पंडित विनोद शर्मा की पत्नी BJP में शामिल:अंबाला से मेयर हैं शक्ति रानी शर्मा, भाजपा विधायक असीम गोयल से हो चुका टकराव

पंडित विनोद शर्मा की पत्नी BJP में शामिल:अंबाला से मेयर हैं शक्ति रानी शर्मा, भाजपा विधायक असीम गोयल से हो चुका टकराव

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ा सियासी उलटफेर हो रहा है। आज हरियाणा जनचेतना पार्टी के प्रमुख पंडित विनोद शर्मा की पत्नी और अंबाला नगर निगम की मेयर शक्ति रानी शर्मा BJP में शामिल हो गई हैं। आज जींद रैली में मुख्यमंत्री नायब सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने शक्ति रानी शर्मा को भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करवाई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि शक्ति रानी शर्मा भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर अंबाला सिटी से चुनाव लड़ सकती हैं। अंबाला सिटी से असीम गोयल भाजपा के विधायक हैं और सैनी सरकार में वह परिवहन मंत्री के पद पर हैं। असीम गोयल अंबाला सिटी से दावेदारी छोड़ पंचकूला से टिकट मांग रहे हैं। वहीं शक्ति रानी शर्मा के पति विनोद शर्मा हरियाणा जनचेतना पार्टी के प्रमुख हैं और वह राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा की मां हैं। भाजपा शक्ति रानी शर्मा को कांग्रेस नेता निर्मल सिंह के सामने चुनाव लड़ा सकती है। विनोद शर्मा पार्टी के लिए टिकट मांग रहे थे, मगर भाजपा पत्नी को पार्टी में लाकर भाजपा के सिंबल पर उनको लड़ा सकती है। असीम गोयल से मेयर रहते हुआ है टकराव
मेयर शक्ति रानी शर्मा शहर में विकास कार्यों व बदहाली को लेकर विधायक असीम गोयल को घेर चुकी हैं। असीम गोयल पर शहर के काम में रोड़े अटकाने और किसी भी काम को सिरे ना चढ़ाने के आरोप असीम गोयल पर लगा चुकी हैं। ऐसे में मेयर की एंट्री से असीम गोयल की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। शक्ति रानी शर्मा दिसंबर 2020 में अंबाला शहर की मेयर बनी थी। भाजपा की वंदना शर्मा को मेयर चुनाव में हराया था
अंबाला में हुए नगर निगम चुनाव में पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा 8084 वोट से जीतकर पहली महिला मेयर बनी थी। शक्ति रानी ने भाजपा की वंदना शर्मा को हराया था। शक्ति रानी को कुल 37604 वोट मिले थे। वंदना शर्मा के पति हरियाणा भाजपा में स्टेट लीडरशिप में हैं। दरअसल अंबाला में 12 गांव नगर निगम में शामिल हुए थे। जिसमें भाजपा शक्ति रानी शर्मा से पिछड़ गई थी। 1992 में राज्‍यसभा सदस्‍य बने थे विनोद शर्मा
मेयर के पति विनोद शर्मा 1992 में पंजाब में तत्कालीन बेअंत सिंह सरकार के दौरान कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा सदस्‍य निर्वाचित हुए थे। उनका कार्यकाल 6 वर्ष अप्रैल, 1998 तक रहा था। राज्यसभा सांसद बनने से पूर्व विनोद शर्मा वर्ष 1980 में पंजाब में तत्कालीन पाटियाला जिले के अंतर्गत पड़ने वाली बनूड़ विधानसभा सीट से विधायक भी निर्वाचित हुए थे। अंबाला से 2005 और 2009 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीता था। 2014 के चुनाव से पहले कांग्रेस से अलग होकर अपनी खुद की हरियाणा जनचेतना पार्टी बनाई। विनोद शर्मा और पत्नी शक्ति रानी शर्मा चुनाव हार गए थे। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ा सियासी उलटफेर हो रहा है। आज हरियाणा जनचेतना पार्टी के प्रमुख पंडित विनोद शर्मा की पत्नी और अंबाला नगर निगम की मेयर शक्ति रानी शर्मा BJP में शामिल हो गई हैं। आज जींद रैली में मुख्यमंत्री नायब सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने शक्ति रानी शर्मा को भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करवाई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि शक्ति रानी शर्मा भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर अंबाला सिटी से चुनाव लड़ सकती हैं। अंबाला सिटी से असीम गोयल भाजपा के विधायक हैं और सैनी सरकार में वह परिवहन मंत्री के पद पर हैं। असीम गोयल अंबाला सिटी से दावेदारी छोड़ पंचकूला से टिकट मांग रहे हैं। वहीं शक्ति रानी शर्मा के पति विनोद शर्मा हरियाणा जनचेतना पार्टी के प्रमुख हैं और वह राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा की मां हैं। भाजपा शक्ति रानी शर्मा को कांग्रेस नेता निर्मल सिंह के सामने चुनाव लड़ा सकती है। विनोद शर्मा पार्टी के लिए टिकट मांग रहे थे, मगर भाजपा पत्नी को पार्टी में लाकर भाजपा के सिंबल पर उनको लड़ा सकती है। असीम गोयल से मेयर रहते हुआ है टकराव
मेयर शक्ति रानी शर्मा शहर में विकास कार्यों व बदहाली को लेकर विधायक असीम गोयल को घेर चुकी हैं। असीम गोयल पर शहर के काम में रोड़े अटकाने और किसी भी काम को सिरे ना चढ़ाने के आरोप असीम गोयल पर लगा चुकी हैं। ऐसे में मेयर की एंट्री से असीम गोयल की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। शक्ति रानी शर्मा दिसंबर 2020 में अंबाला शहर की मेयर बनी थी। भाजपा की वंदना शर्मा को मेयर चुनाव में हराया था
अंबाला में हुए नगर निगम चुनाव में पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा 8084 वोट से जीतकर पहली महिला मेयर बनी थी। शक्ति रानी ने भाजपा की वंदना शर्मा को हराया था। शक्ति रानी को कुल 37604 वोट मिले थे। वंदना शर्मा के पति हरियाणा भाजपा में स्टेट लीडरशिप में हैं। दरअसल अंबाला में 12 गांव नगर निगम में शामिल हुए थे। जिसमें भाजपा शक्ति रानी शर्मा से पिछड़ गई थी। 1992 में राज्‍यसभा सदस्‍य बने थे विनोद शर्मा
मेयर के पति विनोद शर्मा 1992 में पंजाब में तत्कालीन बेअंत सिंह सरकार के दौरान कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा सदस्‍य निर्वाचित हुए थे। उनका कार्यकाल 6 वर्ष अप्रैल, 1998 तक रहा था। राज्यसभा सांसद बनने से पूर्व विनोद शर्मा वर्ष 1980 में पंजाब में तत्कालीन पाटियाला जिले के अंतर्गत पड़ने वाली बनूड़ विधानसभा सीट से विधायक भी निर्वाचित हुए थे। अंबाला से 2005 और 2009 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीता था। 2014 के चुनाव से पहले कांग्रेस से अलग होकर अपनी खुद की हरियाणा जनचेतना पार्टी बनाई। विनोद शर्मा और पत्नी शक्ति रानी शर्मा चुनाव हार गए थे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर