‘लखनऊ में बांग्लादेशी उठा रहे कूड़ा, ये शर्मनाक है’:नगर निगम में पार्षदों ने हंगामा किया; बोले- वसूली भी करते हैं, जैकेट बदलने से कर्मचारी नहीं बदलते

‘लखनऊ में बांग्लादेशी उठा रहे कूड़ा, ये शर्मनाक है’:नगर निगम में पार्षदों ने हंगामा किया; बोले- वसूली भी करते हैं, जैकेट बदलने से कर्मचारी नहीं बदलते

लखनऊ नगर निगम में 2024-25 सदन के पहले दिन की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे के लिए स्थगित कर दी गई है। 6 घंटे से ज्यादा चले सदन में पार्षदों ने अपने वार्ड के मुद्दे उठाए। ज्यादातर पार्षदों ने बिजली पानी सड़क और सफाई का मुद्दा उठाया। सपा कांग्रेस के साथ ही भाजपा पार्षदों ने भी नगर निगम को जमकर घेरा। नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाए। आज की कार्यवाही में 35 पार्षदों ने अपनी बात रखी। सोमवार को यानी 1 सितंबर को फिर से सदन शुरू होगा। कांग्रेस पार्षद ने शुरुआत में ही हंगामा खड़ा कर दिया। मेयर गुस्से से आगबबूला दिखीं। बीजेपी पार्षदों पर न बोलने देने का आरोप लगाया। इसके बाद बीजेपी पार्षद पुराने सदन की चर्चा को लेकर हंगामे पर उतर आए। शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनी के कामकाज पर बीजेपी पार्षद आपस में ही भिड़ गए। आरोप यहां तक लगा कि लखनऊ में बांग्लादेश से आए लोग कूड़ा उठा रहे हैं और वसूली भी कर रहे हैं। इसके साथ ही GIS कराने वाली कंपनी पर केस दर्ज करने की मांग भी की गई। पार्षदों ने सड़क, बाजारों में अतिक्रमण, कब्जे की समस्या उठाई। क्लब, रेस्टोरेंट के लाइसेंस न होने का मुद्दा उठा। इस दौरान पार्षदों के निशाने पर न सिर्फ नगर आयुक्त रहे, बल्कि कई अधिकारियों को भी कामकाज को लेकर शिकायत सुननी पड़ी। हालांकि, आम आदमी से जुड़े मुद्दों सफाई, साफ पानी, सड़क मरम्मत, स्ट्रीट लाइट्स जैसी समस्याएं हंगामे की भेंट चढ़ गईं। नगर आयुक्त ने कई सवालों के जवाब देने की कोशिश की, लेकिन कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका। फिलहाल, सदन में शोरगुल और हंगामे की वजह से मेयर सदन छोड़कर जा चुकी हैं। कुछ देर बाद फिर से सदन शुरू होगा। भाजपा पार्षद राम नरेश रावत ने कहा कि 1.5 करोड़ में विकास नहीं हो पाता। उन्होंने फंड लौटाने की घोषणा की। लखनऊ नगर निगम में 2024-25 सदन के पहले दिन की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे के लिए स्थगित कर दी गई है। 6 घंटे से ज्यादा चले सदन में पार्षदों ने अपने वार्ड के मुद्दे उठाए। ज्यादातर पार्षदों ने बिजली पानी सड़क और सफाई का मुद्दा उठाया। सपा कांग्रेस के साथ ही भाजपा पार्षदों ने भी नगर निगम को जमकर घेरा। नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाए। आज की कार्यवाही में 35 पार्षदों ने अपनी बात रखी। सोमवार को यानी 1 सितंबर को फिर से सदन शुरू होगा। कांग्रेस पार्षद ने शुरुआत में ही हंगामा खड़ा कर दिया। मेयर गुस्से से आगबबूला दिखीं। बीजेपी पार्षदों पर न बोलने देने का आरोप लगाया। इसके बाद बीजेपी पार्षद पुराने सदन की चर्चा को लेकर हंगामे पर उतर आए। शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनी के कामकाज पर बीजेपी पार्षद आपस में ही भिड़ गए। आरोप यहां तक लगा कि लखनऊ में बांग्लादेश से आए लोग कूड़ा उठा रहे हैं और वसूली भी कर रहे हैं। इसके साथ ही GIS कराने वाली कंपनी पर केस दर्ज करने की मांग भी की गई। पार्षदों ने सड़क, बाजारों में अतिक्रमण, कब्जे की समस्या उठाई। क्लब, रेस्टोरेंट के लाइसेंस न होने का मुद्दा उठा। इस दौरान पार्षदों के निशाने पर न सिर्फ नगर आयुक्त रहे, बल्कि कई अधिकारियों को भी कामकाज को लेकर शिकायत सुननी पड़ी। हालांकि, आम आदमी से जुड़े मुद्दों सफाई, साफ पानी, सड़क मरम्मत, स्ट्रीट लाइट्स जैसी समस्याएं हंगामे की भेंट चढ़ गईं। नगर आयुक्त ने कई सवालों के जवाब देने की कोशिश की, लेकिन कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका। फिलहाल, सदन में शोरगुल और हंगामे की वजह से मेयर सदन छोड़कर जा चुकी हैं। कुछ देर बाद फिर से सदन शुरू होगा। भाजपा पार्षद राम नरेश रावत ने कहा कि 1.5 करोड़ में विकास नहीं हो पाता। उन्होंने फंड लौटाने की घोषणा की।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर