बहुत गहरा आघात पहुंचाता है। ‘महिला सुरक्षा’ को राजनीति से ऊपर उठकर एक गंभीर मुद्दे के रूप में उठाने का अपरिहार्य समय आ गया है। जन्माष्टमी कार्यक्रम में गई थीं लड़कियां, सुबह लटके मिले शव
मामला कायमगंज कोतवाली क्षेत्र का है। एक गांव में 26 अगस्त को जन्माष्टमी पर जागरण कार्यक्रम था। गांव की 17 और 18 साल की दो सहेलियां जागरण में शामिल होने गई थीं। देर रात तक वे वापस नहीं आईं तो परिजनों ने सोचा बुआ के घर चली गईं होंगी। मंगलवार सुबह गांव का एक दिव्यांग खेत की तरफ गया, तो बाग में आम के पेड़ पर दोनों सहेलियों के शव दुपट्टों को जोड़कर बनाए गए फंदे पर लटके मिले। दोनों सहेलियों के परिजन मौके पर पहुंचे। जानकारी पर एसपी आलोक प्रियदर्शी, एएसपी डॉ. संजय कुमार, सीओ कायमगंज जय सिंह परिहार सहित फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। 3 फोटो देखिए… पेड़ पर रखा मिला मोबाइल, एक सिम भी मिला
घटनास्थल पर जब पुलिस पहुंची तो युवती का मोबाइल पेड़ पर रखा मिला। वहीं, महिला सिपाही ने तलाशी ली, तो कपड़ों से एक सिम भी मिला। पुलिस ने सिम व मोबाइल को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस को मिला मोबाइल युवती के मामा के बेटे का बताया गया है। कॉल डिटेल पर टिकी है जांच
दो सहेलियों के एक साथ शव मिलने के मामले में परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। वहीं, पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। पुलिस मौके से मिले सिम व मोबाइल की कॉल डिटेल से दोनों की मौत की कड़ी को जोड़कर गहनता से छानबीन कर रही है। ग्रामीणों के मुताबिक दोनों सहेलियां अक्सर साथ-साथ देखी जाती थीं। हर जगह साथ-साथ ही जाती थीं। रात को भी दोनों एक साथ जन्माष्टमी का कार्यक्रम देखने घर से निकली थीं। पड़ोस में मकान डेढ़ वर्ष से थी सहेली
युवती के पिता ने बताया-किशोरी का मकान उनका मकान लगा हुआ है। किशोरी के पिता करीब 5 वर्ष पूर्व ही यहां आकर रहने लगे हैं। किशोरी यहां करीब डेढ़ वर्ष पूर्व आई थी। इससे पहले वह अपनी बुआ के यहां एटा के दरियावगंज में रहती थी। यहां आने के बाद ही दोनों की दोस्ती हो गई और दोनों सहेली बन गईं। युवती कक्षा 6 तो किशोरी कक्षा 2 तक थी पढ़ी
युवती कक्षा 6 तक पढ़ी थी। कायमगंज के एक विद्यालय में कोरोना संक्रमण से पहले नाम लिखाया था। कक्षा 7 में वह आई तो कोरोना संक्रमण आ चुका था। ऐसे में वह स्कूल जाना बंद हो गई। इसके बाद स्कूल नहीं गई। घर पर ही सिलाई आदि करने लगी थी। किशोरी के पिता ने बताया- बेटी कक्षा 2 तक ही पढ़ी थी। वह भी अपनी बुआ के यहां पढ़ी थी। पैनल से पोस्टमॉर्टम व वीडियो ग्राफी की बात कही गई। हम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है। उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। नहीं तो सीबीआई जांच हो। अधिकारी बता रहे हैं, पोस्टमार्टम में आत्महत्या की बात सामने आई है। अगर आत्महत्या की है, तो उनके शरीर पर कांटे के निशान कहां से आए। उनके बालों में भी कांटे व लकड़ी के निशान लगे थे। पुलिस की जांच देखते हैं आगे क्या रहती है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की वजह हैंगिंग
दो सहेलियों के शव का एक पैनल से पोस्टमॉर्टम किया। इस दौरान वीडियोग्राफी भी की गई। पोस्टमॉर्टम में हैंगिंग से दोनों के मौत होने की वजह सामने आई है। बहरहाल, अब पुलिस दोनों सहेलियों ने आत्महत्या क्यों की? इसका कारण तलाश रही है। वहीं, पास से मिले मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड बनाकर सुरक्षित की गई। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक युवती और किशोरी ने खुदकुशी की है। एसपी ने बताया कि फोरेंसिक टीम ने जो जांच रिपोर्ट तैयार की, वह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मिल रही है। हैंगिंग यानी आत्महत्या की वजह सामने आई है। यह खबर भी पढ़ें:- बरेली में गैंगरेप पीड़िता ने आग लगाकर दी जान:साथ पढ़ने वाले 2 लड़कों ने खेत में किया था रेप; सदमे में थी छात्रा बरेली में 13 साल की गैंगरेप पीड़िता ने आत्मदाह कर लिया। वह घर में अकेली थी, तभी उसने खुद पर डीजल उड़ेल लिया और आग लगा ली। पीड़िता 9वीं की छात्रा थी। 2 दिन पहले साथ पढ़ने वाले गांव के दो लड़कों ने उसके साथ गैंगरेप किया था। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर