हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश से हो रहे लैंडस्लाइड से सड़कें बंद हो गई हैं। यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। मरीज को बांस के डंडों में कुर्सी बांध कर कंधे के सहारे ले जाते युवाओं का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो को लेकर लोग भी सरकार और प्रशासन को खरी खोटी सुना रहे हैं। मामला पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज का है। जहां बालीचौकी-करेरी सड़क मार्ग यातायात के लिए बंद है। भूस्खलन से सड़क बाधित सड़क में जगह जगह गड्ढे हो गए हैं। कई जगह भूस्खलन से सड़क बाधित है। जिस कारण एम्बुलेंस के साथ छोटे वाहनों की आवाजाही भी बंद है। इसी के चलते आपातकालीन स्थिति में लोग मरीजों को कंधे पर उठा कर अस्पताल पहुंचा रहे हैं। लोगों ने की सड़क बहाल कराने की मांग मंडी जिले के द्रंग और सराज क्षेत्र में अभी कुछ मार्ग ऐसे हैं, जो यातायात के लिए बहाल नहीं हो पाए हैं। ऐसे में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने प्रशासन और सरकार से सड़कों को बहाल करने की मांग की है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश से हो रहे लैंडस्लाइड से सड़कें बंद हो गई हैं। यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। मरीज को बांस के डंडों में कुर्सी बांध कर कंधे के सहारे ले जाते युवाओं का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो को लेकर लोग भी सरकार और प्रशासन को खरी खोटी सुना रहे हैं। मामला पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज का है। जहां बालीचौकी-करेरी सड़क मार्ग यातायात के लिए बंद है। भूस्खलन से सड़क बाधित सड़क में जगह जगह गड्ढे हो गए हैं। कई जगह भूस्खलन से सड़क बाधित है। जिस कारण एम्बुलेंस के साथ छोटे वाहनों की आवाजाही भी बंद है। इसी के चलते आपातकालीन स्थिति में लोग मरीजों को कंधे पर उठा कर अस्पताल पहुंचा रहे हैं। लोगों ने की सड़क बहाल कराने की मांग मंडी जिले के द्रंग और सराज क्षेत्र में अभी कुछ मार्ग ऐसे हैं, जो यातायात के लिए बहाल नहीं हो पाए हैं। ऐसे में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने प्रशासन और सरकार से सड़कों को बहाल करने की मांग की है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल की मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने नहीं किया जॉइन:कार्मिक विभाग ने नंदिता गुप्ता को भेजा रिमांइडर, अधिकारी से पूछा कारण
हिमाचल की मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने नहीं किया जॉइन:कार्मिक विभाग ने नंदिता गुप्ता को भेजा रिमांइडर, अधिकारी से पूछा कारण हिमाचल की नव नियुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) नंदिता गुप्ता ने 21 दिन बाद भी जॉइन नहीं किया। इसे देखते हुए कार्मिक विभाग ने नंदिता गुप्ता को जॉइनिंग को लेकर रिमाइंडर भेजा है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने बीते 27 अगस्त को नंदिता गुप्ता को हिमाचल का CEO नियुक्त किया था। ECI ने नंदिता गुप्ता को एक सप्ताह में जॉइनिंग के लिए कहा था और राज्य सरकार की इसकी कंप्लायंस रिपोर्ट ECI को देने को बोला गया था। लिहाजा कार्मिक विभाग ने नंदिता गुप्ता को रिमाइंडर भेजकर जॉइन नहीं करने के कारण पूछे हैं। नंदिता गुप्ता हिमाचल कैडर की साल 2011 बैच की IAS हैं। वह अभी दिल्ली में सेवाएं दे रही है। हिमाचल की CEO बनने के बाद नंदिता गुप्ता एक बार हिमाचल जरूर आई थी, लेकिन उन्होंने जॉइन नहीं किया। हिमाचल में उन्हें सीईओ मनीष गर्ग की जगह लेनी है। मनीष गर्ग पहले ही रिलीव हो गए हैं। वह अब केंद्रीय चुनाव आयोग में डिप्टी इलैक्शन कमिश्नर के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं।
शिमला के संजौली का मस्जिद विवाद गहराया:11 सितम्बर को फिर प्रदर्शन; गतिरोध खत्म करने के लिए धारा 144 लगाने की तैयारी में पुलिस
शिमला के संजौली का मस्जिद विवाद गहराया:11 सितम्बर को फिर प्रदर्शन; गतिरोध खत्म करने के लिए धारा 144 लगाने की तैयारी में पुलिस हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली मस्जिद का विवाद गहरता जा रहा है। संजौली में विवादित मस्जिद को लेकर बीते एक सप्ताह से दो समुदायों के बीच चल रहा तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। हिंदू संगठनों ने एक बार फिर संजौली में कथित अवैध मस्जिद को गिराने की मांग को लेकर विशाल उग्र प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है। स्थानीय तीन व्यक्तियों ( के सी चौहान , विजय शर्मा और विकास थापटा) ने कहा कि 11/11 यानी 11 सितम्बर को 11 बजे संजौली शिमला में ऐतिहासिक आंदोलन होगा । उन्होंने कहा कि यह किसी संगठन विशेष का आंदोलन नही है इसमे विभिन्न मंडल , NGO , सामाजिक व धार्मिक संगठन शामिल होंगे और प्रदेश का पूरा सनातन समाज 11 सितम्बर को संजौली में एकीकृत होगा और प्रदेश सरकार से मामले में जल्द से जल्द सुनवाई की मांग करेगा। आंदोलन में आरपार की लड़ाई विजय शर्मा ने कहा कि यह आंदोलन किसी संगठन विशेष का नहीं है । इस आंदोलन में महिला मंडल ,युवक मंडल व असंख्य सामाजिक और धार्मिक शामिल है। 11/11 ( ग्यारह सितंबर ,ग्यारह बजे) आंदोलन आर पार की लड़ाई होगी। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन को किसी भी कीमत पर झुकना होगा। अवैध निर्माण को गिराने से कम किसी भी बात पर समझौता नही होगा । शर्मा ने कहा कि संजौली में अवैध निर्माण कैसे हुआ सरकार को इसकी जांच करवानी चाइए। उन्होंने कहा कि एक प्लान के तहत बाहरी लोगों को यहां बसाया जा रहा है उन्हें यहां रेडी फड़ी दी जा रही है। और बाहर से आए लोग यहां का डेमोक्रेटिक व कानून व्यवस्था का माहौल खराब कर रहे है। वहीं एक अन्य स्थानीय व्यक्ति के सी चौहान ने कहा कि एक साजिश के तहत शिमला का डेमोक्रेटिक सेटअप खराब करने की कोशिश की जा रही है बाहर से आ रहे लोगों को फर्जी नाम रखकर यहां बसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 11/ 11 को विभिन्न संगठन मिलकर संजौली में एक विशाल आंदोलन करेंगे । उन्होंने दावा किया कि वह इसकी आधिकारिक घोषणा करते है । संजौली में धारा 144 की तैयारी में पुलिस उधर पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक संजौली में मस्जिद विवाद का गतिरोध खत्म न होने के कारण पुलिस क्षेत्र में धारा144 लगाने की तैयारी में है । दरअसल बीते रविवार को मस्जिद विवाद को लेकर हुए पहले प्रदर्शन के बाद पुलिस ने संजौली में बिना पुलिस की अनुमति के धरना – प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी थी। परंतु पुलिस की रोक के बावजूद वीरवार को कथित अवैध मस्जिद निर्माण के खिलाफ भीड़ सड़को पर उतर आई थी। ऐसे में पुलिस क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सख्ती की तैयारी में और अगर गतिरोध जल्द समाप्त नही हुआ था क्षेत्र में धारा 144 लगा सख्ती है। फिलहाल पुलिस ने मौके पर क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 24 घण्टे चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए है। क्या है पूरा मामला? बता दें कि शिमला के संजौली में बनी मस्जिद को लेकर कथित अवैध निर्माण के आरोपों के साथ काफी लोगो में रोष पनप रहा था , इसको लेकर हिन्दू समुदाय के लोग सोशल मीडिया में लिख रहे थे लेकिन बीते दिनों शिमला के मल्याणा में समुदाय विशेष के लोगो ने एक स्थानीय युवक के साथ मारपीट की । जिसने अंदर ही अंदर सुलग रही आग में तेल छिड़कने का काम किया और गत 1 सितंबर को रविवार के दिन लोगो का आक्रोश भड़क गया और समुदाय विशेष के खिलाफ लोग सड़क पर आ गए । इस दौरान लोगो ने मस्जिद का घेराव किया और बाहर से आने वाले समुदाय विशेष के लोगो पर शिमला का माहौल खराब करने व कथित अवेध मस्जिद को गिराने की मांग की। एक तारिख से शुरू हुआ विवाद अब रुकने का नाम नही ले रहा है ।
दुनिया को आज मिलेगा पैराग्लाइडिंग का चैंपियन:अमेरिका-भारत के पैराग्लाइडर में फाइनल मुकाबला; 5 साइट पर 3 हजार में टूरिस्ट भी कर सकते हैं पैराग्लाइडिंग
दुनिया को आज मिलेगा पैराग्लाइडिंग का चैंपियन:अमेरिका-भारत के पैराग्लाइडर में फाइनल मुकाबला; 5 साइट पर 3 हजार में टूरिस्ट भी कर सकते हैं पैराग्लाइडिंग दुनिया को आज (9 नवंबर) नया पैराग्लाइडिंग चैंपियन मिल जाएगा। हिमाचल में कांगड़ा स्थित दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी पैराग्लाइडिंग साइट बीड़ बिलिंग घाटी में चल रहे पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का आज आखिरी दिन है। पुरुष वर्ग में पहले स्थान पर अमेरिका के ऑस्टिन कोकस हैं। उन्हें अभी तक 2991 पॉइंट मिले हैं। भारत के रणजीत सिंह 2871 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर हैं। पोलैंड के डामर कैपिटा 2844 पॉइंट के साथ तीसरे स्थान पर हैं। महिला वर्ग में पोलैंड की जोना कोकोट 2486 पॉइंट के साथ पहले नंबर पर है। जर्मनी की डरिया अल्टीकवा 1329 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर चल रही हैं। ब्राजील की मरीना ओलेक्सिन 1232 पॉइंट के साथ तीसरे नंबर पर है। आज इन प्रतिभागियों को फाइनल टास्क दिए जाएंगे। आज के पॉइंट जुड़ने के बाद दुनिया को महिला व पुरुष वर्ग में नया वर्ल्ड चैंपियन मिल जाएगा। 121 किलोमीटर का सबसे लंबा टास्क किया पूरा बीड़ बिलिंग की टेक आफ साइट समुद्र तल से 2600 मीटर की ऊंचाई पर है। जबकि लैंडिंग साइट बीड़ (क्योर) समुद्र तल से 2080 मीटर की ऊंचाई पर है। इस चैम्पियनशिप का आयोजन पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप एसोसिएशन फ्रांस (PWCAF) की मंजूरी के बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन और हिमाचल पर्यटन विभाग कर रहा है। बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के प्रवक्ता ने अंकित सूद ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पार्टिसिपेंट्स को सबसे लंबा टास्क 121 किलोमीटर का दिया गया था, जिसे प्रतिभागियों ने पूरा किया। हालांकि बीते मंगलवार को 145 किलोमीटर का भी टास्क दिया गया था, लेकिन उस दिन खराब मौसम की वजह से उड़ान नहीं हो पाई थी। इस तरह मिलते हैं पॉइंट पैराग्लाइडरों को हर रोज उड़ान के टास्क दिए जाते हैं। टास्क के दौरान इन्हें अलग-अलग स्टेशन टच करने होते हैं। जो सबसे पहले सारे स्टेशन टच करके व निश्चित दूरी को तय करके टेक ऑफ साइट पर पहुंचता है, उसे ज्यादा पॉइंट दिए जाते हैं। इस तरह हर रोज के पॉइंट जुड़ते जाते हैं। प्रतियोगिता के आखिर दिन सबसे ज्यादा पॉइंट लेने वाले पैराग्लाइडर को विजयी घोषित किया जाता है। सुक्खू की जगह धर्माणी चीफ गेस्ट आएंगे पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को आना था, लेकिन सुक्खू महाराष्ट्र चुनाव में प्रचार के लिए गए हैं। इसलिए आखिरी मौके पर राज्य के टीसीपी एवं हाउसिंग मिनिस्टर राजेश धर्माणी मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे और विजेताओं को पुरस्कार देंगे। हिमाचल में यहां-यहां होती है पैराग्लाइडिंग हिमाचल में बीड़ बिलिंग के अलावा कुल्लू के डोभी, गडसा, रायसन, सोलंग वैली में भी पैराग्लाइडिंग होती। पिछले 2 सालों से शिमला के जुन्गा में भी पैराग्लाइडिंग शुरू हो गई है। देशभर से पहाड़ों पर पहुंचने वाले पर्यटक भी इन साइट पर पैराग्लाइडिंग का आनंद उठा सकते हैं। ढाई हजार से 3 हजार तक फीस बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग के लिए 3 हजार रुपए फीस है। जिसमें पैराग्लाइडर 15 से 20 मिनट तक बिलिंग घाटी में उड़ान भरते हैं। इसी तरह डोभी, गडसा, रायसन, सोलंग वैली में 2 हजार रुपए से 2500 रुपए देकर पैराग्लाइडिंग की जा सकती है। इन साइट्स पर बरसात के मौसम में पैराग्लाइडिंग बंद कर दी जाती है, क्योंकि इसके लिए मौसम का साफ होना जरूरी होता है। खराब मौसम में उड़ान नहीं भरी जा सकती।