करनाल में बुजुर्ग ने गोली मारकर की आत्महत्या:कैंसर की बिमारी से परेशान होकर उठाया कदम, घर में रखी थी लाइसेंसी बंदूक

करनाल में बुजुर्ग ने गोली मारकर की आत्महत्या:कैंसर की बिमारी से परेशान होकर उठाया कदम, घर में रखी थी लाइसेंसी बंदूक

हरियाणा के करनाल जिले के रांवर गांव में एक 85 वर्षीय बुजुर्ग ने बीमारी से परेशान होकर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। बुजुर्ग 2 साल से कैंसर से पीड़ित थे। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लेकर आए। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया। कैंसर का चल रहा था इलाज मृतक इकबाल सिंह कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। जिनका इलाज दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर अस्पताल से चल रहा था। मृतक के बेटे दरबारा सिंह ने बताया कि अस्पताल से भी कैंसर में कोई आराम नहीं लगा था। जिसका इलाज आसपास के अस्पताल में भी चल रहा था। रात को साढ़े 10 बजे किया स्नान मृतक के बेटे ने बताया कि बीती रात करीब साढ़े 10 बजे इकबाल सिंह ने उसे कहा कि मुझे नहला दो, उसने उसे नहला दिया। जिसके बाद उसको कमरे में लेटा दिया। इसके बाद पिता ने उसे कहा कि इस अलमारी में सोने के कुछ गहने रखे है। जिसे बेटे की शादी के बाद बहू को पहना देना। इसके बाद वे अपने कमरे में आ गए थे। थोडी देर में आई गोली की आवाज रात को दरबारा सिंह और उसका भाई कर्ण अपने कमरे में बैठकर टीवी देख रहे थे। थोड़ी देर बाद एक पटाखे जैसी आवाज आई। जब वे दोनों कमरे में पहुंचे तो उनके पिता ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली थी। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी। पुलिस कर रही मामले की जांच ​​​​​​​मधुबन थाने के जांच अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि बुजुर्ग इकबाल कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। इसी के चलते उन्होंने अपने सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। हरियाणा के करनाल जिले के रांवर गांव में एक 85 वर्षीय बुजुर्ग ने बीमारी से परेशान होकर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। बुजुर्ग 2 साल से कैंसर से पीड़ित थे। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लेकर आए। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया। कैंसर का चल रहा था इलाज मृतक इकबाल सिंह कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। जिनका इलाज दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर अस्पताल से चल रहा था। मृतक के बेटे दरबारा सिंह ने बताया कि अस्पताल से भी कैंसर में कोई आराम नहीं लगा था। जिसका इलाज आसपास के अस्पताल में भी चल रहा था। रात को साढ़े 10 बजे किया स्नान मृतक के बेटे ने बताया कि बीती रात करीब साढ़े 10 बजे इकबाल सिंह ने उसे कहा कि मुझे नहला दो, उसने उसे नहला दिया। जिसके बाद उसको कमरे में लेटा दिया। इसके बाद पिता ने उसे कहा कि इस अलमारी में सोने के कुछ गहने रखे है। जिसे बेटे की शादी के बाद बहू को पहना देना। इसके बाद वे अपने कमरे में आ गए थे। थोडी देर में आई गोली की आवाज रात को दरबारा सिंह और उसका भाई कर्ण अपने कमरे में बैठकर टीवी देख रहे थे। थोड़ी देर बाद एक पटाखे जैसी आवाज आई। जब वे दोनों कमरे में पहुंचे तो उनके पिता ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली थी। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी। पुलिस कर रही मामले की जांच ​​​​​​​मधुबन थाने के जांच अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि बुजुर्ग इकबाल कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। इसी के चलते उन्होंने अपने सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर